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Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 90:1-8

चौथा भाग

(भजनसंहिता 90–106)

परमेश्वर के भक्त मूसा की प्रार्थना।

हे स्वामी, तू अनादि काल से हमारा घर (सुरक्षास्थल) रहा है।
हे परमेश्वर, तू पर्वतों से पहले, धरती से पहले था,
    कि इस जगत के पहले ही परमेश्वर था।
    तू सर्वदा ही परमेश्वर रहेगा।

तू ही इस जगत में लोगों को लाता है।
    फिर से तू ही उनको धूल में बदल देता है।
तेरे लिये हजार वर्ष बीते हुए कल जैसे है,
    व पिछली रात जैसे है।
तू हमारा जीवन सपने जैसा बुहार देता है और सुबह होते ही हम चले जाते है।
हम ऐसे घास जैसे है,
    जो सुबह उगती है और वह शाम को सूख कर मुरझा जाती है।
हे परमेश्वर, जब तू कुपित होता है हम नष्ट हो जाते हैं।
    हम तेरे प्रकोप से घबरा गये हैं।
तू हमारे सब पापों को जानता है।
    हे परमेश्वर, तू हमारे हर छिपे पाप को देखा करता है।

भजन संहिता 90:9-11

तेरा क्रोध हमारे जीवन को खत्म कर सकता है।
    हमारे प्राण फुसफुसाहट की तरह विलीन हो जाते है।
10 हम सत्तर साल तक जीवित रह सकते हैं।
    यदि हम शक्तिशाली हैं तो अस्सी साल।
हमारा जीवन परिश्रम और पीड़ा से भरा है।
    अचानक हमारा जीवन समाप्त हो जाता है! हम उड़कर कहीं दूर चले जाते हैं।
11 हे परमेश्वर, सचमुच कोई भी व्यक्ति तेरे क्रोध की पूरी शक्ति नहीं जानता।
    किन्तु हे परमेश्वर, हमारा भय और सम्मान तेरे लिये उतना ही महान है, जितना क्रोध।

भजन संहिता 90:12

12 तू हमको सिखा दे कि हम सचमुच यह जाने कि हमारा जीवन कितना छोटा है।
    ताकि हम बुद्धिमान बन सकें।

यहेजकेल 7:1-9

तब यहोवा का वचन मुझे मिला। उसने कहा, “मनुष्य के पुत्र, अब मेरे स्वामी यहोवा का यह सन्देश है। यह सन्देश इस्राएल देश के लिये है:

“अन्त!
    अन्त आ गया है।
    पूरा देश नष्ट हो जायेगा।
अब तुम्हारा अन्त आ गया है!
    मैं दिखाऊँगा कि मैं तुम पर कितना क्रोधित हूँ।
मैं तुम्हें उन बुरे कामों के लिये दण्ड दूँगा जो तुमने किये।
    जो भयंकर काम तुमने किये उनके लिए मैं तुमसे भुगतान कराऊँगा।
मैं तुम्हारे ऊपर तनिक भी दया नहीं करूँगा।
    मैं तुम्हारे लिये अफसोस नहीं करूँगा।
मैं तुम्हें तुम्हारे बुरे कामों के लिये दण्ड दे रहा हूँ।
    तुमने भयानक काम किये हैं।
    अब तुम समझ जाओगे कि मैं यहोवा हूँ।”

मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं। “एक के बाद एक विपत्तियाँ आयेंगी! अन्त आ रहा है और यह बहुत जल्दी आयेगा! इस्राएल के तुम लोगों, क्या तुमने सीटी सुनी है शत्रु आ रहा है। वह दण्ड का समय शीघ्र आ रहा है! शत्रुओं का शोरगुल पर्वतों पर अधिकाधिक बढ़ता जा रहा है। मैं शीघ्र ही दिखा दूँगा कि मैं कितना क्रोधित हूँ। मैं तुम्हारे विरुद्ध अपने पूरे क्रोध को प्रकट करुँगा। मैं उन बुरे कामों के लिये दण्ड दूँगा जो तुमने किये। मैं उन सभी भयानक कामों के लिये तुमसे भुगतान कराऊँगा जो तुमने किये। मैं तुम पर तनिक भी दया नहीं करूँगा मैं तुम्हारे लिये अफसोस नहीं करूँगा। मैं तुम्हें तुम्हारे बुरे कामों के लिये दण्ड दे रहा हूँ। तुमने जो भयानक काम किये है, अब तुम जानोगे कि मैं यहोवा हूँ और मैं दण्ड भी देता हूँ।

प्रकाशित वाक्य 16:8-21

फिर चौथे दूत ने अपना कटोरा सूरज पर उँड़ेल दिया। सो उसे लोगों को आग से जला डालने की शक्ति प्रदान कर दी गयी। और लोग भयानक गर्मी से झुलसने लगे। उन्होंने परमेश्वर के नाम को कोसा क्योंकि इन विनाशों पर उसी का नियन्त्रण है। किन्तु उन्होंने कोई मन न फिराया और न ही उसे महिमा प्रदान की।

10 इसके पश्चात् पाँचवे दूत ने अपना कटोरा उस पशु के सिंहासन पर उँड़ेल दिया और उस का राज्य अंधकार में डूब गया। लोगों ने पीड़ा के मारे अपनी जीभ काट ली। 11 अपनी-अपनी पीड़ाओं और छालों के कारण उन्होंने स्वर्ग के परमेश्वर की भर्त्सना तो की, किन्तु अपने कर्मो के लिए मन न फिराया।

12 फिर छठे दूत ने अपना कटोरा फरात नामक महानदी पर उँडेल दिया और उसका पानी सूख गया। इससे पूर्व दिशा के राजाओं के लिए मार्ग तैयार हो गया। 13 फिर मैंने देखा कि उस विशालकाय अजगर के मुख से, उस पशु के मुख से और कपटी नबियों के मुख से तीन दुष्टात्माएँ निकलीं, जो मेंढक के समान दिख रहीं थी। 14 ये शैतानी दुष्ट आत्माएँ थीं और उनमें चमत्कार दिखाने की शक्ति थी। वे समूचे संसार के राजाओं को परम शक्तिमान परमेश्वर के महान दिन, युद्ध करने के लिए एकत्र करने को निकल पड़ीं।

15 “सावधान! मैं दबे पाँव आकर तुम्हें अचरज में डाल दूँगा। वह धन्य है जो जागता रहता है, और अपने वस्त्रों को अपने साथ रखता है ताकि वह नंगा न फिरे और लोग उसे लज्जित होते न देखें।”

16 इस प्रकार वे दुष्टात्माएँ उन राजाओं को इकट्ठा करके उस स्थान पर ले आईं, जिसे इब्रानी भाषा में हरमगिदोन कहा जाता है।

17 इसके बाद सातवें दूत ने अपना कटोरा हवा में उँड़ेल दिया और सिंहासन से उत्पन्न हुई एक घनघोर ध्वनि मन्दिर में से यह कहती निकली, “यह समाप्त हो गया।” 18 तभी बिजली कौंधने लगी, गड़गड़ाहट और मेघों का गर्जन-तर्जन होने लगा तथा एक बड़ा भूचाल भी आया। मनुष्य के इस धरती पर प्रकट होने के बाद का यह सबसे भयानक भूचाल था। 19 वह महान् नगरी तीन टुकड़ों में बिखर गयी तथा अधर्मियों के नगर ध्वस्त हो गए। परमेश्वर ने बाबुल की महानगरी को दण्ड देने के लिए याद किया था। ताकि वह उसे अपने भभकते क्रोध की मदिरा से भरे प्याले को उसे दे दे। 20 सभी द्वीप लुप्त हो गए। किसी पहाड़ तक का पता नहीं चल पा रहा था। 21 चालीस चालीस किलो के ओले, आकाश से लोगों पर पड़ रहे थे। ओलों के इस महाविनाश के कारण लोग परमेश्वर को कोस रहे थे क्योंकि यह एक भयानक विपत्ति थी।

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

© 1995, 2010 Bible League International