Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 102:12-28

12 किन्तु हे यहोवा, तू तो सदा ही अमर रहेगा।
    तेरा नाम सदा और सर्वदा बना ही रहेगा।
13 तेरा उत्थान होगा और तू सिय्योन को चैन देगा।
    वह समय आ रहा है, जब तू सिय्योन पर कृपालु होगा।
14 तेरे भक्त, उसके (यरूशलेम के) पत्यरों से प्रेम करते हैं।
    वह नगर उनको भाता है।
15 लोग यहोवा के नाम कि आराधना करेंगे।
    हे परमेश्वर, धरती के सभी राजा तेरा आदर करेंगे।
16 क्यों? क्योंकि यहोवा फिर से सिय्योन को बनायेगा।
    लोग फिर उसके (यरूशलेम के) वैभव को देखेंगे।
17 जिन लोगों को उसने जीवित छोड़ा है, परमेश्वर उनकी प्रार्थनाएँ सुनेगा।
    परमेश्वर उनकी विनतियों का उत्तर देगा।
18 उन बातों को लिखो ताकि भविष्य के पीढ़ी पढ़े।
    और वे लोग आने वाले समय में यहोवा के गुण गायेंगे।
19 यहोवा अपने ऊँचे पवित्र स्थान से नीचे झाँकेगा।
    यहोवा स्वर्ग से नीचे धरती पर झाँकेगा।
20 वह बंदी की प्रार्थनाएँ सुनेगा।
    वह उन व्यक्तियों को मुक्त करेगा जिनको मृत्युदण्ड दिया गया।
21 फिर सिय्योन में लोग यहोवा का बखान करेंगे।
यरूशलेम में लोग यहोवा का गुण गायेंगे।
22     ऐसा तब होगा जब यहोवा लोगों को फिर एकत्र करेगा,
    ऐसा तब होगा जब राज्य यहोवा की सेवा करेंगे।

23 मेरी शक्ति ने मुझको बिसार दिया है।
    यहोवा ने मेरा जीवन घटा दिया है।
24 इसलिए मैंने कहा, “मेरे प्राण छोटी उम्र में मत हरा।
    हे परमेश्वर, तू सदा और सर्वदा अमर रहेगा।
25 बहुत समय पहले तूने संसार रचा!
    तूने स्वयं अपने हाथों से आकाश रचा।
26 यह जगत और आकाश नष्ट हो जायेंगे,
    किन्तु तू सदा ही जीवित रहेगा!
वे वस्त्रों के समान जीर्ण हो जायेंगे।
    वस्त्रों के समान ही तू उन्हें बदलेगा। वे सभी बदल दिये जायेंगे।
27 हे परमेश्वर, किन्तु तू कभी नहीं बदलता:
    तू सदा के लिये अमर रहेगा।
28 आज हम तेरे दास है,
    हमारी संतान भविष्य में यही रहेंगी
    और उनकी संताने यहीं तेरी उपासना करेंगी।”

अय्यूब 6:1-13

अय्यूब ने एलीपज को उत्तर देता है

फिर अय्यूब ने उत्तर देते हुए कहा,

“यदि मेरी पीड़ा को तौला जा सके
    और सभी वेदनाओं को तराजू में रख दिया जाये, तभी तुम मेरी व्यथा को समझ सकोगे।
मेरी व्यथा समुद्र की समूची रेत से भी अधिक भारी होंगी।
    इसलिये मेरे शब्द मूर्खतापूर्ण लगते हैं।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के बाण मुझ में बिधे हैं और
    मेरा प्राण उन बाणों के विष को पिया करता है।
    परमेश्वर के वे भयानक शस्त्र मेरे विरुद्ध एक साथ रखी हुई हैं।
तेरे शब्द कहने के लिये आसान हैं जब कुछ भी बुरा नहीं घटित हुआ है।
यहाँ तक कि बनैला गधा भी नहीं रेंकता यदि उसके पास घास खाने को रहे
    और कोई भी गाय तब तक नहीं रम्भाती जब तक उस के पास चरने के लिये चारा है।
भोजन बिना नमक के बेस्वाद होता है
    और अण्डे की सफेदी में स्वाद नहीं आता है।
इस भोजन को छूने से मैं इन्कार करता हूँ।
    इस प्रकार का भोजन मुझे तंग कर डालता है।
मेरे लिये तुम्हारे शब्द ठीक उसी प्रकार के हैं।

“काश! मुझे वह मिल पाता जो मैंने माँगा है।
    काश! परमेश्वर मुझे दे देता जिसकी मुझे कामना है।
काश! परमेश्वर मुझे कुचल डालता
    और मुझे आगे बढ़ कर मार डालता।
10 यदि वह मुझे मारता है तो एक बात का चैन मुझे रहेगा,
    अपनी अनन्त पीड़ा में भी मुझे एक बात की प्रसन्नता रहेगा कि मैंने कभी भी अपने पवित्र के आदेशों पर चलने से इन्कार नहीं किया।

11 “मेरी शक्ति क्षीण हो चुकी है अत: जीते रहने की आशा मुझे नहीं है।
    मुझ को पता नहीं कि अंत में मेरे साथ क्या होगा इसलिये धीरज धरने का मेरे पास कोई कारण नहीं है।
12 मैं चट्टान की भाँति सुदृढ़ नहीं हूँ।
    न ही मेरा शरीर काँसे से रचा गया है।
13 अब तो मुझमें इतनी भी शक्ति नहीं कि मैं स्वयं को बचा लूँ।
    क्यों? क्योंकि मुझ से सफलता छीन ली गई है।

मरकुस 3:7-12

बहुतों का यीशु के पीछे हो लेना

यीशु अपने शिष्यों के साथ झील गलील पर चला गया। उसके पीछे एक बहुत बड़ी भीड़ भी हो ली जिसमें गलील, यहूदिया, यरूशलेम, इदूमिया और यर्दन नदी के पार के तथा सूर और सैदा के लोग भी थे। लोगों की यह भीड़ उन कामों के बारे में सुनकर उसके पास आयी थी जिन्हें वह करता था।

भीड़ के कारण उसने अपने शिष्यों से कहा कि वे उसके लिये एक छोटी नाव तैयार रखें ताकि भीड़ उसे दबा न ले। 10 यीशु ने बहुत से लोगों को चंगा किया था इसलिये बहुत से वे लोग जो रोगी थे, उसे छूने के लिये भीड़ में ढकेलते रास्ता बनाते उमड़े चले आ रहे थे। 11 जब कभी दुष्टात्माएँ यीशु को देखतीं वे उसके सामने नीचे गिर पड़तीं और चिल्ला कर कहतीं “तू परमेश्वर का पुत्र है!” 12 किन्तु वह उन्हें चेतावनी देता कि वे सावधान रहें और इसका प्रचार न करें।

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

© 1995, 2010 Bible League International