Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यिर्मयाह 18:1-11

कोमहार अउर माटी

18 इ यहोवा क उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला: “यिर्मयाह, कोमहारे क घरे जा। मइँ आपन सँदेसा तोहका कोमहारे क घर देब।”

एह बरे मइँ कोमहारे क घर गएउँ। मइँ कोमहार क चाके पइ माटी स बर्तन बनावत लखेउँ। उ एक ठु बर्तन माटी स बनावत रहा। मुला बर्तन मँ कछू दोख रहा। एह बरे कोमहार उ माटी क उपयोग फुन किहस अउर उ दूसर बर्तन बनाएस। उ आपन हाथन क उपयोग बर्तन क उ रूप देइ बरे किहस जउन रूप उ देइ चाहत रहा।

तब यहोवा स सँदेसा मोरे लगे आवा, “इस्राएल क परिवार, तू जानत अहा कि मइँ (परमेस्सर) वइसा ही तोहरे साथ कइ सकत हउँ। तू कोमहार क हाथ क माटी क समान अहा अउर मइँ कोमहार क तरह हउँ। अइसा समइ आइ सकत ह, जब मइँ एक रास्ट्र या राज्ज क बारे मँ बातन करउँ। मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ फेकब या इ भी होइ सकत ह कि मइँ कहउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ गिराउब अउर उ रास्ट्र या राज्ज क नस्ट कइ देब। किन्तु उ रास्ट्र क लोग आपन हिरदय अउर जीवन क बदल सकत हीं। उ रास्ट्र क लोग बुरे करम करब तजि सकत हीं। तब मइँ आपन इरादे क बदल देब। मइँ उ रास्ट्र पइ बिपत्ति ढावइ क आपन जोजना क अनुसरण करब तजि सकत हउँ। कबहुँ अइसा दूसर आइ सकत ह जब मइँ कउनो रास्ट्र क बारे मँ बातन करउँ मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क निर्माण करब अउर ओका स्थिर करब। 10 किन्तु मइँ इ लख सकत हउँ कि मोर आग्या क पालन न कइके उ रास्ट्र बुरा करम करत अहइ। तब मइँ उ अच्छाई क बारे मँ फुन सोचब जेका देइ क जोजना मइँ उ रास्ट्र बरे बनाइ राखेउँ ह।

11 “एह बरे यहूदा अउ यरूसलेम मँ जउन लोग रहत हीं ओनसे कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: अब मइँ सोझ तू लोगन बरे बिपत्ति क निर्माण करत हउँ। मइँ तू लोगन क खिलाफ जोजना बनावत हउँ। एह बरे ओन बुरे करमन क करब बन्द करा जउन तू करत अहा। हर एक मनई क बदलइ चाही अउर अच्छा काम करब सुरू करइ चाही।’

भजन संहिता 139:1-6

संगीत निर्देसक बरे वाद्य यंत्र क संग दाऊद क एक ठु गीत।

हे यहोवा, तू मोका जाँच्या ह।
    मोरे बारे मँ तू सब कछू जानत अहा।
तू जानत अहा कि मइँ कब बइठत अउ कब खड़ा होत हउँ।
    तू दूर रहत भए मोरे मन क बात जानत अहा।
हे यहोवा, तू जानत ह कि मइँ कहाँ जात अउ कहाँ ओलरत हउँ।
    तू बहोत अच्छी तरह जानत ह जउन कछू मइँ करत हउँ।
हे यहोवा, एहसे पहिले क सब्द मोरे मुख स निकलइ
    तोहका पता होत ह कि मइँ का कहइ चाहत हउँ।
हे यहोवा, तू मोरे चारिहुँ कइँती मौजूद अहा।
    मोरे समन्वा भी अउर पाछा भी, तू आपन निज हाथ मोरे ऊपर हौले स रखत अहा।
मोका अचरज अहइ ओन बातन पइ जेनका तू जानत अहा।
    जेनका मोरे बरे समुझब बहोत कहिन अहइ।

भजन संहिता 139:13-18

13 तू मोर देह क अन्दरुनी भाग क बनाया ह।
    तू मोका आपन महतारी क कोख मँ ही रचे रहा।
14 हे यहोवा, मइँ तोहका ओन सबहिं अचरज भरे काम बरे धन्यवाद देत हउँ जउन रास्ते स तू मोका बनाया ह,
    अउर मइँ सचमुच जानत हउँ कि तू जउन कछू करत अहा उ अचरजे स पूर्ण अहइ।

15 जब मइँ आपन महतारी क कोख मँ रहा
    अउर मोरे देह गुप्त रूप मँ रूपधारण करत रहेन तबहिं तू मोर हाड़न क लख्या।
16 तू मोरी देह क मोरी महतारी क गर्भ मँ बनत भए लख्या।
    अउर मोर सरीर क सबइ हींसा जउन दिन ब दिन बनत रहा, उ सबइ क बनइ स पहिले तोहार किताब मँ लिखा भवा रहेन।
17 तोहार विचारन मोरे बरे बहोत कीमती अहइँ।
    उ गिनती मँ बहोत जियादा अहइँ।
18 तू जउन कछू जानत अहा, ओन सब क अगर मइँ गन सकउँ, तउ उ सबइ सबहिं धरती क रेत क कणन स भी जियादा होइहीं।
    जद्यपि अगर मइँ लगातार जगा रहेउँ, तउ भी मइँ ओनकर बरे तोहरे साथ गना जाब।

फिलेमोन 1-21

ईसू मसीह क बरे बन्दी बना पौलुस अउर हमार भाई तीमुथियुस कइँती सः

हमार प्रिय दोस्त अउर सहकर्मी फिलेमोन, हमार बहिन अफफिया, हमार साथी सैनिक अर्खिप्पुस अउर तोहरे घरे पर एकट्ठा होइवाली कलीसिया कः

उ हमार परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स तोहे पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।

फिलेमोन क पिरेम अउर बिसवास

आपन पराथना मँ तोहार उल्लेख करत भए मइँ हमेसा अपने परमेस्सर क धन्यबाद करत हउँ। काहेकि मइँ संत जनन बरे तोहरे ओइॅ पिरेम अउर बिसवास क चर्चा सुनत हउँ, जो पर्भू ईसू अउर समस्त पवित्तर लोगन क प्रति अहइ। मोर पराथना बा कि तोहरे बिसवास स पइदा उदार सहभागिता लोगन क मार्ग दरसन करइ। जेहसे ओन्हे सभन अच्छी चीजन क गियान होइ जाइ जउन मसीह क उद्देस्स क आगे बढ़ावइ मँ हमरे बीच घटन होत रहिन बाटिन। हे भाई, तोहर कोसिसन स संत जनन क हीरदइ हरा-भरा होइ ग हयेन, इही बरे तोहरे पिरेम स मोका बहुत आनन्द अउर प्रोत्साहन मिला बा।

उनेसिमुस क भाई स्वीकारा

इही बरे मइँ बिसवास करत हउँ कि मसीह मँ मोका तोहरे कर्त्तव्यन क बारे मँ हुकुम देइ क अधिकार बा मुला पिरेम क आधार पर मइँ तोहसे निवेदन करब ही ठीक समझत हउँ। मइँ पौलुस जउन अब बूढ़ाइ होइ चला हउँ अउर मसीह ईसू क बरे अब भी बंदी बना हुआ हउँ। इही उचित अहइ कि तोहसे सबन स आग्रह करउँ। 10 मइँ उ उनेसिमुस क बारे मँ निवेदन करत हउँ, कि जउन जब तब मोर धरम पुत्र बना रहा जेकर मइँ बंदी गृह मँ रहेउँ। 11 एक समइ रहा जब उ तोहरे कउनउ काम क नाहीं रहा, मुला अब न केवल तोहरे बरे बल्कि मोरे बरे भी उ बहुत काम क अहइ।

12 मइँ ओका फिन स तोहरे लगे भेजत हउँ (बल्कि मोका तउ कहइ चाही अपने हिरदइ क ही तोहरे लगे भेजत हउँ) 13 मइँ ओका इहाँ अपने लगे ही रखइ चाहत रहेउँ, ताकि सुसमाचार क बरे मोह बन्दी क उ तोहरी तरफ स सेवा कइ सकइ। 14 मुला तोहरी आज्ञा क बिना मइँ कछू भी करइ नाही चाहित ताकि तोहार इ भलाई दबाव स नाहीं बल्कि स्वेच्छा स ही होइ।

15 होइ सकत ह कि ओका थोड़े समइ क बरे तोहसे दूर रहइ क कारण इहइ होइ कि तू ओका फिन हमेसा बरे पाइ ल्या। 16 दास क रूपे मँ नाहीं, बल्कि दास स जियादा एक प्रिय बन्धु क रूपे मँ मइँ ओसे बहुत पिरेम करत हउँ किन्तु तू ओका अउर जियादा पिरेम करब्या। केवल एक मनुष्य क रूप मँ ही नाहीं बल्कि पर्भू मँ स्थित एक बन्धू क रूपे मँ भी।

17 तउ यदि तुम मोका आपन दोस्त क रूप मँ स्वीकार करत ह, तब उनेसिमुस क वापस स्वीकार कइ ल्या। ओकर ऐसा सुआगत करा, जैसा कि तुम मोर सुआगत किहा ह। 18 अउर अगर उ तोहार कउनो प्रकार स हानि पहुँचाएस अथवा कउने वस्तु बरे तोहार कर्जीदार अहइ। तउ ओका हमरे खाता मँ लिख द्या। 19 मइँ पौलुस खुद आपन दस्तखत स इहइ लिखत हउँ। ओकर भरपाई तोहका मइँ करबइ। मोका इ बतावइ क जरूरत नाहीं बा कि तोर सम्पूर्ण जीवन ही मोर ऋणी बा। 20 हाँ भाई मोका पर्भू मँ तोहसे इ लाभ पहुंचइ कि मसीह मँ मोर हिरदय हरा भरा होइ जाइ। 21 तोह पइ बिसवास रखत इ चिठ्टी मइँ तोहका लिखत हउँ। मइँ जानत हउँ कि तोहसे मइँ जेतना कहत हउँ, तू ओसे कहूँ जियादा करब्या।

लूका 14:25-33

चेला बनइ क कीमत

(मत्ती 10:37-38)

25 ईसू क संग भारी भीड़ जात रही। उ ओनके कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, 26 “जदि मोरे लगे कउनो आवत ह अउर आपन बाप महतारी, पत्नी अउर बचवा, आपन भाइयन अउर बहिनियन अउर हिआँ ताईं कि आपन जिन्नगी तलक स मोसे जिआदा पिरेम राखत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत। 27 जउन आपन क्रूस (यातना) उठाइके मोरे पाछे नाहीं चलत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत।

28 “जदि तोहमाँ स कउनो बुर्ज बनावइ चाहइ तउ का उ पहिले स बइठिके ओकरे दामे क, इ लखइ बरे कि ओका पूरा करइके ओकरे लगे काफी कछू बा कि नाहीं, हिसाब न लगाई? 29 नाहीं तउ उ नेंव तउ खनि देइ अउर ओका पूरा न कइ पावइ स, जउन ओका सुरु होत लखेन ह, सबहिं ओकर मसखरी उड़इहीं अउर कइहीं, 30 ‘अरे लखा इ मनई बनाउब तउ सुरु कहेस ह मुला इ ओका पूर नाहीं कइ सका!’

31 “या कउनो राजा अइसा होइ जउन कउनो दूसर राजा क खिलाफ जुद्ध छेड़इ जाइ अउर पहिले बैठिके इ न बिचारइ कि आपन दस हजार सैनिकन क संग का उ बीस हजार सैनिकन आपन बैरी क मुकाबला कइ भी सकी कि नाहीं? 32 अउर जदि उ समर्थ नाहीं होत तउ ओकर बैरी अबहीं राहे मँ होइहीं तबहिं उ आपन प्रतिनिधि मंडल क पठइके सांति मिलाप क सुझाई।

33 “तउ फिन इहइ तरह तोहमाँ स कउनो भी जउन आपन सबहिं धन दौलत क तजि नाहीं देत, मोर चेला नाहीं होइ सकत।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.