Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
कोरह परिवार क एक ठु भजन।
1 परमेस्सर यरूसलेम क पवित्तर पहाड़ियन पइ आपन मन्दिर बनाएस।
2 यहोवा इस्राएल मँ कउनो भी दूसर सहर स जियादा सिय्योन क दुआर क पसंद करत हीं।
3 हे परमेस्सर क नगर, तोहरे बारे मँ लोग अजूबा बातन कहत हीं।
4 मइँ सिय्योन ओन लोगन क सूची बनाउब जउन मोका जानत ह,
एहमाँ ओन लोगन भी सामिल अहइँ जउन मिस्र, बाबुल, पलिस्ती, सोर अउ इथोपिया मँ भी रहत हीं।
5 उ हरेक जन क जउन
सिय्योन मँ पइदा भएन जानत ह।
सर्वोच्च परमेस्सर इ सहर क स्थापना किहेस ह।
6 यहोवा आपन रास्ट्रन क सूची राखत ह।
उ जानत ह कि कउन सिय्योन मँ पइदा भवा ह। सेला
7 ओकर मनवइयन बहोत खुसी स गावत अउर नाचत हीं।
उ पचे कहा करत हीं, “सबहिं उत्तिम चिजियन यरूसलेम स आइन।”
जुद्ध क तइयारी करा
9 लोगन क इ बताइ द्या
जुद्ध क तइयार रहा।
सपहसालार लोगन क जगावा,
सारे जोधन क नजदीक आइ द्या।
ओनका हियाँ आइ द्या।
10 आपन हरे क फारन क पीटिके तरवार बनावा
अउ आपन हँसुआ क भाला मँ बदल द्या।
दुर्बल लोग जरुर कहइ लागइँ कि
“मइँ एक ठु सूरबीर हउँ।”
11 हे सबहिं रास्ट्र क लोगो, हाली आवा।
एक ठु जगह पइ बटुर जा।
ये यहोवा, तू भी आपन बरिआर सिपाहियन क लइ आवा।
12 हे रास्ट्र जागा!
यहोसापात क घाटी मँ आ जा।
मइँ सबहिं रास्ट्रन क जउन कि मोरे धरती क आसपास रहत अहइँ
क निआउ करइ बरे बइठिहीं।
13 तू पचे आपन संग हँसुआ लइ आवा,
काहेकि फसल पक गवा ह।
आवा, तू पचे अंगूर रौंदा
काहेकि अगूंर क कोल्हू भरा भवा अहइ।
घड़न भरि भवा अइहीं अउर बाहेर उफनिहीं
काहेकि रास्ट्रन क पाप बहोत बड़का अहइ।
14 उ फैसला क घाटी मँ बहोत-बहोत सारे लोग अहइँ
काहेकि उ फैसले क घाटी मँ यहोवा क दिन आवइवाला अहइ।
15 सूरज चाँद करिया पड़ि जइहीं।
तारे चमकब तजि देइहीं।
16 परमेस्सर यहोवा सिय्योन स गरजी।
उ यरूसलेम स गरजी,
अकास अउ धरती काँप-काँप जइहीं
मुला आपन लोगन बरे परमेस्सर यहोवा सरण क ठउर होइ।
उ इस्राएल क लोगन क सुरच्छा ठउर होइ।
परमेस्सर क जनसमूह
5 अब मइँ तोहरे बीच जउन बुजुर्ग अहइँ ओनसे निवेदन करित हउँ मइँ खुद एक बुजुर्ग अहउँ अउर मसीह जउन यातना झेलेस ह, ओके साच्छी हउँ, जउन ओकरे भावी महिमा परगट होई ओकर सहभागी हउँ। 2 राह देखावइवाले परमेस्सर क जनसमूह तोहरी देख-रेख मँ अहइ अउर निरीच्छक क रूप मँ तू ओकर सेवा करत अहा, कउनो दबाव क कारण नाही बल्कि परमेस्सर क इच्छानुसार अइसा करा कि अपनी इच्छा क कारण तू आपन इ काम धन क लालच मँ नाही बल्कि सेवा करइ क प्रति अपनी ततपरता क कारण करत अहा। 3 देख-रेख क खातिर नाही जउन तोहका सौंपा गवा अहइ तू ओनके सासक न बना। बल्कि समूह बरे आदर्स बना। 4 ताकि जब उ प प्रमुख गड़ेरिया परगट होइ तउ तोहका विजय क उ भव्य मुकुट प्राप्त होइ जेकर सोभा कबहूँ नाही घटतइ।
5 इहइ तरह हे नवजुवको तू पचे अपने अपने धर्मवृद्ध क अधीन रहा। तू पचे दूसरे क प्रति विनम्रता स सेवा करा। काहेकि,
“करत ह परमेस्सर विरोध अभिमानी क,
मुला दीनन प अनुग्रहसील सदा ह।” (A)
6 इ खातिर परमेस्सर क सक्तिसाली हाथन क नीचे अपने आपको नवावा। जेहसे ठीक अवसर अवाइ प उ तोहका ऊँचा उठावइ। 7 तू पचे आपन सबइ चिन्ता ओह पइ छोड़ द्या काहेकि उ तोहरे खातिर चिन्तित अहइ।
8 आपन प नियंत्रण राखा। सावधान रहा। तोहार सत्रु एक गरजत सेर क तरह इधर उधर घूमत रहत ह अउर इहइ ताक मँ रहत ह कि जउन मिलइ ओका फाड़ खावइ। 9 तू ओकरे विरोध करा अउर अपने बिसबास प अड़ा रहा काहेकि तू तउ जानत अहा कि सारे संसार मँ तोहरे भाई बहिन इहइ तरह क यातना झेलत अहइँ।
10 मुला सम्पूर्ण अनुग्रह क स्रोत परमेस्सर जउन तोहका ईसू मसीह मँ अनन्त महिमा क सहभागी होइ खातिर बोकाइस ह, तोहरे तनिक समइ सबइ यातना झेलइ क बाद खुदइ तोहका फिन स स्थापित करी, समर्थ बनाई अउर स्थिरता प्रदान करी। 11 सबहिं सक्तियन अनन्त तलक ओकरे अधिकार मँ अहइँ। आमीन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.