Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आसाफ क एक ठु भजन।
1 हे परमेस्सर, तू मौन जिन रहा! चुपचाप जिन रहा।
हे सर्वसक्तिमान परमेस्सर,
कृपा कइके सान्त जिन रहा।
2 हे परमेस्सर, तोहार दुस्मन तोहरे विरोध मँ सड्यंत्र रचत बाटेन।
जउन तोहसे घिना करत हीं अहंकारी बन जात हीं।
3 उ पचे तोहरे मनवइयन क खिलाफ सडयंत्र रचत बाटेन।
तोहार दुस्मन ओन लोगन क खिलाफ जउन तोहका पिआरा अहइँ सबइ जोजना बनावत अहइँ।
4 उ सबइ दुस्मन कहत अहइँ, “आवा, हम ओन लोगन क पूरी तरह मेट डाइ।
तब कउनो भी मनई इस्राएल क नाउँ सुमिरन नाहीं करी।”
13 मोर परमेस्सर ओनका तू उखड़ा भवा पौधा सा बनावा जेका आँधी उड़ाइ लइ जात ह।
ओन लोगन क अइसेन बिखराइ द्या जइसे भूसा क आँधी बिखराइ देत ह।
14 दुस्मन क अइसेन बर्बाद करा जइसे वन क आगी बृच्छन क बर्बाद करत ह,
अउर जइसेन जंगली आगी पहाड़न क बार डावत ह।
15 एह बरे ओनका आँधी क नाईं पाछा करा अउर ओनका कँपावा
अउ फूँकिके उड़ा द्या जइसे कि आँधी करत ह।
16 हे यहोवा उ सबइ क लज्जा स भरि द्या
कि लोग तोहरे बारे मँ जानइ बरे तोहका तलास करइँ।
17 हे यहोवा, ओन लोगन क भयभीत कइ द्या अउ ओन लोगन क हमेसा अपमानित करा,
ताकि उ तिरस्कार मँ मरि जाइँ।
18 तउ उ पचे जनिहीं कि तू यहोवा अहा!
अउर तू ही अकेल्ला सर्वोच्च परमेस्सर अहइ
जउन सारे संसार पइ सासन करत अहा।
मूसा अउ हारून अहइँ फिरौन क समन्वा
5 लोगन स बात किहे क पाछे मूसा अउ हारून फिरौन क लगे गएन। उ पचे कहेन, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर कहत हीं, ‘मोरे लोगन क रेगिस्तान मँ जाइ द्या, जेसे उ पचे मोरे सम्मान बरे जलसा करइँ।’”
2 मुला फिरौन कहेस, “यहोवा कउन अहइ? मइँ ओकर हुकुम काहे मानी? मइँ यहोवा क नाहीं जानित। ऍह बरे मइँ इस्राएल क लोगन क जाइ देइ स मना करत हउँ।”
3 तब हारून अउ मूसा कहेन, “हिब्रू मनइयन क परमेस्सर हम पचन क दरसन दिहेस ह। ऍह बरे हम आपसे पराथना करत अही कि आप हम पचन्क रेगिस्तान मँ तीन दिना तलक जात्रा करइ देइँ। हुवाँ हम पचे आपन परमेस्सर यहोवा बरे बलि चढ़ाउब। जदि हम अइसा नाहीं करित, उ हमसे कोहाइ जाइ अउ हमका बरबाद कइ देइ। उ हम पचन्क बेमारी स या तरवारि स मारि डाइ।”
4 मुला मिस्र क राजा ओनसे कहेस, “मूसा अउ हारून, तू पचे लोगन क काम करइ स बगदावद अहा। ओन मजदूरन क आपन काम करइ द्या। जहाँ तलक तू दुइनउँ क बात ब जा अउर आपन काम करा। 5 हिआँ बहोत स मजदूर अहइँ, तू पचे ओनका काम स रोकत बाट्या।”
फिरौन मनइयन क सजा दिहेस
6 ठीक उहइ दिना फिरौन इस्राएलियन क काम करइ क अउर जिआदा कर्रा हुकुम पालन करइ बरे कहेस। फिरौन गुलामन क मालिक अउ हिब्रू सरदारन स कहेस, 7 “तू मनइयन क हमेसा पुआल दिहा ह जेका उ ईटां बनवइ मँ बइपरत हीं। मुला अब ओनसे कहा कि उ पचे ईर्टा बनवइ खातिर पुआल खुद बटोरइँ। 8 मुला अब उ पचे ओतनी तदाद मँ ओतनी ईर्ट बनइहीं जेतना उ पचे पहिले बनवत रहेन। उ पचे अहदी होइ ग अहइँ। इहइ कारण अहइ कि उ पचे मोसे बाहेर जाइ बरे कहत बाटेन। ओनके लगे करइ खातिर काम नाहीं बा। ऍह बरे उ पचे मोसे माँगत बाटेन ताकि उ पचे आपन परमेस्सर क बलि अउ चढ़ावा देइ। 9 ऍह बरे इ दास स जिआदा कर्रा काम करावा। ऍनका कामे मँ लगाइ राखा। तबहिं ओनके लगे ऍतना टेम नाहीं रही कि उ पचे मूसा क झूठी बातन क सुनइँ।”
10 ऍह बरे मिस्री गुलामन क मालिक अउ हिब्रू काम क इस्राएलियन क लगे गएन अउ उ पचे कहेन, “फिरौन फइसला किहे अहइ कि उ तू पचन्क तोहरे ईर्टा बरे तोहका पुआल न देइ। 11 तू पचन्क खुद जाइ क होइ अउ आपन बरे पुआल खुद बटोरइ क होइ। ऍह बरे जा अउ पुआल बटोरा। मुला तू ओतना ईर्टा बनवा जेतँना तू पचे पहिले बनवत रह्या।”
12 तउ इ तरह हर मनई मिस्र मँ पुआल हेरइ बरे चारिहुं कइँती गवा। 13 गुलामन क मालिक जिआदा कर्रा काम करइ बरे मजबूर करत रहेन। उ पचे मनइयन क ओतँना ही ईर्टा गढ़इ बरे मजबूर करत रहेन जेतना उ पचे पहिले बनावत रहेन। 14 मिस्र क गुलामन क मालिक हिब्रू काम क मेठ चुनि लिहे रहेन। उ पचे लोगन क कामे क जिम्मेदार रहेन। मिस्री गुलाम क मालिक उन हिब्रू काम क मेठन क पीटत रहेन अउ ओनसे कहत रहेन, “तू पचे ओतॅनी ईर्टन क काहे नाहीं बनउत्या जउन पहिले बनावत रह्या।”
15 तब हिब्रू काम क मेठ फिरौन क लगे गवा। उ पचे सिकाइत किहेन अउ कहेन, “हम पचे आप क सेवक अही आप हम पचन्क संग अइसा बर्ताव काहे करत अहइँ? 16 आप हम पचन्क पुआल नाहीं दिहेन। मुला हम पचन्क हुकुम दिहेन कि ओतॅना ही ईर्टा बनावइँ जेतॅना पहिले बनत रहिन। अउर अब हम पचन्क मालिक हमका पीटत हीं। अइसा करइ स आप लोगन क गलती अहइ।”
17 फिरौन उत्तर दिहेस, “तू पचे अहदी अहा। तू पचे काम नाहीं करइ चहत्या। इहइ कारण अहइ कि तू पचे माँगत बाट्या कि मइँ तू सबन क निकरइ देउँ। अउर इहइ कारण अहइ कि तू पचे इ ठउर क तजि देइ चाहत बाट्या अउर यहोवा क बलि चढ़ावा चाहत अहा। 18 अब कामे प लउट जा, हम तू पचन क कछू पुआल न देब। मुला तू पचे ओतना ही ईर्टा बनवा जेतना पहिले बनवत रह्या ह।”
19 हिब्रू काम क मेठ बूझ गएन कि उ पचे मुस्किल मँ पड़ि गएन। तब उ पचे कहेन, “तू पचन्क हर दिना क तय किया भवा ईट स कम ईट नाहीं बनाइ चाही।”
20 जब उ पचे फिरौन क संग बइठे क पाछे जात रहेन, उ पचे मूसा अउ हारून क लगे स निकरेन। मूसा अउ हारून ओनकइ इंतजार करत रहेन। 21 ऍह बरे उ सबइ मूसा अउ हारून स कहेन, “तू पचे सचमुच फिरौन स इ आग्रह करइ क कि हम पचन्क जाइ देइ क गलती किहा। यहोवा तोहॅका सजा देइ काहेकि तू पचे फिरौन अउ ओकरे अफसरन मँ हमरे बरे घिन पइदा कर्या ह। तू पचे ओनका एक बहाना हमका मारि डावइ क-दिहा ह।”
मूसा क परमेस्सर स सिकाइत
22 तबहिं मूसा यहोवा स पराथना किहेस अउ कहेस, “हे यहोवा! आप आपन लोगन बरे इ भयानक काम काहे किहा ह? आप हमका हिआँ काहे पठया ह? 23 मइँ फिरौन क लगे गएउँ अउ जउन आप कहइ क बोल्या ह ओका मइँ ओसे कहेउँ ह। मुला उ समइया स उ मनइयन बरे जिआदा अत्यिाचार होइ गवा अहइ। मुला आप ओनके बचावइ बरे काहे कछू नाहीं किहा ह।”
6 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “अब तू लखब्या कि मइँ फिरौन बरे का करत हउँ। उ ओनका छोड़इ बरे एँतना हलबुली करी कि उ खुद ओनका जाइ बरे मजबूर करी।”
2 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, “मइँ यहोवा हउँ। 3 मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क समन्वा परगट भएउँ ह। उ पचे मोका ‘एल-सदद्इ’ (सर्व-सक्तीमान परमेस्सर) कहेन। मइँ ओनका इ नाहीं जाहिर करिउँ कि मोर नाउँ यहोवा अहइ। 4 मइँ ओनके संग एक करार बनयो हउँ। मइँ उ पचन्क कनान क भुइँया देइ क बचन दिहउँ ह। उ सबइ उ देस मँ रहत रहेन, मुला उ सबइ हुवाँ अजनबी क जेसे रहत रहेन। 5 अब मइँ इस्राएलियन क चीख-पुकार जउन मिस्री लोगन क अत्याचार अउर कठिन काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जाइ क कारण रहेन क सुना। अउर मइँ आपन करार क याद किया। 6 ऍह बरे इस्राएलियन स कहा कि मइँ ओन लोगन स कहत हउँ, ‘मइँ यहोवा हउँ। मइँ तू पचन्क मिस्र क बधवा मजदूरी स दूर लइ जाउब अउर मइँ तू पचन्क का ओन लोगन क गुलामी से बचाउब। अउर मइँ आपन महान सक्ती क प्रयोग कइ क अउर निअउ क महान काम अंजाम दइ क तू पचन्क अजाद करब। 7 तू पचे हमार मनई होब्या अउ मइँ तू पचन्क परमेस्सर। तू पचे जान जइब्या कि मइँ परमेस्सर, यहोवा हउँ अउर कि मइँ तू सबन्क मिस्र क गुलामी स अजाद किहउँ ह। 8 मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब स बड़ा वाचा किहेउँ रहा। मइँ ओनका एक खास पहँटा देइ क वाचा किहेउँ रहा। ऍह बरे मइँ तू सबन क उ पहँटा ताई लइ जाब। मइँ उ पहँटा तू पचन्क देब। इ तू पचन्क होइ। मइँ यहोवा हउँ।’”
9 ऍह बरे मूसा इ बात इस्राएलियन क बताएस। मुला मनइयन आपन कर्रा मेहनत अउर निरासा क कारण मूसा क बात नाहीं सुनेन।
10 तब यहोवा मूसा स कहेस, 11 “जा अउ मिस्र क राजा फिरौन स कहा कि उ इस्राएल क लोगन क इ देसे स जाइ देइ।”
12 मुला मूसा जवाब दिहेस, “इस्राएल क मनइयन मोर बात सुनइ नाहीं चाहतेन। ऍह बरे सचमुच फिरौन भी सुनइ न चाही। अउर मइँ माहिर बोलिवइया नहीं हउँ।”[a]
13 मुला यहोवा मूसा अउ हारून स बतियान। यहोवा ओनका जाइ अउ इस्राएलियन स बतियाइके हुकुम दिहेस अउ इ भी हुकुम दिहेस कि उ पचे जाइँ अउर फिरौन स बतियाइँ। यहोवा हुकुम दिहेस कि उ पचे इस्राएलियन क मिस्र क बाहेर लइ जाइँ।
फिलादेलफिया कलीसिया क मसीह क संदेस
7 “फिलादेलफिया कलीसिया क सरगदूत क इ तरह लिखा:
“उ जउन पवित्तर अउर सच्चाई अहइ अउर जेकरे लगे दाऊद क चाभी अहइ जउन अइसा दरवाजा खोलत ह, जेका केहू खोल नाहीं पावत, इ तरह कहत ह;
8 “मइँ तोहरे काम क जानित ह। देखा तोहरे सामने मइँ एक दरवाजा खोल दिहे अहउँ, जेका केहू बन्द नाहीं कइ सकत। मइँ जानत हउँ कि तोहार ताकत कम अहइ मुला तू मोर उपदेस क पालन किहे अहा, अउर मोर नाउँ क खंडन नाहीं किहे अहा। 9 सुना! कछू अइसे अहइँ जे सइतान क आराधनालय अही अउर जउन यहूदी न होत भए अपुना क यहूदी कहत ही जे एकदम झूठा अहइँ, ओनका मइँ मजबूर कइके तोहरे पैर मँ झुकाइ देब जइसे कि ओनका पता चल जाइ कि तू मोका अच्छा लागत ह्या। 10 तू धीरज क साथ सहनसीलता स मोर आदेस क पालन किहे अहा। एकरे बदले मँ मइँ इम्तिहान क घड़ी मँ तोहार रच्छा करबइ, जउन कि धरती पर रहइवालेन क परखइ क बरे पूरे संसार मँ आवइवाली अहइ।
11 “मइँ बहुत जल्दी आवत अहउँ। जउन कछू तोहरे पास अहइ, ओकरे ऊपर डटा रहा जइसे कि तोहार जीत क मुकुट कउनउँ लेइ न पावइ। 12 जउन मनई जीती, ओका मइँ अपने परमेस्सर क मंदिर क खम्भा बनउबइ। फिन उ कबहूँ मंदिर क बाहर न जाई। अउर मइँ अपने परमेस्सर क अउर अपने परमेस्सर क नई नगरी क नवा यरुसलेम नाउँ ओकरे ऊपर लिखबइ, उ नगरी परमेस्सर कइँती स सरग स नीचे उतरइवाली अहइ। ओकरे ऊपर मइँ अपनउँ नये नाउँ लिखबइ। 13 जे सुन सकत ह सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.