Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
2 परमेस्सर मोका बचावत ह।
मोका ओह पइ भरोसा अहइ।
मोका कउनो अउर डर नाहीं अहइ।
उ मोका बचावत ह।
यहोवा ही मोर सक्ति अहइ।
उ मोका बचावत ह, अउर मइँ ओकरे बरे स्तुति गीत गावत हउँ।[a]
3 तू आपन जल मुक्ती क झरना स ग्रहण करा।
तबहिं तू खुस होब्या।
4 फुन तू कहब्या,
“यहोवा क स्तुति करा! ओकरे नाउँ क तू उपासना किया करा।
उ जउन कार्य किहेन ह ओकर लोगन स बखान करा।
तू ओनका बतावा कि उ केतना महान अहइ।”
5 तू यहोवा क स्तुति गावा।
काहेकि उ महान कार्य किहेस ह।
इ सुभ समाचार क जउन परमेस्सर क अहइ, सारी दुनियाँ फइलावा
ताकि सबहिं लोग इ सबइ बातन जान जाएँ।
6 हे सिय्योन क लोगो, आनन्द क साथ खुस रहा,
काहेकि इस्राएल क पवित्तर चीज तोहरे बीच एक सक्तिसाली
मारग क रूप मँ अहइ।
इस्राएल स नीक समइ क लइ लीन्ह जाइ
6 सिय्योन क तू पचन्क मँ स कछू क जिन्नगी बहोत अराम क अहइ।
सामरिया पर्वत क कछू लोग अपने क सुरच्छित महसूस करत हीं।
मुला तू पचन पइ अनेक मुसीबतन अइहीं।
रास्ट्रन क सब स उत्तिम नगर क तू पचे सम्मानित लोग अहा।
“इस्राएल क लोग” निआव पावइ बरे तोहरे पचन्क लगे आवत हीं।
2 जा अउ कलने क लखा।
हुआँ स बिसाल नगर हमात क जा।
पलिस्ती सहर गत क जा।
का तू पचे इ सबइ राज्यन स बढ़िया अहा? नाहीं।
ओनकर पहँटा तोहरे पचन्क देसे स बड़का अहइँ।
3 जब तू हिंसा क जरिये सासन करत ह
तउ तू सज़ा क दिना बरे सोचइ स इन्कार करत जउन कि आवत ह।
4 मुला तू पचे सबहिं बिलासन क भोगा करत अहा।
तू पचे हाथी दाँते क सेज पइ सोवत अहा अउर अपने बिछौना पइ आराम करत अहा।
तू पचे गोरूअन क झुण्ड मँ स नरम मेमनन
अउ बाड़न मँ स नवा बछवा खात अहा।
5 तू पचे आपन वीणन क बजावत अहा
अउर राजा दाऊद क नाईं संगीत क धन बनावत ह।
6 तू पचे सुन्नर पिआलन मँ दाखरस पिआ करत अहा।
तू पचे सब स उत्तिम तेलन मँ स आपन मालिस करत अहा
अउर तू पचन्क एकरे बरे घबराहट भी नाहीं
कि यूसुफ क परिवार नस्ट कीन्ह जात अहइ।
7 उ सबइ लोग अब बिछउना पइ अराम करत अहइँ। मुला ओनकर नीक समइ खतम होइ। उ पचे बन्दी क रूप मँ विदेसन मँ पहोंचावा जइहीं अउर उ पचे पहिले पकड़ा जाइवालन मँ स कछू होइहीं। 8 मोर सुआमी यहोवा आपन नाउँ स इ प्रतिग्या किहे रहा। सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा प्रतिग्या किहस ह:
“मइँ ओन बातन स घिना करत हउँ जेन पइ याकूब क गर्व अहइ।
मइँ ओकर मजबूत मीनारन स घिना करत हउँ।
एह वरे मइँ दुस्मन क सहर
अउर सहर क हर एक चीज लेइ देबउँ।”
हमार दान
8 देखा भाइयो, अब हम इ चाहित ह कि तू परमेस्सर क ओह अनुग्रह क बारे मँ जान ल्या मैसिडोनिया छेत्र क कलीसियावन पर कीन्ह गवा बा। 2 मोर मतलब इ अहइ कि जद्यपि ओनकर कठिन परीच्छा लीन्ह गइ अहइ। तबउ उ पचे खुस रहेन, अउ अपने गहन गरीबी क रहत ओनकर सब उदारता उमड़ी पड़त रही। 3 मइँ प्रमानित करत हउँ कि उ पचे जेतना दइ सकत हीं दिहेन! एतनई नाहीं बल्कि अपने समरथ से जियादा प्रोत्साहन दइ दिहेन। 4 उ पचे बड़े आग्रह क साथ परमेस्सर क लोग सहायता करइ मँ हमका सहयोग देइ क विनय करत रहेन। 5 ओनका जइसेन हमसे आसा रही, वइसेन नाहीं बल्कि पहिले अपने आप क पर्भू क समर्पित किहेन अउर फिन परमेस्सर क इच्छा क अनुकुल उ पचे हमका अर्पित होइ गएन।
6 इहीं बरे हम तीतुस स पराथना कीन्ह कि जइसेन उ अपने काम क पूरा कइ ही दिहे बाटइ होइ। वइसेन हाँ उ अनुग्रह क काम क तोहरे बरे करी। 7 अउ जइसेन कि तू सब बाते मँ यनि बिसवासे मँ, बानी मँ, गियान मँ, अनेक प्रकार क उपकार करइ मँ अउर हम तोहका जउनो पिरेम क सिच्छा ह दीन्ह ह उ पिरेम मँ, जउन भरपूर होइ सीख्या ह वइसेन ही अनुग्रह क इ कामें मँ सम्पन्न होइ जा।
8 इ मइँ आदेस क रूपे मँ नाहीं कहित ह बल्कि अउर मनइयन क मने मँ तोहारे बरे जउन तेजी बा, उ पिरेम क सच्चाई क परख करइ क बरे अइसेन करत इउँ। 9 काहेकि हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह स तू परिचित अहा। तू इ जानत अहा कि धनी होके तोहरे बरे उ निर्धन बन गवा। ताकि ओनकइ गरीबी स तू मालामाल होइ जा।
10 इ बिसय मँ मइँ तोहे आपन सलाह देत हउँ, तोहे इ सोभा देत ह। तू पिछले साल न केवल दान देइ क इच्छा मँ सबसे आगे रह्या। बल्कि दान देइ मँ भी सबसे आगे रह्या। 11 अब दान करइ क उ तेज इच्छा क तू जउन कछू तोहरे पास बा, ओहसे पूरा करा। तू एका ओतनेन लगन से “पूरा करा।” जेतने लगन से तू एका “चाहे” रह्या। 12 काहेकि अगर दान स देइ क लगन अहइ तउ मनइयन क लगे जउन कछू बा, उहइ क अनुसार ओकर दान ग्रहण करइ क जोग्ग बनत ह। न कि ओनके अनुसार जउन ओनके पास नाहीं बा। 13 हम इ नाहीं चाहित ह कि दुसरन क तउ सुख मिलई अउर तोहे कस्टन, बल्कि हम तउ बराबरी चाहित ह। 14 हमार इच्छा बा कि ओनके इ अभाऊ क समइ मँ तोहर सम्पन्नता ओनके अभाव क दूर कइ सकइ आवस्यकता पड़े पर आगे चलिके ओनकी सम्पन्नता भी तोहरे अभाव क दूर करइ, ताकि समता स्थापित हो सकइ। 15 जइसे कि पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा:
“जे बहुत बटोरेस ओकरे लगे न जियादा रहा,
अउर जे कम बटोरेस ओकरे लगे न तनिकउ रहा।” (A)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.