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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 1

पहिला भाग

(भजन 1–41)

उ मनई सचमुच धन्य होइ जउन दुस्टन क सलाह न मानी,
    अउर पापियन क संग सामिल नाहीं होत ह
अउर ओनकर संग नाहीं रहत ह
    जउन परमेस्सर क बरे सम्मान नाहीं दिखावत ह।[a]
उ नीक मनई अहइ जउन यहोवा क उपदेसन स पिरेम राखत ह।
    उ तउ दिन रात ओन उपदेसन क मनन करत ह।
एहसे उ मनई उ बृच्छ जइसा मजबूत बनत ह
    जेका सिंचाई क नहर क किनारे रोपा गवा ह।
उ उ बृच्छ क नाई बाटइ, जउन छेत्र मँ फल देत ह
    अउ जेकर पत्ता कबहुँ नाहीं मुरझातेन।
उ जउन भी करत ह सफल ही होत ह।

मुला टुस्ट मनई अइसे नाहीं होतेन।
    दुस्ट मनई उ भूसा क नाई होत हीं जेनका हवा क झोकां उड़ाइ लइ जात ह।
एह बरे दुस्ट मनई निआव क मुकाबला नाहीं कइ पइहीं।
    सज्जन लोगन क सभा मँ उ पचे दोखी ठहरावा जइहीं अउर ओन पापी लोगन क बख्सा न जाइ।
एकर कारण इ बाटइ कि यहोवा सज्जन लोगन क अगुवाइ करत ह,
    मुला दुर्जन लोग खो जाइहीं।

यिर्मयाह 17:1-4

हिरदय पइ लिखा अपराध

17 “यहूदा क लोगन क पाप हुआँ लिखा अहइ जहाँ स ओका मिटावा नाहीं जाइ सकत।
    उ सबइ पाप लोहे क कलम स पाथरन पइ लिखे ग रहेन।
ओनकर पाप हीरे क नोकवाली कलम स लिखा ग रहेन, अउर उ पाथर ओनकर हिरदय अहइ।
    उ सबइ पाप ओनकर वेदी क सीगंन क बीच काटे ग रहेन।
ओनकर बच्चन लबार देवतन क
    अर्पित कीन्ह गइ वेदिन क याद राखत हीं।
उ पचे ओन चीजन क खुले ठउरे क पहाड़न पइ याद करत हीं।
    यहूदा क लोगन क लगे सम्पत्ति अउर खजानन अहइँ।
मइँ ओन चीजन क दूसर लोगन क देब।
    मइँ तोहरे देस क सबहिं उच्च ठउरन क नस्ट करब।
    तू ओन ठउरन पइ पूजा कइके पाप किहा ह।
तू उ भूइँया क खोउब्या जेका मइँ तोहका दिहेउँ ह।
    मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहका ओनके दास क तरह
उ भूइँया मँ लइ जाइ देब जेकरे बारे मँ तू नाहीं जानत्या।
    काहेकि मइँ बहोत कोहान हउँ।
मोर किरोध तपत आगी जइसा अहइ,
    अउर जउन कि सदैव जरिहीं।”

लूका 11:24-28

बे कामकाजी मनई

(मत्ती 12:43-45)

24 “जब कउनो दुस्ट आतिमा कउनो मनई स बाहेर निकरत ह तउ अराम क ढूँढ़त सूखे ठउरन मँ स होत जात ह अउर जब ओका अराम नाहीं मिलत तउ उ कहत ह, ‘मइँ आपन उहइ जगह लौटब जहाँ स गइ हउँ।’ 25 अउर वापस जाइके उ ओका साफ सूथर अउर तरकीबे मँ बसी पावत ह। 26 फिन उ जाइके आपन स भी जिआदा दुस्ट दूसर सात जिआदा दुस्ट आतिमन क हुवाँ लइ आवत ह। फिन उ सबइ ओहमाँ जाइके रहइ लागत हीं। इ तरह उ मनई क पाछे क दसा पहिले स जिआदा खराब होइ जात ह।”

उ पचे धन्य अहइँ

27 फिन अइसा भवा कि जइसे ही ईसू इ बातन कहेस, भिरिया मँ स एक स्त्री उठी चिल्लाइके बोली, “उ गरभ धन्य अहइ, जउन तोहका धारण किहेस ह। अउर उ चूची धन्य अहइ, जेका तू चुस्या ह।”

28 ऍह प उ कहेस, “धन्य तउ मुला उ पचे बाटेन जउन परमेस्सर क बचन सुनत हीं अउन ओह प चलत हीं!”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.