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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 119:113-128

सामेख

113 हे यहोवा, मोका अइसे ओन लोगन स घिना अहइ, जउन पूरी तरह स तोहरे बरे सच्चा नाहीं अहइँ।
    मोका तउ तोहार सिच्छन भावत हीं।
114 तू मोर ढाल अउर रच्छक अहा।
    मइँ तोहार वचन पइ भरोसा किहउँ ह।
115 दुट्ठ लोगन क मोहसे दूर करा,
    ताकि मइँ आपन परमेस्सर क आग्यन क पालन कइ सकेउँ।
116 हे यहोवा, मोका अइसे ही सहारा द्या जइसे तू वचन दिहा, ताकि मइँ जी सकेउँ।
    मोका तोहेमाँ बिस्सास अहइ, मोका निरास जिन करा।
117 हे यहोवा, मोका सहारा द्या कि मोर उद्धार होइ।
    मइँ सदा तोहरे आदेसन क पाठ किया करब।
118 हे यहोवा, तू हर अइसे मनई स बिमुख होइ जात ह, जउन तोहार नेम तोड़त हीं।
    काहेकि उ पचे छल क बियर्थ राहन क पालन करत हीं।
119 हे यहोवा, तू इ धरती स सबहिं दुट्ठ लोगन क अइसा हटावा, जइसेन उ पचे बेकार पदार्थ होइ,
    मइँ तोहरी करार स सदा पिरेम करब।
120 हे यहोवा, मइँ तोहसे डेरान हउँ, मइँ डेरात अहउँ,
    अउर तोहरे विधान क आदर करत हउँ।

ऐन

121 मइँ उ सबइ बातन किहेउँ ह जउन नीक अउर खरा अहइँ।
    हे यहोवा, तू मोका अइसेन ओन लोगन क जिन सौंपा जउन मोका हानि पहोंचावइ चाहत हीं।
122 मोका वचन द्या कि तू मोरे बरे अच्छा करब्या।
    मइँ तोहार दास अहउँ।
    हे यहोवा, अहंकारी लोगन क मोह पइ अत्याचार जिन करइ द्या।
123 हे यहोवा, तू आपन अच्छाई स मोका वचन दिहे रह्या कि तू मोर मदद करब्या।
    मुला मोर आँखी तोहार राह निहारत भए थकी गइन।
124 तू आपन बिस्ससनीय पिरेम मोह पइ परगट करा।
    मइँ तोहार दास हउँ।
    तू मोका आपन विधान क सिच्छा द्या।
125 मइँ तोहार सेवक हउँ।
    आपन विवेक स मोका आसीस द्या तउ मइँ तोहार करार क समुझ सकेउँ।
126 कार्यवाही करा, हे यहोवा,
    काहेकि ओन लोग तोहरे कानून क नाफ़रमानी करत हीं।
127 हे यहोवा, उत्तिम सुवर्ण स भी जियादा
    मोका तोहार आदेस भावत हीं।
128 तोहरे सब उपदेसन क बहोत सावधानी स मइँ पालन करत हउँ।
    मइँ सबइ झूठे रास्तन स घिना करत हउँ।

1 समूएल 18:6-30

दाऊद पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ जात रहा। जुद्ध क पाछे उ घर लउटत रहा। इस्राएल क सबहिं सहरन स मेहररुअन साऊल क समन्वा दाऊद क सुआगत मँ ओसे भेंटइ आवत रहिन। उ सबइ हँसतिन, नाचतिन अउ ढोलक अउ सितार तीन या जियादा धागा वाला क बजावत रहतिन। उ सबइ दाऊद क समन्वा आपन खुसी जाहिर करत रहिन। मेहररुअन गावत रहिन,

“साऊल हजारन क मारेस।
    दाऊद दसहु हजारन क मारेस।”

मेहररुअन क इ गीत साऊल क दुःखी कइ दिहस। उ बहोत कोहाइ गवा। साऊल सोचेस, “मेहररुअन दाऊद क प्रसंसा करत अहइँ कि उ दसहु हजार मारेस ह। अउर उ पचे कहत अहइँ कि मइँ सिरिफ हजार मारेउँ। ओका कब्जा करइ बरे का बचा सिरफ, बादसाहत हीं?” ऍह बरे उ समइ स साऊल दाऊद प निगाह रखइ लाग।

साऊल दाऊद स ससाइ गवा

10 दूसरे दिन परमेस्सर स पठइ गइ एक दुट्ठ आतिमा साऊल पर जोर स सवारी भरेस। साऊल आपन घर मँ बहसी होइ ग।[a] दाऊद पहिले क तरह वीणा बजाएस। 11 मुला साऊल क हाथे मँ भाला रहा। साऊल सोचेस, “मइँ दाऊद क देवारे मँ ठोंक देब।” साऊल दुइ बार भाला स हमला किहेस, मुला दाऊद बचि गवा।

12 यहोवा दाऊद क संग रहा। अउर यहोवा साऊल क तजि दिहेस। ऍह बरे साऊल दाऊद स डेरान रहा। 13 साऊल दाऊद क आपन स दूर पठइ दिहस। साऊल दाऊद क दस हजार क सेनापति बनाएस। दाऊद जुद्ध मँ फउजियन क अगुअइ किहेस। 14 यहोवा दाऊद क संग रहा। ऍह बरे दाऊद हर कहूँ सफल रहत रहा। 15 साऊल लखेस कि दाऊद क बहोत जिआदा कामयाबी मिलत बाटइ तउ साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ लाग।

16 मुला इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं मनई दाऊद स पिरेम करत रहेन। उ पचे ओसे पिरेम ऍह बरे करत रहेन काहेकि उ जुद्ध मँ ओनका रस्ता देखाँवत रहा अउ ओनकइ बरे लड़त रहा।

साऊल क आपन बिटिया स दाऊद क बियाहे क योजना

17 साऊल दाऊद क मार डावइ चाहत रहा। साऊल दाऊद क धोख देइ क एक उपाय सोचेस। साऊल दाऊद स कहेस, “इ मोर सबन ते बड़की बिटिया मेरब अहइ। मइँ तोहका एहसे बियाह करइ देब। तबहिं तू सक्तीसाली जोधा होइ जाब्या। तू हमरे पूत क नाई होब्या। तब तू जाया अउ यहोवा क जुद्ध लड़्या।” इ एक चाल रही। साऊल सचमुच अब इ तखड़ा बखड़ा करत रहा, “इ तरह दाऊद क मोका दाऊद क मारइ क न होइ। मइँ पलिस्तियन स ओका आपन खातिर मरवाइ देब।”

18 मुला दाऊद कहेस, “मइँ कउनो खास परिवारे स नाहीं अहउँ। अउर मोर कउन हस्ती कि मइँ राजा क बिटिया क संग बियाह कइसे कइ सकत हउँ?”

19 तउ फुन जब साऊल क बिटिया मेरब क दाऊद क संग बियाह टेमॅ आवा तब साऊल मेहोलाई क अद्रीएल स ओकर बियाह कइ दिहस।

20 साऊल दूसर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। मनइयन साऊल स कहेन कि मीकल दाऊद स पियार करत ह। एहसे साऊल क खुसी भइ। 21 साऊल सोचेस, “मइँ मीकल क दाउद क झाँसा देइ मँ बइपरब। मइँ मीकल क दाऊद स बियाह करइ देब। तब पलिस्तियन दाऊद क खिलाफ होइ जाब अउ उ पचे ओका मरि देब।” ऍह बरे साऊल दाऊद स दूसर दाई कहेस, “आजु तू मोरी बिटिया स बियाह कइ सकत ह।”

22 साऊल आपन अफसरन क हुकुम दिहेस, “दाउद स छिपके बात करा, उ ओनसे कहा, ‘देखा, राजा तोहका पसन्द करत ह। ओकर अफसर तोहका पसन्द करत हीं। तोहका ओकरी बिटिया स बियाह कइ लेइ चाही।’”

23 साऊल क अफसरन उ बातन दाऊद स कहेन। मुला दाऊद जवाब दिहस, “का तू पचे समझत ह कि राजा क दमाद बनब सहल बाटइ? मोरे लगे ऍतना धन नाहीं कि राजा क राजकुमारी क दइ सकउँ। मइँ तउ एक साधरण गरीब मनई हउँ।”

24 साऊल क अफसरन साऊल क उ सब बताएन जउन दाऊद कहे रहा। 25 साऊल ओनसे कहेस, “दाऊद स इ कहा, ‘दाऊद, राजा इ नाहीं चाहत कि तू ओकरी बिटिया बरे धन द्या। साऊल आपन दुस्मनन स बदला लेइ चाहत ह। ऍह बरे बियाह करइ बरे कीमत क रुप मँ सिरिफ एक सौ पलिस्तियन क लिंग क खलरी अहइ।’” इ साऊल क छिपी चाल रही। साऊल सोचेस कि पलिस्ती इ तरह दाऊद क मारि डइहीं।

26 साऊल क अफसरन दाऊद स इ सब बातन कहेन। दाऊद राजा क दमाद बनइ चाहत रहा, ऍह बरे उ तुरंतही कछू कइ देंखाएस। 27 दाऊद अउ ओकर मनई पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ आएन। उ पचे दुइ सौ पलिस्ती मारि डाएन। दाऊद ऍनकइ लिंग क खलरी लिहेस अउ साऊल क दइ दिहेस। दाऊद इ ऍह बरे किहस काहेकि उ राजा क दमाद बनइ चाहत रहा।

साऊल दाऊद क आपन बिटिया मीकल स बियाह करइ दिहस। 28 साऊल निहारेस कि यहोवा दाऊद क संग रहा। मुला साऊल इ भी धियान मँ राखेस कि ओकर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। 29 ऍह बरे साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ गवा। साऊल उ पूरा टेमॅ दाऊद क खिलाफ रहा।

30 इस्राएलियन क खिलाफ लड़इ बरे पलिस्ती सेनापति बाहेर निकरत रहेन। मुला हर दाई दाऊद ओनका हराएस। दाऊद साऊल क सबहिं अफसरन मँ सब स जिआदा सफल रहा तउ दाऊद मसहूर होइ गवा।

प्रेरितन क काम 27:13-38

तूफान

13 जब तनिक तनिक दक्खिन हवा बहइ लाग तउ उ पचे सोचेन कि जइसा उ पचे चाहे रहेन, वइसा ही ओनका मिलि गवा अहइ। तउ उ पचे लंगर उठाइ लिहन अउर क्रीत क किनारे किनारे जहाज अगवा खेवइ लागेन। 14 मुला अबहिं कउनो जिआदा अहइ नाहीं बीता रहा कि द्वीप क एक कइँती स एक भयानक आँधी उठी अउर आरपार लपेटत चली गइ। इ “उत्तर पूरब” क आँधी कही जात रही। 15 जहाह तूफान मँ घिरि गवा। उ आँधी क फाड़िके अगवा नाहीं बढ़ सकत रहा तउ हम पचे ओका यों ही छोड़िके हवा क रूख चलइ दीन्ह।

16 हम क्लोदा नाउँ क एक छोटा स द्वीप क ओटे मँ बहत भए बड़ी तकलीफे स रच्छा नाउ क पाइ सकेन। 17 फिन जीवन रच्छा-नाउ क उठाए क पाछे जहाज क रस्सा क लपेटि के बाँध दिन्ह गवा अउर कहीं सुरतिस क ऊथल पानी मँ धँस न जाइ, इ डर स उ पचे जहाज क पाल उतारेन अउर जहाज क बहइ दिहेन।

18 दूसरे दिन तूफान क घातक थपेड़ा खात भए उ पचे जहाज स माल-असबाब लोकावइ लागेन। 19 अउर तीसर दिन उ पचे आपन ही हाथन स जहाजे प धरा औजार फेंक दिहेन। 20 फिन बहोत दिना तलक जब न सूरज देखान, न तारा अउर तूफान आपन घातक थपेड़ा मारत ही रहा तउ हमरे बच पावइ क आसा पूरी तरह खतम होइ गइ।

21 बहोत दिना स कउनो कछू खाएउ नाहीं रहा। तब पौलुस ओनकइ बीच खड़ा होइके कहेस, “अरे अमइयो, अगर क्रीत स रवाना न होइके मोर सलाह मान लिहे होत्या तउ तू पचे इ बिनास अउर हानि स बच जात्या। 22 मुला मइँ तोहसे अबहुँ तोहसे हठ करत हउँ कि आपन हिम्मत बाँधे रहा। काहेकि तू सबन मँ स कउनो क प्राण नाहीं खोवइ क अहइ। हाँ, बस इ जहाज क नास होइ जाइ 23 काहेकि पछली रात उ परमेस्सर क एक सरगदूत, जेकर मइँ अहउँ अउर जेकर सेवा करत हउँ, मोरे लगे आइके खड़ा भवा। 24 अउर बोला, ‘पौलुस, जिन डेराअ। मोका निहचय ही कैसर क समन्वा खड़ा होइ क बाटइ अउर ओऩ सबन क अउर तोहरे संग जात्रा करत अहइँ, परमेस्सर तोहका दइ दिहे अहइ।’ 25 तउ मनइयन, आपन हिम्मत बनाइ राखा काहेकि परमेस्सर मँ मोर बिसवास अहइ, यह बरे जइसा मोका बतावा ग अहइ ठीक वइसेन घटी। 26 किन्तु हम कउनो टापू क ऊथल पानी मँ जरूर जाइ धँसब।”

27 फिन जब चउदहवीं रात आइ हम अद्रिया क समुद्दर मँ थपेड़ा खात रहे रहेन तबहिं आधी रातिक लगे जहाज क चालकन क लाग जइसे कउनो किनारा नगिचे अहइ। 28 उ पचे समुद्दर क गहिराइ नंपेन तउ पाएन कि हुवाँ कउनो अस्सी हाथ गहिराई रही। तनिक बेर क पाछे उ पचे गहराई क फिन टोहेन अउर पा पाएन कि अब गहिराई साठ हाथ रहि गइ रही। 29 इ डर स कि उ पचे कतहुँ कउनो चट्टानी ऊथल किनारा मँ न फँसि जाइँ, उ सबइ जहाज क पिछले हींसा स चार ठु लंगर बहाएन अउर पराथना करइ लागेन कि कउनो तहर दिन निकरि आवइ। 30 ओहर जहाज क चलावइ वाला जहाज स पराइ क जतन करत रहेन। उ पचे इ हीला बनावत भए कि उ पचे जहाज क अगले हींसा स कछू लंगर बहावइ जात अहइँ, जीवन रच्छा नाउ क समुद्दर मँ उतारि दिहेन। 31 तबहिं फऊजीनायक स पौलुस कहेस, “जदि इ सबइ जहाज प नाहीं थामेन तउ तू पचे भी नाहीं बच पउब्या।” 32 तउ सिपाहियन रस्सा क काटिके जीवन रच्छा नाउ तरखाले गिराइ दिहेन।

33 भोर होइ स तनिक पहिले पौलुस इ कहत भए सब मनइयन स तनिक खइया खाइके हठ किहेस, “चौदह दिन बीति चुका अहइँ अउर तू पचे लगातर फिकिर क कारण भूखा बाट्या। तू पचे कछू भी नाहीं खाए बाट्या। 34 मइँ तोहसे कछू खाइके यह बरे हठ करत अही कि तोहरे जिअइ बरे इ जरुरी अहइ। काहेकि तू पचन मँ स कउनो क मूँड़े क एक बार तलक बाँका नाहीं होइ क बा।” 35 ऍतना कहि चुके क पाछे उ तनिक रोटी लिहेस अउर सबन क समन्वा परमेस्सर क धन्यवाद दिहेस। फिर रोटी क तोरेस अउर खाइ लाग। 36 ऍहसे ओन सबन क हिम्मत बाढ़ी अउर उ सबइ भी थोड़ा स खाना क खाएन। 37 (जहाज प कुल बटोरिके हम सबइ दुइ सौ छिहत्तर मनई रहेन।) 38 पूरा खाना खाइ चुकइ क पाछे उ पचे समुद्दर मँ अनाज बहाइके जहाज क हल्का कइ दिहेन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

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