Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आरोहण गीत।
1 जब यहोवा सिय्योन क लोगन क कैद स वापिस लिआइ
तउ इ कउनो सपना क नाईं होइ।
2 तब हम पचे हँसत रहत होब अउ खुसी क गीत गावत रहत होब।
तब दूसर रास्ट्र क लोग कहत रहत रहब, “यहोवा ओकरे बरे महान कार्य किहस ह।”
3 यहोवा हम लोगन बरे एक अद्भुत करम किहे होतेन,
तउ हम पचे बहोत खुस होतेन।
4 हे यहोवा, हमका रेगिस्तान मँ बहत रहे जलधारन क नाईं,
कैद स वापिस लिआवा।
5 जउन कउनो रोवत भए बिआ बोवत ह,
मुला उ कटनी क समइ खुसी क गीत गाउब।
6 जउन कउनो आँसुअन क संग बिआ लइके जात ह,
उ पचे जब फसल लिआवत हीं तउ आनन्दित होत हीं।
2 “मइँ पहरे क मीनारे पइ जाइके खड़ा होबउँ।
मइँ हुआँ आपन जगह लेब अउर रखवारी करब।
मइँ इ लखइ क इंतजार करब कि उ मोसे का कहत ह।
मइँ इंतजार करब अउर इ जान लेब कि मोरे सिकाइत क बारे मँ मोका का जवाब देइ चाही।”
परमेस्सर क जरिये हबक्कूक क सुनवाई
2 यहोवा मोका जवाब दिहस, “मइँ तोहका कछू देखावत हउँ, तू ओका लिख ल्या। सूचना पट्टी पइ एका साफ़-साफ़ लिख द्या ताकि लोग आसानी स ओका बाँचि सकइँ। 3 इ संदेस अगवा आवइवाला एक खास समइ क बारे मँ अहइ। इ सँदेस आखिरी समइ क बारे मँ अहइ अउ इ सच्च सिद्ध होइ। अइसा लग सकत ह कि वइसा समइ तउ कबहुँ आइ हीं नाहीं। मुला धीरा क संग ओकर इंतजार करा। उ समइ आइ अउर ओका देर नाहीं लागी। 4 इ संदेस ओन लोगन क मदद नाहीं कइ पाइ जउन एह पइ कान देइ स इनकार करत हीं। मुला सज्जन इ संदेस पइ बिस्सास करी अउर आपन बिस्सास क कारण सज्जन जिअत रही।”
5 परमेस्सर कहेस, “दाखरस मनई क गुमराह कइ सकत ह। इहइ तरह कउनो सक्तीसाली मनई क ओकर घमण्ड मूरख बनाइ देत ह। उ मनई क सान्ति नाहीं मिली। मउत क नाई कबहुँ ओकर पेट नाहीं भरत उ हर समइ जियादा स जियादा इच्छा करत रहत ह अउर मउत क नाई ही ओका कबहुँ तृप्ति नाहीं मिली। उ दूसर देसन क हरावत रही। उ दूसर देसन क ओन लोगन क आपन परजा बनावत रही।
7 परन्तु तब जउन मोर लाभ रहा, आज उही क मसीह क बरे मइँ आपन हानि समझत अहउँ। 8 इहूउँ स बड़ी बात इ बा कि मइँ अपने पर्भू मसीह ईसू क गियान क स्रेष्ठता क कारण आज तलक सब कछु क हीन समझत रहेउँ। उही बरे मइँ सब कछू तियागा कइ दिहेउँ अउर मइँ सब कछू क घिना क परन्तु समझइ लाग हउँ ताकि मसीह क पाई सकउँ 9 अउर ऊही मँ पावा जाइ सकउँ-मोर उ धरम भाव क कारण नाहीं जउन व्यवस्था क विधान पर टिकी रही, बल्कि ओह धरम भाव क कारण जउन मसीह मँ बिसवासे क कारण मिलत ह। जउन परमेस्सर स मिली बा ओकर आधार बिसवास अहइ। 10 मइँ मसीह क जानइ चाहत हउँ अउर ओह सक्ती क अऩुभव करइ चाहत हउँ जेसे ओका पुनः जागरण भवा रहा। मइँ ओकरी यातनन का सहभागी होइ चाहत हुँ। अउर उही रूपे क पाइ लेइ चाहत हउँ जेका उ आपन मउत क द्वारा पाए रहा। 11 एह आसा क साथे कि मइँ भी इही तरह मरा हुआ मँ स उठि क फिन स जी पावउँ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.