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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 समूएल 16:1-13

समूएल क बेतलेहेम जाब

16 यहोवा समूएल स कहेस, “तू कब ताई साऊल बरे दुःखी रहब्या? मइँ तोहका बताइ दिहेउँ ह कि साऊल इस्राएल क राजा न होइ तउ भी तू पछतात बाट्या। आपन सींग मँ तेल भरा अउ चल पड़ा। मइँ तोहका यिसै नाउँ क मनई क लगे पठवत हउँ। यिसै बेतलेहेम मँ रहत ह। मइँ ओकरे पूतन मँ स एक क नवा राजा चुनेउँ ह।”

मुला समूएल कहेस, “जदि मइँ जाउँ तउ साऊल इ खबर क सुनी। तबहिं उ मोका मारि डावइ क जतन करी।”

यहोवा कहेस, “बेतलेहेम जा। एक बछवा आपन संग लइ जा। इ कहा, ‘मइँ यहोवा क बलि चढ़ावइ आइ अहउँ।’ यिसै क बलि क टेमॅ बोलाँवा। तब मइँ तोहका बताउब कि तोहका का करब अहइ। तोहका उ मनई क अभिसेक करइ चाही जेका मइँ देखाँउब।”

समूएल उहइ किहेस जउन यहोवा ओका करइ क कहे रहेन। समूएल बेतलेहेम गवा। बेतलेहेम क पुरख डर स काँप गएन। उ पचे समूएल स भेंटेन अउ उ सबइ ओसे पूछेन, “का आप लोग सान्ति स आइ अहेन?”

समूएल जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ सान्ति स आवा हउँ। मइँ यहोवा क बलि-भेंट चढ़ावइ आवा हउँ। आपन क तइयार करा अउ मोरे संग बलि भेंट मँ आवा।” समूएल यिसै अउ ओकरे बेटहनन क तइयार किहेस। तब समूएल ओनका आवइ अउ बलि भेंट मँ हाथ बटावइ बरे बोलावा दिहेस।

जब यिसै अउर ओकर पूत आएन, तउ समूएल एलीआब क लखेस। समूएल सोचेस, “सचमुच इहइ उ मनई बा जेका यहोवा चुनेस ह।”

मुला यहोवा समूएल स कहेस, “एलीआब सुन्नर बा मुला ओकरे बारे मँ जिन विचारा। एलीआब लम्बा बा मुला ओकरे बारे मँ जिन सोचा। परमेस्सर ओन चीजन्क नाहीं निहारत जेका मामूली मनई लखत हीं। लोग मनई क बाहरी रुप क निहारत हीं, मुला यहोवा मनई क हिरदइ क लखत ह। एलीआब नीक मनई नाहीं अहइ।”

तब यिसै आपन दूसर पूत अबीनादाब क बोलाएस। अबीनादाब समूएल क लगे स गुजरा। मुला समूएल कहेस, “नाहीं, इहइ उ मनई नाहीं अहइ कि जेका यहोवा चुने बा।”

तब यिसै सम्मा क समूएल क लगे स गुजरइ क कहेस। मुला समूएल कहेस, “नाहीं, यहोवा इ मनई क भी नाहीं चुने अहइ।”

10 यिसै आपन साताहु पूतन क समूएल क देखाँएस। मुला समूएल यिसै स कहेस, “यहोवा इ मनइयन मँ स कउनो क भी नाहीं चुने अहइ।”

11 तब समूएल यिसै स पूछेस, “का तोहार सबहिं पूत इ सबइ ही बाटेन?”

यिसै जवाब दिहेस, “नाहीं मोर सबन त छोट एक अउर पूत अहइ, मुला उ भेड़िन क रखवारी करत ह।”

समूएल कहेस, “ओका बोलावा। ओका हिआँ लिआवा। हम पचे तब तलक खइया क खाइ बरे नाहीं बइठब जब तलक उ आइ नाहीं जात।”

12 यिसै कउनो क आपन सब ते छोटका बेटवा क लइ आवइ बरे पठएस। उ सुन्नर अउ लाल बार वाला नउजवान रहा। इ बहोत सुन्नर रहा।

यहोवा समूएल स कहेस, “उठा, एका तेल स अभिसेक करा। इ उहइ व्यक्ति अहइ।”

13 समूएल तेल स लबालब भरा सीगं उठाएस अउ उ खास तेल क यिसै क सब ते छोट पूत क मूँड़े प ओकरे भाई लोगन क समन्वा उड़ेरेस। उ दिना क पाछे यहोवा क आतिमा दाऊद प उतरा। समूएल आपन घर, रामा क लउटि गवा।

भजन संहिता 23

दाऊद क एक पद।

यहोवा मोर गड़रिया अहइ।
    जउन कछू भी मोका अपेच्छित होइ, सदा मोरे लगे रही।
हरे भरे चरागाह मँ मोका सुख स उ राखत ह।
    उ मोका सांत झरनन पइ लइ जात ह।
उ आपन नाउँ क निमित्त मोरी आतिमा क नई सक्ती देत ह।
    उ मोर अगुआई करत ह कि उ फुरइ उत्तिम अहइ।
मइँ मउत क अँधिअर घाटी स गुजरत भइ नाहीं डेराब,
    काहेकि यहोवा तू मोरे संग अहा।
    तोहार चरवाहे क लाठी मोका सुख देत हीं।
हे यहोवा, तू मोरे दुस्मनन क समन्वा मोर खइया बरे मेज सजाया ह।
    तू मोरे मूँड़े पइ तेल उड़ेर्या ह।
    मोर कटोरा भरा ह अउ छलकत बाटइ।
निहचय नेकी अउ करुणा मोर बाकी जिन्नगी तलक मोरे संग रही।
    मइँ यहोवा क मन्दिर मँ लम्बी समइ तलक बार-बार जाबिउँ।

इफिसियन 5:8-14

इ मइँ एह बरे कहत हउँ कि एक समइ रहा जब तू अंधकार स भरा रह्या परन्तु अब तू पर्भू क अनुयायी क रूप मँ ज्योति स भरापूरा अहा। इही बारे प्रकासित बेटवन क स आचरण करा। हर प्रकार क उत्तम जीवन, नेकी अउर सत्य मँ ज्योति का प्रतिफल देखाइ पडत ह। 10 सब तरह इ जानइ क जतन करत रहा कि परमेस्सर क का भावत ह। 11 अइसेन काम जउन बुरे बाटेन, अन्धकार मँ लोग करत हीं ओन्हन बेकार क कामन मँ हिस्सा न बटावा बल्कि ओनकर भण्डा-फोड़ करा। 12 काहेकि अइसेन काम जेका उ पचे गुपचुप करत हीं। ओनके बारे मँ कीन्ह गइ चर्चा तक लाज का बात बा। 13 ज्योति जब प्रकासित होत ह तउ सब कछू दृस्मान होइ जात ह कि उ का अहइ। 14 अउर जउन कछू दृस्मान प्रकास क सामने आवत ह, उ खुद ज्योति ही बनि जात ह। इही बरे हमार भजन कहत ह:

“जाग अरे, ओ सोवइवाले
    मउत मँ स जी उठि बइठा,
खुद मसीह प्रकासित होई तोहरे ही सिर बइठी।”

यूहन्ना 9

पैदाइसी आँधर क आँखी देब

जब उ सबेनह जात रहेन तउ उ एक ठु पैदाइसी आँधर मनई क देखेस। इ देखि क ईसू क चेलन ओसे पूछेन, “गुरू, इ मनई आँधर पैदा भवा ह मूला केकरे पाप क कारण उ आँधर भवा ह अपने पाप या अपने महतारी बाप क?”

ईसू जवाब दिहेस, “न तउ इ कउनो पाप करे अहइ अउर न एकर महतारी बाप कउनो पाप करे अहइँ। इ एह बरे आँधर पैदा भवा अहइ जइसे कि ऍका नीक कइके परमेस्सर क ताकत देखाई जा सकइ। ओकर काम जउन मोका भेजे अहइ, दिन रहतइ कइ लेइ चाही, काहेकि जब रात होइ जाइ तउ कउनो काम नाहीं होइ पावत। जब तलक मइँ इ दुनियाँ मँ अहइ तब तलक मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ।”

ऍतना कहिके ईसू जमीन प थूकेस अउर ओसे थोरि क माटी सानेस ओका आँधर मनई क आँखी प मल दिहेस। अउर ओसे कहेस, “जा अउर सीलोह क पोखरा मँ धोइ आवा।” (सीलोह क मतलब अहइ “भेजा भवा।”) अउर फिन उ आँधर जाइके आपन आँखी धोइ आवा। जब उ लौटा तउ ओका देखॅाइ देइ लाग।

फिन ओकर पड़ोसी अउर उ लोग जउऩ ओका भीख माँगत देखत रहेन, कहेन, “का इ उहइ मनई अहइ जउऩ बइठे-बइठे भीख माँगत रहा?”

कछू लोग कहेन, “इ उहइ अहइ।” दूसर लोग कहेन, “नाहीं, इ उ मनई न अहइ, उहइ क तरह देखॅात अहइ।” इ सुनिके आँधर मनई कहेस, “मइँ उहइ अहउँ।”

10 इ देखिके उ सबेन्ह ओसे पूछेस, “तोहका आँखी क प्रकास कइसन मिली?”

11 उ जवाब दिहेस, “ईसू नाउँ क एक मनई माटी सानके मोरी आँखी प मलेस अउ मोसे कहेस, जा अउर सीलोह मँ धोइ आवा अउर मइँ जाइके धोइ आएउँ। मोका उहइ वजह स आँखन क प्रकास मिल गवा।”

12 फिन उ सबेन्ह ओसे पूछेन, “उ कहाँ अहइ?”

उ जवाब दिहेस, “मोका पता नाहीं अहइ।”

आँखी क दान क बावत फरीसियन मँ आपसी झगड़ा

13 उ मनई जउन पहिले आँधर रहा, उ सबेन्ह ओका फरीसियन क पास लइ गएन। 14 जउने दिन ईसू, माटी सानके अँधरे क आँखी क प्रकास दिहे रहा। उ सबित क दिन रहा। 15 ऍह तरह फरीसियन ओसे एक बार फिन पूछइ लागेन, “उ अपने आँखिन क प्रकास कइसे पाएस?”

उ बताएस, “उ मोरी आँखी प गीली माटी लेपेस अउर मोसे कहेस, जा धोइ ल्या, मइँ धोइ लीन्ह अउर अब देख सकित हउँ।”

16 कछू फरीसी कहइ लागेन, “इ मनई परमेस्सर क तरफ स न अहइ, एह बरे कि इ सबित क पालन नाहीं करत।”

एक क सुनिके दूसर मनई बोलेन, “कउनो पापी मनई भला ऍतना अदूभुत कारजन कइसे कइ सकत ह?” इ तरह स ओनके बीच मँ आपस मँ मतभेत होइ लाग।

17 फिन यहूदी नेतन उ आँधर मनई स बोलेन, “ओकरे बाबत तू का कहत अहा? एह बरे कि तू जानत अहा कि उ तोका आँखी दिहे अहइ।”

तब उ कहेस, “उ नबी अहइ।”

18 यहूदी नेतन ओह समइ तक ओकरे ऊपर बिसवास नाहीं करत रहेन, कि उ मनई आँधर रहा अउर ओकरे आँखिन का प्रकास मिल गवा। जब तक ओकरे महतारी बाप क बोलाइके 19 उ पचे इ नाहीं पूछ लिहेन कि, “का इ तोहार बेटवा अहइ जेकरे बारे मँ तू कहत अहा कि वह आँधर रहा। फिन इ कइसे होइ सकत ह कि अब उ देख सकत ह?”

20 इ सुनिके ओकर महतारी बाप जवाब देत कहेन, “हम जानित ह कि हमार बेटवा अहइ अउर हमार बेटवा पैदाइसी आँधर रहा। 21 मुला हम इ नाहीं जानित कि अब उ कइसे देख सकत ह अउर न तउ हम इ जानित थी कि एका आँखिन मँ प्रकास के दिहेस। अब इहइ स पूछा, इ काफी बड़ा होइ गवा अहइ। अपने बावत इ खुदइ बताय सकत ह।” 22 ओकर महतारी बाप इ बात इ बरे कहे रहेन कि उ यहूदी नेतन स डेरात रहेन। काहेकि उ पहिले स निस्चय कइ चुका रहेन कि जउन मनई ईसू क मसीह मानी तउ ओका आराधनालय स निकार दीन्ह जाई। 23 इ बरे ओकर महतारी बाप कहेन, “उ काफी बड़ा होइ गवा उहइ स पूछा।”

24 यहूदी नेतन उ मनई क जउऩ आँधऱ रहा दूसरी बार बोलाएन, अउर कहेन, “सही सही बोल, अउर जउन तू नीक होइ ग अहा ओकर महिमा परमेस्सर क द्या। हमका पता अहइ कि इ मनई पापी अहइ।”

25 इ सुनिके उ जवाब दिहेस, “मइँ इ नाहीं जानित कि उ पापी अहइ कि नाहीं, मइँ तउ इहइ जानित ह कि मइँ आँधर रहेउँ अउर अब मइँ देख सकित ह।”

26 इ सुनिके उ सबइ ओसे पूछेन, “उ तोहका का किहेस? उ तोहका कइसे आँखी दिहेस?”

27 उ मनई ओन सबेन्ह क जवाब दिहेस, “मइँ तउ तोहका बताय चुका अहउँ मुला तू मोर बात सुनतइ नाहीं अहा। तू फिन स काहे उहइ बात सुना चाहत अहा? का तू ओकर चेलन बना चाहत अहा?”

28 इहइ बात प उ पचे ओकर बेइज्जती करेन अउर कहेन, “तू ओकर चेला अहा अउर हम सबेन्ह मूसा क चेलन अही। 29 हम सब जानित ही कि परमेस्सर मूसा स बतियात रहा, मुला हम सबेन्ह इ नाहीं जानित कि इ मनई कहाँ स आइ बाटइ?”

30 एकर जवाब देत उ मनई ओनसे कहेस, “बड़ी अचरज की बात अहइ कि तू सबेन्ह इ नाहीं जानत अहा कि उ कहाँ स आइ बाटइ? मुला मोका आँखिन क प्रकास उहइ दिहेस। 31 हम पचे जानित ह कि परमेस्सर पापियन क नाहीं सुनत, उ तउ ओनकइ सुनत ह जउऩ समर्पित अहइँ अउर उहइ परमेस्सर क जउन इच्छा रहत ह, उहइ करत ह। 32 आज तलक इ कबहूँ सुना नाहीं ग रहा कि कउनो आँधरे मनई क कहूँ आँखी क प्रकास दिहे रहा। होइ। 33 जब मनई परमेस्सर क तरफ स नाहीं आइ अहइ तउ उ इ सब कछू नाहीं कइ सकत।”

34 ऍकरे जवाब मँ उ सबइ कहेन, “तू हमेसा स पापी रह्या, जब स तोहार जनम भवा। अउर आज तू हम सबका सिखावइ चला अहा?” इ कहिके यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहेर निकार दिहेन।

आतिमा का आँधर होब

35 ईसू इ सुनेस कि यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहर निकार दिहेन तउ ओसे मिलके उ कहेस, “का तू मनई क पूत मँ बिसवास करत ह?”

36 एकरे जवाब मँ उ मनई बोला, “हे प्रर्भू, इ बतावा कि मनई क पूत कउन अहइ? इ बरे कि मइँ ओकरे मँ बिसवास करइ लागाऊँ!”

37 ईसू ओहसे कहेस, “तू ओका लखि चुका अह अउर उ उहइ मनई अहइ जेहसे तू इ समइ बात करत अहा।” 38 फिन उ कहेस, “पर्भू, मइँ बिसवास करित हउँ!” अउर उ फिन ओकरे सामने ओनके गोड़वा पइ गिर गवा। 39 ईसू कहेस, “मइँ इ दुनिया मँ निआव करइ क बरे आइ अहउँ, जइसे कि जउन देखि नाहीं सकत अहइँ, उ देखइ लागइँ अउर जउन देखत अहइँ, उ सबइ आँधर होइ जाइँ।”

40 कछू फरीसी जउन ईसू क साथे रहेन, इ सुनिके ईसू स कहेन, “हम सब जरूर आँधर नाहीं अही। का हम पचे आँधर अही?”

41 ईसू ओनसे कहेस, “जदि तू आँधर होत्या तउ तू पापी न होत्या मुला जइसे तू सबेन्ह कहत अहा कि देख सकत अहा, इ बरे तू सबेन्ह जरूर पापी अहा।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.