Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
दाऊद क समर्पित।
1 हे यहोवा, मोरे मुकदमन क लड़ा।
मोरे जुद्धन क लड़ा।
2 हे यहोवा, कवच अउ ढार धारण करा,
खड़ा ह्वा अउ मोर रच्छा करा।
3 बरछी अउ भाला उठावा,
अउर जउन मोरे पाछे पड़ा अहइँ ओनसे जुद्ध करा।
हे यहोवा, मोरी आतिमा स कहा, “मइँ तोहार उद्धार करब।”
4 कछू लोग मोका मारइ पाछे पड़ा अहइँ।
ओनका निरास अउ लज्जित करा।
ओनका मोड़ द्या अउ ओनका भगाइ द्या।
मोका नस्कान पहोंचावइ क कुचक्र जउन रचत अहइँ
ओनका असमंजस मँ डाइ द्या।
5 तू ओनका अइसा भूसा स बनाइ द्या, जेका हवा उड़ाइ लइ जात ह।
ओनके संग अइसा होइ द्या कि, ओनके पाछे यहोवा क दूत पड़इँ।
6 हे यहोवा, ओनकर राह अँधियारी अउ फिसल जाइवाली होइ जाइ।
यहोवा क दूत ओनकइ पाछे पड़इँ।
7 उ पचे बिना कारण मोर बरे फंदा लगाएस ह।
उ पचे बिना कारण मोका फँसावा चाहत हीं।
8 तउ, हे यहोवा, अइसे लोगन क ओनकर आपन ही जालि मँ गिरइ द्या।
ओनका आपन ही फंदन मँ पड़इ द्या।
अउर कउनो न मालूम भवा खतरा ओन पइ पड़द द्या।
9 फुन तउ यहोवा मइँ तोहे मँ आनन्द मनाउब।
यहोवा क संरच्छण मँ मइँ प्रसन्न होब।
10 मइँ आपन पूरे मन स कहब, “हे यहोवा, तोहरे समान कउनो नाहीं अहइ।
तू सबलन स दुर्बलन क बचावत ह।
जउन लोग सक्तीवाला होत हीं,
ओनसे तू चिजियन क छोर लेत अहा अउर दीन अउ बेसहारा लोगन क देत ह।”
बिलाम अउ मोअब क राजा
22 तब इस्राएल क मनइयन मोआब क समतल स होइ के यरदन नदी क पार यरीहो तलक जात्रा किहेन। 2-3 सिप्पोर क पूत बालाक उ सब लखेस जेका इस्राएल क मनइयन एमोरी मनइयन क संग किहे रहेन। मोआब बहोतइ जियादा डेराइ ग रहा काहे की हुवाँ इस्राएल क बहोत मनई रहेन। मोआब इस्राएल क लोगन स बहोत ससान रहा।
4 मोआब क राजा मिद्यान क नेता लोगन स कहेस, “मनइयन क इ बड़का झुण्ड हमरे चारिहुँ कइँती क सब चीज क वइसे ही बरबाद कइ देइ जइसे कउनो गइया खेते क घास चरि जात ह।”
इ टेमॅ सिपोर क पूत बालाक मोआब क राजा रहा। 5 उ कछू मनइयन क बोर क पूत बिलाम क बोलावइ बरे पठाएस। बिलाम फरात नदी क निअरे पतोर नाउँ क पहँटा मँ रहा। बालाक कहेस,
“मनइयन क एक नवा रास्ट्र मिस्र स आवा ह। उ पचे ऍतना जियादा अहइँ कि समूचइ प्रदेस मँ संचर सकत हीं। उ पचे ठीक हमरे निअरे सिबिर डाए अहइँ। 6 आवा अउ इ मनइयन क संग भिड़इ मँ मोर मदद करा। उ पचे मोर ताकत स जियादा बरिआर ताकत वाला अहइँ। इ होइ सकत ह कि तब मइँ ऍनका हराइ सकउँ। तब मइँ ओनका आपन देस छोड़इ क मजबूर कइ सकउँ। मइँ जानत अहउँ कि तू बड़की ताकत धरत ह। अगर तू कउनो मनई क आसीर्बाद देइ तउ उ आसीसित होइ, अगर तू कउनो मनई क सराप देइ तउ उ मनई सापित होइ।[a] एह बरे आवा अउ इ मनइयन क सराप देइ।”
7 मोआब अउ मिद्यान क नेतन बालाम स मिलइ बरे गएन अउर आपन संग जादूइ सेवा क फीस भी लइ गएन। तब उ पचे, बालाक जउन कछू कहे रहा, ओसे कहेन।
8 बिलाम ओनसे कहेस, “हिआँ रात भइ ठहरा। मइँ यहोवा स बात करब अउर जउन जवाब, उ पचे मोका देइहीं, उ तोहसे कहब।” एह बरे उ रात मोआबियन क नेता ओनके संग ठहरेन।
9 परमेस्सर बिलाम क लगे आवा अउ उ पूछेस, “तोहरे संग इ सबइ कउन लोग अहइँ?”
10 बिलाम परमेस्सर स कहेस, “मोआब क राजा सिपोर क पूत बालाक एक संदेसा मोका देइ बरे ओनका पठए अहइ। 11 सँदेसा इ अहइ: मनइयन क एक ठु नवा रास्ट्र मिस्र स आवा अहइ। उ पचे ऍतना जियादा अहइँ कि समूचइ देस मँ फइलि सकत हीं। एह बरे आवा अउ इ मनइयन क खिलाफ कछू कहा। इ होइ सकत ह ओनसे लड़इ मँ मइँ समर्थ होइ सकउँ अउ आपन देस तजि देइ क ओनका मजबूर कइ सकउँ।”
12 मुला परमेस्सर बिलाम स कहेस, “ओनके संग जिन जा। तू ओनका सराप नाहीं देइ चाही, काहेकि उ आसीर्बाद पाएस ह।”
13 दूसर दिन बिलाम उठा अउ बालाक क नेता स कहेस, “अपने देस क लउटि जा। यहोवा मोका तोहरे संग नाहीं जाइ देइहीं।”
14 एह बरे मोआबी नेता बालाक क लगे लउटि गएन अउ ओसे इ बात किहेन। उ पचे कहेन, “बिलाम हम सबन क संग आवइ स मना कइ दिहे अहइ।”
15 एह बरे बालाक दूसर नेता लोगन क बिलाम क लगे पठाएस। इ दाई उ पहिली दाई क अपेच्छा बहोत ढेर क मनई पठाएस। अउर इ नेता लोग पहिली दाई क अपेच्छा जियादा सम्मान्न रहेन। 16 उ सबइ बिलाम क निअरे गएन अउ कहेन: “जिपोर क पूत बालाक तोहसे कहत ह: कृपा कइके आपन क हिआँ आवइ स कउनो क रोकइ जिन द्या। 17 जउन मइँ तोहसे माँगत अहउँ जदि तू उ करब्या तउ मइँ तोहका बहोत जियादा भुगतान करब। आवा अउ इ मनइयन क खिलाफ मोरे बरे कछू कहा।”
18 मुला बिलाम उ मनइयन क जवाब दिहस। उ कहेस, “मोका यहोवा मोरे परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। मइँ ओकरे हुकुम क खिलाफ कछू नाहीं कइ सकत हउँ। मइँ बड़का-छोटका कछू भी तब तलक नाहीं कइ सकत जब तलक परमेस्सर नाहीं कहत कि मइँ ओका कइ सकत हउँ। अगर राजा बालाक आपन सोना चाँदी भी सुन्दर घर क भी दइ देइ तउ भी मइँ आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम क खिलाफ कछू नाहीं करब। 19 मुला तू भी ओन दूसर लोगन क तरह आज क रात हिआँ ठहर सकत ह। अउ रात मँ मइँ जान जाब कि यहोवा मोहसे क कहवावइ चाहत ह।”
20 उ रात परमेस्सर बिलाम क लगे आवा। परमेस्सर कहेस, “इ लोग अपने संग लइ जाइ बरे कहइ खातिर फुन आवा अहइँ। एह बरे तू ओनके संग जाइ सकत ह मुला सिरिफ उहइ करा जउन मइँ तोहसे करइ क कहउँ।”
बिलाम अउ ओकर गदहा
21 दूसरे भिन्सारे बिलाम उठा अउ अपने गदहा प काठी धरेस। तब उ भी मोआबी नेता लोगन क संग गवा।
पौलुस क याकूब स भेंट
17 यरूसलेम पहुँचे प भाई लोगन बड़ा उछाइ स हमार सुआगत सत्कार किहेन। 18 दूसर दिन पौलुस हमरे संग याकूब स भेंटइ गवा। हुवाँ सबहिं कलीसिया क अगुआ हाजिर रहेन। 19 पौलुस ओनकइ सुआगत सत्कार किहेस अउर ओन सब कामे क बारे मँ जउन परमेस्सर ओकरे हीला स गैर यहूदियन क बीच करवाए रहा, एक एक कइके कहि सुनाएस।
20 तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करत भए बोलेन, “बंधु तू पचे तउ लखत ही अहा हियाँ केतॅना ही हजार यहूदी अइसा अहइँ जउन बिसवास ग्रहण लिहे बाटेन। मुला उ पचे सोचत ही मूसा का व्यवस्था क मानब बहुत जरूरी अहइ। 21 तोहरे बारे मँ ओनसे कहा गवा बाटइ कि तू पचे गैर यहूदियन क बीच रहइवाला सबहिं यहूदी लोगन क मूसा क सिच्छा क तजइ क सीख देत बाट्या। अउर ओनसे कहत ह कि उ पचे न तउ आपन गदेलन क खतना करावइँ अउर न ही यहूदी रीति रिवाजे प चलइँ।
22 “तउ का कीन्ह जाइ? उ पचे इ तउ जरुरी ही सुनिहीं कि तू आवा अहा। 23 यह बरे तू उहइ करा जउन तोहसे हम कहत अही। हमरे संग चार ठु अइसे मनई बाटेन जउन कउनो मन्नत मानेन ह। 24 इ मनइयन क लइ जा अउर ओनकइ संग सुद्ध होइ क जलसा मँ सामिल होइ जा। ओऩकइ खर्जा दइ द्या उ पचे आपन मूड़ मुड़वाइ लइ लेइँ। ऍहसे सब लोग जान लेइहीं कि उ पचे तोहरे बारे मँ जउऩ सुने अहइँ, ओहमाँ स कउनो सच नाहीं बाटइ मुला तू तउ खुद ही हमरे व्यवस्था क मुताबिक जिन्नगी देत ह। 25 हियाँ तलक बिसवास ग्रहण करइवाले गैर यहूदियन क सवाल बा, हम पचे ओनका एक ठु चिट्ठि मँ लिखिके पठएऩ ह:
‘उ पचे मूरतियन प चढ़ावा प्रसाद, रकत क भोजन,
गटई घोंटि के मारे भएन गोरूअन
अउर व्यभिचार स आपने को खुद क दूर राखइँ।’”
पौलुस बन्दी बनवा गवा
26 इ तरह पौलुस ओन मनइयन क आपन संगे लिहस अउर ओन मनइयन क संग आपन खुद क अगले दिन सुद्ध कइ दिहस। फिन उ मंदिर मँ गवा जहाँ उ गोहराइके कहेस कि सुद्ध होइके दिन कब पूर होइहीं अउर हम पचन मँ स हर एक बरे चढ़ावा कब चढ़ाइ जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.