Old/New Testament
सोर समुद्र पइ बियापार क महान केन्द्र
27 यहोवा क बचन मोका फुन मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सोर क बारे मँ इ करूण-गीत गावा। 3 सोर क बारे मँ इ कहा: ‘तू समुद्रर क दुआर अहा। तू अनेक रास्ट्रन बरे बियापारी अहा, तू समुद्रर तट क सहारे क अनेक देसन क जात्रा करत अहा। मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘हे सोर तू सोचत अहा कि तू एतना जियादा सुन्नर अहा।
तू सोचत अहा कि तू पूरी तरह सुन्नर अहा!
4 भूमध्य सागर तोहरे नगर क चारिहुँ ओर चउहद्दी बनावत ह।
तोहार निर्माता लोग
तोहका पूरी तरह सुन्नर बनाएन।
5 तोहार निर्माता लोग, सनीर पर्वत स सनौवर क पेड़न क उपयोग,
तोहरे सबहिं पल्लन क बनावइ बरे किहन।
उ पचे लबानोन स देवदार क बृच्छन क उपयोग,
तोहरे मस्तूल क बनावइ बरे किहन।
6 उ पचे बासान स ओक बृच्छ क उपयोग
तोहरे पतवारन क बनावइ बरे किहन।
उ पचे सनौवर स चीड़ बृच्छ क उपयोग,
तोहरे जहाज क भूईंया क कमरे बरे किहन,
अउर उ पचे इ निवास क हाथी-दाँत स सजाएन।
7 तोहरे पाल बरे उ पचे मिस्र मँ बने रंगीन सूती ओढ़ना क उपयोग किहन।
पाल तोहार झंडा रहा।
कमरे बरे तोहार पर्दा नीले अउ बैंगनी रहेन।
उ एलीसा क समुद्रर तट स आवत रहेन।
8 सीदोन अउ अर्वद क मनईयन तोहरे बरे तोहरी नावन क खेएन।
सोर तोहार बुद्धिमान मनई तोहरे जहाजन क चालक रहेन।
9 गबल क अग्रज प्रमुख अउर बुद्धिमान मनई
जहाज क तखतन क बीच कल्किन लगावइ मँ मदद बरे जहाजे पइ रहेन।
समुद्रर क सारे जहाज अउर ओनकर चालक
तोहरे संग बियापार अउर वाणिज्य करइ आवत रहेन।
10 “‘फारस, लूद अउर पूत क मनईयन तोहरी फउज मँ रहेन। उ पचे तोहरे जुद्ध क फउजी रहेन। उ पचे आपन ढालन अउ मूँड़े क कवच तोहरी देवारन पइ लटकाए रहेन। उ पचे तोहरे नगर बरे सम्मान अउ जस कमाएन। 11 अर्वद क मनईयन तोहरे नगर क चारिहुँ ओर क देवार पइ रच्छक क रूप मँ खड़े रहेन। गम्मत क मनई तोहार मीनारन मँ रहेन। उ पचे तोहरे नगर क चारिहुँ ओर क देवारन पइ आपन ढालन टाँगेन। उ पचे तोहार सुन्नरता क पूर्ण किहन।
12 “‘तर्सीस तोहरे सर्वोत्तम ग्राहकन मँ स एक रहा। उ पचे तोहार सबहिं वस्तुअन क बदले सोना, चाँदी, लोहा, टीन अउ सीसा देत रहेन। 13 यावान, तूबल, मेसेक अउ काले सागर क चारिहुँ ओर क छेत्र क लोग तोहरे संग बियापार करत रहेन। उ पचे तोहार बिक्रम चिजियन क बदले गुलाम अउ काँसा देत रहेन। 14 तोगर्मा रास्ट्र क मनईयन घोड़न, जुद्ध घोड़ा अउ खच्चर ओन चिजियन क बदले मँ देत रहेन जेनका तू बेचत रह्या। 15 ददान क मनईयन तोहरे संग बियापार करत रहेन। उ पचन्क तोहार चिजियन क आपन जगहन प बेचत रह्या। लोग तोहका भुगतान करइ बरे हाथी दाँत अउर आबनूस क लकड़ी लिआवत रहेन। 16 एदोम तोहरे संग बियापार करत रहा काहेकि तोहरे लगे बहोत स अच्छी चिजियन रहिन। एदोम क लोग नीलमणि, बैंगनी कपड़ा, बारीक कढ़ाई क काम, बारीक सूती, मूँगा अउर लाल तोहार बिक्रय क चिजियन क बदले देत रहेन।
17 “‘यहूदा अउर इस्राएल क मनईयन तोहारे संग बियापार किहस। उ पचे तोहार बिक्रय चिजियन क बरे भुगतान मँ गोहूँ, जैतून, अगाती, अंजीर सहद तेल अउर मरहम दिहेस। 18 दमिस्क एक ठु नीक गाहक रहा। उ पचे तोहरे लगे क अद्भूत चिजियन बरे बियापार करत रहेन अउर ओन चिजियन बरे हेलबोन के दाखरस अउर सफेद ऊन देत रहेन। 19 ऊजल स वादान अउर यूनानी लोग तोहार माल खरीदेस। ओन चिजियन क भुगतान मँ लोहा, तैजपात, सुगन्धी अउर गन्ना देत ह। 20 ददान अच्छा बइपार करत रहेन। उ पचे तोहार संग घोड़सवारी बरे जीन (काठी) क ओढ़ना क बइपार करत रहेन। 21 अरब अउर केदार क सबहिं प्रमुख मेमनन, भेड़ी अउर बोकरियन तोहार बिक्रय कीन्ह गइ वस्तुअन देत रहेन। 22 सबा अउ रामा क बइपारी तोहरे संग बइपार करत रहेन। उ पचे सर्वोत्तम मसालन हर तरह क रतन अउर सोना तोहार विक्रय क चिजियन बरे देत रहेन। 23 हारान, कन्ने, एदेन तथा सबा, अस्सूर, कलमद क बइपारी तोहरे संग बियापार करत रहेन। 24 उ पचे सर्वोत्तम कपड़न, बारीक कढ़े भए अउ नीले ओढ़ना, रंग बिरंग कालीन, अच्छी बटी रस्सियन अउर देवदार क लकड़ी स बने सामान भुगतान मँ दिहन। इ सबइ उ सबइ चिजियन रहिन जेनसे उ पचे तोहरे संग बइपार किहन। 25 तर्सीस क जहाज ओन चिजियन क लइ जात रहेन जेनका तू बेचत रह्या।
“‘एह बरे सोर, तू ओन बइपारी बेड़न मँ स एक क तरह अहा,
तू समुद्रर पइ बहुमूल्य वस्तुअन स लदे भरा अहा।
26 उ सबइ मनई जउन तोहार नावन क खेवत रहेन। तोहका बिसाल अउर सक्तीसाली समुद्ररन क पार लइ गएन।
किन्तु सक्तीसाली पुरवइया तोहरे जहाजन क समुद्र मँ नस्ट करी।
27 अउर तोहार सारी सम्पत्ति समुद्रर मँ बूड़ि जाइ।
तोहार सम्पत्ति, तोहार बइपार, अउर बिक्रय चिजियन,
तोहार मल्लाह अउर तोहार चालक, तोहार मनई जउन,
तोहरे जहाजे पइ तख्तन क बीच मँ कल्किन लगावत हीं,
तोहार मल्लाह अउर तोहरे नगर क सबहिं फउजी
अउर तोहार मल्लाह सारे समुद्दर मँ बूड़ जई।
इ उहइ दिन होइ
जउने दिन तू नस्ट होब्या।
28 “‘तोहार आपन बइपारियन क बहोत दूर क ठउरन मँ पठएस।
उ सबइ ठउर भय स काँपि उठिहीं, जब उ पचे तोहरे चालकन क चिल्लाब सुनिहीं।
29 तोहार सारे नाविक जहाजे स कूदिहीं।
मल्लाह अउ चालक जहाज स कूदिहीं, अउर तट पइ तैर अइहीं।
30 उ पचे तोहरे बारे मँ बहोत दुःखी होइहीं।
उ पचे रोइ पड़िहीं।
उ पचे आपन मूँड़न पइ धूरि डइहीं।
उ पचे राखी मँ लोटिहीं।
31 उ पचे तोहरे बरे मूड़ पइ उस्तरा फिरइहीं।
उ पचे सोक ओढ़ना पहिरहीं।
उ पचे तोहरे बरे रोइहीं-चिल्लिइहीं।
उ पचे कउनो अइसे रोवत भए क समान होइहीं, जउन कउनो क मरइ पइ रोवत ह।
32 “‘उ पचे आपन फूट-फूट क रोवइ क समइ तोहरे बारे मँ इ सोक-गीत गइहीं अउर रोइहीं:
“‘कउनो सोर क तरह नाहीं अहइ।
सोर नस्ट कइ दीन्ह गवा, समुद्रर क बीच मँ।
33 तोहार बइपारी समुद्ररन क पार गएन।
तू बहोत सारे रास्ट्रन क आपन बियोल सम्पत्ति अउर आपन माल स सन्तुट्ठ किहा।
तू भुइँया क राजा लोगन क धनी बनाएस।
34 मुला अब तू समुद्दरन क जरिये टूटा अहा
अउर गहिर जल क जरिये भी।
सबहिं चिजियन जउन तू बेचत अहा,
अउर तोहार सबहिं मनई नस्ट होइ चुका अहइँ।
35 समुद्रर तट क निवासी सबहिं मनई
तोहरे बरे दुःखे मँ बूड़ा अहइँ।
ओनकर राजा भयानक रूप स डेरान अहइँ।
ओनकर चेहरा स सोक झाँकत अहइ।
36 दूसर रास्ट्रन क बइपारी तोह पइ सुसकारत हीं।
जउन घटनन तोहरे साथ घटिन, लोगन क भयभीत करिहीं।
काहेकि तू अब खतम होइ गवा अहा।
तू भविस्स मँ नाहीं रहब्या।’”
सोर सोचत ह, उ परमेस्सर ह
28 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “हे मनई क पूत, सोर क राजा स कहा। ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘तू आपन बरे बहोत उच्च सोचत ह
अउर तू कहत अहा, “मइँ परमेस्सर अहउँ!
मइँ समुद्रर क मध्य मँ
देवतन क आसन पइ बइठन हउँ।”
“‘किन्तु तू मनई अहा, परमेस्सर नाहीं।
तू सिरिफ सोचत अहा कि तू परमेस्सर अहा।
3 तू सोचत अहा तू दानिय्येल स बुद्धिमान अहा।
तू समुझत अहा कि तू सारे रहस्यन क जानि लेब्या।
4 आपन बुद्धि अउ आपन समुझ स।
तू सम्पत्ति खुद कमाया ह
अउर तू आपन कोसागार मँ
सोना चाँदी राख्या ह।
5 आपन तीब्र बुद्धि अउ बइपार स
तू आपन सम्पत्ति बढ़ाया ह,
अउर अब तू उ सम्पत्ति क कारण
गर्वीला अहा।
6 “‘एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
सोर, तू सोच्या तू परमेस्सर क तरह अहा।
7 मइँ अजनबियन क तोहरे खिलाफ लड़इ बरे लिआउब।
उ पचे रास्ट्रन मँ बड़े भयंकर अहइँ।
उ पचे आपन तरवारन बाहेर खिंचिहीं
अउर ओन सुन्नर चिजियन क खिलाफ चलइहीं जेनका तोहार बुद्धि कमाएस।
उ पचे तोहरे गौरव क मटियामेट करिहीं।
8 उ पचे तोहका गिराइके कब्र मँ पहोंचइही।
तू उ मल्लाह क तरह होब्या जउन समुद्रर मँ मरा।
9 उ मनई तोहका मारि डाइ।
का अब भी तू कहब्या, “मइँ परमेस्सर हउँ?”
उ समइ उ तोहका अपने अधिकार मँ करी।
तू समुझ जाब्या कि तू मनई अहा, परमेस्सर नाहीं।
10 तू अजनबियन क हाथ बिदेसियन क जइसा मारि डावइ जाइहीं।
इ घटनन होइहीं काहेकि मोरे लगे आदेस-सक्ति अहइ।’”
मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
11 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 12 “मनई क पूत, सोर क राजा क बारे मँ करूण गीत गावा। ओहसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘तू सम्पूर्णता क आदर्स रह्या।
तू बुद्धिमानी स परिपूर्ण रह्या, तू पूरी तरह सुन्नर रह्या,
13 तू परमेस्सर क बगीचा एदेन मँ रह्या।
तोहरे लगे हर एक बहुमूल्य रतन रहेन जइसे:
लाल, पुखराज, हीरा,
फिरोजा, गोमेद, जस्पर
नीलम, हरितमणि अउ नीलमणि।
अउर इ सबइ हर एक रतन सोने मँ जुड़ा रहेन।
तोहका इ सुन्नरता प्रदान कीन्ह गइ रही जउने दिन तोहार जनम भवा रहा।
परमेस्सर तोहका सक्तीसाली बनाएस।
14 तू चुने भए करूब सरगदूत रह्या।
तोहार पखना मोरे सिंहासने पइ फइला रहेन
अउर मइँ तोहका परमेस्सर क पवित्तर पर्वत पइ धरेउँ।
तू ओन रत्नन क बीच चल्या जउन आगी क तरह कौंधत रहेन।
15 तू नीक अउ ईमानदार रह्या जब मइँ तोहका बनाएउँ।
किन्तु एकरे पाछे तू बुरे बन गया।
16 तोहार बइपार तोहरे लगे बहोत सम्पत्ति लिआवत रहा।
किन्तु उ भी तोहरे भीतर क्रूरपन पइदा किहेस अउर तू पाप किहा।
एह बरे मइँ तोहरे संग अइसा बेउहार किहेउँ माना तू गन्दी चीज ह्वा।
मइँ तोहका परमेस्सर क पर्वत स लोकाइ दिहेउँ।
तू खास करूब सरगदूतन मँ स एक रह्या,
तोहार पखना फइला रहेन मोरे सिंहासने पइ
किन्तु मइँ तोहका आगी क तरह कौंधइवाले
रतनन क तजइ क मजबूर किहेउँ।
17 तू आपन सुन्नरता क कारण घमण्डी होइ गया,
तोहार गौरव तोहार बुद्धिमानी क नस्ट किहेउ,
एह बरे मइँ तोहका धरती पइ लिआइ लोकाएउँ,
अउर अब दूसर राजा तोहका आँखिन फाड़िके लखत हीं।
18 तू अनेक गलत काम किहा,
तू बहोत कपटी बइपारी रह्या।
इ तरह तू पवित्तर ठउरन क अपवित्तर किहा,
एह बरे मइँ तोहरे ही भीतर आगी लिआएउँ,
इ तोहका जराइ दिहस,
तू भुइँया पइ राखी होइ गया।
अब हर कउनो तोहार लज्जा लखि सकत ह।
19 “‘अन्य रास्ट्रन मँ सबहिं लोग,
जउन तोह पइ घटित भवा, ओकरे बारे मँ दुःखी भए रहेन।
जउन तोहका भवा, उ लोगन क भयभीत करी।
तू खतम होइ गवा अहा।’”
सीदोन क खिलाफ सँदेसा
20 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 21 “मनई क पूत, सीदोन पइ धियान द्या अउर मोरे बरे उ ठउरे क बिरूद्ध कछू कहा। 22 कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘सीदोन, मइँ तोहारे खिलाफ हइँ!
तोहरे लोग मोरे सम्मान करब सिखिहीं,
मइँ तोहार सीदोन क सजा देब,
तब लोग समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।
तब उ पचे समुझिहीं कि
मइँ पवित्तर हउँ।
23 मइँ सीदोन मँ रोग अउर मउत पठउब,
ओकरे नगर मँ मउत उ समइ आइ
जब मइँ ओकरे खिलाफ चारिहुँ कइँती स तरवार लिआउब।
तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा अहउँ।
रास्ट्र इस्राएल क मजाक उड़ाउब बन्द करिहीं
24 “‘पुराने जमाने मँ इस्राएल क चारिहुँ ओर क देस ओहसे घिना करत रहेन। किन्तु उ दूसर देसन क बरे बुरी घटनन घटिहीं। कउनो भी तेज काँटन या कँटेहरी झाड़ी इस्राएल क परिवार क घाएल करइवाली नाहीं रहि जाइ। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ ओनकर सुआमी यहोवा हउँ।’”
25 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ इस्राएल क लोगन क अन्य रास्ट्रन मँ बिखेर दिहेउँ। किन्तु मइँ फुन इस्राएल क परिवार क एक संग बटोरब। तब उ सबइ रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ पवित्तर हउँ। उ समइ इस्राएल क लोग आपन देस मँ रहिहीं अर्थात् जउने देस क मइँ आपन सेवक याकूब क दिहेउँ। 26 उ पचे उ देस मँ सुरच्छित रहिहीं। उ पचे घर कइहीं अउर अंगूरे क बेलन लगइहीं। मइँ ओकरे चारिहुँ ओर क रास्ट्रन क दण्ड देब जउन ओहसे घिना किहन। तब इस्राएल क लोग सुरच्छित रहिहीं। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ ओनकर परमेस्सर यहोवा हउँ।”
मिस्र क बिरूद्ध सँदेसा
29 देस निकारे क दसएँ बरिस क दसएँ महीने क बारहवें दिन मोर सुआमी यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन कइँती धियान द्या, मोरे बरे ओकर तथा मिस्र क बिरूद्ध कछू कहा। 3 कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘हे मिस्र क राजा फिरौन, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
तू नील-नदी क किनारे विस्राम करत भए बिसाल मगरमच्छ अहा।
तू कहत रह्या, “इ मोर नदी अहइ।
मइँ इ नदी बनाएउँ ह।”
4 “‘किन्तु मइँ तोहरे जबड़न मँ हुक डालउब।
नील नदी क मछरियन तोहरी चमड़ी स चिपक जइहीं।
मइँ तोहका तोहार मछरियन क तोहरी नदियन स
बाहेर कइके झुरान भुइँया पइ लोकाइ देब, 5 तू धरती पइ गिरब्या,
अउर कउनो न तोहका उठाई, न ही दफनाई।
मइँ तोहका जंगली जनावरन अउ पंछियन क देब,
तू ओनकर भोजन बनब्या।
6 तब मिस्र मँ रहइवाले सबहिं लोग जनिहीं
कि मइँ यहोवा हउँ।
“‘मइँ एन कामन क काहे करब?
काहेकि इस्राएल क लोग सहारे बरे मिस्र पइ भरोसा किहस।
किन्तु मिस्र सिरिफ दुर्बल घास क तिनका निकरा।
7 इस्राएल क लोग सहारे बरे मिस्र पइ आस्रित रहेन
अउर मिस्र सिरिफ ओनके हाथन अउ काँधन क छेद किहेस।
उ पचे सहारे बरे तोह पइ आस्रित रहेन।
किन्तु तू ओनकर पीठ क तोड़्या अउर मरोड़ दिहा।’”
8 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“मइँ तोहरे खिलाफ तरवार लिआउब।
मइँ तोहरे सबहिं लोगन अउर जनावरन क नस्ट करब।
9 मिस्र खाली अउ नस्ट होइ जाई।
तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
परमेस्सर कहेस, “मइँ उ सबइ काम काहे करब? काहेकि तू कहया, ‘इ मोर नदी अहइ। मइँ इ नदी क बनाएउँ।’ 10 एह बरे मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। मइँ तोहार नील नदी कइउ साखन क विरूद्ध हउँ। मइँ मिस्र क पूरी तरह नस्ट करब। मिग्दोल स सवेन तलक तथा जहाँ तलक कूस क सीमा अहइ, हुवाँ तलक नगर खाली होइहीं। 11 कउनो मनई या जनावर मिस्र स नाहीं गुजरी। कउनो मनई या जनावर मिस्र मँ चालीस बरिस तलक नाहीं रही। 12 मइँ मिस्र देस क उजाड़ कइ देब अउर ओकर नगर चालीस बरिस तलक उजाड़ रहिहीं। मइँ मिस्रियन क रास्ट्रन मँ बिखेर देब। मइँ ओनका बिदेस मँ बसाइ देब।”
13 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ मिस्र क लोगन क कइउ रास्ट्रन मँ बिखेरब। किन्तु चालीस बरिस क अन्त मँ फिर मइँ ओन लोगन क एक संग बटोरब। 14 मइँ मिस्र क बंदियन क वापस लिआउब। मइँ मिस्रियन क पत्रास क प्रदेस मँ, जहाँ उ पचे पइदा भए रहेन, वापस लिआउब। किन्तु ओनकर राज्ज महत्वपूर्ण नाहीं होइ। 15 इ सबसे कम महत्वपूर्ण राज्ज होइ। मइँ एका फुन दूसर रास्ट्रन स ऊपर कबहुँ नाहीं उठाउब। मइँ ओनका एतना घोटका कइ देब कि उ पचे रास्ट्रन पइ सासन नाहीं कइ सकिहीं। 16 अउर इस्राएल क परिवार फुन कबहुँ मिस्र पइ आस्रित नाहीं रही। इस्राएली आपन पापन क याद रखिहीं। उ पचे याद रखिहीं कि उ पचे मदद बरे मिस्र कइँती मुड़ेन, परमेस्सर कइँती नाहीं अउर उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा अउ सुआमी अहउँ।”
बाबुल मिस्र क लेइ
17 देस निकारे क सत्ताइसवें बरिस क पहिले महीने क पहिले दिन यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर सोर क खिलाफ आपन फउज क भीसण जुद्ध मँ लगाएस। उ पचे हर एक फउजी क बार कटवाइ दिहेन। भारी वजन ढोवइ क कारण हर एक वंधा रगड़ स नंगा होइ गवा। नबूकदनेस्सर अउर ओकर फउज सोर क हरावइ बरे कठिन जतन किहस। किन्तु उ पचे ओन कठिन जतनन स कछू पाइ न सकेन।” 19 एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क मिस्र देस देब अउर नबूकदनेस्सर मिस्र क लोगन क लइ जाइ। नबूकदनेस्सर मिस्र क कीमती चिजियन क लइ जाइ। इ नबूकदनेस्सर क फउज क मजदूरी होइ। 20 मइँ नबूकदनेस्सर क मिस्र देस ओकर कठिन जतन के पुरस्कार क रूप मँ दिहेउँ ह। काहेकि उ पचे मोरे बरे काम किहन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
21 “उ दिन मइँ इस्राएल क परिवार क सक्तीसाली बनाउब अउर मइँ तोहका ओन लोगन क बीच मँ बोलइ क अवसर देब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
पत्नी अउर पति
3 इहइ तरह पत्नियन अपने पतियन क अधीनता मानत रहइँ। जइसेन यदि ओनमाँ स कउनो परमेस्सर क उपदेस क पालन नाही करतियन तउ उ पचे कछू तोहरे पवित्तर अउर आदरपूर्ण चाल चलन स जीत लीन्ह जाइँ, बिना कउनो बात-चीत क उ सबइ जउने तरह तू पचे अच्छी तरह स रहित अहा। 2 तोहार पति लोग तोहार पवित्तर जीवन क देखिही जउन तरह तू पचे परमेस्सर क आदर देत भए रहबिउँ। 3 तोहार साज सिंगार बाहरी न होइ क चाही महतलब जउन बाल क चोटी गुहइ, सोने क आभूसण पहिरइ अउर नीक नीक कपड़ा पहिरइ स होत ह। 4 बल्कि तोहार सिंगार तउ तोहरे भीतर क व्यक्तित्व होइ चाही जउन कोमल सान्त आतिमा क अविनासी सौन्दर्य स युक्त होइ। परमेस्सर क दृस्टि मँ जउन मुल्यावान होइ।
5 काहेकि बीते जुग मँ उ सबइ स्त्रियन क, अपने क सजावइ क इहइ ढंग रहा, जइसेन ओनकर सबइ आसा परमेस्सर प टिकी अहइँ उ पचे अपने पति क अधीन रहत रहिन। 6 जइसेन इब्राहीम क आग्या मानइवाली रहइवाली सारा जउन ओका आपन सुआमी मानत रही। तू पचे भी अगर नीक काम करत अहा अउर डेरात नाही अहा तउ सारा क बिटिया ही अहा।
7 अइसेन ही तू सबइ पति लोगन, अपनी पत्नियन क साथ समझदारी स रहा, काहेकि वह सारीरीक दृस्टि स कमज़ोर अहइँ। जीवन क बरदान मँ ओनका आपन आपन उत्तराधिकारी माना जइसेन तोहरे पराथना मँ बाधा पड़इ।
सत् कर्मन क खातिर दुःख झेलब
8 आखिर मँ तू पचन क सान्ति स रहइ चाही। एक दूसर क समझइ क कोसिस करा। एक दूसर स भाइयन क तरह पिरेम करा। दयालु अउर नरम बना। 9 एक बुराई क बदला दूसर बुराई स न द्या कि गाली क बदले गाली द्या। एकरे विपरीत आसीस द्या। काहेकि परमेस्सर तोह पचन क आसीर्बाद देइ बरे बोलाएस ह। इहइ स तू पचन्क परमेस्सर क आसीर्बाद क उत्तराधिकार मिली। 10 पवित्तर सास्तर कहत ह:
“जउन जीवन आनन्द उठाइ चाही
जउन समइ की सद्गति क देखइ चाही
ओका कि कबहूँ बुरा न बोलइ
उ अपने ओठन क छल वाणी स रोकइ
11 बुराई स अपने क अलग रखइ, उ करइ सदा उ नेक करमन क जउन
अहइ नीक चाही ओका कर जतन सान्ति पावइ चाही ओका अनुसरण करइ सान्ति क
12 पर्भू की आँखियन अहइँ टिकी ओनहियन प जो नीक अहइँ लागे
कान पर्भू क ओनकी पराथना प पइ जउन करत
अहइँ बुरा करम मुँहना सदा फेरत अहइ पर्भू ओनसे।” (A)
13 अगर जउन उत्तम अहइ तू पचे उहि क करइ क लालयित रहा तउ भला कउनो तोह सबन क नुकसान पहुँचाइ सकत ह। 14 मुला अगर तोहका भले क खातिर दुःख उठावइ क पड़इ तउ तू सब धन्य अहा। “इहइ खातिर कउनो क भय स भयभीत न रहा अउर न ही परेसान ह्वा अउर न विचालित।”(B) 15 अपने मन मँ मसीह क पर्भू क प्रति नरम ह्वा, श्रद्धा स नत ह्वा! तू जउन बिस्सास रखत अहा अगर कउनो ओकरे बार मँ पूछइ तउ सदा उत्तर देइ क तइयार रहा। 16 मुला विनम्रता अउर आदर क साथ अइसा करा। आपन हिरदइ सुद्ध राखा जइसेन अपने अच्छे मसीह व्यवहार स तोहरे नीक गुणन क निन्दा करइवाले तोहार अपमान करत भए लजाइँ।
17 अगर परमेस्सर क इहइ इच्छा अहइ कि क अच्छा बाटइ अच्छे काम करत भए दुःख उठावा इ नाहीं कि बुरा करत भए।
18 काहेकि ईसू मसीह भी हमरे पाप
खातिर दुःख उठाइस।
मतलब उ निर्दोस रहइ
हम सबइ पापियन खातिर एक बार मरि गवा
ताकि हमका परमेस्सर क नगीचे लइ जाइ।
सरीर क भाव स तउ उ मारा गवा
मुला आतिमा मँ जियावा गवा।
19 आतिमा क स्थिति मँ उ जाइके जउन जेल मँ बंदी आतिमन रहेन ओन बंदी भइयन आतिमन क उपदेस दिहेस। 20 जउन उ समइ परमेस्सर क आग्या न मानइवाली सबइ आतिमा रहिन जब नूह क नाव बनाई जात रही अउर परमेस्सर बड़े धीरज क साथ प्रतीच्छा करत रहा। उ नाव मँ थोड़ेन-मतलब आठइ मनई पानी स बचावा जाय सेकन। 21 इ पानी उ बपतिस्मा क तरह अहइ जेहसे अब तोहार उद्धारण होत अहइ। बपतिस्मा सरीर क मैल क छोड़ावइ बरे नाही अहइ, बल्कि सुद्ध अन्तकरण खातिर परमेस्सर स बिनती अहइ। अब तउ बपतिस्मा तोहका ईसू मसीह क पुनरुत्थान क दुआरा बचावत अहइ। 22 उ ईसू सरग मँ गवा अउर अब परमेस्सर क दाहिने हाथ बिराजमान अहइ अउर अब सरगदूत, अधिकारियन अउर सबइ सक्तियन ओकरे अधीन कइ दीन्ह गइ अहइँ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.