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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
नहूम 1-3

इ नीनवे क बारे मँ एक ठु दुःखद समाचार अहइ। इ किताब नहूम क दर्सन क किताब अहइ। नहूम एल्कोस स रहा।

यहोवा नीनवे स कोहान अहइ

यहोवा ईस्यालु अउर प्रतिसोधी परमेस्सर अहइ।
    यहोवा बदला लेत ह।
    यहोवा बहोतइ कोहान अहइ।
यहोवा आपन दुस्मनन क खिलाफ बदला लेत ह।
    उ आपन दुस्मनन पइ कोहात रहत ह।
यहोवा धीरा राखत ह।
    मुला उ बहोतइ सक्तीसाली अहइ।
यहोवा अपराधी लोगन क सजा देत ह।
    उ ओनका आजाद चला जाइ नाहीं देइ।
लखा, यहोवा दुट्ठ लोगन क सजा देइ आवत ह।
    उ आपन सक्ति देखॉवइ बरे चक्रवात अउर तूफानन क काम मँ लिआब।
    बादर ओकरे गोड़न क नीचे धूरि क समान अहइ।
जदि यहोवा सागर क घुड़कइ तउ सागर भी झुराइ जाइ।
    उ सारी नदियन क झुराइ सकत ह।
बासान अउ कर्मेल क हरी-भरी भुइँया झुराइके मरि जात हीं।
    लबानोन क फूल मुरझाइके गिरि पड़त हीं।
यहोवा क अवाई होइ
    अउर पहाड़ डर स कँपिहीं
    अउर इ सबइ पहाड़ियन टेघराइके बहि जइहीं।
यहोवा क अवाई होइ
    अउर इ धरती डर स काँपि उठी।
इ जगत अउर जउन कछू एहमाँ अहइ
    जउन जिअत अहइ, डर स काँपी।
यहोवा क महाकोप क मुकाबला कउनो नाहीं कइ सकत,
    कउनो भी ओकर भयानक कोप नाहीं सहि सकत।
ओकर किरोध आगी क नाई धधकी।
    जबहिं उ पधारी तबहिं चट्टानन चटकि जइहीं।
यहोवा संकट क काले मँ उत्तिम अहइ।
    उ सुरच्छित सरन अइसे ओन लोगन क अहइ जउन ओकरे भरोसे अहइँ।
    उ ओनकर देख-रेख करत ह।
मुला उ आपन दुस्मनन क पूरी तरह बर्बाद कइ देइ।
    उ ओनक बाढ़ क तरह बहाइ के लइ जाइ।
    अँधियारा क बीच उ आपन दुस्मनन क पाछा करी।
का तू पचे यहोवा क खिलाफ सड्यंत्र रचत अहा?
    उ तोहार पचन क अंत कइ देइ।
    फुन अउर कउनो दूसरी दाईं कबहुँ यहोवा का खिलाफत नाहीं करी।
10 तोहरे पचन्क दुस्मन
    अरझ गए काँटन स बर्बाद होइहीं।
उ पचे झुरान घासे जइसे
    हाली ही जरि जइहीं।

11 हे अस्सूर, एक मनई तोहसे ही आवा अहइ।
    जउन यहोवा क खिलाफ सड्यंत्र रचेस अउर पापे स भरी सलाह दिहस।
12 यहोवा यहूदा स इ सबइ बातन कहे रहा:
“अस्सूर क जनता पूरी सक्तीसाली अहइ।
    ओकरे लगे बहोत स फउजी अहइँ।
    मुला ओन सबन्क काटिके लोकाइ दीन्ह जाइ।
    सबन्क अन्त कीन्ह जाइ।
हे मोर लोगो, मइँ तू पचन्क बहोत स कस्ट दिहेउँ
    मुला अब आगे तू पचन्क अउर कस्ट नाहीं देबउँ।
13 अब मइँ तोहरे पचन क काँधे स उ जुआ उतारि देब।
    तोहार सबन्क जंजीरन जेनमाँ मँ तू पचे बँधा अहा
    मइँ अब तोरि देब।”

14 हे अस्सूर क राजा, तोहरे बारे मँ यहोवा इ आदेस दिहस ह:
    “तोहार नाउँ लेवइया कउनो भी संतान न रही।
तोहार खुदी भइ मूर्तियन अउ धातु क मूर्तियन क मइँ बर्बाद कइ देब
    जउन तोहरे देवतन क मन्दिरन मँ रखा भवा अहइँ।
मइँ तोहरे बरे कब्र बनावत हउँ
    काहेकि तोहार अंत आवति अहइ।”

15 लखा यहूदा।
    लखा हुआँ, पहाड़े क ऊपर स कउनो आवत अहइ।
    कउनो हरकारा सुसंदेस लइकि आवत अहइ।
    लखा उ कहत अहइ कि हिआँ पइ सान्ति अहइ।
यहूदा, तू आपन खास छुट्टी क दिन मनाइ ल्या।
    यहूदा, तू आपन मन्नतन मनाइ ल्या।
अब फुन कबहुँ दुर्जन तोह पइ वार न करिहीं अउर उ पचे फुन तोहका हराइ न पइहीं।
    ओन सबहिं दुर्जनन क अन्त कइ दीन्ह ग अहइ।

नीनवे क विनास होइ

नीनवे, बिनासकारी तोहरे खिलाफ जुद्ध करइ बरे आवत अहइ।
    आपन सहर क मज़बूत ठउर सुरच्छित कइ ल्या!
    राहन पइ आँखी धरा,
जुद्ध बरे तइयार रहा,
    लड़ाई क तइयारी करा।
काहेकि यहोवा याकूब क महिमा लउटावत अहइ
    जइसे इस्राएल क महिमा।
अस्सूर क लोग इस्राएल क प्रजा क नास किहेन
    अउर ओनकर अंगूरे क बेलन क रौंदि डाएन ह।

ओन जोधन क ढार लाल बाटइ।
    ओकरे फउजियन क वदिर्यन चमकीला लाल कपड़ा स बना अहइँ।
जब उ जुद्ध बरे तइयार होत हीं,
    ओकरे रथन पौलिस कीन्ह भवा लोहा क जइसा चमकत अहइँ।
    ओनकर भालन जुद्ध बरे तइयार रहत अहइँ।
ओनकर रथन गलियन मँ बहोत तेजी स भागत परात अहइँ।
    उ सबइ नगर क चउराहन मँ आगे पीछे भागत हीं।
उ सुलगत मसालन स देखाँत हीं
    अउर अइसे लगात हीं जइसे बिजुरी हिआँ-हुवाँ चमकत होइ।

राजा आपन ओन फउजियन क बोलावत अहइ जउन सर्वश्रेष्ठ अहइँ।
    मुला उ पचे आपन रास्ते मँ ठोकर खात अहइँ।
उ पचे किला क कइँती दउड़त अहइँ,
    अउर उ पचे सुरच्छा अवरण बनावत अहइँ।
मुला उ सबइ दुआर जउन नदियन क किनारे अहइँ, खुला अहइँ।
    दुस्मन ओनमाँ स जात अहइ अउर राजा क महल क गलाइके बैठाइ देत ह।
लखा, इ दुस्मन रानी क उठाइ लइ जात ह
    अउर ओकर दासियन बिलखत हीं जइसेन दुःखे स भरी भइन कबूतरिन होइँ।
    उ पचे आपन दुःख परगट करइ बरे आपन छाती पीटति अहइँ।

नीनवे अइसे तलाब जइसा होइ ग अहइ जेकर पानी बहिके बाहेर निकरत होइ।
    उ सबइ लोग पुकारिके कहत अहइँ,
“रुका! रुका! ठहरे रहा, कहूँ पराइ जिन जा।”
    मुला कउनो न ही रुकत बाटइ अउर न ही कउनो ओन पइ धियान देत ह!

हे फउजियो, तू पचे जउन नीनवे क बिनास करत अहा।
    तू पचे चाँदी लइ ल्या अउर इ सोना लइ ल्या।
हिआँ पइ लेइके बहुतेरी चिजियन अहइँ।
    हिआँ पइ बहोत स खजाना भी अहइँ!
10 अब नीनवे खाली अहइ,
    सब कछू लुटि ग अहइ।
    सहर बर्बाद होइ ग अहइ।
लोग आपन हिम्मत खोइ दिहे बाटेन।
    ओनकर मन डर स टेघरत बाटेन,
ओनकर घुटना आपुस मँ टकरात अहइँ।
    ओनकर तन काँपत अहइ,
    ओनकर मुँहना डरे स पिअर पड़ि गवा अहइँ।

11 नीनवे जउन कबहुँ सिंह क माँद रहा,
    अब उ कहाँ अहइ?
जहाँ सिंह अउ सिंहिनी रहा करत रहेन।
    ओनकर बच्चन बेडर रहेन।
12 जउन सिंह (नीनवे क राजा) आपन बच्चन
    अउ सबइ मादा क तृप्ति देइ बरे केतना ही सिकार मारे रहा।
उ माँद अउर आपन गुफा क
    ओसे भरेस जेनका मारे रहा।

13 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
    “नीनवे, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
मइँ तोहरे रथन क जुद्ध मँ बारि देब।
    जुद्ध मँ मइँ तोहरे ‘जवान सिंहन’ क हत्या करब।
    तू फुन कबहुँ इ धरती पइ कउने भी आपन सिकार नाहीं मारि पाइ।
लोग फुन कबहुँ तोहरे सँदेसवाहकन क
    वाणियन क नाहीं सुनिहीं।”

नीनवे बरे बुरा समाचार

उ हत्तियारन क सहर क धिक्कार अहइ।
    नीनवे अइसा सहर अहइ, जउन लबारन स भरा अहइ।
इ दूसर देसन क लूट क माले स भरा अहइ।
    इ ओन बहोत सारे लोगन स भरा अहइ जेनकर उ पाछा किहस अउर जेनका इ मारि डाएस ह!
लखा, कोड़न क फटकार, पहियन क सोर,
    अउर घोड़न क टाप सुर्नाइ देति अहइँ,
अउर साथ-साथ उछरत रथन क
    सब्द सुनाइ देत अहइ।
घोड़सवार हमला करत अहइँ
    अउर ओनकर तरवारन चमचमाति अहइँ।
    केतॅना ही लोग मरि गएन।
ल्हासन क ढेर लगि गवा अहइँ।
    लोग अनगिनत ल्हासन पइ
    भहराइ भहराइके चलत बाटेन।
इ सब कछू नीनवे क कारण घटा अहइ।
    नीनवे उ रण्डी जइसी अहइ जउन कबहुँ अघात नाहीं,
    ओका अउर जियादा, अउर जियादा चाहे रहा।
उ आपन क ढेर सारे देसन क बोचे दिहे रहा
    अउर उ ओनका आपन दास बनावइ क जादू चलाए रहा।

सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“हे नीनवे, मइँ तोहरे खिलाफ अहउँ।
    मइँ तोहरे ओढ़ना क तोहरे मुँहना तलक उठाइ देब।
तोहरी नंगी देह क सारे देसन क देखाउब।
    मइँ तोहार लज्जा राज्जन क देखाउब।
मइँ तोहरे ऊपर घिनौनी चीज लोकाउब।
    मइँ तोहसे घिना क संग बर्ताव करब।
    लोग तोहका लखिहीं अउर तोह पइ हँसिही।
जउन कउनो भी तोहका लखी तोहसे दूर पराई।
    उ पचे कहब, ‘नीनवे नस्ट होइ गवा,
    मुला कउन ओकरे बरे रोब्या?’
मइँ कहाँ देखउँ जउन तोहका सुख चैन देइ?”

नीनवे, का तू नील नदी क किनारे पइ बसी नौ अमोन[a] स उत्तिम अहा? नाहीं अमोन क चारिहुँ कइँती भी पानी हुआ करत रहा। नाहीं अमोन इ पानी क इस्तेमाल खुद क दुस्मन स बचावइ बरे खाई क रूप मँ करत रहत रहा। इ पानी क उपयोग उ एक ठु किला क रूप मँ भी करत रहा। क्रूस अउ मिस्र अमोन क बहोत सक्ति प्रदान करत रहा। ओका पूत अउ लोबी क भी समर्थन मिला रहा। 10 मुला नाहीं अमोन हार गवा। ओकरे लोगन क बंदी बनाइके कउनो पराए देस मँ लइ जावा गवा। गली क हर कोना पइ फउजियन ओकरे नान्ह गदेलन क पीटि पीटिके मार डाएन। उ पचे पाँसा लोकाइ इ लखेन कि कउन महत्वपूर्ण मनई क कउन अपने हिआँ दास बनाइके राखइ। उ पचे सबहिं महत्वपूर्ण मनइयन क जंजीरन डाइ दिहे रहेन।

11 तउ नीनवे, तोहार भी कउनो नसे मँ धुत मनई क तरह, पतन होइ। तू लुकात फिरब्या। दुस्मन स दूर, तू कउनो सुरच्छित जगह हेरत फिरब्या। 12 मुला नीनवे, तोहार सबहिं मजबूत गढ़ अंजीरे क पेड़े जइसा होइ जइहीं। नई अंजीरन पाकत हीं। एक ठु मनई आवत ह अउर पेड़ क झकझोर देत ह तउ अंजीरन उ मनई क मुँहे मँ गिरत हीं।

13 नीनवे, तोहार लोग तउ मेहररूअन जइसे अहइँ अउर दुस्मन क फउजी ओनका लइ लेइके बरे तइयार बइठा अहइँ। तोहरी धरती क दुआर खुला पड़ा अहइँ कि तोहार दुस्मन भितरे आइ जाइ। तोहरे दुआरन मँ काठे स बनी आँगल क आगी बारिके बर्बाद कइ दिहस ह।

14 आपन सहरे क भितरे पानी जमा कइ ल्या, काहेकि दुस्मन क फउजी तोहरे सहर क घेरि लेइहीं। आपन सुरच्छा क मजबूत बनावा। ईंटा बनावइ बरे जियादा माटी लिआवा। गारा बनावा अउर ईंटा बनावइ बरे साँचा लिआवा। 15 तू पचे इ सबइ काम कइ सकत ह। मुला फुन भी आगी तोहका पूरी तरह बर्बाद कइ देइ अउर तरवार तोहका मारि डाइ। तोहार धरती अइसे देखाँइ देइ जइसे कउनो टिड्डियन क दल ओका चट कइ गवा ह।

आपन आप क टिड्डियन क दल जइसा बढ़ावा। फुन अइसा होइ जा जइसे टिड्डियन क झुण्ड। 16 तोहरे हिआँ अनेक अनेक बइपारी होइ गएन जउन अनेक ठउरन पइ जाइके चिजियन खरीदा करत रहेन। उ पचे ऍतना अनगिनत होइ गएन जेतना अकास मँ तारा अहइँ। उ पचे टिड्डी दल क जइसे होइ गएन, जउन खात ह, अउर सब कछू क उ समइ तलक खात रहत ह जब तलक उ खतम नाहीं होइ जातिन अउर फुन छोड़िके चला जात ह। 17 तोहरे सरकारी अधिकारी भी टिड्डियन जइसा ही अहइँ। इ पचे ओन टिड्डियन क नाई अहइँ जउन ठण्डा क दिन एक ठु चट्टाने पइ बइठि जात हीं, मुला जब सूरज चढ़इ लागत ह अउर चट्टान गरम होइ लागत ह तउ उ कहूँ दूरि उड़ जात ह। कउनो नाहीं जानत, उ पचे कहाँ चली गइन। तोहार अधिकारी भी अइसा होइहीं।

18 हे अस्सूर क राजा, तोहार चरवाहन (मुखिया लोग) सोइ गएन। उ सबइ सक्तीसाली मनई नीदं मँ पड़ा अहइँ। अउर तोहार भेड़िन (परजा) अब पहाड़न पइ भटकत अहइँ। ओनका वापस लिआवइवाला कउनो नाहीं अहइ। 19 नीनवे, तू बुरी तरह घायल भवा ह अउर अइसा कछू नाहीं अहइ जउन तोहरे घाव क भरि सकइ। हर कउनो जउन तोहरे बिनास क खबर सुनत ह, ताली बजावत ह। उ पचे सबइ खुस अहइँ। काहेकि ओ सबइ उ पीरा क महसूस किहन ह, जेका तू सदा ओनका पहोंचावा करत रह्या।

प्रकासित वाक्य 14

छुट्ठा मनइयन क गाना

14 फिन मइँ देखेउँ कि मोरे समन्वा सिय्योन पर्वत प मेमना खड़ा अहइ। ओकरे साथे 1,44,000 मनई खड़ा रहेन जेकरे माथे प ओकर अउर ओकरे बाप क नाम लिखा रहा।

फिन मइँ एक आकासबाणी सुनेउँ ओकर महानाद एक विसाल जल प्रपात क तरह रहा यो भयंकर बादर क गरजइ क तरह रहा। जउन महानाद मइँ सुनेउँ रहा उ तमाम वीणा बादकन क बजावा वीणा स पइदा संगीत क तरह रहा। उ सबेन्ह सिंहासन चारउँ प्रानीयन अउर बुजुर्गन क सामने एक ठु नवा गना गावत रहेन। जउने 1,44,000 मनइयन क धरती प फिरौती दइके बन्धन स छुड़ाइ लीन्ह ग रहा, जउने क कउनउँ मनई उ गाना क नाहीं सिख सकत रहा।

उ अइसेन मनई रहेन जउन कि कउनउँ स्त्री क संसर्ग स आपन का दूसित नाहीं किए रहेन साथ जुड़ा नाहीं रहेन, उ पचे कुँवारा रहेन, जहाँ जहाँ मेमना जात रहा ओकर पीछा करत रहेन। पूरी मनइयन क जाति स ओनका फिरौती दइके बंधन स छुटकारा दीन्ह ग रहा। उ पचे परमेस्सर अउर मेमना क बरे फसल क पहिला फल रहेन। उ कबहुँ झूठ नाहीं बोले रहेन, अउर निर्दोस रहेन!

तीन सरगदूत

फिन मइँ आसमान मँ उँची उड़ान भरत एक अउर सरगदूत देखेउँ। ओकरे लगे धरती प रहइ वालेन, हर देस, जाति, भाखा अउर सभी कुल क मनइयन क बरे अनन्त सुसमाचार क एक संदेस रहा। ऊँची आवाज मँ उ बोला, “परमेस्सर स डेराअ अउर ओकर स्तुति करा। काहेकि ओकरे निआव क समइ आइ ग अहइ। ओकर आराधाना करा जे आसमान, धरती, समुद्दर अउर जल स्रोत क बनाएस।”

एकरे बाद ओकरे पाछे एक अउर सरगदूत आवा अउर बोला, “ओकर पतन होइ चुका अहइ! महान नगरी बाबुल क पतन होइ चुका अहइ। उ सब जाति क अपने पइदा अनैतिक व्यभिचार स परमेस्सर क गुस्सा क वासना भरी दाखरस पिआएस।”

उ दूइनउँ क बाद फिन अउर एक सरगदूत आवा अउर जोर स बोला, “जदि केहू जानवर अउर जानवर क मूर्ति क पूजा करत ह अउर अपन हाँथे मँ माथे प ओकर मोहर लगवाए रहत ह। 10 अउर उ भी परमेस्सर क गुस्सा क दाखरस पिई। अइसी सुद्ध तीखी दाखरस जउन परमेस्सर क गुस्सा क कटोरिया मँ बनाई ग अहइ। उ मनई क पवित्तर सरगदूनत अउर मेमनन क सामने धधकत गंधक मँ यातना दीन्ह जाई। 11 जुग जुग तलक ओनकी यातना स धूँआ उठत हमेसा रही। अउर जउने पे जानवर क नाउँ क छाप छपी रही अउर उ जानवर अउ ओकर अउर ओकरी मूर्ति क पूजा करत रही। ओनका दिन रात कबहूँ चइन न मीली।” 12 इ ही क माने है कि परमेस्सर क पवित्तर लोग क धीरज अउर सहनसीलता धरइ क जरुरत अहइ जउन परमेस्सर क हुकुमन अउर ईसू मँ बिसवास क पालन करत हीं।

13 फिन एक आकासबाणी क मइँ इ कहत सुनेउँ, “एका लिखा: धन्य अहइ उ सबइ मृतक जउन अबसे पर्भू मँ मरस्थित होइके अहइँ।”

आदिमा कहत ह, “हाँ, इ ठीक अहइ। ओनका मेहनत क कारण आराम मिली काहे बरे कि ओनकर काम, ओनके साथे अहइ।”

धरती क फसल क कटनी

14 फिन मइँ देखेउँ कि मोरे समन्वा हुवाँ एक सफेद बादर रहा। अउर उ बादर प एक ठु मनई बइठा रहा जउन मनई क पूत जइसेन दीख पड़त रहा। उ अपने माथे प एक सोने क मुकुट धारण करे रहा अउर ओकरे हाथे मँ एक तेज हँसिया रही। 15 तबहिं मंदिर मँ स एक ठु अउर सरगदूत बाहेर निकला। उ बदरे प बइठे मनई स जोर क आवाज़ मँ कहेस, “हँसिया चलावा अउर फसल एकट्ठी करा, काहे बरे कि फसल काटइ क समइ आइ ग अहइ। धरती क फसल पक चुकी अहइ।” 16 इ बरे जउन बदरे प बइठा रहा, उ धरती प आपन हँसिया हिलाएस अउर धरती क फसल काट लीन्ह गइ।

17 फिन सरग क मन्दिर मँ स एक अउर सरगदूत बाहेर निकला ओकरे लगे भी एक तेज हँसिया रही। 18 उहइ समइ प वेदी स एक अउर सरगदूत आवा। उ सरगदूत क आगी पइ अधिकार रहा। उ सरगदूत स जोर क आवाज़ मँ कहेस, “अपने जोरदार हँसिया क चलावा अउर धरती क बेल स अंगूर क गुच्छा उतारा ल्या काहे बरे कि एकर अंगूर पक चुका अहइँ।” 19 इ बरे उ सरगदूत धरती प आपन हँसिया झुलाएस अउर धरती क अंगूर उतारी लिहेस अउर ओनका परमेस्सर क भयंकर कोप क विसाल रसकुण्ड मँ डाइ दिहेस। 20 अगूंर सहर क बाहेर क धानी मँ रौंद क निचोड़ लीन्ह गएन। धानी मँ स खून बहै लाग। खून घोड़ा क लगाम जेतना ऊपर चड़ि गवा अउर लगभग तीन सौ किलोमीटर क दूरी तलक फइल गवा।

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