Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 35:11-28

11 एक लबार साच्छी दल मोका दुःख देइ बरे कुचक्र रचत अहइ।
    उ पचे मोह पइ अपराधन क इलज़ाम लगवात ह जेकरे बरे मइँ जानत ही नाहीं हउँ।
12 मइँ तउ बस भलाई ही भलाई किहेउँ ह।
    मुला उ पचे मोसे बुराई करिहीं।
    हे यहोवा, मोका उ उत्तिम फल द्या जउन मोका मिलइ चाही।
13 ओन पइ जब दुःख पड़ा, ओनके बरे मइँ दुःख भएउँ।
    मइँ खइया क तजिके आपन दुःख परगट किहेउँ।
    (जउन मइँ ओनके बरे पराथना किहेउँ, का मोका इहइ मिलइ चाही?)
14 ओन लोगन बरे मइँ सोक वस्त्र धारण किहेउँ।
मइँ ओन लोगन क संग मीत वरन भाई जइसा बेउहार किहेउँ।
    मइँ उ रोवत मनई जइसा दुःखी भएउँ, जेकर महतारी मरि गइ होइ।
    अइसे लोगन स सोक परगट करइ बरे मइँ करिआ वस्त्र पहिर लिहेउँ।
    मइँ दुःखे मँ बूड़ेउँ अउर मूँड़ निहुराइके चलेउँ।
15 मुला जब मोसे कउनो एक चूक होइ गइ, उ सबइ लोग मोर खिल्ली उड़ाएन।
    उ सबइ लोग फुरइ मोर मीत नाहीं रहेन।
मइँ ओन लोगन क जानत तउ नाहीं।
    उ पचे मोका घेरि लिहन अउर मोह पइ प्रहार किहन।
16 उ पचे मोह पइ दुर्जनता क संग मसखरी किहन
    अउ उ पचे मोह पइ दाँत पीसेन।

17 मोर सुआमी, तू कब तलक इ सब बुरा होत लखब्या? इ सबइ लोग मोका नास करइ क जतन करत अहइँ।
    हे यहोवा, मोर प्राण बचाइ ल्या।
    मोरी पियारी जिन्नगी क रच्छा करा।
    उ सबइ सिंह जइसा बन गवा अहइँ।

18 हे यहोवा, मइँ महासभा मँ तोहार स्तुति करब।
    मइँ बरिआर लोगन क संग रहत भए तोहार जस बखानब।
19 मोर लबार सत्रु हँसत नाहीं रहिहीं।
    फुरइ मोर दुस्मन आपन छुपी भइ
    जोजना बरे सजा पइहीं।
20 मोर दुस्मन सचमुच सान्ति क जोजनन क नाहीं रचतेन।
    उ पचे इ देस क सान्ति प्रिय लोगन क खिलाफत मँ छुप हुपिके बुरा करइ क कुचक्र रचत अहइँ।
21 मोर दुस्मन मोरे बरे बुरी बातन क कहत अहइँ।
    उ सबइ झूठ बोलत भए कहत अहइँ, “अहा!
    हम सबइ जानत अही तू का करत अहा!”
22 हे यहोवा, तू सचमुच लखत अहा कि का कछू घटत बाटइ।
    तउ तू जिन छुपा रहा,
    मोका जिन तजा।
23 हे यहोवा, जागा!
    मोका रच्छा बरे तइयार होइ जा!
    मोरे परमेस्सर यहोवा मोर लड़ाई लड़ा, अउर मोर निआउ करा।
24 हे मोरे परमेस्सर यहोवा, आपन बगइर पच्छ लिहे मोर निआउ करा,
    तू ओन लोगन क मोह पइ हँसइ जिन द्या।
25 ओन लोगन क अइसा जिन कहइ द्या,
“अहा! हमका जउन चाही रहा ओका पाइ लीन्ह!”
    हे यहोवा, ओनका जिन कहइ द्या, “हम ओका बरबाद कइ दीन्ह।”
26 मइँ आसा करत हउँ कि मोर दुस्मन निरास अउ लज्जित होइहीं।
    उ सबइ लोग खुस रहेन जब मोरे संग बुरी बातन घटत रहिन।
उ सबइ सोचा करतेन कि उ सबइ मोसे स्रेस्ठ अहइँ!
    तउ अइसे लोगन क लाज मँ बूड़ि जाइ द्या।
27 ओन लोगन क जउन मोका निर्दोख घोसित करइ चाहत ह,
    खुसी अउ आनन्दित होइ द्या।
उ पचन क हमेसा कहइ द्या, “यहोवा महान बा!
    उ आपन सेवक क अच्छाई चाहत ह।”

28 तउ, हे यहोवा, मइँ लोगन क तोहार अच्छाई बताउब।
    हर दिन, मइँ तोहार स्तुति करब।

निर्गमन 35:1-29

सबित क नेम

35 मूसा इस्राएल क सबहिं मनइयन क बटोरेस। मूसा ओनसे कहेस, “मइँ उ सब आदेसन क बताउब जउन यहोवा तू पचन्क करइ क आदेस दिहस ह।

“काम करइ क छ: दिन अहइँ। मुला सातवाँ दिन तू पचन्क अराम क दिन खास दिन होइ। उ खास दिन अराम कइके तू पचे यहोवा क स्रद्धा देब्या। जदि कउनो सातवाँ दिन काम करी तउ ओका जरूर मारि डावा जाइ। सबित क दिना तू सबन्क कउने ठउर प आगी तलक नाहीं बारइ चाही जहाँ कहूँ तू पचे रहत बाट्या।”

पवित्तर तम्बू क सामान

मूसा इस्राएल क सबहिं मनइयन स कहेस, “इहइ बा जउन यहोवा हुकुम दिहे अहइ। यहोवा बरे खास भेंट बटोरा। तोहका आपन मन मँ ठान लेइ चाही कि तू पचे का भेंट मँ देब्या। अउर तब तू उ भेंट यहोवा क लगे लइ आवा। सोना, चाँदी, काँसा, नीला बैगनी अउ लाल कपड़ा, उत्तिम सन अउ बोकरी क बार, भेड़ी क लाल रंगी खाल, उत्तिम चाम, बबुरे क लकड़ी, दिया बरे जइतूने क तेल, अभिसेक क तेल बरे मसाले सुगन्धि धूप बरे मसाला, गोमेद रतन अउ दूसर रतन एपोद अउर निआव क थइला प लगावा जइहीं।

10 “आप सबहिं कुसल कारीगर क चाही कि यहोवा जउन चीजन्क हुकुम दिहे अहइँ ओनका बनावा। इ सबइ उ चीज अहइँ जेनके बरे यहोवा हुकुम दिहे अहइँ। 11 पवित्तर तम्बू, ऍकरे बाहेर क तम्बू, अउ एकर ढकना, हुक, तखता, पाटी, खम्भा अउ आधार। 12 पवित्तर संदूख, अउ एकर खम्भन अउ संदूखे क ढकना, अउ दरवाजे क रास्ता क ढाँपइ बरे पर्दा। 13 मेज अउ एकर खम्भन, मेजे प धरी जाइवाली सब चीज, अउ मेजे प धरी जाइवाली खास रोटी, 14 रोसनी क बइपरइ बरे डीबट, अउर ऍकर सबइ बासन, ऍकर दिया, अउ रोसनी बरे तेल, 15 धूप बारइ बरे वेदी अउ ऍकर खम्भन, अभिसेक क तेल अउ महकउआ धूप, बइठकावाला तम्बू क प्रवेस दुआर क ढाकइ वाली कनात, 16 होमबलि क बारइ बरे वेदी, एकर काँसा क झंझरी, खम्भन अउ वेदी प बइपरइ बरे सबहिं चिजियन, काँसा क खोरा अउ आधार, 17 आँगन क चारिहुँ कइँती पर्दा, अउर खम्भा अउ एकर आधार, अउर आँगन क प्रवेस दुआर क ढकइवाला कनात, 18 तम्बू क थामइ बरे बइपरइ खातिर खूँटी अउर आँगन क घेरइवाला पर्दा क दिवार, खूँटी स बाँधइवाली लसुरी। 19 अउ खास बुना भवा ओढ़ना जेका याजक पवित्तर ठउरे प पहिरहीं। इ खास ओढ़ना हारून अउ ओकरे बेटवन क पहिरइ बरे अहइँ। उ पचे इ ओढ़ना क तब पहिरहीं जब उ पचे याजक क रूप मँ सेवा करिहीं।”

लोगन क बड़का भेंट

20 तब इस्राएल क सबहिं मनई मूसा क लगे स चलेन। 21 सबहिं मनइयन जउन भेंट चढ़ावइ चाहत रहेन आएन अउर यहोवा बरे भेंट लिआएन। इ भेंट बइठकावाला तम्बू क बनावइ, तम्बू क सब चीजन अउ खास ओढ़ना बनावइ क काम मँ लाइ गइन। 22 सबहिं मेहरारू-मनसेधू, जउन चढ़ावा देइ चाहत रहेन, किसिम किसिम क आपन-आपन सोना क गहना लइ आएन। उ सबइ पिन, कान क बाली, मुंदरी, दूसर गहना लइ आएन। उ पचे आपन सबहिं गहना क चढ़ाएन। इ यहोवा क खास भेंट रही।

23 हर मनई जेकरे लगे नीला, बैगंनी अउ लाल कपड़ा अउर सन क उत्तिम रेसा रहा, उ इ सबन्क यहोवा क लगे लइ आवा। उ मनई जेकरे लगे बोकरी क बार, लाल रंग क भेड़ी क खाल, उत्तिम चमड़ा रहा, ओका उ यहोवा क लगे लइ आवा। 24 हर मनई जउन चाँदी, काँसा चढ़ावइ चाहत रहा यहोवा क भेंट क रूप मँ ओका लियाएस। हर मनई जेकरे लगे बबुरे क लकड़ी रही, आवा अउ ओका यहोवा क चढ़ाएस। 25 हर माहिर मेहरारू सन क उत्तिम रेसावाला नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना बनाएस। 26 उ सबहिं मेहरारू जउन माहिर रहीं अउ इ काम बरे ओकर मदद करइ सकत हीं उ पचे बोकरी क बारे स ओढ़ना बनाएन।

27 नेतन सुलेमानी पाथर तथा दूसर रतन लइ आएन। इ सब नग अउ रतन याजक क एपोद अउ निआउ क थइली मँ लगाए रहेन। 28 लोग मसाला अउ जइतून क तेल भी लइ आएन। इ चीजन महकउआ धूप, अभिसेक क तेल अउ दिया क तेल बरे बइपरी गइन।

29 इस्राएल क सबहिं मनइयन जउन मदद करइ चाहत रहेन यहोवा बरे भेंट लइ आएन। मनइयन इ सबहीं भेंट दिल खोलिके जेतन उ पचे चाहेस दिहेन। इ भेंट उ सबइ चीजन्क बनवइ बरे काम मँ आइन जेका यहोवा मूसा अउ लोगन क बनाइ क हुकुम दिहे रहेन।

प्रेरितन क काम 10:9-23

अगले दिन जब उ पचे चलतइ चलत सहर क निचके पहोंचइ क ही रहेन, पतरस दुपहरिया मँ पराथना करइ छत्ते प चढ़ा। 10 ओका भूख लाग, तउ उ कछू खाइ चाहत रहा। उ पचे जब खइयाके तइया करत रहेन तउ ओकर समाधि लग गइ। 11 अउर उ लखेस कि अकास खुलि गवा अहइ अउर एक बड़वार चद्दर जइसी चीज तरखाले उतरत बा। ओका चारिहुँ कइँती स धइके धरती प उतारा जात बा। 12 ओह प हर तरह क पसु, धरती प रेंगइ वाला जीव-जंतु अउर अकासे क पंछी रहेन। 13 फिन एक अवाज ओसे कहेस, “पतरस उठ, मार अउर खा।”

14 पतरस कहेस, “पर्भू, फुरइ तउ नाहीं, काहेकि मइँ कबहुँ भी अपवित्तर या असुद्ध चीज क नाहीं खाएउँ ह।”

15 ऍह पइ ओनका दूसरी बार फिन अकासबाणी सुनाई दिहेस, “कउनो भी चीज क जेका परमेस्सर पवित्तर बनाए अहइ, ओनका तू ‘अपवित्तर’ न काह!” 16 तीन दाई अइसा ही भवा अउर उ पूरी वस्तु फिन अकास मँ वापिस उठाइ लीन्ह गइ। 17 पतरस जउने दर्सन जेका लखे रहा क अरथ क बारे मँ दुबिधा करत रहा, कुरनेलियुस क पठए भए लोग दुआरे प ठाड़ भवा पूछत रहेन, “समौन क घर कहाँ बा?” 18 उ सबइ बाहेर गोहरावत भए पूछेन, “का पतरस कहा जाइवाला समौन मेहमान क रूप मँ हियँइ रूका अहइ।?”

19 पतरस अबहिं उ दर्सन क बारे मँ सोचत ही रहा कि आतिमा ओसे कहेस, “सुना! तोहका तीन मनई हेरत अहइँ। 20 तउ खड़ा ह्वा, अउर तरखाले उतरिके बेझिझके चला जा, काहेकि ओनका मइँ ही पठएउँ ह।” 21 इ तरह पतरस तरखाले उतरि आवा अउर ओन मनइयन स बोला, “मइँ उहइ अहउँ, जेका तू हेरत बाट्या। तू काहे आया ह?”

22 उ पचे बोलेन, “हम सबनक फऊजीनायक कुरनेलियुस पठएस ह। उ अच्छा मनई अहइ अउर सच्चे परमेस्सर क आराधना करत ह। यहूदी मनइयन मँ ओकर बहोत सम्मान अहइ। पवित्तर सरगदूत ओसे तोहका आपन घरे नेउतइ बरे कहे अहइ अउर जउन कछू कहइ ओका सुनइ बरे कहे अहइ।” 23 ऍह पइ पतरस ओका भितरे बोलाइ लिहस अउर ठहरइ क जगह दिहेस।

फिन दूसर दिन तइयार होइके उ ओऩके संग चला गवा। अउर याफा क निवासी कछू अउर बंधु भी ओकरे संग होइ गएऩ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.