Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
“कुमुदिनी” नाउँ क धुन पइ संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु भजन।
1 हे परमेस्सर, मोका मोर सब मुसीबतन स बचावा।
मोरे मुँहना तलक पानी चढ़ि आवा अहइ।
2 कछू भी नाहीं अहइ जउने पइ मइँ खड़ा होइ जाउँ।
मइँ दलदले क बीच खाले धँसत ही चला जात हउँ।
मइँ नीचे धँसत हउँ।
मइँ अथाह जले मँ अहउँ अउर मोरे चारिहुँ कइँती लहरियन थपेड़ा मारति अहइँ।
बस, मइँ बूड़इ क अहउँ।
3 मदद क गोहार लगावत मइँ दुर्बल होत जात हउँ।
मोर गटइ मदद बरे गोहराव क कारण सुखन बाटइ।
मइँ बाट जोहत हउँ।
तोहसे मदद पावइ अउ लखत-लखत मोर अँखियन दुःखति अहइँ।
4 मोर दुस्मन मोरे मूँड़े क बारे स भी जियादा अहइँ।
उ सबइ मोहसे बेकार दुस्मनी रखत हीं।
उ पचे मोरे विनास क बहोतइ जुगत करत हीं।
मोर दुस्मन मोरे बारे मँ झूठी बातन बनावत हीं।
उ पचे मोका झूठइ ही चोर बताएन।
अउर ओन चिजियन क भरपाई करइ क मोका मजबूर किहन, जेनका मइँ चोराए नाहीं रहेउँ।
5 हे परमेस्सर, तू तउ जानत अहा कि मइँ कछू अनुचित नाहीं किहेउँ।
मइँ आपन पाप तोहसे नाहीं छुपाइ सकित।
30 मइँ परमेस्सर क नाउँ क गुण गीतन मँ गाउब।
मइँ ओकर जस धन्यवाद क गीतन स गाउब।
31 परमेस्सर एहसे खुस होइ जाइ।
अइसा करब एक ठु बर्धा क बलि या पूरा गोरू क ही बलि चढ़ावइ स जियादा उत्तिम अहइ।
32 अरे दीन लोगो, तू पचे परमेस्सर क आराधना करइ आवा अहा।
अरे दीन लोगो! ऍन बातन क जानिके तू पचे खुस होइ जाब्या।
33 यहोवा, दीन लोगन अउ बेसहारा लोगन क सुना करत ह।
यहोवा ओनका अबहुँ चाहत ह, जउन लोग बंधन मँ पड़ा अहइँ।
34 हे सरग अउ हे धरती, हे सागर अउ एकरे बीच जउन भी समावा अहइ।
परमेस्सर क स्तुति करा।
35 यहोवा सिय्योन क रच्छा करी।
यहोवा यहूदा क नगर क फुन निर्माण करी।
उ लोग जउन इ धरती क सुआमी अहइँ, फिन हुआँ रइहीं।
36 ओकरे सेवकन क संतानन उ धरती क पाई।
अउर अइसे उ सबइ लोग निवास करिहीं जेनका ओकर नाउँ पियारा बाटइ।
अभिसेक क तेल
22 तब यहोवा मूसा स कहेस, 23 “बहोत बढ़िया मसाला लिआवा। बारह पौडं गीला लोहबान लिआवा अउ इ तउल क आधा (छ: पौण्ड) महकउआ दालचीनी अउर बारह पौडं अगर, 24 अउ बारह पौण्ड तेजपत्ता ल्या। एनका नापइ जोखइ बरे दप्तर क नाप क प्रयोग करा। एक गैलन जइतून क तेल भी लिआवा।
25 “गमकइवाला अभिसेक क तेल बनवइ बरे इ सबहिँ चीजन्क जरूर मिलावइ चाही। 26 बइठकावाले तम्बू अउ करार क संदूखे प इ तेल क छिरका। 27 मेज अउ मेजे प धरी सबहिं तस्तरिन प तेल छिरका। इ तेल क सबहिं दिया अउर सब औजारे प छिरका। इ तेले क धूप वेदी प डारि द्या। 28 जरि क भेट क वेदी अउ दूसर सबही बरतन प यहोवा बरे तेल नावा। खोरा अउ ओका आधार प तेल नावा अउ वेदी क पावा प तेल नावा। 29 तू इ सब चीजन्क पवित्तर बनउब्या। उ सबइ चिजियन यहोवा बरे खास होइहीं। कउनो भी चीज जउन एनका छुइ उ भी पवित्तर होइ जइ।
30 “हारून अउ ओनके पूतन प तेल छिरका। मोर खास तरह स सेवा करइ बरे इ ओनकइ पवित्तर करिहीं। तबहिं इ सबइ मोरे सेवा याजकन क तरह करत हीं। 31 इस्राएल क मनइयन स कहा कि अभिसेक क तेल मोरे बरे हमेसा बहोत पवित्तर अउ खास होइ। इ हमेसा तोहार सबहीं पीढ़ियन बरे सिरफ मोर सेवा बरे होइ चाही। 32 मामूली सुगन्धि क तरह कउनो भी मनई इ तेल क न बइपरी। उ तरह कउनो सुगन्धि बनावा जउन तरह इ खास तेल बनाऐस ह। इ खास अभिसेक क तेल पवित्तर अहइ अउर इ तोहरे बरे बहोत खास अउ पवित्तर होइ चाही। 33 जदि कउनो इ पवित्रर तेल क नाई सुगन्धि बनवइ अउर ओका कउनो विदेसी क देइ जउन कि याजक नाहीं ह तउ उ मनई क आपन लोगन स जरूर अलगाइ देइ चाही।”
धूप
34 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ महकउआ हवन सामग्री क ल्या: रसगंधा, कस्तूरी गंधिका, बिरोजा अउ निखालिस लोहबान। धियान राखा कि तोहरे लगे सामग्री क वजन बराबर होइ। 35 सामग्री क महकउआ धूप बनावइ बरे आपुस मँ मिलावा। ऍका उहइ तरह करा जइसा सुगन्धि बनवइया करत ह। इ धूप मँ नोन भी मिलावा। इ एका सुद्ध अउ पवित्तर बनइ। 36 कछू धूप क तब तलक पीसा जब ताई ओकर बुकनी न होइ जाइ। बइठकावाले तम्बू मँ करार क संदूखे क समन्वा इ बुकनी क धरा। इ उहइ ठउर अहइ जहाँ मइँ तोहसे मिलब। 37 तू पचन्क इ धूपे क चूरन क सिरिफ खास अवसर मँ ही बइपरइ चाही। तू पचन्क इ धूपे क चूरन क बइपरइ बरे सिरिफ खास तरह स यहोवा खातिर जराइ चाही। इ खास तरह स धूप बनावइ बरे दूसर धूपे बरे जिन कर्या। 38 कउनो मनई आपन खातिर कछू अइसा धूप बनावा चाहत ह जेहसे उ इ सुगन्धि क मजा लइ सकइ। मुला अगर उ अइसा करत ह तउ ओका अपने मनइयन स अलग कइ दीन्ह जाइ।”
2 उ पचे जब ओका इब्रनी भाखा मँ बोलत भए सुनेन तउ उ पचे जिआदा सांत होइ गएऩ। फिन पौलुस बोला,
3 “मइँ एक यहूदी मनई हउँ। सिलिकिया क तरसुस सहर मँ जनम भवा रहा अउर मइँ इहइ सहर मँ पाला पोसा जाइके बाढ़ गएउँ रहा ह। गमलिएल[a] क गोड़वा प बइठिके हमरे पूर्वजन क व्यवस्था क मुताबिक बड़ी कड़ाई स मोर सिच्छा भइ। परमेस्सर बरे मइँ जिआदा धुन लगावत रहेंउँ। फुरे वइसे ही जइसे आज तू पचे अहा। 4 इ ईसू के पंथ क मनइयन क मइँ ऍतना सताएँउ ह कि ओनकइ परान तलक उड़ि गएऩ। मइँ पुरूसन अउर स्त्रियन क बंदी बनएउँ ह अउर जेलिया मँ धाँध दिहेउँ।
5 “खुद महायाजक अउ बुजुर्ग यहूदी नेतन क समूचइ सभा ऍका सिद्ध कइ सकत ह। मइँ दमिस्क मँ ऍनकइ भाइयन क नाउँ चिट्ठी भी लिहेउँ ह अउर इ पंथ क हुवाँ रहइ वालन क धइके बंदी क रूप मँ यरुसलेम लइ आवइ बरे मइँ गवा भी रहे रहा ताकि ओनका सजा दीन्ह जाइ सकइ।
पौलुस क मन कइसे बदल गवा
6 “फिन अइसा भवा कि मइँ जब जात्रा करत करत दमिस्क क लगे पहोंचा तउ लग भग दुपहरिया क समइ अकास स एकाएक एक जोर क प्रकास चारिहुँ कइँती फइला। 7 मइँ भुइयाँ प भहराइ गवा। तबहिं मइँ एक अवाज सुनेउँ जउन मोसे कहत रही, ‘साउल ओ साउल! तू मोका काहे सतावत अहा?’
8 “तब मइँ जवाबे मँ कहेउँ, ‘पर्भू, तू कउन अहा?’ उ मोसे कहेस, ‘मइँ अहइ नासरी ईसू अहउँ जेका तू सतावत बाट्या।’ 9 जउन मोरे संग रहेन, उ सबइ भी उ प्रकास निहारेन मुला उ बाणी क जउन मोका गोहराए रहा, उ पचे समुझि नाहीं पाएन।
10 “मइँ पूछेउँ, ‘पर्भू, मइँ का कररुँ?’ एह पइ पर्भू मोसे कहेस, ‘खड़ाहुवा, अउर दमिस्क क चला जा। हुवाँ तोहका सब कछू बताइ दीन्ह जाइ, जेका करइ बरे तोहका मुकर्रर कीन्ह गवा बा।’ 11 काहेकि मइँ उ जोरदार प्रकास स कछू लखि नाहीं पाएउँ रहा, तउ मोर संगी मोर हथवा धइके मोका लइ चलेन अउर मइँ दमिस्क पहोंचि गएउँ।
12 “हुवाँ हनन्याह नाउँ क एक मनई रहा। उ व्यवस्था क पालन करइवाला भगत रहा। हुवाँ क बसइया सबहिं यहूदियन क संग ओकर मेलजोल रहा। 13 उ मोरे लगे आवा अअउ मोरे नगिचे खड़ा होइके बोला, ‘भाई साऊल, फिन स लखइ लगा!’ अउर उहइ छिन मइँ ओका लखइ क जोग्य होइ गवा।
14 “उ कहेस, ‘हमरे पूर्वजन क परमेस्सर तोहका चुनि लिहे अहइ कि तू ओकर इच्छा क परखा, ओकरे धरम क सरूप क लखा अउर ओकर बाणी सुना। 15 काहेकि तू जउन लख्या ह अउर जउन सुन्या ह, ओकरे बरे सबहिं मनइयन क समन्वा तू ओकर साच्छी होब्या। 16 यह बरे अब तू केकर बाट जोहत बाट्या, खड़ा होइ जा बपतिस्मा ग्रहण करा अउर ओकर नाउँ क गोहरावत भए आपन पाप क धोइ डावा।’
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.