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Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 103:1-8

दाऊद का एक गीत।

हे मेरी आत्मा, तू यहोवा के गुण गा!
    हे मेरी अंग—प्रत्यंग, उसके पवित्र नाम की प्रशंसा कर।
हे मेरी आत्मा, यहोवा को धन्य कह
    और मत भूल की वह सचमुच कृपालु है!
उन सब पापों के लिये परमेश्वर हमको क्षमा करता है जिनको हम करते हैं।
    हमारी सब व्याधि को वह ठीक करता है।
परमेश्वर हमारे प्राण को कब्र से बचाता है,
    और वह हमे प्रेम और करुणा देता है।
परमेश्वर हमें भरपूर उत्तम वस्तुएँ देता है।
    वह हमें फिर उकाब सा युवा करता है।
यहोवा खरा है।
    परमेश्वर उन लोगों को न्याय देता है, जिन पर दूसरे लोगों ने अत्याचार किये।
परमेश्वर ने मूसा को व्यवस्था का विधान सिखाया।
    परमेश्वर जो शक्तिशाली काम करता है, वह इस्राएलियों के लिये प्रकट किये।
यहोवा करुणापूर्ण और दयालु है।
    परमेश्वर सहनशील और प्रेम से भरा है।

नहेमायाह 13:15-22

15 उन्हीं दिनों यहूदा में मैंने देखा कि लोग सब्त के दिन भी काम करते हैं। मैंने देखा कि लोग दाखमधु बनाने कि लिए अँगूरों का रस निकाल रहे हैं। मैंने लोगों को अनाज लाते और उसे गधों पर लादते देखा। मैंने लोगों को नगर में अँगूर, अंजीर तथा हर तरह की वस्तुएँ ले कर आते हुए देखा। वे इन सब वस्तुओं को सब्त के दिन यरूशलेम में ला रहे थे। सो इसके लिए मैंने उन्हें चेतावनी दी। मैंने उनसे कह दिया कि उन्हें सब्त के दिन खाने की वस्तुएँ कदापि नहीं बेचनी चाहिए।

16 यरूशलेम में कुछ सीरी नगर के लोग भी रहा करते थे। वे लोग मछली और दूसरी तरह की अन्य वस्तुएँ यरूशलेम में लाया करते और उन्हें सब्त के दिन बेचा करते और यहूदी उन वस्तुओं को खरीदा करते थे। 17 मैंने यहूदा के महत्वपूर्ण लोगों से कहा, कि वे ठीक नहीं कर रहे हैं। उन महत्वपूर्ण लोगों से मैंने कहा, “तुम यह बहुत बुरा काम कर रहे हो। तुम सब्त के दिन को भ्रष्ट कर रहे हो। तुम सब्त के दिन को एक आम दिन जैसा बनाये डाल रहे हो। 18 तुम्हें यह ज्ञान है कि तुम्हारे पूर्वजों ने ऐसे ही काम किये थे। इसलिए हमारे परमेश्वर ने हम पर औऱ हमारे नगर पर विपत्तियाँ भेजी थीं और विनाश ढाया था। अब तुम लोग तो वैसे काम और भी अधिक कर रहे हो, जिससे इस्राएल पर वैसी ही बुरी बातें और अधिक घटेंगी क्योंकि तुम सब्त के दिन को बर्बाद कर रहे हो और इसे ऐसा बनाये डाल रहे हो जैसे यह कोई महत्वपूर्ण दिन ही नहीं है।”

19 सो हर शुक्रवार की शाम को साँझ होने से पहले ही मैंने यह किया कि द्वारपालों को आज्ञा देकर यरूशलेम के द्वार बंद करवा कर उन पर ताले डलवा दिये। मैंने यह आज्ञा भी दे दी कि जब तक सब्त का दिन पूरा न हो जाये द्वार न खोले जायें। कुछ अपने ही लोग मैंने द्वारों पर नियुक्त कर दिये। उन लोगों को यह आदेश दे दिया गया था कि सब्त के दिन यरूशलेम में कोई भी माल असबाब न आने पाये इसे सुनिश्चित कर लें।

20 एक आध बार तो व्यापारियों और सौदागरों को यरूशलेम से बाहर ही रात गुजारनी पड़ी। 21 किन्तु मैंने उन व्यापारियों और सौदागरों को चेतावनी दे दी। मैंने उनसे कहा, “परकोटे की दीवार के आगे न ठहरा करो और यदि तुम फिर ऐसा करोगे तो मैं तुम्हें बन्दी बना लूँगा।” सो उस दिन के बाद से सब्त के दिन अपना सामान बेचने के लिए वे फिर कभी नहीं आये।

22 फिर मैंने लेवीवंशियों को आदेश दिया कि वे स्वयं को पवित्र करें। ऐसा कर चुकने के बाद ही उन्हें द्वारों के पहरे पर जाना था। यह इसलिये किया गया कि सब्त के दिन को एक पवित्र दिन के रुप में रखा गया है, इसे सुनिश्चित कर लिया जाये।

हे परमेश्वर! इन कामों को करने के लिए तू मुझे याद रख। मेरे प्रति दयालु हो और मुझ पर अपना महान प्रेम प्रकट कर!

लूका 6:1-5

सब्त का प्रभु यीशु

(मत्ती 12:1-8; मरकुस 2:23-28)

अब ऐसा हुआ कि सब्त के एक दिन यीशु जब अनाज के कुछ खेतों से जा रहा था तो उसके शिष्य अनाज की बालों को तोड़ते, हथेलियों पर मसलते उन्हें खाते जा रहे थे। तभी कुछ फरीसियों ने कहा, “जिसका सब्त के दिन किया जाना उचित नहीं है, उसे तुम लोग क्यों कर रहे हो?”

उत्तर देते हुए यीशु ने उनसे पूछा, “क्या तुमने नहीं पढ़ा जब दाऊद और उसके साथी भूखे थे, तब दाऊद ने क्या किया था? क्या तुमने नहीं पढ़ा कि उसने परमेश्वर के घर में घुस कर, परमेश्वर को अर्पित रोटियाँ उठा कर खा ली थीं और उन्हें भी दी थीं, जो उसके साथ थे? जबकि याजकों को छोड़कर उनका खाना किसी के लिये भी उचित नहीं?” उसने आगे कहा, “मनुष्य का पुत्र सब्त के दिन का भी प्रभु है।”

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

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