Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
बैथ
9 एक जवान मनई तोहरे निर्देसन पइ चलइ कइ
कइसे आपन जीवन पवित्तर रख पावइ?
10 मइँ, आपन पूर्ण मन स यहोवा क सेवा क जतन करत हउँ।
कृपा कइके तोहरे आग्यन क मानइ मँ मोका जिन गल्ती करइ द्या।
11 मइँ धियान पूर्वक तोहार वचन याद किहेउँ ह।
काहेकि मइँ तोहरे खिलाफ फुन स पाप न करइ चाहत हउँ।
12 हे यहोवा, मइँ तोहार स्तुति किहेउँ ह।
कृपा कइके मोका तोहार कानून क सिखावा।
13 मइँ तोहार सबहिं फइसलन क बरे मँ बताउब।
14 तोहरे करार क निर्देसन क पालन करब
मोका दूसर कउनो धन स जियादा भावत अहइ।
15 मइँ तोहरे उपदेसन पइ विचार किहेउँ ह,
अउर मइँ तोहरे सिद्धान्तन पइ चलत हउँ।
16 मइँ तोहरे नियमन मँ आनन्द लेत हउँ।
मइँ तोहरे बचनन क नाहीं भूलब।
21 “जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या, तउ जउन तू पचे देइ क कहा ओन सब क देइ मँ ढीला जिन ह्वा। अगर तू बचन दीन्ह गइ चीजन क नाहीं देब्या तउ पाप क अपराध करब्या। यहोवा तोहार परमेस्सर चाहत ह कि तू निहचय ही आपन वचन क जरूर पूरा करा। 22 अगर तू बचन नाहीं देब्या तउ तू पचे पाप नाहीं करत अहा। 23 मुला तू पचन्क उ चीजन क करइ चाही जेका करइ बरे तू पचे कहया ह कि तू करब्या। जब तू पचे अजादी स यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या तउ, तू पचन्क बचन दीन्ह गइ बात क पूरी करइ चाही।
24 “अगर तू दूसर मनई स अंगूर क बगिया स होइके जात अहा, तउ तू जेतना चाहा ओतना अंगूर खाइ सकत ह। मुला तू कउनो अंगूर आपन टोकरी मँ नाहीं रख सकब्या। 25 जब तू दूसर क पका भवा अनाज क फसल क खेते स होइके जात अहा तउ तू आपन हाथे स जेतना उजारा, खाइ सकत ह। मुला तू हँसिया क उपयोग दूसर क अनाज क काटइ अउर लेइ बरे नाहीं कइ सकत्या।
24 “जदि कउनो मनई कउनो मेहरारु स बियाह करत ह, अउर उ मेहरारू ओका खूस नाहीं करत ह, काहेकि उ मनई उ मेहरारू मँ कछू असलीलता पावत ह, तउ उ ओक तलाक पत्र दइ सकत ह अउर ओका आपन घरे स पठइ देइ सकत ह। 2 जब उ ओकर घर तज दिहेस ह तउ उ दूसर मनई क लगे जाइके ओकर पत्नी होइ सकत ह। 3-4 मुला मान ल्या कि नवा भतार भी ओका पसन्द नाहीं करत अउर ओका बिदा कइ देत ह। अगर उ मनई ओका तलाक देत ह तउ भी पहला भतार ओका फुन स पत्नी क रुप मँ नाहीं राखि सकत या अगर नवा भतार मरि जात ह तउ भी पहिला भतार ओका फुन पत्नी क रुप मँ नाहीं रख सकत ह। उ दूसित होइ चुकी बाटइ। अगर उ ओसे बियाह करत ह तउ उ अइसा काम करी जेहसे यहोवा घिना करत ह। तू पचन्क उ देस मँ अइसा पाप नाहीं लावइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे दइ देत अहइ।
10 “जब तू पचे कउनो मनई क कउनो तरह क कर्ज द्या तउ ओकरे घरे मँ ओकर घरेलू सामान क, गिरवी रखी चीज लेइ बरे जिन जा। 11 तू पचन्क बाहेर ही खड़ा रहइ चाही। तब उ मनई, जेका तू पचे कर्ज दिहा ह, तोहारे लगे गिरवी रखी गइ चीज लिआइ। 12 अगर उ गरीब अहइ तउ उ आपन वस्त्रन क दइ देइ, जेहसे उ आपन क गरम रख सकत ह। तू पचन्क ओकर गिरवी रखी चीज रात क नाहीं रखइ चाही। 13 तू पचन्क हर एक साँझ क ओकर गिरवी धरी चीज क लउटाइ देइ चाही। तब उ आपन ओढ़नन मँ स सोइ सकी। उ तोहार एहसानमंद रही अउर यहोवा तोहार परमेस्सर इ लखी कि तू इ अच्छा काम किह्या ह।
14 “तू पचन्क कउनो गरीब अउ जरुरतवाला मजूर पइ अत्याचार नाही करइ चाही। एकर कउनो महत्व नाहीं कि उ तोहार साथी इस्राएली बाटइ या उ कउनो बिदेसी अहइ जउन तोहरे सहरन मँ स कउनो एक मँ उ रहत बाटइ। 15 सूरज बूड़इ स पहिले हर रोज ओकर मजूरी दइ द्या। काहेकि उ गरीब अहइ अउर उहइ धने पइ ओका सहारा अहइ। अगर तू ओकर भुगतान नाहीं करत्या तउ उ यहोवा स तोहरे खिलाफ सिकाइत करी अउर तू पचे पाप करइ क अपराधी होब्या।
सबसे पिरेम करा
2 मोर पिआर भाइयो तथा बहिनियो, काहेकि महिमावान पर्भू ईसू मसीह मँ तोहार बिसवास बा, उ लोगन क प्रति पच्छपातपूर्ण न होइ। 2 कल्पना करा तोहरे सभा मँ कउनउ मनई सोना क अगूँठी अउर भव्य कपड़ा धारण कइके आवत ह। अउर तबहिं मइला कुचइला कपड़ा पहिरे एक गरीब मनई आवत ह। 3 अउर तू जे भव्य कपड़ा धारण किहे अहइ, ओका बिसेस महत्व देत भए कहत अहा, “इहाँ एह उत्तिम आसन प बइठा,” जब कि ओह गरीब मनई स कहत अहा, “उहाँ खड़ा रहा” या “मोरे गोड़न क लगे बइठि जा।” 4 अइसेन करत भए तू लोगन क बीच भेद भाऊ नाहीं किहा अउर खराब बिचारन क साथे निआवकर्ता नाहीं बनि गया?
5 मोर पिआरे भाइयो तथा बहिनियो, सुना, का परमेस्सर त संसार क आँखिन मँ ओन्हन गरीबन क बिसवास मँ धनी अउर ओह राज्य क उत्तराधिकारी क रूपे मँ नाहीं चुनेस? जेकर उ, जउन ओका पिरेम करत हीं, देइ क बचन दिहे अहइ। 6 परन्तु तू तउ ओह गरीब मनई का अपमान किहा ह। का इ धनिक मनइयन उहइ नाहीं हयेन, जउन तोह प नियत्रण करत हीं अउर तोह सबन क कचरहिउ मँ घसीट लइ जात हीं? 7 का इ उहई नाहीं हयेन, जउन मसीह क ओह अच्छे नाउँ क निन्दा करत हीं, जउन तोहे सबन क दीन्ह गवा बा?
8 अगर तू पवित्तर सासतरन मँ मिलइवाली एह अच्छी व्यवस्था क सहीयउ मँ पालन करत अहा, “अपने पड़ोसी स भी वइसेन ही पिरेम करअ, जइसे तू अपने आप स करत अहा।”(A) तउ तू अच्छा ही करत अहा। 9 परन्तु अगर तू पच्छपात देखॅावत अहा तउ तू पाप करत अहा। फिन तोहका व्यवस्था क तोड़इवाला ठहरावा जाई।
10 काहेकि कउनउ अगर पूरी व्यवस्था क पालन करत ह अउर एक बात मँ चूकि जात ह तउ उ समूची व्यवस्था क उल्लंघन क दोसी होइ जात ह। 11 काहेकि जे इ कहे रहा, “व्यभिचार न करा।”(B) उहइ तउ इहउ कहे रहा, “हतिया न करा।”(C) तउन अगर तू व्यभिचार नाहीं करत्या परन्तु हतिया करत अहा तउ तू व्यवस्था क तोड़इवाला अहा।
12 तू उही लोगन क समान बोला अउर ओनही क जइसेन आचरण करा जेकर ओह व्यवस्था क अनुसार निआव होइ जात बा, जेसे छुटकारा मिलत ह। 13 जउन दयालुता नाहीं देखउतेन ओकरे बरे परमेस्सर क निआव बिना द्या के ही होइ। किन्तु दया निआव प बिजइ पावत ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.