Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
वाद्य यंत्र दुआर बजा भवा दाऊद क एक ठु गीत।
1 हे परमेस्सर, मइँ आपन हिरदय क तइयार कहेउँ ह।
मइँ गाउब अउर
उमंग क संगीत बजाउब।
2 मोर आतिमा, जगा!
वीणाओ अउर सारंगियो, जगा।
आवा हम भोर क जगाइ!
3 हे मोर सुआमी, मइँ तोहरे बड़कइ क रास्ट्रन क समन्वा गाउब।
मइँ विभिन्न लोगन क बीच तोहार स्तुति करब।
4 हे परमेस्सर, तोहार पिरेम ओतॅना ऊँच अहइ जेतॅना अकास।
तोहार बिस्सास ओतॅना ऊँच अहइ जेतॅना बादरन।
5 हे परमेस्सर, तोहार सम्मान अकासन क ऊपर होइ,
तोहार महिमा क सारा जगत क ढाँपि लेइ द्या।
6 आपन भगत लोगन क बचावइ बरे इ करा।
मोर बिनती क जवाब द्या, अउर हमका बचावइ क आपन महासक्ति क प्रयोग करा।
7 परमेस्सर आपन मन्दिर स बोला।
उ कहेस, “मइँ खुसी स चिचियाब।
मइँ आपन लोगन क सोकेम प्रदान करब,
अउर सुक्कोत क घाटी ओनकर होइ।
8 गिलाद अउ मनस्से मोर अहइँ।
एप्रैम मोर सिरवाण अहइ
अउर यहूदा मोर राजदण्ड अहइ।
9 मोआब मोर गोड़ पखारइ क पात्र बनी।
एदोम उ दास होइ जउन मोर पादूका लइके चली,
मइँ पलिस्तियन क हराइ क पाछे विजय-उल्लास स चिचियाब।”
10 मोका दुस्मन क दुर्ग मँ कउन लइ जाइ?
एदोम क हरावइ कउन मोर मदद करी!
11 हे परमेस्सर, का इ फुरइ नाहीं बाटइ कि तू हमका तजि दिहा ह?
अउर का तू हमरी सेना क संग नाहीं रहब्या?
12 हे परमेस्सर, कृपा कइके, हमरे दुस्मन क हरावइ मँ हमार मदद करा।
मनइयन तउ हमका बचाइ नाहीं सकतेन।
13 हम महान कारज कइ सकित ह सिरिफ जब परमेस्सर हमार साथ होइ।
सिरिफ परमेस्सर हमरे दुस्मनन क हराई सकत ह।
साऊल आपन बाप क गदहन क हेरत ह
9 बिन्यामीन परिवार समूह स किस एक सक्तीसाली योद्धा रहा। किस अबीएल क पूत रहा। अबीएल ससोर क पूत रहा। सरोर बकारत क पूत रहा। बकारत बिन्यामीन क एक मनई अफिया क पूत रहा। 2 कीस क पूत साऊल नाउँ क रहा। साऊल एक सुन्नर जवान रहा। हुवाँ साऊल स बढ़िके जिआदा सुन्नर कउनो न रहा। ठाड़ होए प साऊल क मूँड़ इस्राएल क कउनो भी मनई स ऊँच रहत रहा।
3 एक दिना कीस क गदहन हेराइ गएन। ऍह बरे कीस आपन पूत साऊल स कहेस, “नउकरन मँ स एक क संग लइ ल्या अउर गदहन क हेरइ जा।” 4 साऊल गदहन क हेरब सुरु किहेस। साऊल एप्रैम क पहाड़ियन मँ होइके घूमा। तबहिं साऊल सालीम क चारिहुँ कइँती पहँटा मँ घूमा। मुला साऊल अउ ओकर नउकर, किस क गदहन क नाहीं पाइ सकेन। ऍह बरे साऊल अउ नउकर सालिम क चारिहुँ कइँती पहँटा मँ गएन। मुला गदहा हुवाँ नाहीं मिलेन। ऍह बरे साऊल बिन्यामीन क पहँटा मँ होइके जात्रा किहेस। मुला उ अउ ओकर नउकर गदहन क तबहुँ नाहीं पाइ सकेन।
5 आखिर मँ साऊल अउ ओकर नउकर जुफ नाउँ क सहर मँ आएन। साऊल आपन नउकर स कहेस, “चला, हम पचे लौटी। मोर बाप गदहा क बारे मँ सोचब बंद देइहीं अउर हम पचन क बारे मँ फिकिर करिहीं।”
6 मुला नउकर जवाब दिहेस, “इ सहर मँ परमेस्सर क एक ठु मनई अहइ। मनई ओकर मान करत हीं। उ जउन कहत ह सच होत ह। ऍह बरे हम सबइ इ सहर मँ चली। अइसा लागत ह कि परमेस्सर क उ मनई हमका बताई कि ऍकरे पाछे हम पचे कहाँ जाइ।”
7 साऊल आपन नउकर स कहेस, “हम पचे सहर मँ जाइ सकित ह। मुला हम पचे उ मनई का इ सकित ह? हम पचन क झोरी क भोजन खतम होइ ग बाटइ। हम पचन क लगे कउनो भी भेंट परमेस्सर क मनई क देइ बरे नाहीं अहइ। हमरे लगे ओका देइ क का अहइ?”
8 नउकर फिन जवाब दिहेस, “सुना, मोरे लगे तनिक धन अहइ। हम परमेस्सर क मनई क इहइ देइ। तबहि उ बताई कि हम पचे कहाँ जाइ।”
9-11 साऊल आपन नउकर स कहेस, “नीक सुझाव अहा, हम पचे चली।” उ पचे सहर मँ हुवाँ गएन जहाँ परमेस्सर क मनई रहा।
साऊल अउ ओकर नउकर पहड़िया प चढ़त भए सहर क जात रहेन। राहे मँ उ पचे कछू जवान अउरतन स भेंटेन। जवान अउरत बाहेर स पानी लेइ जात रहिन। साऊल अउ ओकर नउकर जवान अउरतन स पूछेन, “का दर्सी हीआँ अहइँ?” (पुराने जमाना मँ इस्राएल क बसइया नबियन क “दर्सी” कहत रहेन। ऍह बरे उ पचे परमेस्सर स कछू मागँइ चाहत रहेन तउ पचे कहत रहेन, “हम पचे दसीर् क लगे चली।”)
12 जवान अउरतन जवाब दिहेन, “हाँ, दर्सी हीआँ अहइँ। उ सोझइ इ सड़क प आगे अहइँ। उ आज ही नगर मँ आवा अहइँ। कछू मनइयन हुवाँ एकट्ठइ बटुरा अहइ। उ पचे आराधना ठउर प मेलबलि चढ़ावइ बरे जाइ। 13 आप लोग सहर मँ जाइँ अउ ओनसे भेंटाइ लेइहीं। जदि आप सब जल्दी जाइहीं तउ आप ओनसे आराधना ठउर प भोजन प जाइ स पहिले मिलि लेइहीं। दर्सी बलि-भेंट क आसीर्बाद देत हीं। ऍह बरे मनइयन जब तलक खाइया क खाब सुरु नाहीं करिहीं जब ताई उ हुवाँ न पहोंच जाइँ। ऍह बरे आप सबइ हाली करइँ तउ आप लोग दर्सी क भेंटि सकत हीं।”
14 साऊल अउ नउकर ऊपर पहड़िया प सहर कइँती बढ़ब सुरु किहेन। जइसे ही उ पचे सहर मँ घुसेन उ पचे समूएल क आपन कइँती आवत देखेन। समूएल सहर क बाहेर पूजा क ठउर प जाइ बरे अबहिं आवत रहा।
ईसू क सक्ती परमेस्सर स मिली
(मत्ती 12:22-30; मरकुस 3:20-27)
14 फिन ईसू जब एक गूँगा बनइ डावइवाली दुस्ट आतिमा क निकारत रहा तउ अइसा भवा कि जइसा ही दुस्ट आतिमा बाहेर निकरी, तउ उ गूँगा बोलइ लाग। भीड़ क मनई ऍसे बहोतइ अचरजे मँ पड़ि गएन। 15 मुला ओहमाँ स कछू कहेन, “इ सइतान क सासक बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क खदेरत ह।”
16 मुला अउर मनइयन ओका परखइ बरे कउनो सरग क चीन्ह क माँग किहेन। 17 लेकिन ईसू जानत रहा कि ओनके मनवा मँ का बाटइ? उ ओनसे कहेस, “उ राज्य जेहमाँ आपन भीतर ही फूट परि जाइ, ओकर नास होइ जात ह अउर अइसे ही कउनो घरे क फूट परे प नास होइ जात ह। 18 जदि सइतान आपन खिलाफ होइ जाइ तउ ओकर राज्य कइसे टिक सकित ह? इ मइँ तोहसे यह बरे पूछत हउँ काहेकि तू कहत ह कि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ। 19 मुला जदि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ तउ तोहार मनवइयन ओनका केकरी मदद स निकारत ही? तउ तोहार आपन मनई ही तोहका गलत बतइहीं 20 मुला जदि मइँ परमेस्सर क सक्ती स बुरी आतिमा को निकारत हउँ तउ इ साफ बा कि परमेस्सर क राज्य तू ताई आइ गवा अहइ।
21 “जब एक सक्तीसाली मनई पूरी तरह हथियार टेइके आपन घरे क रच्छा करत ह तउ ओकरे धन दौलत क रच्छा होत ह। 22 मुला जब कबहूँ कउनो ओसे जिआदा बरिआर ओह प हमला कइके ओका हराइ देत ह तउ उ ओकरे सबहीं हथियारन क, जउने प ओका भरोसा रहा, ओसे छीन लेत ह अउर लूट क माल क उ पचे अपने दोस्तन मँ बाट लेत हीं।
23 “जउन मोर संग नाहीं अहइँ, मोर खिलाफत मँ बाटेन। उ जउन मोरे संग बटोरत नाहीं अहइ, छितरइहीं।
बे कामकाजी मनई
(मत्ती 12:43-45)
24 “जब कउनो दुस्ट आतिमा कउनो मनई स बाहेर निकरत ह तउ अराम क ढूँढ़त सूखे ठउरन मँ स होत जात ह अउर जब ओका अराम नाहीं मिलत तउ उ कहत ह, ‘मइँ आपन उहइ जगह लौटब जहाँ स गइ हउँ।’ 25 अउर वापस जाइके उ ओका साफ सूथर अउर तरकीबे मँ बसी पावत ह। 26 फिन उ जाइके आपन स भी जिआदा दुस्ट दूसर सात जिआदा दुस्ट आतिमन क हुवाँ लइ आवत ह। फिन उ सबइ ओहमाँ जाइके रहइ लागत हीं। इ तरह उ मनई क पाछे क दसा पहिले स जिआदा खराब होइ जात ह।”
उ पचे धन्य अहइँ
27 फिन अइसा भवा कि जइसे ही ईसू इ बातन कहेस, भिरिया मँ स एक स्त्री उठी चिल्लाइके बोली, “उ गरभ धन्य अहइ, जउन तोहका धारण किहेस ह। अउर उ चूची धन्य अहइ, जेका तू चुस्या ह।”
28 ऍह प उ कहेस, “धन्य तउ मुला उ पचे बाटेन जउन परमेस्सर क बचन सुनत हीं अउन ओह प चलत हीं!”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.