Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
बाँसुरी क बजनिया निर्देसक बरे दाऊद क गीत।
1 हे यहोवा, मोरे सब्द क सुना
अउर तू ओकर सुध ल्या जेका तोका कहइ क मइँ जतन करत हउँ।
2 हे मोरे राजा, मोर परमेस्सर मोर दुहाइ पइ धियान द्या,
काहेकि मइँ तोहसे ही पराथना करत हउँ।
3 हे यहोवा, हर भिंसारे तोहका, मइँ आपन भेंटन क अर्पण करत हउँ।
तू ही मोर सहायक अहा।
मोर निगाह तोहे पइ लागि अहइ अउर तू ही मोर पराथना हर भिंसारे सुनत अहा।
4 तू अइसा परमेस्सर नाहीं जउन झूठे देवतन क नाईं दुट्ठता क चाहत ह।
बद लोग तोहरे चारिहुँ कइँती नाहीं रहइ सकतेन!
5 सेखी हाँकइ वाला लोग तोहार समन्वा नाहीं रुक सकतेन
जउन दुस्टता करत ह तू ओनसे नफरत करत ह।
6 जउन झूठ बोलत हीं ओनका तू नस्ट करत ह।
यहोवा अइसेन मनइयन स घिना करत ह, जउन दूसर लोगन क नोस्कान पहुँचावइ क सड़यन्त्र रचत रहत हीं।
7 मुला हे यहोवा, तोहरी अपार करुणा स मइँ तोहरे मन्दिर मँ आउब।
हे यहोवा, मोका तोहार डर अहइ मइँ सम्मान तोहका देत अहउँ।
एह बरे मइँ तोहरे पवित्तर मन्दिर कइँती निहुरिके तोहार पइलगी करब।
8 हे यहोवा, तू मोका आपन नेकी क राह देखाँवा।
तू आपन राह क मोरे समन्वा सोझ करा
काहेकि मइँ दुस्मनन स
घिरा भवा अहउँ।
बेन्हदद फुन हमला करत ह
23 राजा बेन्हदद क अधिकारी लोग ओहसे कहेन, “इस्राएल क देवता पर्वतीय देवता अहइ। हम लोग पर्वतीय पहँटा मँ लड़े रहे। एह बरे इस्राएल क लोग बिजयी भएन। एह बरे हम लोग ओनसे समथर मइदान मँ जुद्ध करी। तब हम बिजयी पाउब। 24 इ उहइ अहइ जेका तोहका करइ चाही। बत्तीस राजा लोगन क फउज क संचालन करइ क अनुमति न द्या। सेनापतियन क ही अपनी फउज क नेतृत्व करइ द्या।
25 “अब तू उहइ क समान एक फउज बनावा जउन तू खो दिहस ह। उहइ फउज क तरह घोड़न अउर रथ ऍकट्ठा करा जइसा तू पहिले रहा। तब हम लोग इस्राएलियन स समथर मइदान मँ जुद्ध करी। तब हम बिजय प्राप्त करब।” बेन्हदद ओनकी सलाह मान लिहस। उ उहइ किहस जउन उ पचे कहेन।
26 एह बरे बसन्त मँ बेन्हदद अराम क लोगन क बटोरेस। उ इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करइ अपेक गवा।
27 इस्राएलियन भी जुद्ध क तइयारी किहन। इस्राएल क लोग अराम क सेना स लड़इ गएन। उ पचे अपने सिबिर अराम क सिबिर क समन्वा डाएन। दुस्मन क तुलना मँ इस्राएली फउज बोकरियन क दुइ ठू नान्ह झुण्डन क समान देखाइ पड़त रहेन किन्तु अराम क फउज सारे छेत्र क ढाँपे रही।
28 परमेस्सर क एक मनई इ सँदेसा क संग इस्राएल क राजा क लगे आवा: “यहोवा कहेस ह, ‘अराम क लोग कहेन ह कि मइँ, यहोवा पर्वतन क परमेस्सर हुउँ। उ पचे सोचत हीं कि मइँ घाटियन क परमेस्सर भी नाहीं हउँ। एह बरे, मइँ तोहका इ बिसाल सेना क हरावइ देब। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा सब जगह हउँ।’”
29 फउजन सात दिन तलक एक दूसरे क आमने-सामने डेरा डाए रहिन। सतएँ दिन जुद्ध सुरु भवा। इस्राएलियन एक दिन मँ अराम क एक लाख फउजियन क मार डाएन। 30 बचे भए फउजी अपेक नगर क भाग पराइ गएन। नगर प्राचीर ओन सत्ताईस हजार फउजियन पइ भहराइ पड़ी। बेन्हदद भी नगर क पराइ गवा। उ एक ठु कमरा मँ छुप गवा। 31 ओकर अधिकारियन ओहसे कहेन, “हम लोग सुना ह कि इस्राएल क राजा लोग दया दिखावत ह। हम लोग मोरे ओढ़ना पहिरे अउर सिरे पइ रस्सी डाए। तब हम लोग इस्राएल क राजा क लगे चली होइ सकत ह कि उ हम क जिअत रहइ देइ।”
32 उ पचे मोरे ओढ़ना पहिरेन अउर लसुरी मूँडे पइ डाएन। उ पचे इस्राएल क राजा क लगे आएन। उ पचे कहेन, “तोहार सेवक बेन्हदद कहत ह, ‘कृपा कइके मोका जिअत रहइ द्या।’” अहाब जवाब दिहस, “का उ अबहिं तलक जिअत अहइ? उ मोर भाई अहइ।”
33 बेन्हदद क मनई राजा अहाब क सब्द मँ कछू सुराग सुनि क आसावादी रहेन जेहसे इ निहिचित होइ कि उ बेन्हदद क नाहीं मारी। जब अहाब बेन्हदद क आपन भाई कहेस तउ सलाहकारन तुरन्त कहेन, “हाँ, बेन्हदद आप क भाई अहइ।”
अहाब कहेस, “ओका मोरे लगे लिआवा।” एह बरे बेन्हदद राजा अहाब क लगे आवा। राजा अहाब अपने संग ओका अपने रथ मँ बइठइ क कहेस।
34 बेन्हदद ओहसे कहेस, “अहाब मइँ ओन नगरन क तोहका दइ देब जेनका मोर बाप तोहरे बाप स लइ लिहे रहेन अउर तू दमिस्क मँ वइसे ही दुकानन रखि सकत ह जइसे मोर बाप सोमरोन मँ रखे रहा।”
अहाब जवाब दिहस, “जदि तू एका अँगीकार करत ह तउ मइँ तोहका जाइ बरे अजाद करत हउँ।” एह बरे दुइनउँ राजा लोग एक ठु सान्ति-सन्धि किहन। तब राजा अहाब बेन्हदद क जाइ बरे अजाद कइ दिहस।
परमेस्सर अपने लोगन क नाहीं भूला
11 तउ मइँ पूछित हउँ, “का परमेस्सर अपने ही लोगन क नकार नाहीं दिहेस?” निस्चय ही नाहीं। काहेकि मइँ भी एक इस्राएली हउँ, इब्राहीम क बंस स अउर बिन्यामीन क परिवार स हउँ। 2 परमेस्सर अपने लोगन क नाहीं नकारेस जेनका उ पहिलेन स ही चुने रहा। या अउर का तू नाहीं जानत अहा कि एलिय्याह क बारे मँ पवित्तर सास्तर का कहत ह। जब एलिय्याह परमेस्सर स इस्राएल क लोगन क विरोध मँ पराथना करत रहा, 3 “हे पर्भू, उ पचे नबियन क मार डाएन। तोहरे वेदियन क तोड़ी क गिराइ दिहेन। केवल एक नबी मइँ ही बचा हउँ अउर उ पचे मोका भी मारि डावइ क जतन करत अहइँ।”(A) 4 परन्तु तब परमेस्सर ओन्हे कइसेन उत्तर दिहे रहा, “मइँ अपने बरे 7,000 लोग बचाइ रखे हउँ जउन लोग बाल क आगे माथा नाहीं टेकेन।”(B)
5 तउन वइसेन ही आजु काल्हिउ कछू अइसेन लोग बचा बाटेन जउन ओनके अनुग्रह क कारण चुना भआ अहइँ। 6 अउर अगर इ परमेस्सर क अनुग्रह क परिणाम अहइ तउ लोग जउन करम करत हीं, इ ओन्हन करमन क परिणाम नाहीं बा। नाहीं तउ परमेस्सर क अनुग्रह, अनुग्रह ही नाहीं ठहरत।
7 तउ ऐहसे का इस्राएल क लोग जेका खोजत रहन, उ सबइ ओका नाहीं पाइ सकेन? परन्तु चुना हुवन क उ मिलि गवा। जब कि बाकी सब क जड़ बनाइ दीन्ह गवा। 8 पवित्तर सास्तरन कहत ह:
“परमेस्सर तउ ओन्हे एक चेतन सून्य कइ दिहेस आतिमा प्रदान किहेस।” (C)
“अइसेन आँखी दिहेस जउन देखि नाहीं सकत रहिन
अउ अइसेन कान दिहेस जउन सुन नाहीं सकत रहेन।
अउर इहइ दसा ठीक आजु तलक बनी भई बा।” (D)
9 दाऊद कहत ह:
“अपनेन भोगन मँ फंसके उ बन्दी बन जाइँ
ओनकर पतन होइ अउ ओनका दण्ड मिलइ।
10 ओनकर आँखी धुँधली होइ जाइँ ताकि उ पचे देख न सकइँ
अउ तू ओनकर सब पीड़ाके तले, ओनकर करिहाउँ हमेसा-हमेसा निहुराए रखइ।” (E)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.