Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
दाऊद क वाद्य यंत्र क संग एक ठु गीत।
1 यहोवा मोर सुआमी स कहेस,
“तू मोर दाहिन कइँती तब तलक बैठि जा, जब तलक कि मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहरे गोड़न क चौकी न बनाइ देउँ।”
2 यहोवा तोहार राज्ज क अधिकार सिय्योन स स्थापित करी।
तू आपन दुस्मनन पइ सासन करी।
3 तोहरे पराक्रम क दिन
तोहरी प्रजा क लोग स्वेछा बलि बनिहीं।
तोहार जवान पवित्तर होइ स
सुसोभित भिन्सारे क गर्भ स जन्मी ओसे क नाई तोहरे लगे अहइँ।
4 यहोवा एक वचन दिहस,
अउर उ आपन मन नाहीं बदली।
“तू हमेसा बरे याजक अहा,
जइसा मेल्कीसेदेक क समूह क याजक रहा।”
5 मोर सुआमी, तोहार मदद बरे तोहार निचके खड़ा रहत ह।
ओकरे गुस्सा दिखावइ क दिन उ दूसर राजा लोगन क हराइ दिहे रहा।
6 परमेस्सर रास्ट्रन क निआउ करी।
परमेस्सर उ महान धरती प नेता लोगन क हराइ दिहस।
ओनकर मरी देहन स धरती भरि गइ रही।
7 राहे क झरना स पानी पिए क पाछे ही
राजा आपन मूँड़ि उठाई अउर फुरइ बलवान होइ।
22 अच्छा नाउँ अपार धन पावइ स जोग्ग अहइ। चाँदी, सोना स, तारीफ क पात्र होब जियादा उत्तिम अहइ।
2 धनियन मँ अउर निर्धनन मँ इ एक समता अहइ। यहोवा ही एन सबहिं क सिरजनहार अहइ।
3 कुसल जन जब कउनो विपत्ति क लखत ह, ओका बचइ बरे एहर ओहर होइ जात ह मुला मूरख उहइ राहे पइ बढ़त ही जात ह। अउर उ एकरे बरे दुःख ही उठत ह।
4 जब मनई विनम्र होत ह अउ यहोवा क भय करत ह उ धन-दौलत, आदर अउर जिन्नगी पाइहीं।
5 कुटिल क राहन काँटन स भरी होत ह अउर हुआँ पइ फंदन फइला होत ही; मुला जउन आतिमा क रच्छा करत ह उ तउ ओनसे दूर ही रहत ह।
6 बच्चन क जबकि उ छोटा अहइ जिन्नगी क नीक राह क सिच्छा दइ। तउ उ बुढ़ापा मँ भी ओहसे भटकी नाहीं।
7 धनी दरिद्रन पइ सासन करत हीं। उधार लेइवाला, देइवाल क दास होत ह।
8 अइसा मनई जउन दुट्ठता क बीज बोवत ह उ तउ संकट क फसल काटी; अउर ओकर किरोध क लाठी नस्ट होइ जाइ।
9 उदार मने क मनई खुद ही धन्न होइ, काहेकि उ आपन भोजन गरीब जने क संग बाँटिके खात ह।
आपन बैरी स पिरेम करा
(मत्ती 5:38-48; 7:12a)
27 “ओ सुनवइया लोगो, मइँ तोहसे कहत हउँ आपन बैरी स भी पिरेम करा। जउन तोहसे घिना करत हीं ओनके संग भलाई करा। 28 ओनका भी आसीर्बाद द्या जउन तोहका सरापत हीं। ओनके बरे पराथना करा जउन तोहरे संग नीक ब्यौहार नाहीं करतेन। 29 जदि कउनो तोहरे एक गाले प थप्पड़ियावइ तउ तू दूसर गाल भी ओकरे अगवा कइ द्या। जदि कउनो तोहार कोट तोहसे लइ लेइ तउ ओहका कुर्ता भी लइ लेइ द्या। 30 जदि कउनो तोसे माँगइ, ओका द्या। जदि कउनो तोहार कछू राखि लेइ तउ ओसे ओका वापस जिन माँगा। 31 तू आपन बरे जइसा ब्यौहार दूसरन स चाहत बाट्या, तोहका वइसा ही दूसर क संग ब्यौहार करइ चाही।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.