Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 हे यहोवा, मोका तोहार भरोसा अहइ,
एह बरे मइँ कबहुँ निरास नाहीं होब।
2 आपन नेकी स तू मोका बचाई।
तू मोका छोड़ाइ लेब्या, मोर सुना।
मोर उद्धार करा।
3 तू मोर गढ़ बना।
सुरच्छा बरे अइसा गढ़ जेहमाँ मइँ दौड़ जाउँ।
मोर सुरच्छा बरे तू हुकुम द्या,
काहेकि तू ही तउ मोर चट्टान अहा:मोर सरणस्थल अहा।
4 मोर परमेस्सर, तू मोका दुट्ठ जनन स बचाइ ल्या।
तू मोका क्रूर कुटिल लोगन स छोड़ाइ ल्या।
5 मोर सुआमी, तू मोर आसा अहा।
मइँ आपन बचपन स ही तोहरे भरोसे हउँ।
6 जब मइँ आपन महतारी क गरभ मँ रहेउँ, तबहिं स तोहरे भरोसे रहेउँ।
जउने दिन स मइँ जन्म धारण किहेउँ, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।
मइँ तोहार पराथना सदा करत रहत हउँ।
1 यिर्मयाह क इ सबइ सँदेस अहइ। यिर्मयाह हिल्कय्याह नाउँ क मनई क पूत रहा। यिर्मयाह ओन याजकन क परिवार स रहा जउन अनातोत नगर मँ रहत रहेन। उ नगर उ पहँटा मँ अहइ जउन बिन्यामीन परिवारे क रहा। 2 यिर्मयाह यहोवा क वचन ओन दिनन प्राप्त कइ सुरू किहस जब आमोन नाउँ क राजा क पूत योसिय्याह यहूदा रास्ट्र क राजा रहा। यिर्मयाह योसिय्याह क राज्जकाल क तेरहवें बरिस मँ यहोवा क वचन प्राप्त करइ सुरू किहेस। 3 योसिय्याह क पूत अउर यहोयाकीम क राज्जकाल मँ यिर्मयाह यहोवा क वचन प्राप्त करत रहा। यहोवा क वचन, यहूदा क अगला राजा योसिय्याह क पूत क सिदकिय्याह क राज्जकाल क ग्यारह बरिस तलक, अउर सिदकिय्याह क राज्जकाल क ग्यारहवें बरिस क पाँचवें महीना मँ यरूसलेम मँ रहत रहे लोगन क देस-निकारा जाइ तलत प्राप्त होत रहा।
दुइ अन्तर्दृस्य
11 यहोवा क सँदेसा मोका मिला। इ सँदेसा यहोवा क रहा: “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?”
मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ बादाम क काठे क एक छड़ी लखत हउँ।”
12 यहोवा मोहसे कहेस, “तू बहोत ठीक लख्या। काहेकि मइँ आपन बचन क होइ बरे ओहे पइ नज़र रखत अहउँ।”[a]
13 यहोवा क सँदेसा मोका फुन मिला। इ सँदेसा इ तरह रहा: “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?”
मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ खउलत पानी क एक बर्तन लखत हउँ। इ बर्तन उत्तर कइँती स टपकत अहइ।”
14 यहोवा मोहसे कहेस, “उत्तर कइँती स कछू भयानक चिजियन ओन लोगन बरे
जउन इ देस मँ रहत हीं आइ।
15 बहोत ही जल्दी मइँ उत्तर क राज्जन क सबहिं लोगन क बोलाउबा,”
यहोवा कहत ह।
“ओन राज्जन क राजा लोगन अइहीं।
उ पचे यरूसलेम क दुआर क समन्वा आपन सिंहासन जमइहीं।
उ पचे यरूसलेम क सबहिं नगर देवारन पइ आक्रमन करिहीं।
उ पचे यहूदा क एलाके क सबहिं नगरन पइ आक्रमन करिहीं।
16 अउर मइँ यहूदा क लोगन क जरिये कीन्ह गवा बुरे करम क बिरुद्ध आपन निर्णय क घोसना करब।
मोर लोग मोका छोड़एन।
उ पचे दूसर देवतन क बलि चढ़ाएन जेका
उ पचे आपन हाथन स बनाएस।
17 “यिर्मयाह, जहाँ तलक तोहार बात अहइ,
उठा, तइयार होइ जा
अउर लोगन स उ सब कछू कहा,
जेका मइँ तोहका हुकुम देत हउँ।
लोगन स जिन डेराअ।
वरना तउ मइँ ओन लोगन क समन्व तोहका तबाह कइ देब।
18 जहाँ तलक मोर बात अहइ,
मइँ आजु ही तोहका एक दृढ़ नगर,
एक लौह खम्भा, एक ठु काँसा क देवार बनावइ जात हउँ।
तू देस मँ हर एक क खिलाफ खड़ा होइ क जोग्ग होब्या,
यहूदा देस क राजा लोगन क खिलाफ,
यहूदा क याजकन क खिलाफ अउर यहूदा देस क लोगन क खिलाफ भी।
19 उ सबइ लोग तोहरे खिलाफ लड़िहीं,
मुला उ पचे तोहका हरावइ क नाहीं करिहीं।
काहेकि मइँ तोहरे संग हउँ,
अउर मइँ तोहार रच्छा करब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
सबित क पर्भू ईसू
(मत्ती 12:1-8; मरकुस 2:23-28)
6 अब अइसा भवा कि सबित क एक दिन ईसू जब अनाजे क खेतन्स जात रहा तउ ओनकर चेलन अनाजे क बलिया तोड़तेन, हथेली प रगड़ितेन अउर ओनका चबात जात रहेन। 2 तबहीं कछू फरीसियन कहेन, “जेका सबित क दिन कीन्ह जाब नीक नाहीं बा, ओका तू पचे काहे करत अहा?”
3 जवाब देत भवा ईसू ओनसे पूछेस, “का तू पचे नाहीं पढ़्या जब दाऊद अउर ओकर साथी भुखान रहेन, तब दाऊद का किहेस? 4 का तू नाहीं बाँच्या कि उ परमेस्सर क घरे मँ घुसिके, परमेस्सर क चढ़ाई गइ रोटिन क उठाइके खाइ लिहस अउर ओनका भी दिहेस जउन ओकरे संग रहेन? जब कि याजकन क तजिके ओकर खाब कउनो बरे नीक नाहीं।” 5 उ अगवा फिन कहेस, “मनई क पूत सबित क दिन क भी पर्भू अहइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.