Readings for Lent and Easter
परमेस्सर क पिरेम
5 काहेकि हम अपने बिसवास क कारण परमेस्सर बरे धर्मी होइ ग अही, तउ अपने पर्भू ईसू मसीह क जरिये हमार परमेस्सर स मेल होइ गवा बा। 2 उही क जरिये बिसवास क कारण ओकरे जउन अनुग्रह मँ हमार स्थिति बा, ओह तलक हमार पहुँच होइ गइ रही। अउर हम परमेस्सर क महिमा क कउनउ आसा पावइ क आनन्द लेइत ह। 3 ऍतनइ नाहीं हम आपन विपत्तियन मँ आनन्द लेइत ह। काहेकि हम जानित ह कि विपत्ति धीरज क जनम देत ह। 4 अउर धीरज स खरा चरित्र निकरत ह। खरा चरित्र स आसा क जनम होत ह। 5 अउर आसा हमका निरास नाहीं होइ देत ह काहेकि पवित्तर आतिमा क जरिये, जउन हमका दीन्ह गवा बा, परमेस्सर क पिरेम हमरे हिरदय मँ उड़ेर दीन्ह गवा बा।
6 काहेकि हम जब अबहीं कमजोर ही रहेन ठीक समइ पर हम भक्तहीनन बरे मसीह तउ आपन बलिदान दिहेस। 7 अब देखा केहू धर्मी मनइयन क बरे उ केउ कठिनाइ स मरत ह। केहू धर्मी मनई क बरे आपन परान तियागइ क साहस तउ केउ कई सकत ह। 8 मुला परमेस्सर तउ हमपे आपन पिरेम देखायेस। जबकि हम तउ पापी ही रहे; परन्तु ईसू त हमरे बरे परान तजि दिहेस।
9 काहेकि अब जब हम ओकरे लहू क कारण धर्मी होइ ग अही तउ अब ओकरे जरिये परमेस्सर क किरोध स जरूर इ बचावा जइहीं। 10 काहेकि जब हम ओकर बैरी रहे उ अपने मऊत क जरिये परमेस्सर स हमार मेलमिलाप कराथेस तउ अब तउ जब ते हमार मेलमिलाप होइ चुका बा ओकरे जीवन स हमार अउ केतॅनी जियादा रच्छा होइ। 11 ऍतनइ नाहीं बा हम अपने पर्भू ईसू मसीह क जरिये परमेस्सर क भक्ति पाइ क अब ओहमाँ आनन्द लेइत ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.