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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 37:1-11

दाऊद क समर्पित।

दुर्जन लोगन स जिन घबरा,
    जउन बुरा करत हीं अइसे मनइयन स ईर्स्या जिन राखा।
दुर्जन मनई घास अउ हरियर पौधन क नाई हाली पिअराइ जात हीं
    अउर मरि जात हीं।
अगर तू यहोवा पइ भरोसा रखब्या अउर भला काम करब्या तउ तू जिअत रहब्या
    अउ ओन चिजियन क भोग करब्या जउन धरती देत ह।
यहोवा क सेवा मँ आनन्द लेत रहा,
    अउर यहोवा तोहका तोहार मन चाहा देइ।
यहोवा क भरोसे रहा।
    ओकर बिस्सास करा।
    उ वइसा करी जइसा करइ चाही।
दुपहरिया क सूरज जइसा,
    यहोवा तोहार नेकी अउ खरेपन क चमकावइ।
यहोवा पइ भरोसा धरा अउ ओकरे सहारे क बाट जोहा।
    तू दुट्ठन क कामयाबी लखिके घबरावा जिन करा।
    तू दुट्ठन क दुट्ठ जोजनन क कामयाब होत लखिके जिन घबरा।
तू किरोध जिन करा, तू उन्मादी जिन बना।
    ओतना जिन घबराइ जा कि तू बुरा काम करइ चाहा।
काहेकि बुरे मनइयन क तउ नास कीन्ह जाइ।
    मुला उ सबइ लोग जउन यहोवा पइ भरोसा रखत हीं, उ धरती क पइहीं जेका देइ क परमेस्सर वचन दिहेस ह।
10 तनिक समइ क पाछे कउनो दुर्जन नाहीं बच पाई।
    हेरइ स भी तोहका कउनो दुट्ठ नाहीं मिली।
11 नम्र लोग उ धरती पइहीं जेका परमेस्सर देइ क वचन दिहेस ह।
    उ सबइ सान्ति क आनन्द लेइहीं।

भजन संहिता 37:39-40

39 यहोवा नेक मनइयन क रच्छा करत ह।
    उ आपन किला मँ रहा जब विपत्तियन आइन।
40 यहोवा नेक लोगन क सहारा देत ह, अउर ओनकर रच्छा करत ह।
    सज्जन यहोवा क सरण मँ आवत हीं अउर यहोवा ओनका दुर्जनन स बचाइ लेत ह।

उत्पत्ति 44:18-34

यहूदा बिन्यामीन क बारे मँ सिफारिस करत ह

18 तब यहूदा यूसफ क लगे गवा अउ उ कहेस, “महोदय, मेहरबानी कइके मोका खुद आपसे साफ कहि लेइ द्या। कृपा कइके मोसे नाखुस न ह्वा। मइँ जानत अहउँ कि आप खुद फिरौन जइसे अहइँ। 19 जब हम लोग पहिले हिआँ आए रहे, आप पूछे रहेन कि ‘का तोहार पिता या भाई अहइँ?’ 20 अउर हम आप क जवाब दीन्ह, ‘हमरे एक ठु पिता अहइँ, उ बुढ़ान अहइँ अउ हम लोगन क एक लहुरा भाई अहइ। हमार पिता ओसे बहोत ज्यादा पियार करत हीं काहेकि ओकर जन्म ओकरे बुढ़ापे मँ भवा रहा, अउर लहुरा बेटवा क भाई मरि गवा एह बरे इ सिरिफ अकेला बचा अहइ जउन उ मेहरारु स जनमे रहा। हम पचन क पिता ओका बहोत पियार करत हीं।’ 21 तब आप हमसे कहे रहेन, ‘उ भाई क मोरे लगे लिआवा। मइँ ओका लखइ चाहत हउँ।’ 22 अउ हम लोग कहे रहे, ‘इ नान्ह लरिका नाही आइ सकत। उ आपन बाप क नाही तजि सकत। अगर ओकरे पिता क ओसे हाथ धोवइ पड़इ तउ ओकर पिता ऍतना दुःखी होइ कि उ मरि जाइ।’ 23 मुला आप हमसे कहेन, ‘तू लोग आपन छोटका भइया क जरुर लिआवा, नाही तउ मइँ फुन तू लोगन क हाथे अनाज न बेचब।’ 24 ऍह बरे हम लोग आपन पिता क लगे लउटे अउ आप जउन कछू कहेन, ओनका बतावा।

25 “पाछे हम पचन क पिता कहेन, ‘फुन जा अउ हम लोगन बरे कछू अउर अन्न खरीदा।’ 26 हम लोग ओसे कहा, ‘हम लोग आपन सब स लहुरा भाई क बिना नाही जाइ सकित। राज्जपाल कहेस ह कि उ तब तलक हम लोगन क अनाज नाहीं बेची जब तलक उ हमरे सबन त लहुरे भइया क नाही लखि लेत।’ 27 तब मोर पिता हम लोगन स कहेस, ‘तू लोग जानत ह कि मोर मेहरारु राहेल मोका दुइ पूत दिहस। 28 मइँ एक पूत क दूरी जाइ दिहेउँ अउ ओका जंगली जनावर मारि डाएन अउ तब स मइँ ओका नाही लखेउँ ह। 29 अगर तू पचे मोर पूत क मोसे दूर लइ जाइ चाहत बाट्या अउ ओका कछू होइ जात ह तउ मोका ऍतना दुःख होइ कि मइँ मरि जाब।’ 30 ऍह बरे अब हम लोग आपन छोटका भाई क बिना घरे जाब तब हम पचन क पिता क इ निहारइ क पड़ी। उ छोटका बेटवा हमरे पिता क जिन्नगी मँ सबसे बेसी मानता रखत ह। 31 जब उ पचे लखिही छोटका बेटवा हम लोगन क संग नाहीं अहइ उ पचे मरि जइही अउर इ हम लोगन क दोख होइ। हम पचे आपन पिता क घोर दुःख अउ मउत क कारण होइ जाब।

32 “मइँ छोटके बेटवा क जिम्मेदारी लीन्ह ह। मइँ आपन पिता स कहेउँ, ‘जदि मइँ ओका आप क लगे लउटाअइके न लावउँ तउ आप सारी जिन्नगी भइ मोका दोखी ठहराइ सकत हीं।’ 33 ऍह बरे मइँ आप स माँगत अहउँ, अउर आप पराथना करत हउँ कि कृपा कइके छोटके लरिका क आपन भाइयन क संग लौटि जाइ देइँ अउ मइँ हिआँ रुकब अउ आप क दास होब। 34 मइँ आपन पिता क लगे लौट नाही सकत जदि हमरे संग छोटका भाई नाही रही। मइँ इ बात स बहोत ससान अहउँ कि मोरे बाप क संग का घटी।”

लूका 12:57-59

आपन समसिया हल करा

(मत्ती 5:25-26)

57 “जउन नीक अहइ, ओकर फैसला करइवाला तू खुद काहे नाहीं बनत्या? 58 जब तू आपन बैरी क संग न्यायाधीस क लगे जात रहब्या तउ रास्ता मँ ही ओकरे संग समझौता करइ क जतन करया। नाहीं तउ कहूँ अइसा न होइ कि उ तोहका न्यायाधीस क लगे खैंच लइ जाइँ अउर न्यायाधीस एक अधिकारी क सौंपि देइ। अउर अधिकारी तोहका जेलि मँ धाँध देइ। 59 मइँ तोहका बतावत हउँ, तू हुवाँ स तब ताईं छूटि नाहीं पउब्या जब तलक आखिरी दमड़ी तक न चुकाइ द्या।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.