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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 15

दाऊद क एक गीत।

हे यहोवा, तोहरे तम्बू मँ कउन समइ बिताई सकत ह?
    कउन व्यक्ति तोहरे पवित्तर पर्वते पइ रहि सकत ह?
सिरिफ उहइ मनई जउन खरी जिन्नगी जिअत ह, अउर जउन उत्तिम करमन क करत ह,
    अउर जउन हिरदइ स फुरइ बोलत ह।
    उहइ तोहरे पर्वते पइ रह सकत ह।
अइसा मनई अउरन क बारे मँ कबहुँ बुरा नाहीं बोलत ह।
    उ आपन घराने क बुराई नाहीं करत ह।
उ ओन मनइयन क इज्जत नाहीं करत जउन परमेस्सर स घिना राखत हीं।
    अउर उ ओन सबहिं क सम्मान करत ह, जउन यहोवा क सेवक अहइँ।
अइसा मनई अगर कउनो वचन देत ह तउ उ उ वचन क पूरा भी करत ह,
    जउन उ दिहे रहा।
उ मनई अगर कउनो क धन उधार देत ह
    तउ ओह पइ ब्याज नाहीं लेत।
उ मनई कउनो निरपराध मनई क
    नस्कान पहोंचावइ बरे घूस नाहीं लेत।

अगर कउनो मनई उ खरा मनई क तरह जिन्नगी जिअत ह तउ उ मनई कबहुँ भी ठोकर नाहीं खाइहीं।

व्यवस्था विवरण 16:18-20

लोगन बरे निआवधीस अउ अफसर

18 “यहोवा तोहार परमेस्सर जउन सहरन क तू पचन्क दइ देत अहइ ओनमाँ स हर एक सहर मँ तू पचन्क आपन परिवार समूह बरे निआव क निआवाधीस अउ अफसर बनवइ चाही। इ निआव क निआवाधीसन अउर अफसरन क जनता क संग सही अउ ठीक निआव करइ चाही। 19 तू पचन्क ठीक निआव क बदलइ नाहीं चाही। तू पचन्क पच्छपाती नाहीं हाइँ चाही। तू पचन्क कउनो क सम्बन्ध मँ आपन इरादा क बदल देइ बरे धन नाहीं लेइ चाही। धन बुद्धिमान मनइयन क आँधर करत ह। इ सच्चा मनई क सब्दन क बदल देतह। 20 तू पचन्क हर समइ बिना पच्छ लिए अउ निआवा स ठीक होइ क पूरी कोसिस करइ चाही। तब तू पचे जिअत रहब्या अउर तू पचे उ देस क पउब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ अउर तू पचे ओहमाँ रहब्या।

1 पतरस 3:8-12

सत् कर्मन क खातिर दुःख झेलब

आखिर मँ तू पचन क सान्ति स रहइ चाही। एक दूसर क समझइ क कोसिस करा। एक दूसर स भाइयन क तरह पिरेम करा। दयालु अउर नरम बना। एक बुराई क बदला दूसर बुराई स न द्या कि गाली क बदले गाली द्या। एकरे विपरीत आसीस द्या। काहेकि परमेस्सर तोह पचन क आसीर्बाद देइ बरे बोलाएस ह। इहइ स तू पचन्क परमेस्सर क आसीर्बाद क उत्तराधिकार मिली। 10 पवित्तर सास्तर कहत ह:

“जउन जीवन आनन्द उठाइ चाही
    जउन समइ की सद्गति क देखइ चाही
ओका कि कबहूँ बुरा न बोलइ
    उ अपने ओठन क छल वाणी स रोकइ
11 बुराई स अपने क अलग रखइ, उ करइ सदा उ नेक करमन क जउन
    अहइ नीक चाही ओका कर जतन सान्ति पावइ चाही ओका अनुसरण करइ सान्ति क
12 पर्भू की आँखियन अहइँ टिकी ओनहियन प जो नीक अहइँ लागे
    कान पर्भू क ओनकी पराथना प पइ जउन करत
अहइँ बुरा करम मुँहना सदा फेरत अहइ पर्भू ओनसे।” (A)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.