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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 58

“नास जिन करा” धुन पइ संगीत निदेर्सक बरे दाऊद क एक ठु कलात्मक।

निआवधीसो, तू पचे पच्छपात रहित नाहीं रह्या।
    तू लोगन क निआउ निज निर्णयन मँ निस्पच्छ नाहीं करत अहा।
नाहीं, तू पचे तउ सिरिफ बुरी बातन ही सोचत अहा।
    इ देस मँ तू पचे हिंसा स भरा अपराध करत अहा।
उ सबइ दुट्ठ लोग जइसे ही पइदा होत हीं, बुरे कामन क करइ लग जात हीं।
    उ पचे पइदा होत ही झूठ बोलइ लग जात हीं।
उ पचे उ भयानक साँप अउ नाग जइसे होत हीं, जउन सुन नाहीं सकत।
    उ सबइ दुट्ठ जन भी आपन कान सच्चाई स मूँद लेत हीं।
बुरे लोग वइसे ही होत हीं जइसे सँपेरन क गीतन क
    या ओनकर संगीतन क करिया नाग सुन नाहीं सकत।

हे यहोवा! उ सबइ लोग अइसेन होत हीं जइसे सिंह।
    एह बरे हे यहोवा, ओनकर दाँत तोड़ा।
जइसे बहत जल लुप्त होइ जात ह, वइसेन ही उ सबइ लोग लुप्त होइ जइहीं।
    अउर जइसे राह क उगी भइ दूब कुचर दीन्ह जात ह, वइसेन उ सबइ भी कुचरि दीन्ह जइहीं।
उ सबइ घोंघा क नाई होइँ जउन चलइ मँ गल जात हीं।
    उ सबइ उ गदेला क नाई होइँ जउन मरा ही पइदा भवा, जउन दिन क प्रकास कबहुँ नाहीं लखेस।
उ सबइ उ बाड़े क काँटन क तरह हाली ही बरबाद होइँ,
    जउन आगी पइ चढ़ी भइ हाँड़ी गरमावइ बरे हाली जरि जात हीं।

10 जब सज्जन ओन लोगन क सजा पावत लखत ह
    जउन ओकरे संग बुरा किहेन ह,
उ खुस होत ह।
    उ आपन गोड़ ओन दुट्ठन क खून मँ धोइ।
11 जब अइसा होत ह, तउ लोग कहइ लागत हीं, “सज्जनन क ओनकर फल निहचय मिलत ह।
    फुरइ परमेस्सर जगत क निआउ कर्ता अहइ।”

यिर्मयाह 3:15-25

15 तब मइँ तू पचन्क नवा सासक देब। उ पचे सासक मोर मनवइयन होइहीं। उ पचे तोहार पचन्क मार्ग दर्सन गियान अउर समुझ स करिहीं। 16 ओन दिना तू लोग बड़ी गनती मँ देस मँ होब्या।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

“उ समइ लोग फुन इ कबहुँ नाहीं कइहीं, ‘मइँ ओन दिनन क सुमिरत हउँ जब हम लोगन क लगे यहोवा क करार क सन्दूख रहा।’ उ पचे पवित्तर सन्दूख क बारे मँ फुन कबहुँ सोचिहीं भी नाहीं। उ पचे न तउ एका याद करिहीं अउर न ही ओकरे बरे अफसोस करिहीं। उ पचे दूसर पवित्तर सन्दूख कबहुँ नाहीं बनइहीं। 17 उ समइ, यरूसलेम नगर ‘यहोवा क सिंहासन’ कहा जाइ। सबहिं रास्ट्र एक संग यरूसलेम नगर मँ यहोवा क नाउँ क सम्मान देइ अइहीं। उ पचे आपन हठी अउर बुरे हिरदय क अनुसार अब कबहुँ नाहीं चलिहीं। 18 ओन दिनन यहूदा क परिवार इस्राएल क परिवार क संग मिलि जाइ। उ पचे उत्तर मँ एक देस स एक साथे अइहीं। उ पचे उ देस मँ अइहीं जेका मइँ ओनकर पुरखन क दिहे रहे रहेउँ।”

19 मइँ यानी यहोवा अपने स कहेउँ,

“मइँ तू पचन स आपन बचवन क नाई बेउहार करइ चाहत हउँ,
    मइँ तू पचन्क एक सुहावना देस देइ चाहत हउँ।
    उ देस जउन कउनो भी रास्ट्र स जियादा सुन्नर होइ।
मइँ सोचे रहेउँ कि तू पचे मोका ‘बाप’ कहब्या।
    मइँ सोचे रहेउँ कि तू पचे मोर सदैव अनुसरण करब्या।
20 मुला तू पचे उ मेहरारू क नाई भया जउन पतिव्रता नाहीं रही।
    इस्राएल क परिवार, तू पचे मोरे बरे बिस्सासघाती रह्या।”
    इ सँदेसा यहोवा क रहा।
21 “तू पचे नंगी पहाड़ियन पइ रोउब सुन सकत ह।
    इस्राएल क लोग कृपा बरे रोवत रहेन अउर पराथना करत अहइँ।
उ पचे बहोत बुरा होइ ग रहेन।
    उ पचे आपन परमेस्सर यहोवा क बिसरी ग रहेन।

22 “इस्राएल क अबिस्सासी लोगो, तू पचे मोरे लगे लउटि आवा,
    अउर मइँ तोहरे पचन्क अबिस्सासी होइ क अपराध क छिमा करब।

“लोगन क कहइ चाहीं, ‘हाँ, हम लोग तोहरे लगे आउब
    तू हमार परमेस्सर यहोवा अहा।
23 निहचय ही पहाड़ियन पइ देवमूरतियन क पूजा
    अउर पहाड़न पइ जमा होइ सिरिफ झूठी आसा देत ह।
निहचय ही, इस्राएल क मुक्ति,
    यहोवा आपन परमेस्सर स आवत ह।
24 उ मुरतियन हमरे पुरखन क हर एक चीज
    बलि क रूप मँ हम लोगन क बचपन क अमइ स ही खाएस।
उ मूरितयन हमरे पुरखन क पसु,
    भेड़ी, पूत, बिटिया लिहस।
25 हम पचन्क आपन लाज मँ,
    माथा टेकइ चाही,
लज्जा हम लोगन क कम्बल क नाई ढाँप लाइ।
    हम अउर हमार पुरखन आपन परमेस्सर यहोवा क खिलाफ पाप किहे अही।
हम आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या
    आपन बचपन स ही नाहीं माने अही।’”

लूका 14:15-24

बड़वार भोज क दिस्टान्त कथा

(मत्ती 22:1-10)

15 फिन ओकरे संग खइया क खात रहेन मनइयन मँ स एक इ सुनिके ईसू स कहेस, “हर उ मनई धन्य अहइ, जउन परमेस्सर क राज्य मँ जेंवत ह!”

16 तब ईसू ओसे कहेस, “एक मनई कउनो बड़के भोज क तइयारी करत रहा, उ बहोत स मनइयन क न्यौत दिहस। 17 फिन दावत क समइ जेनका न्यौत दिहस, नउकरे क पठइके इ कहवाएस, ‘आवा! काहेकि भोजन तइयार अहइ।’ 18 उ सबइ एक तरह आनाकानी करइ लागेन। पहिला ओसे कहेस, ‘मइँ एक खेत बेसहे अहउँ, मोका जाइके ओका देखब अहइ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 19 फिन दूसर कहेस, ‘मइँ पाँच जोड़ी बर्धा मोल लिहे अहउँ, मइँ तउ सिरिफ ओनका परखइ जात हउँ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 20 एक अउर भी बोला, ‘मइँ अबहिं बियाह किए हउँ। इ कारण स नाहीं आइ सकत हउँ।’

21 “तउ जब उ नउकर लौटिके आवा तउ उ आपन स्वामी क इ बातन बताइ दिहस, ऍह पइ उ घरे क स्वामी बहोत कोहाइ गवा अउर आपन नउकरे स कहेस, ‘हाली ही! सहर क गली कूचा मँ जा अउर गरीब गुरबा, अपाहिज, आँधर अउर लँगड़न क हिआँ लइ आवा।’

22 “उ नउकर स कहेस, ‘स्वामी तोहार हुकुम पूरी कइ दीन्ह गइ अहइ मुला अबहिं भी ठउर बाकी अहइ।’ 23 फिन स्वामी नउकरे स कहेस, ‘सड़कन प अउर खेतन क मेड़े ताई जा अउर हुवाँ स मनइयन स चिरौरी कइके हिआँ बुलाइ लिआवा जेसे मोर घर भरि जाइ। 24 अउर मइँ तोहसे कहत हउँ जउन पहिले बोलाइ गवा रहेन ओहमाँ स एक भी भोज न चिखइ सकेन!’”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.