Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आसाफ क एक कलात्मक।
1 मोर मनवइयो, तू पचे मोरे उपदेसन क सुना।
ओन बातन पइ कान द्या जेनका मइँ बतावत हउँ।
2 मइँ तू पचन्क इ कथा सुनाउब।
मइँ तू पचन्क पुरान कथा सुनाउब।
3 हम पचे इ कहानी सुना ह, अउर ऍका अच्छी तरह जानित ह।
हम लोगन क पुरखन इ कहानी कहेन ह।
4 हम लोग ऍन बातन क आपन सन्तानन स नाहीं छुपाउब।
हम लोग ऍन बातन क आपन अगवा पीढ़ी क बताउब।
हम लोग ओनसे यहोवा क सक्ति अउर ओकरे अद्भुत कामन क बारे मँ बताउब।
हम पचे ओनका ओन कामन बरे जेनका उ किहस ह बखान करब।
5 यहोवा याकूब स वाचा किहस।
परमेस्सर इस्राएल क व्यवस्था क विधान दिहस,
अउर हमार परमेस्सर हमरे पुरखन क हुकूम दिहन।
उ हमरे पुरखन क व्यवस्था क विधान आपन संतानन क सिखावइ क किहेस।
6 इ तरह अगवा पीढ़ी ऍन बातन क बरे मँ जानिहीं।
अउर हर एक पीढ़ी मँ गदेलन पइदा होइ अउर बढ़ीइ अउर फुन उ पचे इ कहानी क आपन गदेलन क बतइहीं।
7 ऍह बरे उ सबहिं लोग यहोवा पइ भरोसा करिहीं।
उ पचे ओन सक्ति स भरा कामम क नाहीं बिसरिहीं।
जेन्का परमेस्सर किहे रहा।
उ पचे धियान स रखवारी करिहीं अउर परमेस्सर क हुकूम क मनिहीं,
आसीर्बादन अउ अभिसापन क पढ़ा जाब
30 तब यहोसू इस्राएल क परमेस्सर यहोवा बरे एक वेदी बनाएस। उ इ वेदी एबाल पर्वत पइ बनाएस। 31 यहोवा क सेवक मूसा इस्राएल क लोगन क बताए रहा कि वेदियन कइसे बनई जाइँ। ऍह बरे यहोसू वेदी क वइसे ही बनाएस जइसे मूसा क व्यवस्था क किताबे मँ समुझावा ग रहा। वेदी बगैर कटे भए पाथरन स बनी रही। ओन पाथरन पइ कबहुँ कउनो औजारे क उपयोग नाहीं भवा रहा। उ पचे उ वेदी पइ यहोवा क होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन।
32 उ ठउर पइ यहोसू मूसा क व्यसस्था क एक नकल क पाथरन पइ लिखेस। उ इ इस्राएल क सबहिं लोगन क लखइ बरे किहस। 33 सबइ अगुआ नेता लोग, अफसरन, निआव क अफसरन अउ इस्राएल क सबहिं लोग पवित्तर सन्दूखे क चारिहुँ कइँती खड़ा रहेन। उ पचे ओन लेवी कबीला क याजकन क समन्वा खड़ा रहेन, जउन यहोवा क करार क पवित्तर सन्दूखे क लइ चलत रहेन। इस्राएली अउर बिदेसी प्रवासियन सबहिं लोग हुआँ खड़ा रहेन। आधा लोग एबाल पर्वत क समन्वा खड़ा रहेन अउर दूसर आधा लोग गिरिज्जीम पर्वत क समन्वा खड़ा रहेन। यहोवा क सेवक मूसा ओनसे अइसा करइ क कहेस रहा। मूसा ओनसे अइसा करइ क इ आसीर्बाद बरे कहे रहा।
34 तब यहोसू व्यवस्था क सब वचनन क बाँचेस। यहोसू आसीर्बाद अउ अभिसाप बँचेस। उ सबहिं कछू उ तरह बाँचेस, जउने तरह उ व्यवस्था क किताबे मँ लिखा रहा। 35 इस्राएल क सबहिं लोग हुआँ बटुरा रहेन। सबहिं मेहररुअन, गदेलन अउ इस्राएल क लोगन क संग रहइवाला सबहिं विदेसियन हुआँ बटुरा रहेन अउ यहोसू मूसा क जरिये दीन्ह गएन हर एक आदेस क बाँचेस।
छठवें तुरही क बजाउब
13 फिन जइसेन छठवाँ सरगदूत आपन तुरही फूँकेस, वइसेन ही मइँ परमेस्सर क समन्वा एक चमकीली वेदी देखेउँ, ओकरी चार सीग मँ स आवाज आवत रही। 14 तुरही लिहे छठवें सरगदूत स उ आवाज कहेस, “ओन चार सरगदूतन क छोड़ द्या जउन फरात महानदी क लगे बंधा पड़ा अहइँ।” 15 इ बरे चारउ सरगदूत क छोड़ दीन्ह गवा। उ पचे उही समइ, उही दिन, उही महीने अउर उही साल क बरे तय्यार रखा ग रहेन जइसेन कि एक तिहाई मनइयन क मार डावइँ। 16 ओनके पूरी तादाद केतनी रही, इ मइँ सुनेउँ। घोड़ा प चड़े सैनिकन क तादाद 20,00,00,000 रही।
17 उ मोरे दर्सन मँ उ घोड़ा अउर ओनके सवार मोका इ तरह देखॉई पड़ेन: उ सबेन्ह कवच पहिरे रहेन जउन धधकत आग जइसे लाल लाल, गहरे नीला अउर गन्धक जइसे पीला रहेन। घोड़न क मूँड़न सिंहन क समान रहेन अउर ओनके मुखन स अग्नि, धुँआ तथा गन्धक निकरत रहा। 18 इ तीन महामारी स मतलब ओनके मुँहे स निकरत आगी, धुँआ अउर गन्धक स एक तिहाई मनइयन क मार ड़ावा गवा। 19 ऍन घोड़न क ताकत ओनके मुँहे अउर पूँछ मँ रही, काहेकि ओनके पूँछ मुँड़वाले साँप क तरह रही जउने स उ मनइयन क नुकसान पहुँचावत रहेन।
20 एतने क बावजूद जउन मनई इ सत्यानास स नाहीं मारा गएन अउर जे आपन हिरदय तथा मनफिरावा पे रहा, अउर जउन अबे तक परेत, सोना, चाँदी, काँसा, पाथर अउर लकड़ी क मूर्तियन क पूजा नाहीं छोड़े रहेन जउन कि न देख सकत ही न बोल सकत ही, न चल सकत ही अउर न सुन सकत ही। 21 उ पचे आपन हिरदय अउर मन नाहीं बदलेन तथा अपने द्वारा कीन्ह हत्या, जादू टोना, यौन अनाचार अउर चोरी चकारी क कउनउँ पछतावा नाहीं रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.