Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 उ जउन कउनो सर्वोच्च परमेस्सर क सरण मँ रहत ह,
तउ उ सर्वसक्तिमान परमेस्सर क सुरच्छा मँ रहत ह।
2 मइँ यहोवा स कहत हउँ, “तू मोर सुरच्छा स्थल अहा मोर गढ़।
हे परमेस्सर, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।”
9 काहेकि तू यहोवा क भरोसे अहा।
तू परम परमेस्सर क आपन सरणस्थल बनाया ह।
10 तोहरे संग कउनो भी बुरी बात नाहीं घटी।
कउनो भी रोग तोहरे घर क नजदीक नाहीं आइ।
11 काहेकि परमेस्सर आपन सरगदूतन क तू जहाँ भी जाब्या हुआँ तोहार रच्छा करइ बरे नियुक्त करी।
12 ओकर सरगदूतन तोहका आपन हाथन पइ ऊपर उठइहीं,
ताकि तोहार गोड़ चट्टान स न टकराइ।
13 तू कोबरा अउर नाग पइ बगैर कउनो नोस्कान क चलब्या;
तू सेर अउर अजगर क कुचरब्या।
14 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सेवकन क रच्छा करब जउन मोहसे पिरेम करत ह।
मइँ ओनॅ व्यक्ति क पालन-पोसन करब जउन मोर उपासना करत ह।”
15 उ सहारा पावइ बरे मोका गोहरइहीं, मइँ ओनकर जवाब देब।
उ पचे जब कस्ट मँ होइहीं मइँ ओनके संग रहब।
मइँ ओनकर बचाव करब अउर ओनका आदर देब।
16 मइँ आपन व्यक्तियन क एक लम्बी उमिर क आसीस देब।
अउर मइँ ओका ओकर आपन बचान क सक्ति दिखाउब।
6 तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “अब तू लखब्या कि मइँ फिरौन बरे का करत हउँ। उ ओनका छोड़इ बरे एँतना हलबुली करी कि उ खुद ओनका जाइ बरे मजबूर करी।”
2 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, “मइँ यहोवा हउँ। 3 मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क समन्वा परगट भएउँ ह। उ पचे मोका ‘एल-सदद्इ’ (सर्व-सक्तीमान परमेस्सर) कहेन। मइँ ओनका इ नाहीं जाहिर करिउँ कि मोर नाउँ यहोवा अहइ। 4 मइँ ओनके संग एक करार बनयो हउँ। मइँ उ पचन्क कनान क भुइँया देइ क बचन दिहउँ ह। उ सबइ उ देस मँ रहत रहेन, मुला उ सबइ हुवाँ अजनबी क जेसे रहत रहेन। 5 अब मइँ इस्राएलियन क चीख-पुकार जउन मिस्री लोगन क अत्याचार अउर कठिन काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जाइ क कारण रहेन क सुना। अउर मइँ आपन करार क याद किया। 6 ऍह बरे इस्राएलियन स कहा कि मइँ ओन लोगन स कहत हउँ, ‘मइँ यहोवा हउँ। मइँ तू पचन्क मिस्र क बधवा मजदूरी स दूर लइ जाउब अउर मइँ तू पचन्क का ओन लोगन क गुलामी से बचाउब। अउर मइँ आपन महान सक्ती क प्रयोग कइ क अउर निअउ क महान काम अंजाम दइ क तू पचन्क अजाद करब। 7 तू पचे हमार मनई होब्या अउ मइँ तू पचन्क परमेस्सर। तू पचे जान जइब्या कि मइँ परमेस्सर, यहोवा हउँ अउर कि मइँ तू सबन्क मिस्र क गुलामी स अजाद किहउँ ह। 8 मइँ इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब स बड़ा वाचा किहेउँ रहा। मइँ ओनका एक खास पहँटा देइ क वाचा किहेउँ रहा। ऍह बरे मइँ तू सबन क उ पहँटा ताई लइ जाब। मइँ उ पहँटा तू पचन्क देब। इ तू पचन्क होइ। मइँ यहोवा हउँ।’”
9 ऍह बरे मूसा इ बात इस्राएलियन क बताएस। मुला मनइयन आपन कर्रा मेहनत अउर निरासा क कारण मूसा क बात नाहीं सुनेन।
10 तब यहोवा मूसा स कहेस, 11 “जा अउ मिस्र क राजा फिरौन स कहा कि उ इस्राएल क लोगन क इ देसे स जाइ देइ।”
12 मुला मूसा जवाब दिहेस, “इस्राएल क मनइयन मोर बात सुनइ नाहीं चाहतेन। ऍह बरे सचमुच फिरौन भी सुनइ न चाही। अउर मइँ माहिर बोलिवइया नहीं हउँ।”[a]
13 मुला यहोवा मूसा अउ हारून स बतियान। यहोवा ओनका जाइ अउ इस्राएलियन स बतियाइके हुकुम दिहेस अउ इ भी हुकुम दिहेस कि उ पचे जाइँ अउर फिरौन स बतियाइँ। यहोवा हुकुम दिहेस कि उ पचे इस्राएलियन क मिस्र क बाहेर लइ जाइँ।
35 “इ उहइ मूसा अहइ जेका उ पचे इ कहत भवा नकारेन, ‘तोहका राजा अउर न्यायकर्ता कउन बनाएस ह?’ इ उहइ अहइ जेका परमेस्सर उ सरगदूत क जरिये, जउन ओकरे बरे झाड़ी मँ परगट भवा रहा, राजा अउर मुक्ति देइवाला होइ बरे पठएस। 36 उ ओनका मिस्र क भुइँया अउर लाल सागर अउर रगिस्ताने मँ चालीस बरिस ताई बहुत अचरज कारजन करत भवा अउर अद्भुत चीन्हन दखॅावत भवा बाहेर निकारी लइ आवा।
37 “इ उहइ मूसा अहइ जउन इस्राएल क लोगन स कहे रहा, ‘तोहरे भाइयन मँ स ही तोहरे बरे परमेस्सर एक मोरे जइसा नबी पठइ।’(A) 38 इ उहइ अहइ जउन वीरान जगह मँ सभा क बीच हमार पूर्वजन अउर उ सरगदूत क साथे मौजूद रहा जउन सीनै पहाड़े प ओसे बात किहेस। मूसा परमेस्सर स जीवित बचन पाएस जउन हमका जिन्नगी देत हीं।
39 “मुला हमार पूर्वजन ओका मानइ स इनकार कइ दिहेन। ऍतना ही नाहीं, उ पचे ओका नकार दिहन अउर आपन मने मँ फिन उ पचे मिस्र लौटि गएन। 40 उ पचे हारून स कहे रहेन, ‘हमरे बरे अइसे देवतन क बनावा जउन हम पचन्क राह सोझॉवइ। इ मूसा क बारे मँ जउऩ मिस्र स बाहेर निकारा गवा रहा, हम नाहीं जानित कि ओकरे संग का कछू घटा।’(B) 41 ओनही दिनन मँ उ पचे बछवा क तरह एक ठु मूरत गढ़ेन। उ मूरत प उ सबइ बलि चढ़ाएन। अउर जेका उ पचे आपन हाथे स चढ़ाएन, ओह पइ आनन्द मनावइ लागेन। 42 मुला परमेस्सर ओनसे मुँहना मोड़ि लिहस। उ सबन्क अकासे क ग्रह-नछत्र क आराधना करइ बरे छोड़ दीन्ह गवा। जइसा कि नबियन क किताबे मँ लिखा अहइ:
‘ओ इस्राएल क परिवारे क लोगो, का तू पसु बलि अउर दूसर बलि वीरान मँ मोका नाहीं चढ़ावत रह्या?
चालीस बरिस तलक।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.