Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
महलत क राग पइ संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु मस्किल।
1 मूरख ही सोचत ह कि परमेस्सर नाहीं होत ह।
इ तरह क लोग विनासकारी, भ्रस्ट, कुटिल होत हीं।
उ पचे तउ कउनो नीक काम नाहीं करतेन।
2 परमेस्सर अकासे मँ स नीचे सबइ लोगन क लखेस।
इ लखत ह कि का हिआँ स
कउनो बुद्धिमान मनई ओका हेरत रहत रहा?
3 मुला सबहिं लोग परमेस्सर स भटक गवा अहेन।
हर मनई बुरा अहइ।
कउनो भी मनई कउनो नीक करम नाहीं करत,
एक ठु भी नाहीं।
4 परमेस्सर कहत ह, “निहचय ही उ सबइ दुट्ठ लोग सत्य क जानत हीं।
उ सबइ दुट्ठ लोग मोरे मनवइयन क अइसे बरबाद करइ क तइयार अहइँ,
जइसे उ सबइ निज खइया क खाइ क तइयार रहत हीं”
5 मुला उ सबइ दुट्ठ लोग ऍतना डेराइ जइहीं,
जेतँना उ सबइ दुट्ठ लोग पहिले कबहुँ डेरानेन नाहीं।
एह बरे परमेस्सर इस्राएल क ओन दुट्ठ दुस्मन लोगन क तजेस ह।
परमेस्सर क मनवइयन ओनका हरइहीं
अउर परमेस्सर ओन दुट्ठन क हड्डियन क छितराइ देइ।
6 कउनो एक सिय्योन पर्वत स इस्राएल क बचाइ!
जब परमेस्सर आपन लोगन क स्थिति पुन:
स्थापित करी, याकूब क लोग खुस होइहीं।
हाँ इस्राएल बहोत खुस होइ।
प्रायस्चित क दिन
26 यहोवा मूसा स कहेस, 27 “सतएँ महीना क दसवे दिन प्रायस्चित क दिन[a] होइ। उ दिन क पवित्तर सभा होइ। तू पचे भोजन नाहीं करब्या। अउर तू पचे यहोवा क भेंट चढ़उब्या। 28 तू पचे ओह दिन कउनो काम नाहीं करब्या। काहेकि इ प्रायस्चित क दिन अहइ। उ दिन याजकन यहोवा क समन्वा जाइ अउ उ तोहार बरे प्रायस्चित करइहीं।
29 “अगर कउनो मनई उपवास करइ स मना करत ह तउ ओका आपन लोगन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 30 अगर कउनो मनई उ दिन काम करी तउ मइँ ओका ओकरे लोगन मँ स बारबाद करइ देब। 31 तोहका कउनो भी काम नाहीं करइ चाही। इ नेम तू पचे जहाँ कहूँ भी रहब्या, सदा ही रही। 32 इ तोहरे सबन्क आराम क खास दिन होइ। तू पचन क भोजन नाहीं करइ चाही। तू पचे आराम क इ खास दिन क महीना क नवाँ दिन साँझ[b] स सुरु करब्या। इ आराम क खास दिन उ साँझ स सुरु कइके अगली साँझ तलक रहत ह।”
कटीर क त्यौहार
33 यहोवा मूसा स फुन कहेस, 34 “इस्राएल क लोगन स कहा: सतएँ महीना क पन्द्रहवें दिन कटीर क त्यौहार होइ। यहोवा बरे इ पवित्तर त्यौहार सात दिन तक चली। 35 पहिले दिन एक धरम सभा होइ। तू पचन्क तब कउनो काम नाहीं करइ चाही। 36 तू पचे सात दिना तलक यहोवा बरे भेंट चढ़उब्या। अठएँ दिन तू पचे दूसर धरम सभा करब्या। तू पचे यहोवा क भेंट चढ़उब्या। इ एक भेंट सभा होइ। तू पचन्क तब कउनो काम नाहीं करइ चाही।
37 “इ सबइ यहोवा क खास पवित्तर दिन अहइँ। ओन दिन पवित्तर सभा होइ। तू पचे यहोवा क होम बलि, अन्नबलि, जनावरन क बलि पेयबलि भेंट क रूप मँ चढ़उब्या। तू पचे उ सबइ भेंटन क ठीक समइ पइ लइ अउब्या। 38 तू पचे यहोवा क सबित दिनन क सुमिरइ क अलावा ओन पवित्तर दिनन क त्यौहार मनउब्या। तू पचे ओन बलियन क यहोवा क आपन अन्नबलि क अलावा देब्या। तू पचे बिसेस दीन्ह गए बचन क पूरा करइ क रुप मँ दीन्ह गइ कउनो भेंट क अलावा ओन चिजियन क देब्या। उ सबइ ओन बिसेस भेंटन क अलावा होइहीं जेनका तू पचे यहोवा क देइ चाहत अहा।
39 “सतएँ महीना क पन्द्रहवें दिन, जब तू पचे आपन खेतन स फसल लिआइ चुकब्या, सात दिन तलक यहोवा क त्यौहार मनउब्या। पहिले अउ अठएँ दिन भी आराम क खास दिन होइ चाही। 40 पहिले दिन तू पचे फलदार पेड़न स नीक फल लिअउब्या अउ तू पचे खजूर क बृच्छ क डारी, चीड़ अउ बेंते क बृच्छन स डारि लिअउब्या। तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क समन्वा सात दिना तलक त्यौहार मनउब्या। 41 तू पचे इ पवित्तर दिन क हर साल यहोवा बरे सात दिना तलक मनउब्या। इ नेम सदा ही रही। तू पचे इ पवित्तर दिन क सतएँ महीना मँ मनउब्या।
सरग मँ परमेस्सर क स्तुति
19 एकरे बाद मइँ सरग क भीड़ स उच्च स्वर मँ आवाज़ आवत सुने रह्यो:
“हल्लिलूय्याह!
परमेस्सर क जय होइ! जय होइ! महिमा अउर समर्थ हमेसा मिलइ!
2 ओकर निआव सच्चे अउर धर्ममय अहइ।
उ बड़ी वेस्या क उ निआव करेस,
जउन आपन व्यभिचार स इ धरती क भ्रस्ट कइ दिहे रही,
अपने दासन क मउत क बदला लइ लिहेस।”
3 ओन्ह फिन कहेन्ह:
“हल्लिलूय्याह!
ओसे धुआँ जुग जुग तक उतरत रहा।”
4 फिन चौबीसउँ बुजुर्गन अउर चारउ प्रानिअन सिंहासन प बइठा परमेस्सर क झुकके प्रणाम करेन अउर ओकर आराधना करत गावइ लागेन:
“आमीन, हल्लिलूय्याह!”
5 सिंहासन स फिन आवाज आइ जउन कहत रही:
“ओ ओकर सेवकन!
तू सबे हमरे परमेस्सर क स्तुति करा,
अउर अपने सब लोगन क चाहे बड़ा होइ या छोटा
सबइ क इज्जत करत रहा!”
6 फिन मानो मइँ एक विसाल जनसमूहे क आवाज सुनेउँ जउन कि भयंकर पानी क बहाव अउर बदरन क जोरदार गरजइ-तरजइ क आवाज जइसे रही। कहत रही:
“हल्लिलूय्याह!
जय होइ ओकर, काहे बरे कि हमार पर्भू परमेस्सर,
सर्वसक्ति स पूरा होइके राज्य क ताकतवर बनावत अहइ।
7 इ बरे आवा, आनन्द खुसी मनावा।
आवा, ओका माहिमा देइ।
काहे बरे कि अउर मेमना क बियाह क समइ आइ गवा अहइ।
ओकर दुलहिन सजी धजी तइयार होइ गइ।
8 ओका आग्या मिली अहइ,
साफ सफेद निर्मल मलमल पहन ल्या।”
(इ मलमल परमेस्सर क पवित्तर लोगन बड़िया कामन क प्रतीक अहइ।)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.