Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आरोहण गीत।
1 जब यहोवा सिय्योन क लोगन क कैद स वापिस लिआइ
तउ इ कउनो सपना क नाईं होइ।
2 तब हम पचे हँसत रहत होब अउ खुसी क गीत गावत रहत होब।
तब दूसर रास्ट्र क लोग कहत रहत रहब, “यहोवा ओकरे बरे महान कार्य किहस ह।”
3 यहोवा हम लोगन बरे एक अद्भुत करम किहे होतेन,
तउ हम पचे बहोत खुस होतेन।
4 हे यहोवा, हमका रेगिस्तान मँ बहत रहे जलधारन क नाईं,
कैद स वापिस लिआवा।
5 जउन कउनो रोवत भए बिआ बोवत ह,
मुला उ कटनी क समइ खुसी क गीत गाउब।
6 जउन कउनो आँसुअन क संग बिआ लइके जात ह,
उ पचे जब फसल लिआवत हीं तउ आनन्दित होत हीं।
सारा मरत ह
23 सारा एक सौ सत्ताईस बरिस जिअत रही। 2 कनान पहटा क किर्यतर्बा (हेब्रोन) सहर मँ मरी। इब्राहीम बहोत दुःखी भवा अउ ओकरे बरे हुआँ रोएस। 3 तब इब्राहीम मरी भइ मेहरारु क तजेस अउ हित्ती लोगन स बात करइ गवा। उ कहेस, 4 “मइँ इ पहटा मँ नाहीं रहत। मइँ हिआँ सिरिफ एक राही अहउँ। ऍह बरे मोरे लगे आपन मेहरारु क गाड़इ क कउनो जगह नाहीं बाटइ। मइँ कछू भुइँया चाहत हउँ जेहमाँ आपन मेहरारु क दफनाइ सकूँ।”
5 हित्ती लोगन इब्राहीम क जवाब दिहेन, 6 “साहेब, आप हम पचन क बीच परमेस्सर क सकतीसाली राजकुमार अहइँ। आप आपन मरे भए क दफनावइ बरे सबन त नीक ठउरे प, जउन हम पचन क पास अहइ, लइ सकत हीं। आप हम पचन क कब्रिसतानन मँ स कउनो भी जगह, जउन आप चाहत हीं, लइ सकत हीं। हम लोगन मँ स कउनो भी आपक आपन मेहरारु दफनावइ स नाही रोकी।”
7 इब्राहीम उठा अउ मनइयन कइँती मूँड़ि निहुराएस। 8 इब्राहीम ओनसे कहेस, “जदि आप लोग सचमुच मोर मरी भइ मेहरारु क दफनावइ मँ मोर मदद करइ चाहत हीं तउ सोहर क पूत एप्रोन स मोरे बरे बात करइँ। 9 मइँ मकपेला क गुफा क बसेहब पसन्द करब। एप्रोन एकर मालिक अहइ। इ ओकरे खेत क सिरहने प बाटइ। मइँ एकरे दाम क मुताबिक ओका पूरी कीमत देब। मइँ चाहत अहउँ कि आप लोग इ बात क साच्छी रहइँ कि मइँ इ भुइँया क कब्रिस्तान क रुप मँ खरीदत अहउँ।”
10 एप्रोन हुअँइ मनइयन बीच बइठा रहा। एप्रोन इब्राहीम क जवाब दिहस, 11 “नाही, साहेब। मइँ आपन सबइ लोगन क समन्वा इ भुइँया तोहका देब। मइँ आपक उ गुफा देब। मइँ इ आप क एँह बरे देब कि आप एहमाँ आपन मेहरारु क दफनाइ सकइँ।”
12 तब इब्राहीम हित्ती मनइयन क समन्वा आपन मूँड़ि निहुराएस। 13 इब्राहीम सबहिं लोगन क समन्वा एप्रोन स कहेस, “मुला मइँ तो खेते क पूरा दाम देइ चाहत अहउँ। मोर धन स्वीकार करइँ। मइँ आपन मरे भए क एहमाँ गाड़ब।”
14 एप्रोन इब्राहीम क जवाब दिहेस, 15 “साहेब, मोरहु सुनइँ। चार सौ चाँदी क सेकेल। हमरे अउ आप क बीच मँ इ धन कछू भी नाही। भुइँया ल्या अउ आपन मरी भइ मेहरारु क गाड़ द्या।”
16 इब्राहीम समझेस कि एप्रोन ओका भुइँया क दाम बतावत अहइ। ऍह बरे हित्ती लोगन क गवाह मानिके, इब्राहीम चाँदी क चार सौ सेकेल एप्रोन बरे तौलेस। इब्राहीम पइसा उ बइपारी क दइ दिहेस जउन इ भुइँया क बेचइ क धन्धा करत रहा।
17-18 इ तरह एप्रोन क खेत क मालिक बदल गएन। इ खेत मम्रे क पूरब मकपेला मँ रहा। इब्राहीम उ खेत क, गुफा क अउर उ खेत क बृच्छन क मालिक होइ गवा। सहर क सबहि लोग एप्रोन अउ इब्राहीम क बीच भए समझौता क लखेन। 19 ऍकरे पाछे उ आपन मेहरारु सारा क कनान देस क मम्रे क निअरे जउन कि हेब्रोन मँ अहइ मकफेला क निअरे उ खेते क गुफा मँ गाड़ेस।
3 1-2 काहेकि हम अउर जियादा इन्तजार नाहीं कइ सकित ह, इही बरे हम एथेन्स मँ अकेलइ रुकि जाइक निस्चय कइ लिन्ह। अउर हम हमार परमेस्सर सेवक बन्धु अउर परमेस्सर क बरे मसीह क सुसमाचार क प्रचार मँ अपने सहकर्मी तीमुथियुस तोहे मजबूत बनवइ अउर बिसवास मँ उत्साहित करइ क तोहरे लगे भेजि दीन्ह। 3 ताकि एन्हन वर्तमान यातनन स केउ घबराइ न उठइ। काहेकि तू तउ जनबई करत ह कि हम त यातना सहइ क बरे ही निस्चित कीहा ग अही। 4 सही मँ हम जब तोहरे लगे रहे, तोहे पहिलेन स ही कहा करत रह्या कि हमपे कस्ट आवइवाला बा, अउर इ ठीक वइसेन ही भवा ह। तू तउ इ जनबइ करत ह। 5 इहीं बरे काहेकि मइँ अउर जियादा इन्तजार नाहीं कइ सकत रहउँ, इही बरे मइँ तोहरे बिसवास क बारे मँ जानइ तीमुथियुस क पठइ दिहेउँ। काहेकि मोका डर रहा कि लुभावइवाला (सइतान) कहूँ तोहे ललचाइ क हमरे कठिन मेहनत क खराब तउ नाहीं कइ दिहे बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.