Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आरोहण गीत।
1 जब यहोवा हमें पुन: मुक्त करेगा तो यह ऐसा होगा
जैसे कोई सपना हो!
2 हम हँस रहे होंगे और खुशी के गीत गा रहे होंगे!
तब अन्य राष्ट्र के लोग कहेंगे,
“यहोवा ने इनके लिए महान कार्य किये हैं।”
3 दूसरे देशों के लोग ये बातें करेंगे इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा ने एक अद्भुत काम किया है।
अगर यहोवा ने हमारे लिए वह अद्भुत काम किया तो हम प्रसन्न होंगे।
4 हे यहोवा, हमें तू स्वतंत्र कर दे,
अब तू हमें मरुस्थल के जल से भरे हुए जलधारा जैसा बना दे।
5 जब हमने बीज बोये, हम रो रहे थे,
किन्तु कटनी के समय हम खुशी के गीत गायेंगे!
6 हम बीज लेकर रोते हुए खेतों में गये।
सो आनन्द मनाने आओ क्योंकि हम उपज के लिए हुए आ रहे हैं।
सारा मरती है
23 सारा एक सौ सत्ताईस वर्ष तक जीवित रही। 2 वह कनान प्रदेश के किर्यतर्बा (हेब्रोन) नगर में मरी। इब्राहीम बहुत दुःखी हुआ और उसके लिए वहाँ रोया। 3 तब इब्राहीम ने अपनी मरी पत्नी को छोड़ा और हित्ती लोगों से बात करने गया। उसने कहा, 4 “मैं इस प्रदेश में नहीं रहता। मैं यहाँ केवल एक यात्री हूँ। इसलिए मेरे पास अपनी पत्नी को दफनाने के लिए कोई जगह नहीं है। मैं कुछ भूमि चाहता हूँ जिसमें अपनी पत्नी को दफना सकूँ।”
5 हित्ती लोगों ने इब्राहीम को उत्तर दिया, 6 “महोदय, आप हम लोगों के बीच परमेश्वर के प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं। आप अपने मरे को दफनाने के लिए सबसे अच्छी जगह, जो हम लोगों के पास है, ले सकते हैं। आप हम लोगों की कोई भी दफनाने की जगह, जो आप चाहते हैं, ले सकते हैं। हम लोगों मे से कोई भी आपको पत्नी को दफनाने से नहीं रोकेगा।”
7 इब्राहीम उठा और लोगों की तरफ सिर झुकाया। 8 इब्राहीम ने उनसे कहा, “यदि आप लोग सचमुच मेरी मरी हुई पत्नी को दफनाने में मेरी मद्द करना चाहते हैं तो सोहर के पुत्र एप्रोन से मेरे लिए बात करें। 9 मैं मकपेला की गुफा को खरीदना पसन्द करूँगा। एप्रोन इसका मालिक है। यह उसके खेत के सिरे पर है। मैं इसके मूल्य के अनुसार उसे पूरी कीमत दूँगा। मैं चाहता हूँ कि आप लोग इस बात के गवाह रहें कि मैं इस भूमि को कब्रिस्तान के रूप में खरीद रहा हूँ।”
10 एप्रोन वहीं लोगों के बीच बैठा था। एप्रोन ने इब्राहीम को उत्तर दिया, 11 “नहीं, महोदय। मैं आपको भूमि दूँगा। मैं आपको वह गुफा दूँगा। मैं यह आपको इसलिए दूँगा कि आप इसमें अपनी पत्नी को दफना सकें।”
12 तब इब्राहीम ने हित्ती लोगों के सामने अपना सिर झुकाया। 13 इब्राहीम ने सभी लोगों के सामने एप्रोन से कहा, “किन्तु मैं तो खेत की पूरी कीमत देना चाहता हूँ। मेरा धन स्वीकार करें। मैं अपने मरे हुए को इसमें दफनाऊँगा।”
14 एप्रोन ने इब्राहीम को उत्तर दिया, 15 “महोदय, मेरी बात सुनें। चार सौ चाँदी के शेकेल हमारे और आपके लिए क्या अर्थ रखते हैं? भूमि लें और अपनी मरी पत्नी को दफनाएं।”
16 इब्राहीम ने समझा कि एप्रोन उसे भूमि की कीमत बता रहा है, इसलिए हित्ती लोगों को गवाह मानकर, इब्राहीम ने चाँदी के चार सौ शेकेल एप्रोन के लिए तौले। इब्राहीम ने पैसा उस व्यापारी[a] को दे दिया जो इस भूमि के बेचने का धन्धा कर रहा था।
17-18 इस प्रकार एप्रोन के खेत के मालिक बदल गए। वह खेत मम्रे के पूर्व मकपेला में था। नगर के सभी लोगों ने एप्रोन और इब्राहीम के बीच हुई वाचा को देखा। 19 इसके बाद इब्राहीम ने अपनी पत्नी सारा को मम्रे कनान प्रदेश में (हेब्रोन) के निकट उस खेत की गुफा में दफनाया।
3 क्योंकि हम और अधिक प्रतीक्षा नहीं कर सकते थे इसलिए हमने एथेंस में अकेले ही ठहर जाने का निश्चय कर लिया। 2 और हमने हमारे बन्धु तथा परमेश्वर के लिए मसीह के सुसमाचार के प्रचार में अपने सहकर्मी तिमुथियुस को तुम्हें सुदृढ़ बनाने और विश्वास में उत्साहित करने को तुम्हारे पास भेज दिया 3 ताकि इन वर्तमान यातनाओं से कोई विचलित न हो उठे। क्योंकि तुम तो जानते ही हो कि हम तो यातना के लिए ही निश्चित किए गये हैं। 4 वास्तव में जब हम तुम्हारे पास थे, तुम्हें पहले से ही कहा करते थे कि हम पर कष्ट आने वाले हैं, और यह ठीक वैसे ही हुआ भी है। तुम तो यह जानते ही हो। 5 इसलिए क्योंकि मैं और अधिक प्रतीक्षा नहीं कर सकता था, इसलिए मैंने तुम्हारे विश्वास के विषय में जानने तिमुथियुस को भेज दिया। क्योंकि मुझे डर था कि लुभाने वाले ने कहीं तुम्हें प्रलोभित करके हमारे कठिन परिश्रम को व्यर्थ तो नहीं कर दिया है।
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