Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
परमेश्वर की दयालुता के विषय में तीन दृष्टान्त
15 सभी चुँगी लेने वाले और पापी लोग मसीह येशु के प्रवचन सुनने उनके पास आए 2 किन्तु फ़रीसी और शास्त्री बड़बड़ाने लगे, “यह व्यक्ति पापियों से मित्रता रखते हुए उनके साथ संगति करता है.”
3 इसलिए मसीह येशु ने उनके सामने यह दृष्टान्त प्रस्तुत किया: 4 “तुम में से ऐसा कौन होगा, जिसके पास सौ भेड़ें हों और उनमें से एक खो जाए तो वह निन्यानबे को जंगल में छोड़ कर उस खोई हुई को तब तक खोजता न रहेगा, जब तक वह मिल न जाए? 5 और जब वह उसे मिल जाती है, उसे आनन्दपूर्वक कन्धों पर लाद लेता है. 6 घर लौटने पर वह अपने मित्रों और पड़ोसियों को इकट्ठा कर कहता है, ‘मेरे आनन्द में सम्मिलित हो जाओ क्योंकि मुझे मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है!’” 7 “यह बात याद रखो: पश्चाताप करते हुए एक पापी के लिए उन निन्यानबे धर्मियों की तुलना में स्वर्ग में कहीं अधिक आनन्द मनाया जाता है, जिन्हें मन फिराने की ज़रूरत नहीं है.”
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