Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
मन्दिर क आरोहण गीत।
1 मइँ ऊपर ऊँच पहाड़न क कइँती लखत हउँ।
मुला फुरइ मइँ कहाँ स पावइँ?
2 मोका तउ सहारा यहोवा स मिली
जउन सरग अउ धरती क बनावइवाला अहइ।
3 परमेस्सर तोहका गिरइ नाहीं देइ।
तोहर बचवइया कबहुँ भी नाहीं सोइ।
4 इस्राएल क उद्धारकर्त्ता कबहुँ न ही ओंघात ही
अउर न ही सोवत अहइँ।
5 यहोवा तोहार रच्छक अहइ।
उ तोहका आस्रय देइ बरे तोहार बगल मँ अहइ।
6 दिन क समइ सूरज तोहका हानि नाहीं पहोंचाइ सकत।
राति मँ चाँद तोहार नोस्कान नाहीं कइ सकत।
7 यहोवा तोहार रच्छा हर संकट स करी।
यहोवा तोहरी आतिमा क रच्छा करी।
8 यहोवा उ सबइ पइ धियान रखी जउन कछू तू करब्या।
जहाँ कहुँ भी तू जाब्या अउ आउब्या, अबहुँ अउ सदा सर्वदा उ तोहार रच्छा करी।
यसायाह क नबी बनइ बरे परमेस्सर क बुलावा
6 जउने बरिस उज्जिय्याह क मउत भइ, मइँ आपन अद्भुत सुआमी क दर्सन किहेउँ। उ एक बहोत ऊँच सिंहासन पइ विराजमान रहा। ओकर लम्बे चोगे स मंदिर भर गवा रहा। 2 यहोवा क चारिहुँ कइँती साराप सरगदूतन खड़ा रहेन। हर साराप सरगदूतन क छ: छ: पंख रहेन। एनमाँ स दुइ पंखन क प्रयोग उ पचे आपन मुँह क ढकइ क बरे किया करत रहेन अउर दुइ पंखन क प्रयोग आपन गोड़न क ढकइ बरे करत रहेन अउर दुइ पंखन क उ पचे उड़इ क कामे मँ लिआवत रहेन। 3 हर सरगदूत दूसर सरगदूत स गोहराइ गोहराइ के कहत रहेन, “पवित्तर, पवित्तर, पवित्तर सर्वसक्तीसाली यहोवा परम पवित्तर अहइ। यहोवा क महिमा सारी धरती पइ फइली अहइ।” सरगदूतन क वाणी क स्वर बहोत ऊँच रहेन। 4 सरगदूतन क आवाज स दुआरे क चौखटन हिल उठिन अउर फुन मंदिर धुआँ स भरइ लाग।
5 मइँ बहोत डेरा गएउँ। मइँ कहेउँ, “अरे, नाहीं। मइँ तउ बर्बाद होइ जाब। मइँ ओतॅना सुद्ध नाहीं हउँ कि परमेस्सर स बातन करउँ अउर मइँ अइसे लोगन क बीच रहत हउँ जउन ओतने सुद्ध नाहीं अहइँ कि परमेस्सर स बातन कइ सकइँ। किन्तु फुन भी मइँ उ राजा, सर्वसक्तीमान यहोवा क दर्सन कइ लिहेउँ ह।”
6 हुवाँ वेदी पइ आगी बरत रही। ओन साराप सरगदूतन मँ स एक उ आगी मँ स चिमटा स एक दहकत भवा कोइला उठाइ लिहेउँ। 7 तब उ दहकत भए कोइला स मोरे मुँहे क धुआइ दिहस अउर कहेस, “जब इ दहकत कोइला तोहरे ओंठन क छुइ, तउ तू जउन बुरे करम किह्या ह, उ सबइ तोहमाँ स खतम होइ जाइ अउर तोहार पाप धोइ जाइ।”
8 एकरे पाछे मइँ आपन यहोवा आवाज सुनेउँ। यहोवा कहेस, “मइँ केका पठइ सकत हउँ? हमरे बरे कउन जाइ?” तउ मइँ कहेउ, “मइँ हिआँ हउँ। मोका पठवा।”
ईसू क पहिले चेलन
(मत्ती 4:18-22; मरकुस 1:16-20)
5 अइसा भवा कि भीड़ मँ मनइयन ईसू क चारिहुँ कइँती स घेरिके जब परमेस्सर क बचन सुनत रहेन अउर उ गन्नेसरत नाउँ क झिलिया क किनारे खड़ा रहा। 2 तबहिं उ झीले क किनारे दुइ नाउ देखेस। मछुआरा ओहमाँ स निकरिके आपन जाल साफ करत रहेन। 3 ईसू ओहमाँ स एक नाउ प जउन समौन क रही, चढ़ि गवा अउर उ नाउ क किनारे स हटावइ बरे कहेस। फिन उ नाउ प बइठि गवा अउर हुवँई नाउ प स मनइयन क भीड़े क उपदेस देइ लाग।
4 जब उ उपदेस देब बंद किहेस तउ उ समौन स कहेस, “गहिर पानी कइँती बढ़ा अउर मछरी धरइ क आपन जालि डावा।”
5 समौन कहेस, “स्वामी हम सारी राति बहोत मेहनत कीन्ह ह, मुला हमका कछू नाहीं मिला। तउ भी तू कहत बाट्या, यह बरे मइँ जालि नाइ देत हउँ।” 6 जब उ पचे जलिया डारि दिहन तउ ढेर मछरी धरी गइन। ओनकइ जालि जइसे फाटत रहिन। 7 तउ उ पचे दूसर नाउन मँ बइठन आपन साथी संगी क इसारा कइके मदद बरे बोलाएन। उ सबइ आइ गएन अउर उ सबइ दुइनउँ नाउन प ऍतनी ढेरि क मछरी लादि दिहन कि माना उ पचे बूड़इ लागेन।
8-9 जब समौन पतरस इ निहारेस तउ उ ईसू क गोड़वा मँ गिरिके बोला, “मोसे दूर रहा, काहेकि हे पर्भू मइँ एक पापी मनई हउँ।” उ इ एह बरे कहेस कि ऍतनी मछरी बटोर पावइ क कारण ओका अउर ओकॅरे सबहीं साथी क बहोत अचरज होत रहा। 10 जब्दी क बेटवा याकूब अउर यूहन्ना क भी, जउन समौन क साथी रहेन, इ तरह बहोत अचरज भवा।
तउ ईसू समौन स कहेस, “डेराअ जिन, काहेकि अबहिं स तू मनइयन क बटोरब्या।”
11 फिन उ पचे आपन नाउन क किनारे लइ आएन अउर सब कछू तजिके ईसू क पाछे होइ गएन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.