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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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फ़िलिप्पॉय 2:1-11

आपसी एकता के संरक्षण के लिए बुलाहट

इसलिए यदि मसीह में ज़रा सा भी प्रोत्साहन, प्रेम से उत्पन्न धीरज, आत्मा की सहभागिता तथा करुणा और कृपा है तो एक मन, एक सा प्रेम, एक ही चित्त तथा एक लक्ष्य के लिए ठान कर मेरा आनन्द पूरा कर दो. स्वार्थ और झूठी बड़ाई से कुछ भी न करो, परन्तु विनम्रता के साथ तुम में से हर एक अपनी बजाय दूसरे को श्रेष्ठ समझे. तुम में से हर एक सिर्फ अपनी ही भलाई का नहीं परन्तु दूसरों की भलाई का भी ध्यान रखे.

तुम्हारा स्वभाव वैसा ही हो, जैसा मसीह येशु का था:

जिन्होंने परमेश्वर के स्वरूप में होते हुए भी,
    परमेश्वर से अपनी तुलना पर अपना अधिकार बनाए रखना सही न समझा
परन्तु अपने आप को शून्य कर,
    दास का स्वरूप धारण करते हुए और मनुष्य की समानता में हो गया
    और मनुष्य के शरीर में प्रकट हो कर
अपने आप को दीन करके मृत्यु—क्रूस की मृत्यु—तक,
        आज्ञाकारी रह कर स्वयं को शून्य बनाया.

इसलिए परमेश्वर ने उन्हें सबसे ऊँचे पद पर आसीन किया,
    तथा उनके नाम को महिमा दी कि वह हर एक नाम से ऊँचा हो
10 कि हर एक घुटना येशु नाम की वन्दना में झुक जाए—स्वर्ग में, पृथ्वी में और पृथ्वी के नीचे—और,
11 हर एक जीभ पिता परमेश्वर के प्रताप के लिए स्वीकार करे कि मसीह येशु ही प्रभु हैं.

Saral Hindi Bible (SHB)

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