Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 यहोवा क बड़कई करा।
अइसा मनई जउन यहोवा स डेरात ह अउर ओकर आदर करत ह उ बहोत सफल होइ।
परमेस्सर क आदेस अइसे लोग क भावत हीं।
2 धरती पइ अइसे मनई क संतानन मज़बूत होइहीं।
अच्छे मनई क संतानन आसीर्बाद पाइहीं।
3 अइसे मनई क परिवार बहोत धनवान होइ।
ओकर नीक करम सदा सदा बनी रही।
4 सच्चे लोगन बरे परमेस्सर अइसा होत ह जइसे अँधियारा मँ चमकत प्रकास होइ।
उ सच्चा अहइ, अउर करुणा स भरा बाटइ अउर दाया स भरा बा।
5 इ मनई बरे नीक बाटइ कि उ दयालु अउर उदार होइ।
मनई क इ उत्तिम अहइ कि उ आपन वादा मँ खरा रहइ।
6 अइसा मनई क पतन कबहुँ नाहीं होइ।
एक सच्चा मनई क सदा याद कीन्ह जाइ।
7 सज्जन व्यक्ति बुरी खबरन स नाहीं डेरात।
अइसा मनई यहोवा क भरोसे अहइ अउर आस्वस्त रहत ह।
8 अइसा मनई आस्वस्त रहत ह उ ससान नाहीं रहत।
उ आपन दुस्मनन क हराइ देइ।
9 अइसा मनई दीन जनन क मुक्त दान देत ह।
ओकर नीक करम जेका उ दीन लोगन बरे दिखावत ह उ सदा सदा बना रइहीं।
उ बहोत सम्मानित कीन्ह जाइ।
10 कुटिल लोग ओका लखिहीं अउर कुपित होइहीं।
उ पचे किरोध मँ आपन दाँतन क पिसिहीं अउर फुन लुप्त होइ जइहीं।
दुट्ठ लोग ओका कबहुँ नाहीं पइहीं जेका उ सब स जियादा पावइ चाहत हीं।
13 मोर सुआमी कहत ह, “इ सबइ लोग कहत हीं कि उ पचे मोहसे पिरेम करत हीं। आपन मुँहे क सब्दन स उ पचे मोरे बरे आदर परगट करत हीं। मुला ओनकर मन मोहसे दूर अहइँ। उ आदर जेका उ पचे मोरे बरे देखॉवत हीं, बस कोरे मानव नेम अहइँ जउन उ पचे रट डाए अहइँ। 14 तउ मइँ एन लोगन क सक्ति स पूर अउर अचरज भरी बातन करत भए आस्चर्य चकित करत रहब। ओनकर बुद्धिमान मनई समझइ मँ असमर्थ होइ जइहीं।”
15 धिक्कार अहइ ओन लोगन क जउन यहोवा स बातन छिपावइ क जतन करिहीं। उ पचे सोचत हीं कि यहोवा तउ समझी ही नाहीं। उ सबइ लोग आँधियारा मँ काम करत हीं। उ सबइ लोग आपन मन मँ कहा करत हीं, “हम पचन्क कउनो लख सकत नाहीं। हम पचे कौन अही, एका कउनो मनई नाहीं जानी।”
16 तू पचे भ्रम मँ पड़ा अहा। तू पचे सोचा करत अहा, कि माटी कोहार क बराबर अहइ। तू पचे सोचा करत अहा कि कृति आपन कर्त्ता स कह सकत ह, “तू मोर रचना नाहीं किहा ह।” इ वइसा ही अहइ, जइसे गगरी क आपन बनावइवाले कोहार स इ कहब, “तू समझत्या नाहीं तू का करत अहा।”
परमेस्सर क व्यवस्था मनई क नियम ते बड़ा अहइ
(मत्ती 15:1-20)
7 तबहिं कछू फरीसियन अउर कछू धरमसास्तिरियन जउन यरूसलेम स आएन ओनके चारिहुँ कइँती एकट्ठा भएन। 2 अउर उ सबइ ओनके कछू चेलन बिना साफ किए हथवा स खात देखेन। (बिना साफ किया स मतलब इ अहइ कि उ पचन फरीसियन क बताए भए तरीके स हथवा नाहीं धोवत रहेन।) 3 फरीसियन अउर दूसर यहूदियत खाइका नाहीं खातेन जब तलक उ सबइ आपन हथवा क पूर्वजन क रीति स न धोइ लेइँ। 4 इहइ तरह उ सब बजारे स खाइ क बरे लावा भवा कउनो चीज तब तक नाहीं खातेन, जब तलक ओहका खास तरीके स न धोइ लेइँ। इहइ तरह अउ बहोत स रितियन अहइँ, जेका उ सबइ करत आवत हइँ जइसे खोरा, गगरी, ताँवा क बासन अउर गद्देदार कुर्सी क धोउब।
5 एह बरे फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन ओसे पूछेन, “काहे तोहार चेलन पूर्वजन क रीतिन्क करतेन नाहीं, मुला आपन मइले हाथन स खइया क खात हीं?”
6 ईसू ओनसे कहेस, “यसायाह तू जइसे कपटिन क बारे मँ पहिले भविस्सबाणी कइ दिहस, जइसा कि लिखा बाटइ:
‘इ मनइयन ओंठवा स मोर इज्जत करत हीं
मुला ओनके मनवा ओसे दूर अहइँ।
7 मोका एनकर उपासना अर्पित अहइ बिना काम क अउर इ सबइ बेकार उपासना करत हीं।
काहेकि इ सबइ लोग मनई क बनए सिद्धान्त अउर नेम काहे कइके सिखावत हीं।’ (A)
8 तू पचे परमेस्सर क आदेस न उठाइ क एक कइँती धइ दिहा अउर मनई क रीतिन्क परिपाटी क सहारा लइके चलावत अहा।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.