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Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 81

गित्तीथ के संगत पर संगीत निर्देशक के लिये आसाप का एक पद।

परमेश्वर जो हमारी शक्ति है आनन्द के साथ तुम उसके गीत गाओ,
    तुम उसका जो इस्राएल का परमेश्वर है, जय जयकार जोर से बोलो।
संगीत आरम्भ करो।
    तम्बूरे बजाओ।
    वीणा सारंगी से मधुर धुन निकालो।
नये चाँद के समय में तुम नरसिंगा फूँको। पूर्णमासी के अवसर पर तुम नरसिंगा फूँको।
    यह वह काल है जब हमारे विश्र्राम के दिन शुरू होते हैं।
इस्राएल के लोगों के लिये ऐसा ही नियम है।
    यह आदेश परमेश्वर ने याकुब को दिये है।
परमेश्वर ने यह वाचा यूसुफ़ के साथ तब किया था,
    जब परमेश्वर उसे मिस्र से दूर ले गया।
मिस्र में हमने वह भाषा सुनी थी जिसे हम लोग समझ नहीं पाये थे।
परमेश्वर कहता है, “तुम्हारे कन्धों का बोझ मैंने ले लिया है।
    मजदूर की टोकरी मैं उतार फेंकने देता हूँ।
जब तुम विपति में थे तुमने सहायता को पुकारा और मैंने तुम्हें छुड़ाया।
    मैं तुफानी बादलों में छिपा हुआ था और मैंने तुमको उत्तर दिया।
    मैंने तुम्हें मरिबा के जल के पास परखा।”

“मेरे लोगों, तुम मेरी बात सुनों। और मैं तुमको अपना वाचा दूँगा।
    इस्राएल, तू मुझ पर अवश्य कान दे।
तू किसी मिथ्या देव जिनको विदेशी लोग पूजते हैं,
    पूजा मत कर।
10 मैं, यहोवा, तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
    मैं वही परमेश्वर जो तुम्हें मिस्र से बाहर लाया था।
हे इस्राएल, तू अपना मुख खोल,
    मैं तुझको निवाला दूँगा।

11 “किन्तु मेरे लोगों ने मेरी नहीं सुनी।
    इस्राएल ने मेरी आज्ञा नहीं मानी।
12 इसलिए मैंने उन्हें वैसा ही करने दिया, जैसा वे करना चाहते थे।
    इस्राएल ने वो सब किया जो उन्हें भाता था।
13 भला होता मेरे लोग मेरी बात सुनते, और काश! इस्राएल वैसा ही जीवन जीता जैसा मैं उससे चाहता था।
14     तब मैं फिर इस्राएल के शत्रुओं को हरा देता।
    मैं उन लोगों को दण्ड देता जो इस्राएल को दु:ख देते।
15 यहोवा के शत्रु डर से थर थर काँपते हैं।
    वे सदा सर्वदा को दण्डित होंगे।
16 परमेश्वर निज भक्तों को उत्तम गेहूँ देगा।
    चट्टान उन्हें शहद तब तक देगी जब तक तृप्त नहीं होंगे।”

यिर्मयाह 31:1-6

नया इस्राएल

31 यहोवा ने यह सब कहा: “उस समय मैं इस्राएल के पूरे परिवार समूहों का परमेश्वर होऊँगा और वे मेरे लोग होंगे।”

यहोवा कहता है,
“कुछ लोग, जो शत्रु की तलवार के घाट नहीं उतारे गए,
    वे लोग मरुभूमि में आराम पाएंगे। इस्राएल आराम की खोज में आएगा।”
बहुत दूर से यहोवा
    अपने लोगों के सामने प्रकट होगा।

यहोवा कहते हैं लोगों, “मैं तुमसे प्रेम करता हूँ और मेरा प्रेम सदैव रहेगा।
    मैं सदैव तुम्हारे प्रति सच्चा रहूँगा।
मेरी दुल्हन, इस्राएल, मैं तुम्हें फिर सवारुँगा।
    तुम फिर सुन्दर देश बनोगी।
तुम अपना तम्बूरा फिर संभालोगी।
    तुम विनोद करने वाले अन्य सभी लोगों के साथ नाचोगी।
इस्राएल के किसानों, तुम अंगूर के बाग फिर लगाओगे।
    तुम शोमरोन नगर के चारों ओर पहाड़ी पर उन अंगूरों के बाग लगाओगे
    और किसान लोग उन अंगूरों के बागों के फलों का आनन्द लेंगे।
वह समय आएगा, जब एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश का चौकीदार यह सन्देश घोषित करेगा:
    ‘आओ, हम अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करने सिय्योन चलें!’
एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश के चौकीदार भी उसी सन्देश की घोषणा करेंगे।”

यूहन्ना 6:35-40

35 तब यीशु ने उनसे कहा, “मैं ही वह रोटी हूँ जो जीवन देती है। जो मेरे पास आता है वह कभी भूखा नहीं रहेगा और जो मुझमें विश्वास करता है कभी भी प्यासा नहीं रहेगा। 36 मैं तुम्हें पहले ही बता चुका हूँ कि तुमने मुझे देख लिया है, फिर भी तुम मुझमें विश्वास नहीं करते। हर वह व्यक्ति जिसे परम पिता ने मुझे सौंपा है, मेरे पास आयेगा। 37 जो मेरे पास आता है, मैं उसे कभी नहीं लौटाऊँगा। 38 क्योंकि मैं स्वर्ग से अपनी इच्छा के अनुसार काम करने नहीं आया हूँ बल्कि उसकी इच्छा पूरी करने आया हूँ जिसने मुझे भेजा है। 39 और मुझे भेजने वाले की यही इच्छा है कि मैं जिनको परमेश्वर ने मुझे सौंपा है, उनमें से किसी को भी न खोऊँ और अन्तिम दिन उन सबको जिला दूँ। 40 यही मेरे परम पिता की इच्छा है कि हर वह व्यक्ति जो पुत्र को देखता है और उसमें विश्वास करता है, अनन्त जीवन पाये और अंतिम दिन मैं उसे जिला उठाऊँगा।”

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

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