Readings for Lent and Easter
यहोवा क मुक्ति संदेस
61 यहोवा क सेवक कहत ह, “मोर सुआमी यहोवा मोहमाँ आपन आतिमा धरेस ह। उ मोका एक खास करइ बरे अभिसेक किहेस ह। उ मोका विनम्र लोगन क अच्छी खबर देइ बरे, टुटे हिरदइवालन क उत्साह बढ़ावइ बरे, बन्दी क आजाद करइ बरे, अउर कैदी क मुक्त करइ बरे पठएस ह। 2 उ समय क घोसणा करब जब यहोवा आपन करुणा परगट करी; उ समय क घोसणा करब जब हमार परमेस्सर दुस्टन क दण्ड देइ; दुःखी लोगन क पुचकारब; 3 सिय्योन क दुःखी लोगन क आदर देब (अबहिं तउ ओनके लगे बस राखी अहइ); सिय्योन क लोगन क खुसी क स्नेह प्रदान करब; (अबहिं तउ ओनके पास बस दुःख अहइ) सिय्योन क लोगन क परमेस्सर क स्तुति क गीत प्रदान करब (अबहिं तउ ओनके लगे बस ओनके दर्द अहइँ); सिय्योन क लोगन क उत्सव क ओढ़ना देब (अबहिं तउ ओनके लगे बस ओनकर दुःख ही अहइँ।) ओन लोगन क ‘उत्तिमता क बृच्छ’ क नाउँ देब; ओन लोगन क ‘यहोवा क अद्भुत बृच्छ क संज्ञा देब।’
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.