Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 आवा हम यहोवा क गुण गाई।
आवा हम पचे उ चट्टान क जय जयकार करी जउन हमार रच्छा करत ह।
2 आवा हम यहोवा क धन्यवाद बरे गीत गाई।
आवा हम ओकर बड़कई क गीत आनन्द क संग गाई।
3 काहेकि यहोवा महान परमेस्सर अहइ।
उ महान राजा सबहिं दूसर “देवतन” पइ सासन करत ह।
4 गहिर सबइ गुफा अउ ऊँच पहाड़ यहोवा क अहइँ।
5 सागर ओकर बा, उ ओका बनाएस ह।
परमेस्सर खुद आपन हाथन स झुरान धरती क बनाएस ह।
6 आवा, हम ओका पइलगी करी अउर ओकर उपासना करी।
आवा हम परमेस्सर क गुण गाई जउन हमका बनाएस ह।
7 उ हमार परमेस्सर
अउर हम पचन ओकर बगल मँ भेड़ अही।
कम स कम जदि तू आजु ओकर आवाज़ क पालन करब्या।
8 यहोवा कहत ह, “तू मोका सुनई स वइसा इनकार जिन करा जइसा मरीबा मँ तोहार पुरखन किहे रहेन,
अउ वइसा जिन करा जइसा उ पचे मस्सा मँ रहइ क दिन मँ किहे रहेन।
9 तोहार पुरखन मोका परखे रहेन।
उ पचे मोका परखेन, पर तब उ पचे लखेन कि मइँ का कइ सकत हउँ।
10 मइँ ओन लोगन क चालीस बरिस तलक सहन किहे रहेउँ।
मइँ इ अच्छी तरह जानत रहेउँ कि उ पीढ़ी इमान्दार नाहीं अहइ।
ओन लोगन मोर सिच्छा क नाही सीखेन।
11 तउ मइँ कोहाइ गएउँ अउर मइँ प्रण किहेउँ कि
उ पचे मोर भुइँया मँ आइववाले समई मँ प्रवेस नाहीं कइ पइहीं।”
27 सनीचरे क कछू मिला तनिक खइया बटोरइ बरे गएन, मुला उ पचे हुवाँ रचिकउ खइया क नाहीं पाइ सकेन। 28 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “तोहार लोग मोर आदेसन अउर उपदेसन क मानइ स कबहुँ तलक इनकार करत रहब। 29 लखा यहोवा सबत क दिन तोहरे अराम खातिर बनएस ह। ऍह बरे सुकुरवार क यहोवा दुइ दिना बरे ढेर क खइया के तोहका देइहीं। ऍह बरे सबत क दिना क हर कउनो क अराम करइ चाही। तू आपन जगह प रूकि रहा कउनो जगह बाहर नाहीं जा।” 30 ऍह बरे लोग सबत क दिन अराम किहेन।
31 इस्राएली लोग इ खास खइया क “मन्ना” कहब सुरू दिहेन। मन्ना नान्हक उज्जर धनिया क बिआ क नाई रहा अउ एकर स्वाद सहद स बनवा पपड़े क तरह रहा। 32 तबहिं मूसा कहेस, “यहोवा हुकुम दिहेस ह: ‘इ खइया क एक ओमेर अपने सन्तानन बरे बचावा। तब्बइ उ पचे खइया क लखि सकिहीं जेका मइँ तू पचन क रेगिस्ताने मँ तबहिं दिहे रहेउँ जबहिं मइँ तू पचन क मिस्र स निकारे रहेउँ।’”
33 ऍह बरे मूसा हारून स कहेस, “एक घँड़ा लइ आवा अउ एका एक ओमेर मन्ना स भरि द्या। अउ इ मन्ना क भरि के यहोवा क अगवा धइ द्या अउ आपन सन्तानन बरे बचावा।” 34 (यहोवा क हुकुम क अनुसार हारून मन्ना क काँड़ा क सुरच्छा बरे करार क समन्वा धरेस।) 35 इस्राएल क लोगन चालीस बरिस तलक मन्ना खाएन। उ पचे मन्ना तब तलक मन्ना खात रहेन जब तलक उ पचे उ भुइँया मँ नाहीं आइ गएन जहाँ ओनका बसइ क रहा। उ पचे ओका तब तलक खात रहेन जब ताईं उ पचे कनान देस क चौहद्दी तक नाहीं पहुँचेन।
ईसू अउर सामरी स्त्री
4 अउर जब ईसू क पता चला कि फरीसियन इ सुने अहइँ कि ईसू यूहन्ना स जियादा लोगन क बपतिस्मा देत अहइ अउर ओनका आपन चेलन बनावत अहइ। 2 (वइसे ईसू खुदइ बपतिस्मा नाहीं देत रहा। बल्कि ओकर चेलन इ कारज करत रहेन्ह।) 3 उ यहूदिया छोड़िके एक बार फिन गलील लौट ग रहा। 4 इ दाईं ओका सामरिया होइके जाइका पड़ा।
5 एह बरे उ सामरिया क एक नगर सूखार मँ आवा। इ नगर उहइ भुइँया क पास रहा। जउने क याकूब अपने बेटवा यूसुफ क दिहे रहा 6 हुवाँ याकूब क कुआँ रहा। ईसू इ जात्रा मँ एकदम थक ग रहा, एह बरे उ कुआँ क पास बइठ गवा। उ समइ करीब करीब दुपहरिया रही।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.