Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
दाऊद क ओह समइ क गीत जब उ आपन पूत अबसालोम स दूर पराइ ग रहा।
1 हे यहोवा, मोरे केतॅना ही केतॅना दुस्मन अहइँ,
केतॅना लोग मोरे खिलाफ ठाड़ होइ ग अहइँ।
2 केतॅना ही लोगन मोर खिलाफ सड्यंत्र रचेन, उ कहत हीं, “परमेस्सर ऍकर रच्छा नाहीं करी।”
3 मुला यहोवा, तू मोर ढाल अहा।
जउन मोर सम्मान बा उ तू ही अहा।
हे यहोवा, तू ही मोर मूँड़ ऊँच करत अहा।
4 मइँ यहोवा क ऊँची अवाजे मँ पुकारबउँ।
उ आपन पवित्तर पर्वते स मोका जवाब देइ।
5 मइँ आराम करइ बरे ओलर सकत हउँ।
मइँ जानत हउँ कि मइँ जाग जाबेउँ, काहेकि यहोवा मोका बचावत अउर मोर रच्छा करत ह।
6 चाहे हज़ारन सैनिक मोका घेर लेइहीं
मुला ओन दुस्मनन स नाहीं डेराब।
7 हे यहोवा, उठा!
मोरे परमेस्सर मोका बचावा।
तू बहोत सक्तीसाली अहा।
अगर तू मोरे दुस्मनन क मुँहना पइ प्रहार करा, तउ ओनकइ सबहिं दाँतन टूटि जाइहीं।
8 यहोवा आपन लोगन क रच्छा कइ सकत ह।
हे यहोवा, तोहरे मनइयन पइ तोहार आसीस रहइ।
19 यहोवा समूएल क संग रहा। समूएल बाढ़त गवा। यहोवा समूएल क कउनो संदेस क असफल नाहीं होइ दिहस। 20 तब समूचा इस्राएल, दन स लइके वीरसेबा ताई समझ गवा कि समूएल यहोवा क सच्चा धर्मदूत अहइ। 21 सीलो मँ यहोवा समूएल क समन्वा परगट भएस। यहोवा सीलो मँ समूएल क अगवा अपने आप क यहोवा क बचन[a] क तरह परगट किहेस।
4 समूएल क बारे मँ खबर समूचइ इस्राएल मँ सँचर गइ। एली बहोत बुढ़ाइ गवा रहा। ओकर पूत यहोवा क समन्वा कुकरम करत रहेन।[b]
पलिस्तियन इस्राएलियन क हराइ दिहेन
उ समइया इस्राएलियन पलिस्ती क खिलाफ जुद्ध बरे तइयार भएन। इस्राएलियन आपन डेरा एबेनेजर मँ डाएन। पलिस्तियन आपन डेरा अपेक मँ डाएन। 2 पलिस्ती इस्राएल प हमला बोलइ बरे तइयार भएन। जुद्ध सुरु होइ गवा।
पिलिस्तियन इस्राएलियन क ओकर लगभग चार हजार मनइयन क जुद्ध क मइदान मँ मारि के ओका जुद्ध मँ हराएन।
मसीह स मुँह न फेरा
26 सत्य क गियान पाइ लेइके बाद उ अगर हम जानबूझ क पाप करित ही रहित ह फिन तउ पापन क बरे कउनउ बलिदान बचा नाहीं रहत। 27 बल्कि फिन त निआव क भयानक प्रतीच्छा अउर भीसण आगी बाकी रहि जात ह जउन परमेस्सर क बिरोधियन क चट कइ जाई। 28 जउन कउनउ मूसा क व्यवस्था क पालन करइ स मना करत ह, ओका बिना दया देखाए दुइ या तीन साच्छियन क साच्छी प मारि डावा जात ह। 29 सोचा, उ मनइयन केतना जियादा कड़ा दंड क पात्र अहइँ, जे अपने गोड़न तले परमेस्सर क पूत क कुचलेन, जे करार क उ लहू के, जे ओनका पवित्तर किहे रहा, एक अपवित्तर चीज मानेन अउर अनुग्रह क आतिमा क अपमान किहेन। 30 काहेकि हम ओनका जानित ह जे कहे रहेने, “बदला लेब काम बा मोर, मइँ हीं बदला लेब।”(A) अउर फिन, “पर्भू अपने लोगन क निआव करी।”(B) 31 कउनो पापी क सजीव परमेस्सर क हाथन मँ पड़ि जाब एक भयानक बात अहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.