Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
9 हे यहोवा, मोह पइ अनेक संकट अहइँ।
तउ मोह पइ कृपा करा।
मइँ ऍतना बियाकुल अहउँ कि मोर आँखिन दुःखत अहइँ।
मोर गटइ अउ पेट पिरात अहइँ।
10 मोरी जिन्नगी क अंत दुःख मँ होत अहइ।
मोर बरिस आह भरइ मँ बीतत अहइँ।
मोर सबइ बेदना मोर सक्ती क निचोड़त अहइँ।
मोर बल मोर साथ छोड़त जात अहइ।
11 मोर सत्रु मोसे घिना राखत हीं।
मोर पड़ोसी मोर बैरी बना अहइँ।
मोर सबहिं रिस्तेदार मोका राहे मँ लखिके
मोसे डेराइ जात हीं
अउर मोसे सब कतरात हीं।
12 मोका लोग पूरी तरह स बिसरि चुका अहइँ।
मइँ तउ कउनो हेरान अउजार सा होइ गवा हउँ।
13 मइँ ओन भयंकर बातन क सुनत हउँ जउन लोग मोरे बारे मँ करत हीं।
उ पचे सबहिं लोग मोरे खिलाफ होइ ग बाटेन।
उ पचे मोका मारि डावइ क जोजना रचत हीं।
14 हे यहोवा, मोर भरोसा तोहे पइ अहइ।
तू मोर परमेस्सर अहा।
15 मोर जिन्नगी तोहरे हाथन मँ अहइ।
मोरे दुस्मनन स मोका बचाइ ल्या।
ओन लोगन स मोर रच्छा करा, जउन मोरे पाछे पड़ा अहइँ।
16 कृपा कइके आपन दास क अपनाइ ल्या।
मोह पइ दाया करा अउर मोर रच्छा करा।
खास पवित्तर दिन
23 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: तू पचे यहोवा क निहचित पर्वन क पवित्तर एलान करा। इ सबइ मोर पवित्तर दिन अहइँ:
सबित
3 “छ: दिन काम करा। मुला सतवाँ दिन, आराम क एक खास दिन या पवित्तर मिलन क दिन होइ। उ दिन तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही। इ तोहरे सबहिं घरन मँ यहोवा क सबित अहइ।
फसह त्यौहार
4 “इ सबइ यहोवा क चुने भए पवित्तर दिन अहइँ। ओनके बरे निहचित समइ पइ तू पचे पवित्तर सभा क घोसणा करब्या। 5 यहोवा क फ़सह त्यौहार पहिले महीना क चउदह तारीख क साँझ बेला मँ अहइ।
अखमीरी रोटी क त्यौहार
6 “उहइ महीना क पन्द्रह तारीख क बे खमीरी मैदा क फुलकन क त्यौहार होइ। तू पचे सात दिना तलक बे खमीरी मैदा क फुलकन खाब्या। 7 इ त्यौहार क पहिले दिन तू पचे एक पवित्तर सभा करब्या। उ दिन तोहका कउनो काम नाहीं करइ चाही। 8 सात दिन तलक तू पचे यहोवा बरे भेंट चढ़उब्या। सतएँ दिन एक पवित्तर सभा होइ। उ दिन तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही।”
ईसू क मार डावइ क कुचाल
(मत्ती 26:1-5,14-16; मरकुस 14:1-2,10-11; यूहन्ना 11:45-53)
22 अब फसइ नाउँ क बे खमीरे क रोटी क त्यौहार आवइ क रहा। 2 ओहॅर मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन काहेकि मनइयन स डेरात रहेन एह बरे कउनो अइसे चाल क ताक मँ रहेन जेहसे उ ईसू क मारि डावइँ।
यहूदा क कुचाल
3 फिन इस्करियोति कहावइवाला उ यहूदा मँ, जउन उन बारहु मँ एक रहा, सइतान समाइ गवा। 4 उ मुख्ययाजकन अउर सैनिकन क लगे गवा अउर ओनसे ईसू क कइसे पकड़वाइ सकत ह, इ बारे मँ बातचीत किहेस। 5 उ सबइ बहोत खुस भएन अउर ओका ऍकरे बरे धन देइ क राजी होइ गएन। 6 उ भी राजी होइ गवा अउर उ अइसे अउसरे क ताड़ मँ रहइ लाग जब भीड़-बड़ी न होइ अउर उ ईसू का ओकरे हथवा मँ धराइ देइ।
फसह क तइयारी
(मत्ती 26:17-25; मरकुस 14:12-21; यूहन्ना 13:21-30)
7 फिन बे खमीर क रोटी क उ दिन आवा जब फसह क मेमने क बलि दीन्ह जात ह। 8 तउ उ इ कहत भवा पतरस अउर यूहन्ना क पठएस, “जा अउर हमरे बरे फसह क भोज तइयार करा जेसे हम पचे ओका खाइ सकी।”
9 उ सबइ ओसे पूछेन, “तू हम पचन स ओकर तइयारी कहाँ करावइ चाहत ह?”
उ ओनसे कहेस, 10 “तू जइसे ही सहर मँ घुसब्या तोहका पानी क गगरी लइ जात भवा एक मनई मिली, ओकरे पाछे होइ जाया अउ प जउन घरे मँ उ जाइ तू भी पाछे चला जाया। 11 अउर घरे क स्वामी स कह्या ‘गुरु, तोहसे पूछेस ह कि उ मेहमान क कमरा कहाँ बा जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज क खइया क खाइ सकउँ।’ 12 फिन उ मनई सिढ़ियन क ऊपर तोहका सजा सजावा एक बड़ा कमरा देखॉई, हुवँई तइयारी कर्या।”
13 उ पचे चल पड़ेन अउर वइसा ही पाएन जइसा उ ओनका बताए रहे। फिन उ पचे फसह क भोज क तइयार किहेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.