Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 यहोवा क बड़कई करा।
परमेस्सर क मन्दिर मँ ओकर गुणगान करा।
आकासे मँ ओकर बड़कई करा जउन ओकर सक्ति दिखावत ह।
2 ओकर ओन बड़के कारजन बरे ओकर बड़कई करा।
ओकर सबहिं महानता बरे ओकर स्तुति करा।
3 तुरही फूँकत अउ नरसिंहा बजावत भए ओकर स्तुति करा।
ओकर गुणगान वीणा अउ सारंगी बजावत भए करा।
4 तम्बूरन बजाइके अउ नाचिके ओकर स्तुति करा।
तारवाला यंत्रन अउर बाँसुरियन बजाइके ओकर गुण गावा।
5 तू परमेस्सर क जस झंकारत भए झाँझन क बजावत गावा।
ओकर बड़कई करा।
6 सबइ जिअत पराणियन यहोवा क स्तुति करइँ।
यहोवा क बड़कई करा!
19 तोहार भाई साऊल क संग अहइँ अउ इस्राएल क सब फउजी एला घाटी मँ जमा अहइँ। उ पचे पलिस्ती क खिलाफ लड़त अहइँ।”
20 भोर होत भिन्सारे दाऊद भेड़ी क रखवारी दूसर गड़रिया क सौंपेस। दाऊद खइया क खाएस अउ हुवाँ बरे चल पड़ा जहाँ खातिर यिसै कहे रहा। दाऊद आपन गाड़ी क डेरा मँ लइ गवा। उ समइया फउजी आपन लड़ाइ मँ मोर्चा थामइ जात रहेन जब दाऊद हुवाँ पहुँचा। फउजी आपन जुद्ध क बिगुल बजावइ लागेन। 21 इस्राएल अउ पलिस्ती आपन-आपन मनइयन क जुद्ध मँ एक दूसर स भिड़इ बरे पंक्ती-बध करत रहेन।
22 दाऊद भोजन अउ चीजन क उ मनई क लगे तजि दिहेस जउन सामान क बाँटत रहा। दाऊद पराइके उ ठउरे प पहोंचा जहाँ इस्राएली फउजी रहेन। दाऊद आपन भाइयन क बारे मँ पूछेस। 23 दाऊद आपन भाइयन क संग बात करब सुरु किहेस। उहइ टेम पलिस्ती सबन त बरिआर जोधा जेकर नाउँ गोलियत रहा अउर जउन गथ क बसइया रहा, पलिस्ती फउज स बाहेर आवा। पहिले क तरह गोलियत इस्राएल क खिलाफ उहइ बात नरियाइके कहेस।
24 इस्राएली फउजी गोलियत क लखेन अउर पराइ गएन काहेकि उ लोगन बहोत डरे भवा रहा। 25 इस्राएली मनइयन मँ स एक कहेस, “अरे देसबासियो! तोहमाँ स कउनो लखेस ह जउन बार-बार इस्राएल क हँसी उड़ावत ह। जउन कउनो उ मनई क मार देइ धनी होइ जाइ। राजा साऊल ओका बहोत धन देइ। साऊल आपन बिटिया क उ मनई स बीहि देइ जउन गोलियत क मार देइ। अउर साऊल उ व्यक्ति क परिवार क इस्राएल मँ अजाद कइ देइ।”
26 दाऊद आपन बगली खड़ा मनई स पूछेस, “उ का कहेस? इ पलिस्ती क मारइ अउ इस्राएल क इ बेज्जती क दूर करइ क इनाम का अहइ? आखिर मँ इ गोलियत बाटइ का? सिरिफ इ एक बिदेसिया बा। गोलियत एक पलिस्ती स जियादा कछू नाहीं। उ काहे सोचत ह कि उ सोझइ परमेस्सर क फउज क खिलाफ बोल सकत ह?”
27 ऍह बरे इस्राएलियन गोलियत क मारइ क इनाम क बारे मँ बताएन। 28 दाऊद क बड़ा भाई एलीआब दाऊद क फउजी स बात करत सुनेस। एलीआब दाऊद प कोहाइ गवा। एलीआब दाऊद स पूछेस, “तू हिआँ काहे आया? रेगिस्तान मँ उ थोड़ी स भेड़ी क केकरे लगे तजिके आया ह? मइँ जानत हउँ कि तू हिआँ काहे आया ह? तू उ करब नाहीं चाहत्या जउन तोहसे करइ क कहा गवा रहा। तू सिरिफ हिआँ जुद्ध लखइ बरे आवइ चाहत बाट्या।”
29 दाऊद कहेस, “अइसा मइँ का किहेउँ ह? मइँ कउनो गलती नाहीं किहेउँ ह। मइँ सिरिफ बात करत रहेउँ।” 30 दाऊद दूसर मनइयन कइँती मुड़ा अउ ओनसे उ सबइ सवाल किहेस। उ पचे दाऊद वइसे ही जवाब दिहेन।
31 कछू मनइयन दाऊद स बात करत सुनेन। उ पचे दाऊद क बारे मँ साऊल स कहेस। साऊल हुकुम दिहेस कि उ पचे दाऊद क ओकरे लगे लइ आवइँ। 32 दाऊद साऊल स कहेस, “कउनो मनई क ओकरे कारण हिम्मत हारइ जिन द्या। मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ इ पलिस्ती स लड़इ जाब।”
यहूदियन क प्रेरितन क रोकइ क जतन
17 फिन महा याजक अउर ओकर संगी यानी सदूकियन क दल, ओनकइ खिलाफ खड़ा होइ गएन। उ पचे मने मँ कुढ़त रहेन। 18 एह बरे उ पचे प्रेरितन क बंदी बनाइ लिहन अउर ओनका कैदखाना मँ बन्द कइ दिहेन। 19 मुला राति क समइ पर्भू क एक दूत कैद क फाटक खोल दिहस। उ ओनका बाहेर लइ जाइके कहेस, 20 “जा, मन्दिर मँ ठाड़ होइ जा अउर इ नई जिन्नगी क बारे मँ मनइयन क सब कछू बतावा।” 21 जबहिं उ पचे इ सुनेन तउ भोरहिं तड़के मन्दिर मँ घुसि गएन अउर उपदेस देइ लागेन।
फिन जब महायाजक अउर ओकर संगी हुवाँ पहोंचेन तउ उ पचे यहूदी संघ अउर इस्राएल क बुजुर्ग क पूरी सभा न्योतेन। उ पचे कैदखाना स प्रेरितन क बोलवावइ पठएन। 22 किन्तु जब अधिकारी कैदखाना मँ पहुँचेन तउ उ पचे प्रेरितन क हुवाँ नाहीं पाएन। उ पचे लौटिके ऍका बताएन अउर 23 कहेन, “हम पचे कैदखाना मँ सुरच्छा क लगा भवा ताला अउर दुआरे प तैनात सुरच्छाकारियन क पावा। मुला जब हम दरवाजा खोला तउ हमका भितरे कउनो नाहीं मिला।” 24 जइसेन मन्दिर क सुरच्छाकारी अउर मुख्य़याजकन इ सब्दन क सुनेन तउ उ पचे चकराइ गएन अउ सोचइ लागेन, “अब का होई।”
25 ऍतने मँ कउनो दूसर मनई आवा अउर ओनका बताएस, “जेनका तू पचे जेल मँ धाँध दिहा ह, उ पचे मन्दिर मँ खड़ा होइके उपदेस देत बाटेन।” 26 तउ सुरच्छाकारी आपन अधिकारी संग हुवाँ गवा अउर बिना ताकत क प्रयोग किए ओनका वापस धइ लिआवा काहेकि उ पचे डेरात रहेन कि कहूँ मनई ओनका (मन्दिर क सुरच्छा कर्मी) पाथर स न मारइँ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.