Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
दाऊद क आरोहण गीत।
1 इ फुरइ नीक अउ सुखदायी अहइ
जब भाइयन आपुस मँ मिलिजुलिके रहइँ।
2 इ वइसे महकउआ तेल जइसा होत ह जेका हारून क मूँड़ी पइ उड़ेरा गवा रहा।
इ, उ तेल जइसा होत ह जउन हारून क दाढ़ी क पइ बहत होइ।
इ, उ तेल जइसा होत ह जउन हारून क खास ओढ़नन पइ बहत रहा।
3 इ उ कोमल बर्खा क बूँदन क समान अहइ जउन हेर्मोन क पहाड़ी स आवति हीं अउ सिय्योन क पहाड़ पइ गिरत हीं,
काहेकि हुवँइ यहोवा आपन अनन्तकालीन जिन्नगी क आसीस दिहे रहा।
नबूकदनेस्सर क सपना
2 नबूकदनेस्सर आपन सासन क दूसर बरिस मँ एक सपना लखेस। उ सपना स बेचैन होइ गवा अउर सोइ नाहीं सका। 2 तउ राजा आपन जादूगरन, ओझन, भविस्स क बात बताइवालन अउर कसदियन[a] क आपन सपना क अरथ बतावइ बरे बुलाएन। एह बरे उ सबइ आएन अउर राजा क समन्वा खड़ा होइ गएन।
3 तब राजा ओन लोगन स कहेस, “मइँ एक सपना लखेउँ ह जेहसे मइँ बियाकुल हउँ। मइँ इ जानइ चाहत हउँ कि उ सपना क अरथ का बाटइ?”
4 यह पइ ओन कसदियन राजा स उत्तर देत भए कहेन। उ सबइ अरामी भाखा मँ बोलत रहेन। “राजा चिरंजीव रहइँ। हम पचे तोहार दास अही। तू आपन सपन हमका बतावा। फिन हम तोहका ओकर अरथ बताउब।”
5 एह पइ राजा नबूकदनेस्सर ओन लोगन स कहेस, “नाहीं। उ सपना का रहा, इ भी तोहका ही बताउब अहइ अउर उ सपन क अरथ का अहइ, इ भी तोहका ही बताउब अहइ अउर जदि तू अइसा नाहीं कइ पाया तउ मइँ तोहार टूकन टूकन कइ डावइ क आग्या देब। मइँ तोहरे घरन क तोरिके मलवा क देर अउ राखी मँ बदल डावइ क आग्या भी दइ देब। 6 अउ जदि तू मोका मोर सपना बताइ देत अहा अउर ओकर व्याखिया कइ देत अहा तउ मइँ तोहका अनेक उपहार, बहोत स पुरस्कार अउ महान आदर प्रदान करब। तउ तू मोका मोर सपना क बारे मँ बतावा अउर बतावा कि ओकर अरथ का अहइ?”
7 ओन बुध्दिमान मनइयन राजा स फुन कहेन, “हे राजा, कृपा कइके हमका सपना क बारे मँ बतावा अउर हम तोहका इ बताउब कि उ सपना क फल का अहइ।”
8 एक पइ राजा नबूकदनेस्सर कहेस, “मइँ जानत हउँ, तू लोग अउर जियाद समइ लेइ क जतन करत अहा। तू जानत अहा कि मइँ जउन कहेउँ, उहइ मोर अरश अहइ। 9 तू इ जानत अहा कि जदि तू मोका मोर सपना क बारे मँ नाहीं बताया तउ तोहका दण्ड दीन्ह जाइ। एह बरे तू पचे आपुस मँ जोजना बाएस क कि मोहसे झूठ बोलइ अउर गलत व्याखाय करब जब तलक कि स्थिति बदल न जाइ। अब बतावा कि मोका का सपना आवा रहा। इहइ एक रास्ता बाटइ पता करइ बरे कि का तू मोका मोरे सपना क सही अरथ बताइ सकत।”
10 कसदियन राजा क उत्तर देत भए कहेन, “हे राजा धरती पइ कउनो अइसा मनई नाहीं जउन अइसा कइ सकइ जइसा आप करइ क आग्रह करत ह। बुध्दिमान मनइयन स या जादूगरन स या कसदियन स कउनो भी महान अउर सक्तिसाली राजा कबहुँ भी अइसा करइ क नाहीं कहेस। 11 महाराज, आप उ काम करइ क कहत अहा, जउन संभव नाहीं अहइ। बस राजा क ओकरे सपना क बारे मँ अउर ओकरे फल क बारे मँ देवता ही बताइ सकत हीं। किन्तु देवता तउ लोगन क बीच नाहीं रहतेन।”
12 जब राजा इ सुनेस तउ ओका बहोत किरोध आवा अउर उ बाबुल क सबहिं बुद्धिमान मनइयन क मरवा डावइ क हुकुम दइ दिहस। 13 राजा क आदेस लागू होइ चुका रहेन। सबहीं बुध्दिमान मनइयन क मारा जाब रहा, एह बरे दानिय्येल अउ ओकर मीतन क भी मरवाइ डावइ बरे ओनकर खोज मँ राज पुरुस पठइ दीन्ह गएन।
14 अर्योक राजा क रच्छकन क नायक रहा। उ बाबुल क बुध्दिमान मनइयन क मार अवइ बरे जात रहा, किन्तु दानिय्येल ओहसे बातचीत किहस। दानिय्येल अर्योक स बुध्दिमानी क साथ नम्र होइके बात किहेस। 15 दानिय्येल अर्योक स पूछेस, “राजा एतना कठोर दण्ड देइके आग्या काहे दिहेस ह”
एह पइ अर्योक राजा क सपनावाली सारी कहानी कहि सुनाएस, दानिय्येल ओका समुझ गवा। 16 दानिय्येल जब इ कहानी सुन लिहेस तउ उ राजा नबूकदनेस्सर क लगे गवा। दानिय्येल राजा स बिनती किहेस कि उ ओका तनिक समइ अउर देइ। उ राजा स ओकार सपना क अरथ समेत बतावइ क वादा किहेस।
17 एकरे पाछे दानिय्येल अपने घर क चल दिहस। उ आपन मीत हनन्याह, मीसाएल अउ अजर्याह क उ सारी बातन कहि सुनाएस। 18 दानिय्येल आपन मीतन स सरग क परमेस्सर स पराथना करइ क कहेस। दानिय्येल ओनसे कहेस कि उ पचे परमेस्सर स पराथना करइँ कि उ ओन पइ दयालु होइ अउर इ रहस्स क समुझइ मँ ओनकर मदद करइ जेहसे बाबुल क दूसर विवेकी मनइयन क संग दानिय्येल अउ ओकर मीत भी घाट न उतारि दीन्ह जाइँ।
19 राति क समइ परमेस्सर एक दर्सन मँ दानिय्येल क उ रहस्स समुझाइ दिहस। एह पइ सरग क परमेस्सर क स्तुति करत भए। 20 दानिय्येल कहेस:
“परमेस्सर क नाउँ क सदा प्रसंसा करा।
सक्ति अउ बुद्धिमान ओहमाँ ही होत ह।
21 उ ही समइ बुद्धिमान क बदलत ह।
उहइ राजा लोगन क हटावत ह
अउर उहइ राजा लोगन क नियुक्त करत ह।
उहइ बुध्दि देत ह अउर लोग बुध्दिमान बन जात हीं।
उहइ लोगन क गियान देत ह अउर लोग गियानी बन जात हीं।
22 उ गहिर अउ छुपे रहस्सन क जानत ह जेका समुझ पाउब कठिन अहइ।
प्रकास ओकरे संग रहत ह।
तउ उ जानत ह कि अँधियारा मँ अउ रहस्स भरे स्थानन मँ का अहइ।
23 हे मोरे पुरखन क परमेस्सर, मइँ तोहका धन्यवाद देत हउँ अउ तोहार गुण गावत हउँ।
तू ही मोका गियान अउ बुद्धिमत्ता दिहा।
जउन बातन मइँ पूछे रहे ओकरे बारे मँ तू मोका बताया।
तू हमका राजा क सपना क बारे मँ बताया।”
पतरस अउर यूहन्ना क लउटब
23 जब ओनका छोड़ दीन्ह गवा तउ आपन ही मनइयन क लगे आइ गएन अउर ओनसे जउन कछू मुख्ययाजक अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन कहेन, उ सब ओनका कहिके सुनावा गवा। 24 जब उ पचे इ सुनेन तउ मिलिके उँची आवाज मँ परमेस्सर क गोहरावत भवा बोलेन, “स्वामी, तू ही अकास, धरती, समुद्दर अउर ओकरे अंदर जउन कछू अहइ, ओका बनाया ह। 25 तू ही पवित्तर आतिमा क जरिये आपन सेवक, हमरे पूर्वज दाऊद क मुँहना स कहे रहा:
‘देखाएन इ जानित आपन अहंकार काहे?
मनइयन वृथा ही कुचाल काहे किहेन?
26 इ धरती क राजा लोग आपन क तइयार किहेन ओनके खिलाफ जुद्ध बरे।
अउर राजा बटुर गएन पर्भू अउर ओकरे मसीह क खिलाफत मँ।’ (A)
27 हाँ, हेरोदेस अउर पुन्तियूस पिलातुस भी इ सहर मँ गैर यहूदियन अउर इस्त्राएलियन क संग मिलिके तोहरे पवित्तर सेवक ईसू क खिलाफ, जेकर तू मसीह रूप मँ अभिसेक किहे ह, सचमुच उ पचे एक अउट ग रहेन। 28 उ पचे बटुर गएन काहेकि तोहार सक्ती अउर इच्छा क अनुसार जउन कछू पहिले ही तय होइ चुका रहा उ पूरा होइ। 29 अउर अबहिं हे पर्भू, ओनकइ धमकिन प धियान द्या अउर आपन सेवक लोगन क निडर होइके ‘तोहार बचन’ सुनावइ क सक्ती द्या। 30 जब कि चंगा किहे क पाछे आपन हाथ बढ़ाया अउर अद्भुत चीन्हन अउर अद्भुत कारजन तोहरे पवित्तर सेवकन क जरिये ईसू क नाउँ प कीन्ह जात रहत हीं।”
31 जब उ पचे पराथना कइ चुकेन तउ जउने ठउरे प उ सबइ बटुरा रहेन, उ हल गवा अउर ओन सब मँ “पवित्तर आतिमा” समाइ गवा। अउर उ पचे निडर होइके परमेस्सर क बचन बोलइ लागेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.