Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 यहोवा क स्तुति करा,
हे यहोवा क सेवकन, ओकर स्तुति करा।
यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
2 यहोवा क नाउँ अबहुँ
अउर सदा सदा बरे आसीसित होइ।
3 मोर इ कामना अहइ, यहोवा क नाउँ क गुण पूरब स जहाँ सूरज उगत ह,
पच्छिउँ तलक उ ठउरे मँ जहाँ सूरज बूड़त ह गावा जाइ।
4 यहोवा सबहिं रास्ट्रन स महान अहइ।
ओकर महिमा अकासे तलक उठति ह।
5 यहोवा हमरे परमेस्सर क नाई कउनो भी मनई नाहीं अहइ
जउन ऊँचाइ पइ विराजमान अहइ।
6 भले ही उ सबइ बातन क जउन धरती अउर आकासे पइ घटत ह,
लखइ बरे उ नीचे झुकिके निगाह डावइ ह।
7 परमेस्सर गरीब मनइयन क धूरि स उठावत ह।
उ ओनका क गन्दगी स निकारत ह।
8 परमेस्सर ओनका महत्वपूर्ण बनावत ह।
परमेस्सर ओन लोगन क महत्वपूर्ण मुखिया बनावत ह।
9 कउनो मेहरारू बे औलाद होइ सकत ह, किन्तु परमेस्सर ओका बच्चा स आसीसित करी,
अउर ओका खुस करी।
यहोवा क गुणगान करा।
इसहाक बरे मेहरारु
24 इब्राहीम बहोत बूढ़ा होइके भी जिअत रहा। यहोवा इब्राहीम क आसीर्बाद दिहेस अउ ओकरे हर एक काम क सफल होइ दिहेस। 2 इब्राहीम क एक सबन त पुरान नउकर रहा जउन इब्राहीम क जउन कछू रहा ओकर प्रबंधक रहा। इब्राहीम उ नउकर क बोलाएस अउ कहेस, “आपन हाथ मोरे जाँघे क नीचे धरा। 3 अब मइँ चाहत हउँ कि तू मोका एक बचन द्या। धरती अउ आकास क परमेस्सर यहोवा क समन्वा तू बचन द्या कि तू कनान क कउनो बिटिया स मोरे पूत क बियाह नाही होइ देब्या। हम पचे उ कनानियन क मध्य मँ रहित ह, मुला कनानी लड़की स ओकर बियाह न करइ द्या। 4 तू मोरे देस अउ मोरे आपन मनइयन मँ लउटिके जा। हुआँ मोर पूत इसहाक बरे एक दुलहिन हेरा।”
5 नउकर ओसे कहेस, “इ तउ होइ सकत ह कि उ दुलहिन मोरे संग इ देस मँ लौटब न चाहइ। तब, का मइँ तोहरे पूत क तोहरी जन्म भुमि मँ लइ जाऊँ?”
6 इब्राहीम ओसे कहेस, “नाही! तू हमरे पूत क उ देस मँ न लइ जा। 7 यहोवा, सरग क परमेस्सर मोका मोरी जन्म भूमि स हिआँ लिआवा। उ देस मोर बाप अउ परिवार क घर रहा। मुला यहोवा इ बचन दिहस कि इ नवा प्रदेस मोरे परिवार वालन क होइ। यहोवा आपन एक सरगदूत तोहरे समन्वा पठएस जेहसे तू मोरे पूत बरे दुलहिन चुनि सका। 8 मुला अगर बिटिया तोहरे संग आउब मना करइ तउ तू आपन बचन स छुटकारा पाइ जाब्या। मुला तू मोरे पूत क उ देस मँ वापिस जिन लइ जा।”
9 इ तरह नउकर आपन मालिक क जाँघे तरे आपन हाथ धइके बचन दिहेस।
खोज सुरु होत ह
10 नउकर इब्राहीम क दस ठु ऊँट लिहेस अउ उ जगह स उ चला गवा। नउकर कइउ तरह क सुन्नर भेंट आपन संग लइ गवा। उ नाहोर क सहर मेसोपोटामिया गवा।
5 कउनउ बड़ी आयु क मनई क साथे कठोरता स न बोला, बल्कि ओनहे बापे क रूप मँ देखत ओनके बरे विनम्र रहा। सलाह देत समइ अपन्ने स छोटन क साथे भाइयन जइसा बर्ताव करा। 2 बड़ी स्त्रियन क महतारी समझा अउर जवान स्त्रियन क आपन बहिन समझिके सब पवित्रतन क साथे बर्ताव करा।
विधवन क धियान रखा
3 ओन्हन विधवन क विसेस धियान रखा जउन वास्तव मँ अकेले अहइँ। 4 मुला अगर कउनउ विधवा के बेटवा-बिटिया अउर नाती पोता अहइँ तउ ओन्हे सबसे पहिले अपने धरम पर चलत चलत अपने परिवार क देखभाल करइ सीखइ चाही। ओनका चाही कि ओ पचे अपने महतारी-बापे क पालन पोसन क बदला चुकावइँ काहेकि एहसे परमेस्सर खुस होत ह। 5 उ विधवा जउन सही मँ विधवा बाटइ अउर जेकर धियान रखइवाला केउ नाहीं बाटइ अउर परमेस्सर तउ जेकर सबइ आसा क सहारा बा उ दिन रात बिनती अउर पराथना मँ लगी रहत हीं। 6 मुला उ विधवा जे बिसय भोग क दास होइ गइ अहइँ जीते जी मरे भएन क समान बाटिन। 7 इही बरे बिसवासी लोगन क इन बातन क (ओनके सहायता क) आदेस द्या ताकि कउनउ भी ओनकर आलोचना न कइ पावइ। 8 मुला अगर केउ आपन रिस्तेदारन, विसेसकर आपन पिरवार क सदस्यन क सहायता नाहीं करत, तउ उ बिसवास स फिन गवा बा अउर कउनो अबिसवासी से भी जियादा खराब बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.