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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 46-48

अलामोथ क संगत पइ संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठु पद।

परमेस्सर हमरे पराक्रम क भण्डार अहइ।
    संकट क समइ उ हमेसा मदद बरे हुवाँ होइ।
एह बरे जब धरती काँपत ह अउर जब पर्वत समुद्र मँ भहराइ लागत ह,
    हमका डर नाहीं लागत।
हम नाहीं डेराइत जब सागर उफनत अउ मटमैला होइ जात ह,
    अउर धरती अउ पहाड़ काँपइ लागत हीं।

हुआँ एक ठु नदी अहइ, जउन परम परमेस्सर क नगरी क
    आपन धारा स खुसी स भरि देत ह।
उ सहर मँ परमेस्सर अहइ, इहइ स ओकर कबहुँ पतन नाहीं होइ।
    परमेस्सर ओकर मदद भोर स पहिले ही करी।
यहोवा क गरजत ही, रास्ट्र डर स काँपि जइहीं।
    ओनकर राजधानियन क पतन होइ जात ह अउ धरती पिघल उठत ह।
सर्वसक्तिमान यहोवा हमरे संग अहइ।
    याकूब क परमेस्सर हमार सरणस्थल अहइ।

आवा ओन सक्ती स भरा कामे क लखा जेनका यहोवा करत ह।
    उ सबइ काम ही धरती पइ यहोवा क मसहूर करत हीं।
यहोवा धरती पइ होत भए कहूँ भी जुद्ध क रोक सकत ह।
    उ सबइ फउजी क धनुसन क तोड़ सकत हीं, अउ ओनके भालन क चकनाचूर कइ सकत ह, रथन क उ बारिके भसम कइ सकत ह।

10 परमेस्सर कहत ह, “सांत बना अउ जाना कि मइँ ही परमेस्सर अहउँ!
    रास्ट्रन क बीच मोर बड़कई होइ।
    धरती पइ मोर महिमा फइलि जाइ!”

11 यहोवा सर्वसक्तिमान हम पचन्क संग बा।
    याकूब क परमेस्सर हमार ढाल अहइ।

संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठू भजन।

हे सबहिं लोगो, ताली बजावा,
    अउर आनन्द मँ भरिके परमेस्सर क जय जयकार करा!
महिमा महिम यहोवा भय अउर विस्मय स भरा बाटइ।
    सारी भुइँया क उहइ महान राजा अहइ।
उ हुकूम दिहेस कि रास्ट्रन हमार नियंत्रन मँ होब
    ऍह बरे हम पचन्क ओनका हराइ दिहा ह।
हमार धरती उ हमरे बरे चुनेस ह।
    उ याकूब बरे अद्भुत धरती चुनेस जेहसे उ पिरेम करत ह।

यहोवा परमेस्सर तुरही क ध्वनि
    अउर जुद्ध क नरसिंहे क स्वर क संग ऊपर उठत ह।
परमेस्सर क गुणगान करत भए गुण गावा।
    हमरे राजा क बड़कई क गीत गावा।
    अउर ओकर जस क गीत गावा।
परमेस्सर सारी भुइँया क राजा अहइ।
    ओकर बड़कई क गीत गावा।
परमेस्सर आपन पवित्तर सिंहासन पइ बिराजत ह।
    परमेस्सर सबहिं रास्ट्रन पइ हुकूमत करत ह।
रास्ट्रन क नेता, इबाहीम क परमेस्सर क लोगन क संग मिलत हीं।
    सबहिं रास्ट्रन क नेता,
परमेस्सर क अहइँ।
    परमेस्सर ओन सबन क ऊपर अहइ।

एक ठु भजन: कोरह परिवार क एक ठु पद।

यहोवा महान अहइ।
    उ हमेसा मोर परमेस्सर क नगर मँ आपन पवित्तर पर्वत पइ बड़कई करत अहइ।
सिय्योन पर्वत असल मँ परमेस्सर क पवित्तर पर्वत बाटइ।
    इ महान राजा क नगर बाटइ।
समूचइ संसार क लोग हिआँ खुस रहत हीं
    काहेकि इ प्रसन्नता क सिखर पइ अहइँ।[a]
उ सहर क महलन मँ,
    परमेस्सर क सरणस्थल क नाउँ स जाना जात ह।
एक दाई कछू राजा आपुस मँ आइके मिलेन
    अउर उ पचे इ सहर पइ हमला करइ क कुचक्र रचेन।
सबहिं एक अउटिके चढ़ाई बरे अगवा बढ़ेन।
    राजा क लखिके उ सबइ सबहिं चकित भएन।
    ओनमाँ भगदड़ मची अउ उ सबइ सबहिं पराइ गएन।
ओनका डर दहबोच लिहस,
    उ सबइ डर स काँपि उठेन।
प्रचण्ड पुरवइया हवा
    ओनके जहाजन क चकनाचूर कइ दिहस।
हाँ, हम पचे तोहार प्रबलता क कहानी सुना ह।
    अउर हम पचे तउ ऍका सर्वसक्तिमान यहोवा क सहर मँ हमरे परमेस्सर क सहर मँ घटत भए भी लखा।
यहोवा उ सहर क हमेसा बरे सुदृढ़ बनाएस ह।

हे परमेस्सर, हम तोहरे मन्दिर मँ तोहरी पिरेम स भरी करुणा पइ विचार करित ह।
10 हे परमेस्सर, तू मसहूर अहा,
    लोग धरती पइ हर कहूँ तोहार स्तुति करत हीं।
    हर मनई जानत ह कि तू केतॅना भला अहा।
11 हे परमेस्सर, तोहरे उचित निआउ क कारण सिय्योन पर्वत खुस अहइ।
    अउर यहूदा क नगरियन आनन्द मनावत अहइँ।
12 सिय्योन क परिक्रमा करा।
    नगरी क दर्सन करा।
    तू मीनारन क लखा।
13 ऊँच चहरदीवारन क लखा।
    सिय्योन क महलन क सराहा,
    तबहिं तू आवइवाली पीढ़ी स ऍकर बखान कइ सकब्या।
14 सचमुच हमार परमेस्सर सदा सदा ही परमेस्सर रही।
    उ हमका सदा ही राह देखाई।
    ओकर कबहुँ भी अंत नाहीं होई।

प्रेरितन क काम 28

माल्टा द्वीप प पौलुस

28 इ सब कछू स सुरच्छा क साथ बच निकरे क पाछे हम सबन क पता लाग कि उ द्वीप क नाउँ माल्टा रहा। हुवाँ क मूल-नीवासियन हमरे संग असाधारण रूप स नीक बियूहार किहेन। काहेकि जाड़ा रहा अउर बरखा होइ लाग, यह बरे उ पचे आगी बारेन अउर हम सबन क सुआगत किहेन। पौलुस लकड़ी क गठरा बनाएस अउर जब उ आगी प लकड़ियन क धरत रहा तबहिं गर्मी लागे स एक बिख स भरा नाग बाहेर निकरा अउर उ ओकरे हाथ क डस लिहेस। हुवाँ क निवासी जब उ जंतु क ओकरे हाथ स लटकत भवा निहारेन तउ उ पचे आपुस मँ कहइ लागेन, “सचमुच ही इ मनई हत्तियारा अहइ। जदि अपि इ सागर स बचिके निकरा अहइ मुला दिब्ब निआव[a] ऍका जिअइ देत नाहीं बा।”

मुला पौलुस उ नाग क आगी मँ ही पटकेस। पौलुस क कउने तरह क हानि नाहीं भइ। मनइयन सोचत रहेन कि उ या तउ सूजि जाइ या फिन बरबस धरती प भहराइ के मरि जाइ। मुला बहोत देर तलक जोहे क पाछे अउर लखिके ओका असाधारण रूप स कछू नाहीं भवा अहइ, उ पचे आपन बिचार बदल दिहेन अउर बोलेन, “इ तउ कइनो देवता अहइ!”

उ ठउर क नगिचे ही उ द्वीप क प्रधान मनई पुबलियुस की खेत रहा। उ आपन घरे लइ जाइके हमार सुआगत-सत्कार किहेस। बड़ा खुला मन स तीन दिना तलक उ हमार मेहमानदारी करत रहा। पुबलियुस क बाप बिस्तर प ओलरा रहा। ओका बोखार अउर पेचिस होत रही। पौलुस ओसे भेंटइ भितरे गवा। फिन पराथना करइ क पाछे उ ओह पार आपन हाथ धरेस अउर उ नीक होइ गवा। इ घटना क बाद उ द्वीप क बाकी सबहिं बेरमियन हुवाँ आएन अउर उ पचे नीक होइ गएन।

10-11 कहइ उपहार स हमार मान बढ़ाएन अउर जब हम हुवाँ स नाउ प आगे चलेन तउ उ पचे सब जरूरी चीज क लइ आइके हमका दइ दिहेन।

पौलुस क रोम जाब

तीन महीना पाछे सिकन्दरिया क एक जहाज स हम चल पड़ेन। इ द्वीप प जहाज जाड़ा भरे क बरे रूका जहाज क आगे क हींसा मँ जुड़वा भाइयन[b] क चीन्हा बना रहा। 12 फिन हम पचे सरकुसा जाइ पहोंचेन जहाँ हम तीन दिना तलक ठहरेन। 13 हुवाँ स जहाज स हम सबइ रेगियुम पहोंचेन अउर फिन अगले ही दिन दखिनाई हवा चली। तउ अगले दिन हम पुतियुली पहोंचेन। 14 हुवाँ हमका कछू बंधु मिलेन अउर उ पचे हमका हुवाँ सात दिना ठहरइ क कहेन अउर इ तरह हम रोम पहोंचि आएन। 15 जब हुवाँ क भाइ लोगन क हमार सूचना मिली तउ उ पचे अप्पियुस क बजार अउर तीन सराय[c] तलक हम पचन स भेंटइ आएन। पौलुस जब ओनका लखेस तु परमेस्सर क धन्यबाद दइके आपना ढ़ाढ़स बढ़ाएस।

पौलुस क रोम आउब

16 जब हम सबइ रोम पहोंचेन तउ एक ठु सिपाही क देखरेख मँ पौलुस क अपने आप अलग रहइ क अनुमति दीन्ह गइ।

17 तीन बरिस पाछे पौलुस यहूदी नेतन क बोलाएस अउर ओनकइ बटुर जाए प उ ओनसे बोला, “भाइयो, चाहे मइँ आपन रास्ट्र या आपन पूर्वजन क व्यवस्था क खिलाफ कछू भी नाहीं किहेउँ ह, तउ भी यरुसलेम मँ मोका बंदी क रूप मँ रोमी लोगन क हवाले कइ दीन्ह गवा रहा। 18 उ पचे मोर जाँच पड़ताल किहेन अउर मोका छोड़इ चाहेन काहेकि अइसा कछू मइँ किहेउँ ही नाहीं रहा जउन मउत क सजा क काबिल होत 19 मुला जब यहूदी लोगन एतराज किहेन तउ मइँ कैसर स फिन बिचार करइ क पराथना करइ क बेबस होइ गएउँ। यह बरे कि नाहीं कि मइँ आपन ही लोगन प कउनो दोख लगावइ चाहत रहेउँ। 20 इहइ कारण अहइ जेहसे मइ तोहसे मिलइ अउर बातचीत करइ चाहत रहेउँ काहेकि इस्राएल क उ भरोसा ही बाटइ जेकरे कारण मइँ जंजीर मँ बंधा अहउँ।”

21 यहूदी नेतन पौलुस स कहेन, “तोहरे बारे मँ यहूदिया स न तउ कउनो चिट्ठी ही मिली बाटइ, अउर न ही हुवाँ स आवइवाला कुउनो भी भाई तोहार कइनो खबर दिहेन अउर तोहरे बारे मँ कउनो बुरी बात कहेस। 22 मुला तोहार का बिचार अहइँ, इ हम तोहसे सुनइ चाहित ह काहेकि हम जानित ह कि लोग सब कछू पंथ क खिलाफ बोलत रहत हीं।”

23 तउ उ पचे ओकरे साथ एक दिन ठहराएन। अउर फिन जहाँ उ ठहरा रहा, बड़ी गनती मँ ओइके उ लोग बटुर गएन। मूसा क व्यवस्था अउर नबी लोगन क किताबन स ईसू क बारे मँ ओनका समझावइ क जतन करत भए उ परमेस्सर क राज्य क बारे मँ आपन साच्छी दिहेस अउर समुझाएस। 24 उ जउन कछू कहे रहा, ओहसे कछू मिला तउ बात मान गएन मुला कछू बिसवास नाहीं किहेन। 25 फिन आपुस मँ एक दूसर स असहमत होत भएन उ पचे हुवाँ स जाइ लागेन। तब पौलुस एक बात अउर कहेस, “यसायाह नबी क जरिया पवित्तर आतिमा तोहरे पूर्वजन स केतॅना ठीक कहे रहा,

26 ‘जाइके इन लोगन स कहि द्या:
तू पचे सुनब्या,
    पर न बुझब्या कबहुँ।
लखत ही लखत बस तू रहब्या हज
    न बुझब्या कबहुँ भी!
27 काहेकि ऍनकइ हिरदय मूर्खपन स गवा भरि
    कान ऍनकइ मुस्किल स सुनत हीं
    अउर कइ लिहन मूँद आँखी आपन इ सबइ,
काहेकि अइसा न होइ जाइ कि
    इ सबइ आँखीन स लखइँ, सुनइँ
    अउर कान स आपन
    अउर समुझइँ हिरदय मँ, लौटइँ
साइद अउर करइ पड़ब मोका चंगा ओनका।’ (A)

28 “यह बरे तोहका जान लेइ चाही कि परमेस्सर क इ उद्धार बिधर्मियन क लगे पठइ दीन्ह ग अहइ। उ पचे ऍका सुनिहीं।” 29 [d]

30 हुआँ किराये क आपन मकान मँ पौलुस पूरा दुइ बरिस तलक ठहरा। जउन कउनो भी ओसे मिलइ आवत, उ ओकर सुआगत करत। 31 उ परमेस्सर क राज्य क प्रचार करत रहत अउर पर्भू ईसू मसीह क बारे मँ उपदेस देत। उ इ कारज क पूरा बेडर होइके अउर बगेरे कउनो बाधा क मानत भवा करत रहा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.