); Isaiah 49:13-23 (God comforts the suffering); Matthew 18:1-14 (Become like a child) (Awadhi Bible: Easy-to-Read Version)
Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 यहोवा क बड़कई करा।
ओकर बड़कई सरग स करा।
2 हे सबहिं सरगदूतो, यहोवा क जस गावा।
ग्रहो अउ नछत्रो ओकर गुण गान करा।
3 सूरज अउ चाँद, तू पचे यहोवा क गुण गावा।
अकासे क तारो अउ जोतियो, ओकर बड़कई करा।
4 यहोवा क बड़कई सबन त ऊँच पर्वत मँ करा!
हे जल अकासे क ऊपर, ओकर बड़कई करा।
5 यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
काहेकि उ आदेस दिहस, अउर सब कछू रचे रहा।
6 उ ऍन सबन्क बनाएस एह बरे उ सबइ सदा-सदा बना रहइँ।
उ अपरिवर्तनसील कानून बनाएस।
7 ओ धरती पइ क हर वस्तु, यहोवा क गुण गावा।
ओ बिसाल जन्तुओ अउ सबइ महासागरो, ओकर गुण गावा।
8 आगी अउ ओलन, बरफ अउ कुहासा, तूफानी पवन
जउन ओकर वचन क पूरा किहेन, ओकर गुण गावा।
9 पर्वतन अउ सबइ पहाड़न,
फलदार बृच्छ अउ देवदार क बृच्छ, ओकरे गुण गावा।
10 बनेर पसुअन अउ सब पालतु मवेसी, रेंगइवाले जीव अउ पंछियन, ओकर गुण गावा।
11 धरती क सबहिं राजा लोग अउ सबइ रास्ट्रन,
प्रमुखन अउ धरती पइ क सबहिं निआवाधीसन, ओकर स्तुति करा।
12 नव जवान मनसेधू अउ नव जवान मेहरारू, ओकर स्तुति करा।
परमेस्सर बूढ़े लोगन अउ गदेलन क रचेस ह।
13 ओनका यहोवा क नाउँ क स्तुति करइ द्या।
अकेल्ले ओकरे नाउँ ही ऊँच सम्मानित अहइ।
धरती अउ अकास
ओकर चमक-दमक स भरि जाइहीं।
14 उ आपन लोगन क मजबूती क स्रोत क निर्माण किहेस।
उ आपन सबइ भगतन अरथ इस्राएलियन,
अउ ओकरे समीप रहइवाले रास्ट्रन बरे, स्तुति क स्रोत क निर्माण किहेस।
यहोवा क बड़कई करा।
13 हे आकासो, हे धरती, तू खुस होइ जा।
हे पर्वतो, आनन्द स जयकारा बोला!
काहेकि यहोवा आपन लोगन क सुख देत ह।
यहोवा आपन दीन हीन लोगन बरे बहुत दयालु अहइ। सिय्योन: तजी गइ मेहरारु
14 किन्तु अब सिय्योन कहेस, “यहोवा मोका तजि दिहस।
मोर सुआमी मोका बिसरि गवा।”
15 किन्तु यहोवा कहत ह,
“का कउनो मेहरारू आपन ही बच्चन क भूल सकत ह? नाहीं।
का कउनो मेहरारू उ बच्चा क जउन ओकर ही कोख स जन्मा ह, भूल सकत ह? नाहीं।
सम्भव अहइ कउनो मेहरारू आपन सन्तान क बिसरि जाइ।
परन्तु मइँ (यहोवा) तोहका नाहीं बिसरि सकत हउँ।
16 लखा जरा, मइँ आपन हथेली पइ तोहार नाउँ खोद लिहे हउँ।
मइँ सदा तोहरे विसय मँ ही सोचा करत हउँ।
17 तोहार सन्तानन तोहरे लगे लउटि अइहीं।
जउन लोग तोहका पराजित किहे रहेन, उ पचे ही मनइयन तोहका अकेल्ले तजि जइहीं। इस्राएलियन क वापसी
18 आपन आखँनि क ऊपर उठावा अउ चारिहुँ कइँती लखा।
तोहार सबहिं गदेलन आपुस मँ एकट्ठी होइके तोहरे लगे आवति अहइँ।”
यहोवा क इ कहब अहइ, “आपन जिन्नगी क कसम खाइके मइँ तू पचन्क इ सबइ बचन देत हउँ,
तोहार गदेलन ओन रत्नन जइसी होइहीं जेनका तू अपने गले मँ पहिरत अहा।
तोहार गदेलन वइसी ही होइहीं जइसा उ वंठहार होत ह जेका दुलहिन पहिरत ह।
19 “आजु तू नस्ट अहा अउर आजु तू पराजित अहा।
तोहार भुइँया तबाही मँ अहइ।
किन्तु कछू ही दिनन पाछे तोहरी धरती पइ बहोत सारे लोग होइही
अउर उ सबइ लोग जउन तोहका उजारे रहेन, दूर बहोत दूर चला जइहीं।
20 जउन गदेलन तू खोइ दिहा, ओनके बरे तोहका बहोत दुःख भवा किन्तु उहइ पचे गदेलन तोहसे कहिहीं।
‘इ जगहिया रहइ क बहोत छोटी अहइ।
हमका तउ कउनो फइली जगहिया द्या।’
21 फुन तू खुद अपने आप स कहब्या,
‘एन सबहिं गदेलन क मोरे बरे कउन जन्माएस?
इ तउ बहोत अच्छा अहइ।
मइँ दुःखी रहा अउर अकेल्ला रहा।
मइँ हारा भवा रहा।
मइँ आपन लोगन स दूर रहा।
तउ इ सबइ गदेलन मोरे बरे कउन पालेस ह
लखा तनिक, मइँ अकेल्ला छोड़ा गवा हउँ।
इ सबइ ऍतने सबइ गदेलन कहाँ स आइ गएन?’”
22 मोर सुआमी यहोवा कहत ह,
“लखा, आपन हाथ उठाइके इसारे स मइँ सारे ही देसन क बुलावे क संकेत देत हउँ।
मइँ आपन झण्डा उठाउब कि सब लोग ओका लखइँ।
फुन उ पचे तोहार गदेलन क तोहरे लगे लिअइहीं।
उ सबइ लोग तोहरे गदेलन क आपन काँधे पइ उठइहीं
अउर उ पचे ओनका आपन बाँहे मँ उठाइ लेइहीं।
23 राजा तोहरे गदेलन क सिच्छक होइहीं अउर सबइ राजकन्या ओनकर धियान रखिहीं।
उ सबइ राजा अउर ओनकर सबइ राजकन्या दुइनउँ तोहरे समन्वा माथा नवइहीं।
उ पचे तोहरे पाँवन भी धूरि क चुम्बन करिहीं।
तबहिं तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।
तबहिं तोहका समुझ मँ आई
कि हर अइसा मनई जउन मोहमाँ भरोसा राखत ह, निरास नाहीं होइ।”
सबते बड़कवा कउन
(मरकुस 9:33-37; लूका 9:46-48)
18 तब ईसू क चेलन ओकरे लगे आइके पूछेन, “सरगे क राज्य मँ सबते बड़कवा कउन अहइ?”
2 उहइ घड़ी ईसू एक ठु गदेला क अपने लगे बोलॉएस अउर ओका ओकरे समन्वा खड़ा कइके 3 उ कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब ताईं कि तू सबइ मनवा क फिरउब्या नाहीं अउर गदेलन क नाईं नाहीं बनि जाब्या, सरगे क राज्य मँ घुसि न सकब्या। 4 एह बरे आपन खुद क जउन कउनो इ बचवा क नाईं आपन क नवावत ह, सरगे क राज्य मँ उहइ सबते बड़कवा अहइ।
5 “अउर जउन कउनो अइसे गदेलन जइसे मनई क मोरे नाउँ मँ मान लेत ह उ मोका मान लेत ह।
ईसू क पापन क बारेमा चेतउनी
(मरकुस 9:42-48; लूका 17:1-2)
6 “मुला जउन मोह मँ बिसवास करइया मोरे कउनो अइसे गदेला क रस्ते क रोड़ा बनि जात ह, नीक होइ कि ओकरे गटइया मँ एक ठु जाँत क पाट लटकाइके गहिरे समुद्दर मँ बोर दीन्ह जाइ। 7 संसार क मनइयन बरे ठोकर क कारण मोका दुःख बाटइ मुला ठोकर तउ सदा आवत रइहीं। किंतु दुख तउ ओहॅ प अहइ जोकरे जरिये ठोकर आइ जात हीं।
8 “एह बरे तोहार हाथ या गोड़ तोहरे बरे मुसीबत बन जाइँ तउ ओका काटि के फेंक द्या काहेकि सरगे मँ बगैर हाथ या बे गोड़ क अनन्त जीवन मँ घुस जाइ पाउब तोहरे बरे जियादा नीक अहइ। ऍकरे बजाय कि दुइनउँ हाथ अउर गोड़वन क साथे तोहका नरके मँ न बुझइवाली आगी मँ नाइ दीन्ह जाइ। 9 जदि तोहार आँखी तोहरे बरे बियाध बन जाइ तउ तू ओका बाहेर निकारि क डाइ द्या, काहेकि सरगे मँ काना होइके अनन्त जीवन मँ घुसि पाउब तोहरे बरे जिआदा बढ़िया बा, बजाय ऍकर कि दुइनउँ आँखिन क संग तोहका नरके मँ डाइ दीन्ह जाइ।
हेराइ गइ भेड़ क दिस्टान्त कथा
(लूका 15:3-7)
10 “तउ देखा, मोर ऍन गदेलन मँ स कउनो क तुच्छ जिन समझ्या। मइँ तोहका बतावत हउँ कि सरगे मँ बसइ मोरे परमपिता क लगे ओकर रच्छा करइवालन सरगदूतन क पहुँच सदा रहत ह। 11 मनई क पूत भटक गवा मनइयन क उद्धार बरे आइ अहइ।
12 “बतावा तू का गूंथत मथत अहा? जदि कउनो क लगे सौ भेड़ होइँ अउर ओहमाँ स एक भटक जाइ तउ का दूसर निन्नान्बे क पहड़िया प तजिके उ एक ठु भटक गई भेड़ क ढूँढ़इ न जाई? 13 अउर ओका उ मिल जाई मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ कि निन्नान्बे क बजाय जउन खोई नाहीं रहिन, ओका पाइके खूब खुस होई। 14 इ तरह सरगे मँ बसा तोहार परमपिता का नाहीं चाहत कि मोर इ अबोध चेलन मँ स कउनो एक भी भटकि जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.