Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
11 हे यहोवा, मोका आपन राहन क सिच्छा द्या,
तउ मइँ तोहरे सच्चाइ क अनुसार रहेबउँ।
कृपा कइके मोर मदद करा,
तउ मइँ पूरे हिरदय स तोहार उपासना करबउँ।
12 हे मोर सुआमी परमेस्सर, मइँ सम्पूर्ण हिरदय स तोहार गुण गावत हउँ।
मइँ तोहरे नाउँ क आदर सदा सदा ही करबउँ।
13 काहेकि तू मोका बहोत जिआदा पिरेम किहा ह।
तू मोका मउत क गहड़ा खाइ स बचाया ह।
14 परमेस्सर, अहंकारी लोग मोह पइ वार करत अहइँ।
कर लोगन क समूह मोका मार डावइ चाहत अहइँ।
अउर उ सबइ मनई तोहार आदर नाहीं करत अहइँ।
15 हे सुआमी, तू दयालु अउ कृपा स भरा परमेस्सर अहा।
तू धीरज स भरा, बिस्सासी अउ पिरेम स भरा अहा।
16 हे परमेस्सर, देखावा कि तू मोर सुनत ह अउर मोह पइ कृपालु रहत ह।
मइँ तोहार सेवक हउँ, तू मोका सक्ति द्या।
मइँ तोहार सेवक हउँ, मोका बचावा!
17 हे यहोवा, कछू अइसा करा जेहसे इ साबित होइ कि तू मोर सहायता करब्या।
तब मोर दुस्मन एका जानिहीं अउ निरास होइ जइहीं।
तउ इ परगट होइ तू उहइ अहा जउन मोर मदद किह्या अउर मोका आराम दिह्या।
दासी हाजिरा
16 सारै अब्राम क मेहरारु रही। अब्राम अउ ओकरे कउनो लरिका नाही रहा। सारै क लगे एक ठु मिस्र क दासी रही। ओकर नाउँ हाजिरा रहा। 2 सारै अब्राम स कहेस, “लखा, यहोवा मोका कउनो बच्चा नाही दिहे अहइ। ऍह बरे मोरी दासी क संग सारीरिक संबन्ध करा होइ सकत ह कि ओकर बच्चा मोर अपना बच्चा होइ जाब।” अब्राम आपन मेहरारु क कहब मान लिहस।
3 कनान मँ अब्राम क दास बरिस रहइ क पाछे इ बात भइ अउ सारै आपन भतार अब्राम बरे हाजिरा क दइ दिहस। हाजिरा मिस्र क दासी रही। 4 हाजिरा, अब्राम स गाभिन भइ। जब हाजिरा इ देखेस तउ ओका बहोत गरब भवा अउ इ महसूस करइ लाग कि मइँ आपन मालकिन सारै स बढ़िया अहउँ। 5 मुला सारै अब्राम स कहेस, “मोर दासी अब मोसे घिना करत ह अउ एकरे बर मइँ तोहका दोखी मानन हउँ। मइँ ओका तोहरे बरे दिहेउँ। उ गाभिन भइ अउर तब उ महसूस करइ लाग कि उ मोसे बढ़िया बा। मइँ चाहत हउँ कि यहोवा सही निआव करी।”
6 मुला आब्राम सारै स कहेस, “तू हाजिरा क मालकिन अहा। तू ओकरे संग जउन चाहा कइ सकत ह।” ऍह बरे सारै आपन दासी पइ अत्याचार किहस अउर ओकर दासी पराइ गइन।
हाजिरा क पूत इस्माएल
7 यहोवा क सरगदूत रेगिस्तान मँ पानी क सोता क लगे हाजिरा क पाएस। इ सोता सूर जाइवाला राहे प रहा। 8 सरगदूत कहेस, “हाजिरा, तू सारै क दासी अहा। तू हिआँ काहे अहा? तू कहाँ जात अहा?”
हाजिरा कहेस, “मइँ आपन मालकिन सारै क हिआँ स पराइ जात अहउँ।”
9 यहोवा क सरगदूत ओसे कहेस, “तू आपन मालकिन क घर जा अउर ओका सोंप द्या।” 10 यहोवा क सरगदूत ओसे फुन कहेस, “तोहसे बहोत स लोग पइदा होइहीं। इ सबइ लोग ऍतना होइ जइहीं कि गना नाही जाइ सकिही।”
11 यहोवा क सरगदूत अउर भी कहेस,
“अबहि तू गर्भ धरे अहा
अउर तोहका एक पूत होइ।
तू ओकर नाउँ इस्माएल राख्या।
काहेकि यहोवा तोहका देइ भए कस्ट क सुनेस ह।
12 इस्माएल एक ठु जंगली गदहा क तरह
जंगली अउ अजाद होइ
उ सब क खिलाफ होइ
अउर सबहीं ओकर खिलाफ होइ जाइ।
उ आपन भाइयन क लगे आपन डेरा डाइ
मुला उ ओनके खिलाफ होइ।”
13 तब हाजिरा परमेस्सर क जउन ओसे बात करत रहा, एक नवा नाउँ स यहोवा क पुकारेस। उ कहेस, “तू ‘परमेस्सर ह जउन मोका लखत ह।’” उ ओसे उ नाउँ ऍह बरे दिहस काहेकि उ आपन आप स कहेस, “मइँ महसूस करत हउँ कि उ मोरे ऊपर निगाह राखत ह।” 14 ऍह बरे उ कुआँ क नाउँ लहैरोइ पड़ा। उ कुआँ कादेस अउ बेरेद क बीच मँ बाटइ।
15 हाजिरा अब्राम क पूत क जन्म दिहस। अब्राम पूत क नाउँ इस्माएल धरेस।
इफिसुस की कलीसिया क मसीह क संदेस
2 “इफिसुस क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा:
“उ जउन अपने दाहिने हाथे मँ सात तारन क धारन करत ह अउर जउन सात दीपाधारन क बीच घूमत ह, इ तरह कहत अहइ
2 “मइँ जानत अहउँ जउन तू करत अहा अउर, कड़ी मेहनत अउर धीरज भरी सहनसीलता क जानित हउँ अउर मइँ इहइ जानित हउँ कि तू बुरा मनइयन क राह नाही पउत्या अउर तू ओनका परखे अहा जउन कहत अहइँ कि उ पचे प्रेरितन बाटेन मुला सही मँ नाही अहइँ। तू ओनका झूठा पाए अहा। 3 मइँ जानित हउँ कि तोहरे मँ धीरज अहइ अउर मोरे नाउँ प तू कठिनाई झेले अहा। अउर तू थका नाहीं अहा।
4 “मुला मोरे लगे तोहरे विरोध मँ इ अहइ: तू पिरेम छोड़ दिहे अहा जउन सुरुआत मँ तोहरे मँ रहा। 5 इ बरे याद करा कि तू कहाँ स गिर अहा, आपन मनफिराव अउर उ करा जेका तू सुरुआत मँ करत रह्या, जदि तू पछतावा न करब्या तउ मइँ तोहरे लगे आउब अउर तोहरे दीपाधार क ओकरी जगह स हटाइ देब। 6 मुला इ बात तोहरे हित मँ अहइ कि तू नीकुलइयन[a] क काम स नफरत करत अहा, जेनसे मइँ भी नफरत करत हउँ।
7 “जेकरे लगे कान अहइँ, उ ओका सुनइँ जउन आतिमा कलीसियन स कहत अहइ। जे विजय पाई मइँ उही परमेस्सर क बगिया मँ लगा जीवन क पेड़ स फल खाइ क अधिकार देब।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.