Readings for Lent and Easter
परमेस्सर यिर्मयाह क अपने लगे बोलावत ह
4 मइँ यिर्मयाह इ सँदेस यहोवा स प्राप्त कइ रहा:
5 “तोहरी महतारी क गरभ मँ रखइ क पहिले
    मइँ तोहका जान लिहेउँ।
तोहरे जनम लेइ क पहिले,
    मइँ तोहका बिसेस कारज बरे चुने रहेउँ।
    मइँ तोहका रास्ट्रन क नबी होइ क चुने रहेउँ।”
6 तब मइँ अर्थात यिर्मयाह कहेउँ, “मुला सर्वसक्तिमान यहोवा, मइँ तउ बोलब भी नाहीं जानत। मइँ तउ अबहिं बालक ही रहेउँ।”
7 मुला यहोवा मोहसे कहेस,
“जिन कहा, ‘मइँ बालक ही हउँ।’
    तोहका हर ओन ठउरन पइ जाब अहइ जहाँ मइँ पठवउँ।
    तोहका उ सब कहब अहइ जेका मइँ कहइ क कहउँ।
8 कउनो स जिन डेराअ।
    मइँ तोहरे संग अहउँ, अउर मइँ तोहार रच्छा करब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
9 तब यहोवा आपन हाथ बढ़ाएस अउर मोरे मुँह क छुइ लिहस। यहोवा मोहसे कहेस,
“यिर्मयाह, मइँ आपन सब्द तोहरे मुँहे मँ देत अहइँ।
10 आजु मइँ तोहका राज्जन अउ रास्ट्रन क अधिकारी,
    एनका उखाड़ा अउ उजाड़ फेंकइ बरे,
एका नस्ट अउ उठाइ फेंकइ बरे,
    एका निर्माण करइ अउ रोपन बरे नियुक्त किहउँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.