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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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दानिय्येल 8-10

भेड़न अउ बोकरन क बारे मँ दानिय्येल क दर्सन

बेलसस्सर क सासन काल क तीसरे बरिस मइँ इ दर्सन लखेउँ। इ उ पहिले वाल दर्सन क बाद क दर्सन रहा। मइँ लखेउँ कि मइँ सूसन नगर मँ हउँ। सूसन, एलाम प्रान्त क राजधानी रही। मइँ ऊलै नदी क किनारे पइ खड़ा रहेउँ। मइँ आँखिन ऊपर उठाएउँ तउ लखेउँ कि ऊलै नदी क किनारे पइ एक भेड़ा खड़ा अहइ। उ भेड़ा क दुइ लम्बे सींग रहेन। जदपि ओकर दुइनउँ ही सींग लम्बे रहेन। पर एक सींग दूसर स लम्बा रहा। लम्बा वाला सींग छोटेवाले सींग क बाद मँ जमा रहा। मइँ लखेउँ कि उ भेड़ा कबहुँ पच्छिम कइँती दउड़त रहा तउ कबहुँ उत्तर कइँती, अउर कबहुँ दक्खिन कइँती अउर सींग मारत फिरत रहा। उ भेड़ा क कउनो भी पसु रोक नाहीं पावत अहइ अउर न ही कउनो दूसर पसुअन क बचाइ पावत अहइ। उ भेड़ा सब कछू कइ सकत रहा, जउन कछू उ करइ चाहत रहा। इ तरह स उ भेड़ा बहोतइ सक्तिसाली होइ गवा।

मइँ उ भेड़ा क बारे मँ सोचइ लगा। मइँ अबहिं सोचत ही रहत रहा कि पच्छिम कइँती स मइँ एक बोकरा क आवत लखेउँ। इ बोकरा धरती पइ दौड़ गवा। किन्तु उ बोकरा क गोड़ धरती पइ छुए तलक नाहीं। इ बोकरा क एक लम्बा सींग रहा। जउन साफ-साफ दिखत रहा, उ सींग बोकरा क दुइनउँ आँखिन क बीचउ-बीच रहा।

फिन उ बोकरा उ दुइ सींगवाले भेड़न क लगे आवा। (इ उहइ भेड़ा रहा जेका मइँ ऊलै नदी क किनारे खड़ा लखे रहेउँ।) उ बोकरा किरोध स भरा भवा रहा। तउ उ भेड़ा क तरफ लपका। बोकरा क उ भेड़े क तरफ परात भए मइँ लखेउँ। उ बोकरा गुस्सा मँ आग बबूला होत रहा। तउ उ भेड़ा क दुइनउँ सींग तोड़ डाएस। भेड़ा बोकरा क रोक नाहीं पाएस। बोकरा भेड़ा क धरती पइ पछाड़ दिहस अउर फुन उ बोकरा उ भेड़ा क गोड़न तले कुचर दिहस। हुआँ उ भेड़ा क बोकरा स बचावइ वाला कउनो नाहीं रहा।

तउ बोकरा बहोत सक्तिसाली बन बइठा। किन्तु जब उ सक्तिसाली बना, ओकर बड़का सींग टूट गवा अउर फुन उ बड़के सींग क तरह चार सींग अउर निकरि आएन। उ सबइ चारिहुँ सींग आसानी स देखाई पड़त रहेन! उ सबइ चार सींग अलग-अलग दिसा कइँती मुड़े भए रहेन।

फुन ओन चारिहुँ सींगन मँ स एक छोटा सींग अउर निकरि आवा। उ छोटा सींग बढ़इ लाग अउर बढ़त-बढ़त बहोत बड़ा होइ गवा। इ सींग दक्खिन-पूरब कइँती बढ़ा। इ सींग सुन्नर धरती कइँती बढ़ा। 10 उ छोटा सींग बढ़िके बहोत बड़ा होइ गवा। उ बढ़त बढ़त अकास छुइ लिहेस। उ नान्ह सींग, हिआँ तलक कि कछू तारन क भी धरती पइ पटक दिहस अउर ओन सबहिं तारन क गोड़न तले मसल दिहस। 11 उ नान्ह सींग बहोत मजबूत होइ गवा अउर फुन उ तारन क सासक (परमेस्सर) क विरुद्ध हो गवा। उ नान्ह सींग उ सासक क अर्पित कीन्ह जाइवाली बलियन क रोक दिहस। उ ठउर जहाँ लोग उ सासक क उपासना किया करत रहेन, उ ओका उजाड़ दिहस 12 अउर ओनकर फउज क भी हराइ दिहस अउर एक विद्रोही कार्य क रूप मँ उ नान्ह सींग दैनिक बलियन क ऊपर अपने आप क स्थापित कइ दिहस। उ सच क धरती पइ पटक दिहस। उ नान्ह सींग जउन कछू किहस उ सब कछू मँ सफल होइ गवा।

13 फुन मइँ कउनो पवित्तर जन क बोलत सुनेउँ अउर ओकरे पाछे मइँ सुनेउँ कि कउनो दूसर पवित्तर मनई उ पहिले पवित्तर मनई क जवाब देत अहइ। पहिला पवित्तर मनई कहेस, “इ दर्सन दर्सावत ह कि दैनिक बलियन क का होइ? इ उ भयानक पाप क बारे मँ अहइ जउन बिनास डावत ह। इ दर्सावत ह कि जब लोग उ सासक क पूजा स्थल क तोड़ डइहीं तब का होइ? इ दर्सन दर्सावत ह कि जब लोग उ समूचे ठउर क गोड़न तले रौदिहीं तब का होइ। इ दर्सन दर्सावत ह कि जब लोग तास क ऊपर गोड़ धरहीं तब का होइ? किन्तु इ सबइ बातन कब तलक होत रइहीं?”

14 दूसर पवित्तर मनई कहेस, “दुइ हजार तीन सौ दिन तलक अइसा ही होत रही अउर ओकरे पाछे पवित्तर ठउर क फुन स स्थापित कइ दीन्ह जाइ।”

दर्सन क व्याख्या

15 मइँ, दानिय्येल इ दर्सन लखे रहेउँ, अउर इ प्रयत्न किहेउँ कि ओकर अरथ समुझ लेउँ। अबहिं मइँ इ दर्सन क विसय मँ सोच ही रहे रहेउँ कि मनई क जइसा देखाइवाला कउनो अचानक आइके मोरे समन्वा खड़ा होइ गवा। 16 एकरे पाछे मइँ कउनो मनई क वाणी सुनेउँ। इ वाणी ऊलै नदी क ऊपर स आवति रही। उ अवाज कहेस, “जिब्राएल, इ मनई क एकर दर्सन क अरथ समुझाइ द्या।”

17 तउ जिब्राएल जउन कउनो मनई क समान देखाँत रहा, जहाँ मइँ खड़ा रहेउँ, हुआँ आइ गवा। उ जब मोरे लगे आवा तउ मइँ बहोत डेराइ गएउँ। मइँ धरती पइ भहराइ पड़ेउँ। किन्तु जिब्राएल मोहसे कहेस, “अरे मनई, समुझ ल्या कि इ दर्सन अंत समइ बरे अहइ।”

18 अबहिं जिब्राएल बोलत ही रहत रहा कि मोका नीदं आइ गइ। नीदं बहोतइ गहरी रही। मोर मुख धरती कइँती रहा। फुन जिब्राएल मोका छुएस अउर मोहसे मोर गोड़न पइ खड़ा कइ दिहस। 19 जिब्राएल कहेस, “लखा, मइँ तोहका अब, उ दर्सन क समझावत हउँ। मइँ तोहका बताउब कि परमेस्सर क किरोध क समइ क बाद मँ का कछू घटी।

20 “तू दुइ सींगनवाला भेड़ा लखे रह्या। उ सबइ दुइ सींग अहइँ मादी अउ फारस क दुइ देस। 21 इ बोकरा युनान क राजा अहइ। ओकर दुइ आखिन क बीच क बड़ा सींग उ पहिला राजा अहइ। 22 उ सींग टूट गवा अउ ओकरे ठउर क चार सींग निकरि आएन। उ सबइ चार सींग चार राज्ज अहइँ। उ सबइ चार राज्ज, उ पहिले राजा क रास्ट्र स परगट होइहीं किन्तु उ सबइ चारिहुँ राज्ज उ पहिले राजा क स मजबूत नाहीं होइहीं।

23 “जब ओन राज्जन क अंत ओन लोगन क जरिये बुरा करम करइ क पाछे निकट होइ, तब हुवाँ एक हटी राजा जउन कि पहेलियन क समुझ सकत ह उठ खड़ा होइ। 24 इ राजा बहोत सक्तिसाली होइ किन्तु ओकर सक्ति ओकर आपन नाहीं होइ। इ राजा भयानक तबाहीं मचाइ देइ। उ जउन कछू करी ओहमाँ ओका सफलता मिली। उ सक्तिसाली लोगन-हिआँ तलक कि परमेस्सर क लोग क भी नस्ट कइ देइ।

25 “इ राजा बहोत चुस्त अउ मक्कार होइ। उ आपन कपट अउ झूठन क बल पइ सफलता पाइ। उ अपने आप क सब स बड़कवा समुझी। लोगन क उ बिना कउनो चितउनी क नस्ट करवाइ देइ। हिआँ तलक कि उ राजा लोगन क राजा (परमेस्सर) स भी जुद्ध क जतन करी किन्तु उ जफाकस राजा क सक्ति क खतम कइ दीन्ह जाइ अउर ओकर अंत कउनो मनई क हाथन नाहीं होइ।

26 “अउर साम अउ सुबह कर दर्सन फुरइ अहइँ। किन्तु इ दर्सन पइ तू मुहर लगाइके रख द्या। काहेकि उ सबइ बातन अबहिं बहोत सारे समइ तलक घटइवाली नाहीं अहइ।”

27 उ दिब्ब दर्सन क बाद मँ मइँ दानिय्येल, बहोत कमजोर होइ गवा अउर बहोत दिनन तलक बीमार पड़ा रहा। फुन बेरामी स उठिके मइँ लउटिके राजा क कामकाज करब सुरू कइ दिहस किन्तु उ दिब्ब दर्सन क कारण मँ बहोत बियाकुल रहा करत रहा। मइँ उ दर्सन क अरथ समुझ ही नाहीं पाए रहेउँ।

दानिय्येल क बिनती

मादी दारा क हुकूमत क पहिले बरिस मँ, जउन छयर्स राजा क पूत रहा जउन कसदियन क राजा रहा। दारा क राजा क पहिले बरिस मँ मइँ, दानिय्येल कछु किताबन पढ़त रहेउँ। ओन किताबन मँ मइँ लखेउँ कि यहोवा यिर्मयाह क इ बताएस ह कि यरूसलेम क पुन: निर्माण कितने बरिस बाद होइ। यहोवा कहे रहा कि एहसे पहिले कि यरूसलेम फुन स बसइ, सत्तर बरिस बीत जइहीं।

फुन मइँ आपन सुआमी परमेस्सर कइँती मुड़ेउँ अउर ओहसे पराथना करत भए मदद क याचना किहेउँ। मइँ भोजन करब तजि दिहेउँ अउर अइसे ओढ़ना पहिर लिहेउँ जेहसे इ लागइ कि मँइ दुःखी हउँ। मइँ अपने मूँड़ पइ धूरि डाल दिहेउँ। मइँ आपन परमेस्सर यहोवा स पराथना करत भए ओका आपन सबहिं पाप बताइ दिहेउँ। मइँ कहेउँ,

“हे यहोवा, तू महान अउ भयजोग्ग परमेस्सर अहा। जउन लोग तोहसे पिरेम करत हीं, जउन तोहरे आदेसन क पालन करत हीं, तू ओनके संग आपन पिरेम अउ दयालुता क करार क निभावत ह।

“मुला हे यहोवा, हम पचे पापी अही। हम पचे बुरा किहे अही। हम पचे कुकरम किहे अही। हम पचे तोहार विरोध किहा ह। तोहार निस्पच्छ निआत अउर तोहरे आदेसन स हम पचे दूर भटक गए अही। हम पचे नबियन क बात नाहीं सुनित। नबी तउ तोहार सेवक अहइँ। उ पचे तोहरे बारे मँ हमारे राजा लोगन, सासकन अउ धरती क सारे लोगन क बारे मँ भी बात किहेस।

“हे यहोवा, तू नीक अहा, अउर तोहमाँ नेकी अहइ। जबकि आजु हम आपन बुरे करम स लज्जित अही। यरूसलेम अउ यहूदा क लोग लज्जित अहइँ-इस्राएल क सबहिं लोग लज्जित अहइँ। उ सबइ लोग जउन निआरे अहइँ अउर उ सबइ लोग जउन बहोत दूर अहइँ। हे यहोवा, तू ओन लोगन क बहोत स देसन मँ फइलाइ दिहा। ओन सबहिं देसन मँ बसे इस्राएल क लोगन क लज्जा आवइ चाही। हे यहोवा, ओन सबहिं बुरी बातन क बरे, जउन उ पचे तोहर विरुद्ध किहेन ह, ओनका लज्जित होइ चाही।

“हे यहोवा, हम सब क लज्जित होइ चाही। हमरे सबहिं राजा लोगन अउ मुखिया लोगन क लज्जित होइ चाही। अइसा काहे अइसा एह बरे कि हे यहोवा, हम तोहरे विरुद्ध पाप किहे अही।

“किन्तु हे यहोवा, तू दयालु अहा। लोग, जउन बुरे करम करतेन तउ तू ओनका, छमा कइ देत ह। हम असल मँ तोहसे मुँह फेर लिहा ह। 10 हम आपन यहोवा परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं कीन्ह। यहोवा आपन सेवकन, आपन नबियन क जरिये हमका व्यवस्था क विधान प्रदान किहस। किन्तु हम पचे ओकर व्यवस्थन क नाहीं माना। 11 इस्राएल क कउनो भी मनई तोहरी सिच्छन पइ नाहीं चला। उ पचे सबहिं राह स भटक ग रहेन। उ पचे तोहरे आदेसन क पालन नाहीं किहन। मूसा, जउन परमेस्सर क सेवक रहा क ब्यवस्था अउर विधान मँ सरापन अउ गम्भीर चिताउनी क उल्लेख भवा ह। उ सबइ सराप अउ चिताउनी ब्यवस्था अउर विधान पइ नाहीं चलइ क दण्ड क बखान करत हीं अउर उ सबइ सबहिं बातन हमरे संग घट चुकी अहइँ काहेकि हम यहोवा क विरोध मँ पाप किहा ह।

12 “परमेस्सर बताए रहा कि हमरे संग अउ हमरे मुखिया लोगन क संग उ सबइ बातन घटिहीं अउर उ ओनका घटाइ दिहस। उ हमरे संग भयानक बातन घटाइ दिहस। यरूसलेम क जेतना कस्ट उठावइ क पड़ा, कउनो दूसर नगर नाहीं उठाएस। 13 उ सबइ सबहिं भयानक बातन जउन मूसा क व्यवस्था क विधान मँ लिखा अहइँ हमरे संग भी घटिन। किन्तु हम अबहुँ भी यहोवा हमरे परमेस्सर स मदद माँगइ नाहीं परत ह। हम अबहुँ भी आपन पाप करब नाहीं तजा ह। अबहुँ तलक भी हम तोहस सच्चाई क अनुसार रहना सीखइ मँ रूची नाहीं रखत हउँ। 14 यहोवा उ सबइ खौफनाक बातन तइयार रख छोड़े रहिन अउर उ हमरे संग ओन बातन क घटाइ दिहस। हमार परमेस्सर यहोवा अइसा एह बरे किहे रहा कि उ तउ जउन कछू भी करत ह, निआव ही करत ह। किन्तु हम अबहुँ भी ओकर नाहीं सुनित।

15 “हे सुआमी हमार परमेस्सर, तू आपन महान सक्ति क प्रयोग किहा अउर हमका मिस्र स बाहेर निकारि लिआया। हम तउ तोहार आपन लोग अही। आजु तलक उ घटना क कारण तू जाना जात अहा। हे सुआमी, हम पाप किहा ह। हम खौफनाक पाप किहा ह। 16 हे सुआमी, यरूसलेम पइ किरोध करब तजि द्या। यरूसलेम तोहार पवित्तर पर्वतन पइ टिका अहइ। तू जउन करत अहा, ठीक ही करत अहा। एह बरे यरूसलेम पइ किरोधित होब तजि द्या। हमरे आसपास क लोग हमार अपमान करत हीं अउर हमरे लोगन क हँसी उड़ावत हीं। हम लोगन क पाप अउर हम लोगन क पुरखन क पापन क कारण इ सबइ कछू भएस ह।

17 “अब, हे यहोवा, तू मोर पराथना सुनि ल्या। मइँ तोहार दास हउँ। मदद बरे मोर बिनती सुन ल्या। आपन पवित्तर ठउर बरे तू अच्छी बातन करा। उ भवन नस्ट कइ दीन्ह गवा रहा। किन्तु हे यहोवा, तू खुद आपन भले बरे इ भली बातन क करा। 18 हे मोर परमेस्सर, हम लोगन क सुना। जरा आपन आँखिन खोला अउर हमरे संग जउन खौफनाक बातन घटी अहइँ, ओनका लखा। उ नगर जउन तोहरे नाउँ स गोहरावा जात रहा, लखा ओकरे संग का होइ गवा ह। मइँ इ नाहीं कहत हउँ कि हम अच्छे लोग अही। मइँ पराथना करत हउँ काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू बहोत दयालु अहा। 19 हे सुआमी मोर सुना, हे यहोवा, हमका छिमा करा। हे सुआमी, हम पइ धियान द्या, अउर फुन कछू करा। अब अउर प्रतीच्छा जिन करा। इहइ समइ कछू करा। ओका तू खुद अपने भले बरे करा। हे सुआमी, अब तउ आपन नगर अउर आपन ओन लोगन क बरे, जउन तोहरे नाउँ स गोहरावा जात हीं कछू करा।”

सत्तर हफ्तन क बारे मँ दर्सन

20 मइँ परमेस्सर स पराथना करत भए इ सबइ बातन कहत रहेउँ। मइँ इस्राएल क लोगन क अउर आपन पापन क बारे मँ बतावत रहेउँ। मइँ यहोवा हमार परमेस्सर क पवित्तर पर्वत पइ पराथना करत रहेउँ। 21 मइँ अबहिं पराथना करत ही रहेउँ कि जिब्राएल मोरे लगे आवा। जिब्राएल उहइ सरगदूत रहा जेका मइँ दर्सन मँ लखे रहेउँ। जिब्राएल हाली स मोरे लगे आवा। उ साँझ क बलि क समइ आवा रहा। 22 मइँ जउन बातन क समुझइ चाहत रहा, ओन बातन क समुझइ मँ जिब्राएल मोर मदद किहेस। जिब्राएल कहेस, “हे दानिय्येल, मइँ तोहका बुद्धि प्रदान करइ अउ समुझइ मँ तोर सहायता क आवा हउँ। 23 जब तू पहिले पराथना आरंभ किहे रही, आदेस देइ दीन्ह गवा रहा अउ लखा मइँ तोहका बतावइ आइ गवा हउँ। परमेस्सर तोहका बहोत पिरेम करत ह। इ आदेस तहोरी समुझ मँ आइ जाइ अउर तू उ दर्सन क अरथ जान लेब्या।

24 “हे दानिय्येल, परमेस्सर तोहार प्रजा अउ तोहार पवित्तर नगरी बरे सत्तर हफ्तन क समइ निहचित किहेस ह। सत्तर हफ्तन क समइ एह बरे निहचित कीन्ह गवा ह ताकि बुरे करम खत्म कइ दीन्ह जाइँ, अउर पाप करब बन्द कइ दीन्ह जाइ, पापन बरे प्रायस्चित कीन्ह जाइ, हमेसा बरे निआव स्थापित कीन्ह जाइ। सब लोगन क सुद्ध कीन्ह जाइ, सदा-सदा बनी रहइवाली नेकी क लिआवा जाइ, दर्सन अउ नबियन पइ मोहर लगाइ दीन्ह जाइ, अउर पवित्तर ठउरे क समर्पित कीन्ह जाइ।

25 “दानिय्येल, तू एन बातन क समुझ ल्या। एन बातन क गियान रखा। जब वापस आवइ अउ यरूसलेम क पुनःनिर्माण करइ क आदेस दीन्ह गवा रहा क समइ स लइके अभिसिक्त कीन्ह गवा क आवइ क समइ तलक सात हफ्ता लगिहीं। सर्वजिनिक बाजार क निर्माण अउ नगर क रच्छा करइ बरे नगर क चारिहुँ कइँती खाई खोदइ क संग नगर क बासठ हफ्तन मँ निमार्ण कीन्ह जाइहीं। बासठ हफ्ता तलक यरूसलेम क बसावा जाइ। 26 बासठ हफ्तन पाछे उ अभिसिक्त मनई क हत्तिया कइ दीन्ह जाइ। उ अउर नाहीं रहब्या। फुन होइवाले नेता क लोग नगर क अउर उ पवित्तर ठउरे क तहस-नहस कइ देइहीं। उ अंत अइसे आइ जइसे बाड़ आवत ह। अंत तलक जुद्ध होत रही। उ ठउरे क पूरी तरह तहस-नहस कइ देइ क परमेस्सर आदेस दइ चुका ह।

27 “एकरे पाछे उ भावी सासक बहोत स लोगन क संग एक करार करी। उ करार एक हफ्ता तलक चली। भेंटन अउ बलियन आधे हफ्ता क पाछे रुकी रहिहीं अउर फुन एक विनासकर्ता आई। उ बहोत सारा घृणित काम करिहीं। किन्तु ओनकर पूरा करइ स पहिले, जउन आदेस दीन्ह गवा ह उ विध्वंस करइवालन क खिलाफ कीन्ह जाइहीं।”

हिद्देकेल नदी क किनारे दानिय्येल क दर्सन

10 कुसू फारस क राजा रहा। कुसू क सासनकाल क तीसरे बरिस दानिय्येल क एन बातन क दैवी संदेस मिला। (दानिय्येल क ही दूसर नाउँ बेलतसस्सर रहा) इ सबइ बातन फुरइ रहेन किन्तु समुझइ बरे बहोत कठिन रहेन। किन्तु दानिय्येल ओन क समुझ गवा। उ सबइ बातन एक दर्सन मँ ओका समुझाई गई रहिन।

दानिय्येल क कहब अहइ, उ समइ, मइँ दानिय्येल, तीन हफ्तन तलक बहोत दुःखी रहा। ओन तीन हफ्तन क दौरान, मइँ कउनो भी उत्तम खाना नहीं खाएउँ। मइँ दाखरस नाहीं पिएउँ। कउनो भी तरह क तेल मइँ आपन मुँड़े पइ नाहीं डाएउँ। तीन हफ्ता तलक मइँ अइसा कछू भी नाहीं किहेउँ।

बरिस क पहिले महीने क चउबीसवें दिन मइँ हिद्देकेल महानदी क किनारे खड़ा रहेउँ। हुवाँ खड़े-खड़े जब मइँ ऊपर कइँती लखेउँ तउ हुँवा मइँ एक मनई क आपन समन्वा खड़ा पाएउँ। उ सन क कपड़ा भवा रहा। ओकर करिहाउँ मँ निखालिस सोना क बनी भइ कमर बंर रही। ओकर बदन चमचमात पाथर क जइसे रही। ओकर मुँह बिजुरी क समान उज्जर रहा। ओकर बाँहन अउर ओकर गोड़ चमकदार पीतर स झिलमिलात रहेन। ओकर अवाज एतनी ऊँच रही जइसे लोगन क भीड़ क अवाज होत ह।

इ दर्सन बस मोका, दानिय्येल क भवा। जउन लोग मोरे संग रहेन, उ सबइ जदपि उ दर्सन क नाहीं लखि पाएन किन्तु उ सबइ फुन डर गए रहेन। उ पचे एतना डर गएन कि पराइके कहूँ जाइ छिपेन। तउ मइँ अकेल्ला छूटि गएउँ। मइँ उ दर्सन क लखत रहेउँ अउर उ दृस्य मोका भयभीत कइ डाए रहा। मोर सक्ति जात रही। मोर मुहँ अइसे पिअर पड़ गवा जइसे माना उ कउनो मरे भए मनई क मुँह होइ। मइँ बेवस रहा। फुन दर्सन क उ मनई क मइँ बात करत सुनेउँ। मइँ ओकर अवाज क सुनत ही रहेउँ कि मोका गहिर नींद घेरि लिहस। मइँ धरती पइ औधें मुँह पड़ा रहेउँ।

10 फिन एक हाथ मोका छुइ लिहस। अइसा होइ पइ मइँ आपन हाथन अउ आपन घुटनन क बल खड़ा होइ गवा। मइँ डर क मारे थर-थर काँपत रहेउँ। 11 दर्सन क उ मनई मोहसे कहेस, “दानिय्येल, तू परमेस्सर क बहोत पियारा अहा। जउन सब्द मइँ तोहसे कहउँ ओह पइ तू सावधानी से पियार करा। खड़ा ह्वा। मोका तोहरे लगे पठवा गवा ह।” जब उ अइसा कहेस तउ मइँ खड़ा होइ गवा। मइँ अबहुँ भी थर-थर काँपत रहेउँ काहेकि मइँ डेरान भवा रहा। 12 एकरे बाद दर्सन क उ मनई फुन बोलन सुरू किहेस। उ कहेस, “दानिय्येल, जिन डेराअ। पहिले ही दिन स तू इ निहचइ कइ लिहे रह्या कि तू परमेस्सर क समन्वा विवेक पूर्ण अउर विनम्र रहब्या। परमेस्सर तोहार पराथनन क सुनत रहत ह। तू पराथना करत रहा ह, मइँ एह बरे तोहरे लगे आवा हउँ। 13 किन्तु फारस क जुवराज (सरगदूत) इक्कीस दिन तलक मोर संग लड़त रहा अउर मोका तंग करत रहा। एकरे बाद मिकाएल जउन एक बहोतइ महत्व पूर्ण जुवराज रहा। मोर मदद बरे मोरे लगे आवा काहेकि मइँ हुवाँ फारस क राजा क संग अरइ भवा रहा। 14 हे दानिय्येल, अब मइँ तोहरे लगे तोहका उ बतावइ क आवा हउँ जउन भविस्स मँ तोहरे लोगन क संग घटइवाला अहइ। कहा सपना आवइवाले भविस्स क बारे मँ अहइ।”

15 अबहिं उ मनई मोहसे बात ही करत रहा कि मइँ धरती क तरफ़ खाले मुँह निहुराइ लिहेउँ। मइँ बोल ही नाहीं पावत रहा। 16 फुन कउनो जउन मनई क जइसा देखाइ देत रहा, मोरे होठन क छुएस। मइँ आपन मुहँ खोलेउँ, अउ बोलब सुरू किहेउँ। मोरे समन्वा जउन खड़ा रहा, ओहसे मइँ कहेउँ, “महोदय, मइँ दर्सन मँ जउन लखे रहेउँ, मइँ ओहसे बियावुल अउ भयभीत अहउँ। महँ अपने क बेसहारा समुझत हउँ। 17 मइँ तोहार दास हउँ। मइँ तोहसे कइसे बात कर सकत हउँ? मोर सक्ति जात रहत ह। मोहसे तउ साँस भी नाहीं लीन्ह जात ह।”

18 मनई जइसे देखात भए उ मोका फुन छुएस। ओकरे छुअत स मइँ मज़बूत बनि गवा। 19 फुन उ बोला, “दानिय्येल, डेराअ जिन। परमेस्सर तोहसे बहोत पिरेम करत ह। तोहका सान्ति प्राप्त होइ। अब तू सुदृढ़ होइ जा। सुदृढ़ होइ जा।”

उ मोहसे जब बात किहेस तउ मइँ अउर जियादा सक्तिसाली होइ गवा। फुन मइँ ओहसे कहेउँ, “सुआमी! आप तउ मोका सक्ति दइ दिहा ह। अब आप बोल सकत हीं।”

20 तउ उ फुन कहेस, “दानिय्येल, का तू जानत अहा, मइँ तोहरे पास काहे आवा हउँ? फारस क जुवराज स जुद्ध करइ क बरे मोका फुन वापस जाब अहइ। मोरे चले जाइ क बाद युनान क जुवराज हिआँ आइ। 21 किन्तु दानिय्येल आपन जाइ स पहिले तोहका सब स पहिले मोका इ बताउब अहइ कि सच क पुस्तक मँ का लिखा अहइ। ओन बुरे राजकुमारन क विरोध मँ मीकाएल सरगदूत क अलावा मोरे संग कउनो नाहीं खड़ा होत। मीकाएल उ राजकुमार अहइ जउन तोहरे लोगने पइ हुकूमत करत ह।

3 यूहन्ना

मइँ बुजुर्ग कइँती स:

पिआरे बन्धु, गयुस क नाउँ जेसे मइँ सत्य मँ सहभागी क रूप मँ पिरेम रखत हउँ।

मोर पिआरे बन्धु, मइँ पराथना करत अहउँ कि तू जइसेन आध्यात्मिक रूप स उन्नति करत अहा, वइसेन तू सब बातन मँ उन्नति करत रहा अउर स्वस्थ रहा। जब कछू भाइयन आइके मोका तोहरी सच्चाई मँ बिसवास क बावत बताएन तउ मइँ बहुत खुस भएउँ। उ पचे मोका बताएने कि तू पचे कइसे सच्चाई क रास्ता प चलत अहा। मोरे बरे एहसे बढ़कर अउर आनन्द की बात नाहीं बाटइ कि इ सुनउँ कि मोर बचवन सच्चाई क रासता प चलत अहइँ।

मोरा पियारे बन्धु, तू मोरे भाइयन बरे जउन करत रहे अहा, ओका बिसवासयोग्यता स पूरा करत अहा अउर विसेसकर जब उ पचे परदेसी अहइँ। मुला जउन पिरेम तू ओनके ऊपर दरसाए अहा, ओकरी साच्छी उ पचे कलीसिया क सामने दिहेन। ओनके यात्रा जारी रखइ बरे ओनेक वइसेन सहायता करत रहा, जइसेन परमेस्सर बताए अहइ। मसीह क सेवा बरे उ पचे यात्रा प निकल पड़ा अहइँ अउर उ पचे अबिसवासी लोगन स कउनउ मदद नाहीं लिए अहइँ। इही बरे हम पचे क अइसे मनइयन क सहायता करइ चाही, जइसेन कि हमहूँ सच्चाई बरे सहकर्मी होइ सकी।

एक ठु चिठ्ठी मइँ कलीसिया क लिखे रहेउँ मुला दियुत्रिफेस जउन ओनकर प्रमुख बनइ क लालसा रखत ह। उ मोरे सबक बताई बातन क न मानी। 10 इहइ कारण अहइ जदि मइँ आवउँ तउ ओकर ओन करमन कि जउन उ करत ह, याद दियाउब। वह अनुचित रूप स मोरे खिलाफ बुरी बुरी बात कहिके दोख लगावत ह; अउर इतने ऍतने स ही उ संतुस्ट नार्ही अहइ, उ ऩ तउ खुद भाइयन क स्वागत करत ह अउर जउन स्वागत करइ चाहत ह ओका मना करत ह अउर कलीसिया स निकार देत हय।

11 पिआरे बन्धु, बुरे उदाहरण क नाहीं वरन भलाई क अनुकरण करा। जउन मनई भलाई करत ह, उ परमेस्सर क अहइ! उ जउन बुराई करत ह उ परमेस्सर क नाहीं देखेस।

12 दिमेत्रियुस क बावत सब अच्छी बात कहत अहइँ। हिआँ तक कि खुदइ सच्चाई ओकरे बारे मँ कहत ह। हमहूँ ओनेक बावत अच्छी बात कहित ह। अउर तू जानत अहा कि जउन हम कहित अही इ सच बाटइ।

13 तोहका सबन क लिखइ क वास्ते मोरे पास बहुत बातन अहइँ, मुला मइँ कलम अउर सियाही स ओका सब लिखइ नाहीं चाहित। 14 मुला मोका तउ इ आसा अहइ कि मइँ जल्दी तोहसे मिलबइ। तउ हम आपुस मँ बात करब। 15 सान्ति तोहरे साथे रहइ। तोहरे सब दोस्तन हिआँ तोहका सबन क नमस्कार कहत अहइँ। उहाँ हर मित्र क नाउँ लइके नमस्कर कह्या।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.