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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 114

इस्राएल ने मिस्र छोड़ा।
    याकूब (इस्राएल) ने उस अनजान देश को छोड़ा।
उस समय यहूदा परमेश्वर का विशेष व्यक्ति बना,
    इस्राएल उसका राज्य बन गया।
इसे लाल सागर देखा, वह भाग खड़ा हुआ।
    यरदन नदी उलट कर बह चली।
पर्वत मेंढ़े के समान नाच उठे!
    पहाड़ियाँ मेमनों जैसी नाची।

हे लाल सागर, तू क्यों भाग उठा हे यरदन नदी,
    तू क्यों उलटी बही
पर्वतों, क्यों तुम मेंढ़े के जैसे नाचे
    और पहाड़ियों, तुम क्यों मेमनों जैसी नाची

यकूब के परमेश्वर, स्वामी यहोवा के सामने धरती काँप उठी।
परमेश्वर ने ही चट्टानों को चीर के जल को बाहर बहाया।
    परमेश्वर ने पक्की चट्टान से जल का झरना बहाया था।

निर्गमन 13:17-22

मिस्र से बाहर यात्रा

17 फ़िरौन ने लोगों को मिस्र छोड़ने के लिए विवश किया। यहोवा ने लोगों को समुद्र के तट की सड़क को नहीं पकड़ने दिया। वह सड़क पलिश्ती तक का सबसे छोटा रास्ता है, किन्तु यहोवा ने कहा, “यदि लोग उस रास्ते से जाएंगे तो उन्हें लड़ना पड़ेगा। तब वे अपना मन बदल सकते हैं और मिस्र को लौट सकते हैं।” 18 इसलिए यहोवा उन्हें अन्य रास्ते से ले गया। वह लाल सागर की तटीय मरुभूमि से उन्हें ले गया। किन्तु इस्राएल के लोग तब युद्ध के लिए वस्त्र पहने थे जब उन्होंने मिस्र छोड़ा।

यूसुफ़ की अस्थियों का घर ले जाया जाना

19 मूसा यूसुफ़ की अस्थियों को अपने साथ ले गया। (मरने के पहले यूसुफ़ ने इस्राएल की सन्तानों से प्रतिज्ञा कराई कि वे यह करेंगे। मरने के पहले यूसुफ़ ने कहा, “जब परमेश्वर तुम लोगों को बचाए, मेरी अस्थियों को मिस्र के बाहर अपने साथ ले जाना याद रखना।”)

यहोवा का अपने लोगों को ले जाया जाना

20 इस्राएल के लोगों ने सुक्कोत नगर छोड़ा और एताम में डेरा डाला। एताम मरुभूमि के छोर पर था। 21 यहोवा ने रास्ता दिखाया। दिन में यहोवा ने एक बड़े बादल का उपयोग लोगों को ले चलने के लिए किया। और रात में यहोवा ने रास्ता दिखाने के लिए एक ऊँचे अग्नि स्तम्भ का उपयोग किया। यह आग उन्हें प्रकाश देती थी अतः वे रात को भी यात्रा कर सकते थे। 22 एक ऊँचे स्तम्भ के रूप में बादल सदा उनके साथ दिन में रहा और रात को अग्नि स्तम्भ सदा उनके साथ रहा।

1 यूहन्ना 3:11-16

परस्पर प्रेम से रहो

11 यह उपदेश तुमने आरम्भ से ही सुना है कि हमें परस्पर प्रेम रखना चाहिए। 12 हमें कैन[a] के जैसा नहीं बनना चाहिए जो उस दुष्टात्मा से सम्बन्धित था और जिसने अपने भाई की हत्या कर दी थी। उसने अपने भाई को भला क्यों मार डाला? उसने इसलिए ऐसा किया कि उसके कर्म बुरे थे जबकि उसके भाई के कर्म धार्मिकता के।

13 हे भाईयों, यदि संसार तुमसे घृणा करता है, तो अचरज मत करो। 14 हमें पता है कि हम मृत्यु के पार जीवन में आ पहुँचे हैं क्योंकि हम अपने बन्धुओं से प्रेम करते हैं। जो प्रेम नहीं करता, वह मृत्यु में स्थित है। 15 प्रत्येक व्यक्ति जो अपने भाई से घृणा करता है, हत्यारा है और तुम तो जानते ही हो कि कोई हत्यारा अपनी सम्पत्ति के रूप में अनन्त जीवन को नहीं रखता।

16 मसीह ने हमारे लिए अपना जीवन त्याग दिया। इसी से हम जानते हैं कि प्रेम क्या है? हमें भी अपने भाईयों के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर देने चाहिए।

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

© 1995, 2010 Bible League International