Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 समूचइ रास्ट्रन यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
हे लोगो, यहोवा क गुण गावा।
2 काहेकि उ हम पइ बहोत पिरेम दिखावत ह।
ओकर बिस्सास सदा-सदा बरे रही।
यहोवा क बड़कई करा।
आसा क प्रतिग्यन
30 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जउन यिर्मयाह क मिलइ। 2 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा इ कहेस, “यिर्मयाह, मइँ जउन सँदेसा दिहेउँ ह, ओनका एक ठु किताबे मँ लिख ड़ावा। इ किताबे क अपने बरे लिखा।” 3 इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “इ करा, काहेकि उ सबइ दिन अइहीं जब मइँ आपन लोगन इस्राएल अउर यहूदा क देस निकारइ स वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ ओन लोगन क उ देस मँ वापस लि आउब जेका मइँ ओनके पुरखन क दिहे रहेउँ। तब मोर लोग उ देस क फुन अपना बनइहीं।”
4 यहोवा इ सँदेसा इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क बारे मँ दिहस
5 यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ:
“हम भय स रोवत लोगन क रोउब सुनित ह।
लोग डेरान अहइँ। कहूँ सान्ति नाहीं।
6 “इ सवाल पूछा एह पइ विचार करा:
का कउनो पुरूख बच्चा क जन्म दइ सकत ह निहचय ही नाहीं।
तब मइँ हर एक सक्तिसाली मनई क पेट धरे काहे लखत हउँ
माना उ पचे पइदा करइवाली मेहरारू क पीरा सहत होइँ?
काहे हर एक मनई क मुँह ल्हास सा सफेद होत अहइ?
काहेकि लोग बहोत भयभीत अहइँ?
7 “इ याकूब बरे बहोत महत्वपूर्ण समइ अहइ।
इ बड़की बिपत्ति क समइ अहइ।
इ तरह क समइ फुन कबहुँ नाहीं आइ।
किन्तु याकुब बच पाइ।”
8 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “उ समइ, मइँ इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क गटइ स जुआ क तोड़ डाउब अउर तोहका जकड़इवाली रस्सियन क मइँ तोड़ देब। विदेसन क लोग मोरे लोगन क फुन कबहुँ दास होइ बरे बिवस नाहीं करिहीं। 9 इस्राएल अउर यहूदा क लोग दूसर देसन क भी सेवा नाहीं करिहीं। नाहीं, उ पचे तउ आपन परमेस्सर यहोवा क सेवा करिहीं अउर उ पचे आपन राजा दाऊद क सेवा करिहीं। मइँ उ राजा क ओनके लगे पठउब।
10 “एह बरे मोर सेवक याकूब डेराअ नाहीं।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“इस्राएल, डेराअ नाहीं।
मइँ उ बहोत दूर क ठउरे स तोहका बचाउब।
तू उ बहोत दूर क देस मँ बन्दी अहा,
किन्तु मइँ तोहरी सन्तानन क उ देस स बचाउब।
याकूब फुन सान्ति पाइ।
याकूब क लोग तंग नाहीं करिहीं।
मोरे लोगन क भयभीत करइवाला कउनो दुस्मन नाहीं होइ।
11 इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, मइँ तोहरे संग हउँ।”
यहोवा कहत ह,
“अउर मइँ तोहका बचाउब।
मइँ तोहका ओन रास्ट्रन मँ पठएउँ।
किन्तु मइँ ओन सबहिं रास्ट्रन क पूरी तरह नस्ट करब।
किन्तु मइँ तोहका नस्ट नाहीं करब।
किन्तु मइँ तोहका निआवपूर्ण अनुसासित करब
ओन बुरे कामन क सजा जरूर मिली जेनका तू किहा।”
12 यहोवा कहत ह,
“इस्राएल अउर यहूदा क तू लोगन क एक घाव अहइ जउन नीक नाहीं कीन्ह जाइ सकत।
तोहका एक चोट अहइ जउन नीक नाहीं होइ सकत।
13 तोहरे घावत क ठीक करइवाला कउनो मनई नाहीं अहइ।
एह बरे तू तन्दुरूस्त नाहीं होइ सकत्या।
14 तू अनेक रास्ट्रन क मीत बना अहा,
किन्तु उ पचे रास्ट्र तोहार परवाह नाहीं करतेन।
तोहार ‘मीत’ तोहका बिसरि गवा अहइँ।
मइँ तोहका दुस्मन जइसी चोट पहोंचाएउँ।
मइँ तोहका कठोर सजा दिहेउँ।
मइँ इ तोहरे बड़के अपराध बरे किहेउँ।
15 इस्राएल अउर यहूदा तू आपन घाव क बरे मँ काहे चिल्लात अहा?
तोहार घाव कस्ट देइवाला अहइ अउर एकर कउनो उपचार नाहीं अहइ।
मइँ, यहोवा तोहार बड़के अपराधन क कारण तोहका इ सबइ किहेउँ।
मइँ इ सबइ कछू तोहार अनेक पापन क कारण किहेउँ।
16 ओन रास्ट्र तोहका नस्ट किहन।
किन्तु अब उ सबइ नस्ट कीन्ह जइहीं।
इस्राएल अउर यहूदा तोहार सत्रु बन्दी होइहीं।
ओन लोग तोहार चिजियन चोराएन।
किन्तु दूसर लोग ओनकर चिजियन चुराइहीं।
ओन लोग तोहार चिजियन जुद्ध मँ लिहेन।
किन्तु दूसर लोग ओनसे चिजियन जुद्ध मँ लेइहीं।
17 मइँ तोहरी तन्दुरूस्ती क लउटाउब अउर मइँ तोहरे घावन क भरब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“काहेकि दूसर लोग कहेन कि तू जाति-बहिस्कृत अहा।
ओन लोग कहेन, ‘कउनो भी सिय्योन क परवाह नाहीं करत।’”
5 एकरे ऊपर जउन सिंहासन प बइठा रहा, उ बोला, “देखा मइँ सब कछू नवा कइ देत अहउँ।” उ फिन कहेस, “एका लिख ल्या काहे बरे कि इ वचन विसवास लायक अहइ अउर इ सच्चा अहइ।”
6 फिन उ मोसे बोला, “सब कछू पूरा होइ चुका अहइ। मइँ अलफा अहउँ अउर मइँ ओमेगा अहउँ। मइँ आदि अहउँ अउर मइँ अन्त अहउँ। जउन मनई जे पिआसा अहइ, मइँ ओका जीवन-जल क झरना स सेंत-मेत मँ खुले मन स जल पिआउब। 7 जउन विजयी होई, उ सब चीज क मालिक बनी। मइँ ओकर परमेस्सर होब अउर मोरे पूत होई, 8 मुला कायरन, अबिसवासियन, मूरखन, हत्यारन, व्यभिचारिय, जाद-टोना करइवालेन, मूरति क पूजा करइवालेन अउर झूठ बोलइवालन क भभकत गंधक क जलत झील मँ आपन हिस्सा बँटावइ क होई। इ दूसरी मउत बाटइ।”
9 फिन उ सात सरगदूतन मँ स एक, जेनके लगे सात आखिरी विनास क कटोरा रहेन्न, एक ठु आगे आवा अउर मोसे बोला, “हिआँ आवा! मइँ तोहका उ दुलहिन देखाइ देइ जउन मेमना क दुलहिन अहइ।” 10 अबहीं मइँ आतिमा क आवेस मँ रहे कि उ मोका एक बिसाल अउर ऊँचे पर्वत प लइ गवा। फिन उ मोका यरुसलेम क पवित्तर नगरी क दर्सन कराएस। उ परमेस्सर क तरफ स आकास स नीचे उतरत रहीं।
11 उ परमेस्सर क महिमा स चमकत रही। उ बिल्कुल निर्मल यसब नामक महामूल्यावान रत्नन तरह चमकत रही। 12 नगरी क चारिहुँ कइँती एक बड़ा क ऊँचा परकोटा रहा जेहमाँ बाहर दरवाजा रहेन। उ बारहउँ दरवाजन प बारह सरगदूत रहेन। अउर बारहउँ दरवाजा प इस्राएल क बारह कुलन क नाउँ छपा रहेन। 13 एहमाँ स तीन दरवाजन पूरब क तरफ रहेन, तीन दरवाजन उत्तर कइँती तीन दरावाजन दच्छिन कइँती अउर तीन दरवाजन पच्छिम कइँती रहेन। 14 नगर क परकोटा बारह नीव प बनावा ग रहा अउर ओनके ऊपर मेमना क बारह प्रेरितन क नाउँ छपा रहेन।
15 जउन सरगदूत मोसे बतियात रहा, ओकरे लगे सोना क बनी नापइ क एक छड़ी रही जउने स उ नगर क फाटक अउर परकोटा क नाप सकत रहा। 16 नगर क वर्गाकार बसावा ग रहा। इ जेतना लम्बा रहा, ओतना चौड़ाई रहा। उ सरगदूत उहइ छड़ी स नगर क नापेस। ओकर लम्बाई करीब बारह हजार स्टोडिया पाई गइ। ओकर लम्बाई, चौड़ाई अउर ऊँचाई एकई तरह रही। 17 सरगदूत फिन ओकरे परकोटा क नापेस। उ करीब 144 हाथ रहा। ओका मनई क हाथन क लम्बाई स नापा ग रहा जउन हाथ सरगदूतन क हाथ अहइ। 18 नगर क परकोटा यसब नाउँ क रत्नन क बना रहा अउर नगर क काँच क तरह चमकत सुद्ध सोना स बनावा ग रहा।
19 नगर क परकोटे क नींव हर तरह क बेसकीमती रत्नन स सुसज्जित रहिन। नींव क पहला पाथर यसाब क बना रहा, दूसरा नीलम स, तीसरा स्फटिक स, चउथा पन्ना स, 20 पाँचवा गोमेद स छठा मानक स सातवाँ मणि स, आठवाँ पेरोज स, नवाँ पुखराज स, दसवाँ लहसनिया स, ग्यारहवाँ धूम्रकान्त स अउर बारहवाँ चन्द्रकान्ता मणि स बना रही। 21 बारहउँ दरवाजा, बारह मोतियन स बना रहेन, हर दरवाजा एक एक मोती स बना रहेन। नगर क गलियन साफ काँच जइसे सुद्ध सोने स बनी रहिन।
22 नगर मँ मइँ कउनो मन्दिर नाहीं देखाई पड़ा। काहे बरे कि सबसे सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर अउर मेमना ओकर मन्दिर मँ रहेन। 23 उ नगर क कउनो सूरज या चाँद क जरुरत नाहीं रही जउन ओका रोसनी देइ काहे बरे कि उ परमेस्सर क महिमा स खुदइ प्रकासित रहा। अउर मेमना उ नगर क दिया बाटइ।
24 सब जातियन क मनई इहइ दीपक क रोसनी क सहारे आगे बड़िहइँ। अउर इ धरती क राजा आपन सुन्दरता इ नगर मँ लइ अइहीं। 25 दिन क समइ एकर दरवाजा कबहूँ बन्द न होइहीं अउ हुवाँ रात तउ कबहूँ होइ न करी। 26 जातियन क वैभव अउर धन सम्पत्ति क उ नगर मँ लिआवा जाई। 27 कउनो गन्दी चीज ओहमाँ घुसइ न पाई। अउर न तउ लज्जा भरा काम करइवालेन अउर झूठ बोलइवालेन ओहमाँ घुसइ न पाइही। ओहमाँ ओनहीं मनई घुसइ पाइहीं जउने क नाउँ मेमना जीवन क पुस्तक मँ लिख अहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.