Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
2 आमोस क पूत यसायाह यहूदा अउर यरूसलेम क बारे मँ इ संदेस लखेस।
2 आखिरी दिना मँ यहोवा क मन्दिर उ पर्वते पई बनावइ जाइ
जउन आपन अगल-बगल क सबहिं पर्वतन मँ
सबसे ऊँचा होइ।
सबइ रास्ट्रन क लोगन हुवाँ
बाढ़ क नाईं आइ।
3 अनेक लोग इ कही सरू करि,
“आवा, हमका यहोवा क पर्वते पइ,
याकूब क परमेस्सर क मंदिर मँ जाइ चाही।
उ हमका आपन जिन्नगी विधि क सिच्छा देइ
अउर हम ओकर अनुसरण करब।”
सिय्योन पर्वत पइ यरूसलेम मँ स परमेस्सर क उपदेसन क संदेस सुरू करी
अउर हुवाँ स उ समूचइ संसार मँ चलि जाइ।
4 तब परमेस्सर सबहिं देसन क निआवी होइ।
परमेस्सर बहोत स लोगन क विवादन निपटारा करी
अउर उ सबइ लोग लड़ाई बरे अपने हथियारन क प्रयोग करब बंद कइ देइहीं।
आपन तरवारन स उ पचे हरे क फार बनइहीं
अउर उ पचे आपन भालन क पौधन क काटइ क दँराती क रूपे मँ काम मँ लइहीं।
लोग दूसर लोगन क खिलाफ लड़ब बंद कइ देइहीं।
लोग जुद्ध बरे कबहुँ प्रसिच्छित नाहीं होइहीं।
5 हे याकूब क परिवार, तू पचे यहोवा क अनुसरण करा।
दाऊद क एक ठु आरोहण गीत।
1 जब लोग मोसे कहेन,
“आवा, यहोवा क मन्दिर मँ चली तब मइँ बहोत खुस भएउँ।”
2 हिआँ हम यरूसलेम क दुआरन पइ खड़ा अही।
3 यरूसलेम नगर एक ठु
संगठित नगर नाईं बनि गवा ह।
4 उ उ जगहिया बा जहाँ उ परिवार समूह जात रहेन, जउन यहोवा क परिवार समूह अहइ,
काहेकि इ इस्राएल क लोग दुआरा यहोवा क धन्यवाद देइ क नेम अहइ।
5 इ उहइ जगहिया बा जहाँ दाऊद क परिवार क राजा लोगन आपन सिंहासन कायम किहेन।
उ पचे आपन सिंहासन लोगन क निआउ करइ बरे कायम किहन।
6 तू यरूसलेम मँ सान्ति हेतु बिनती करा।
“अइसे लोग जउन तोहसे पिरेम राखत हीं हुआँ रच्छा मँ रहा।
7 तोहरे परकोटन क भितरे सान्ति फइल जाइ,
तोहरे बिसाल भवनन मँ सुरच्छा बनी रहइ।”
8 मइँ पराथना करत हउँ आपन भाइयन अउ साथियन बरे
कि हुवाँ सान्ति क बास होइ।
9 यहोवा हमरे परमेस्सर क मन्दिर क भले बरे,
मइँ पराथना करत हउँ कि इ नगर मँ भली बातन घटित होइँ।
11 इ सब कछू त एह बरे करा कि जइसेन समइ मँ तू रहत ह, ओका जानत अहा। तू जानत अहा कि तोहरे बरे संकट का समइ अहइ अपने नींद स जगावइ क समइ आइ पहुँचा बा, उ समय क तुलना मँ जब हम पहले बिसवास धारण किहे रहेन तउ हमार उद्धार अब ओसे जियादा लगे बा। 12 “रात” लगभग पूरी होइ चुकी बा, “दिन” लगे ही बा, इही बरे आवा हम ओन्हन करमन स छुटकारा पाइ लेइ जउन अन्धकार क अहइँ। आवा हम प्रकास क अस्त्रन क धारण करी। 13 आवा हम वइसेन ही अच्छे रीति स रही जइसेन दिन क समइ दिन रहत ह। बहुत जियादा बेमार क दावत मँ न जात भए खाइ पीइके बुत्त न होइ जा। लुच्चापना दुराचार व्यभिचार मँ न पड़ा। न झगड़ा अउर न ही डाह रखा। 14 बल्कि पर्भू ईसू मसीह क धारण करा। अउर आपन भौतिक मनई सुभाउ क सबइ इच्छा क पूरा करइ मँ ही न लगा रहा।
सिरिफ परमेस्सर जानत ह कि उ समइ कब आई
(मरकुस 13:32-37; लूका 17:26-30,34-36)
36 “उ दिना या घड़ी क बारे मँ कउनो कछू न जानत! न सरगे क दूतन अउर न खुद पूत। सिरिफ परमपिता जानत ह।
37 “जइसे नूह क दिना मँ भवा, वइसे ही मनई क पूत क अवाई भी होई। 38 वइसे ही जइसे मनई जल बाढ आवइ स पहिले क दिनन ताईं खात पिअत रहेन, बियाह सादी करावत रहेन जब तलक नूह नाउ प नाहीं चढ़ गवा। 39 ओनका तब ताईं कछू पता नाहीं लगि सका जब ताईं प्रलय नाहीं आइ गइ अउर ओन सबन क बहाइके नाहीं लइ गइ।
“मनई क पूत क अवाई भी अइसे ही होई। 40 उ समइ खेते मँ काम करत दुइ मनइयन मँ स एक क लइ लीन्ह जाई अउर एक क हुवँइ छोड़ि दीन्ह जाई। 41 चकरी पीसत दुइ स्त्रियन मँ एक क धइ लीन्ह जाई अउ एक हुवँइ पाछे छोड़ि दीन्ह जाई।
42 “तउ तू लोग होसियार रहा काहेकि तू नाहीं जनत्या कि तोहार स्वामी कब आई। 43 याद राखा अगर घरे क स्वामी जानत होत कि राति क कउनो घड़ी मँ चोर आइ जाई तउ उ जागत रहत अउर चोरे क आपन घरवा मँ सेंध नाही लगावइ देत। 44 एह बरे तू भी तइयार रहा काहेकि जब तू पचे सोच भी नाहीं रहब होब्या, मनई क पूत आइ जाई।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.